कड़ी मेहनत, दूरदृष्टि और पक्का इरादा है तो आप जीवन में जरूर सफल होंगे :न्यायाधीश गंगाचरण दुबे
▪️मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्तम कलाकृति है, अपनी प्रतिभा को पहचानें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें- कुलपति
तीनबत्ती न्यूज.30 नवंबर, 2024
सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य एवं दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 155वें जन्म दिवस के अवसर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में मध्य क्षेत्र अंतरविश्वविद्यालयीन युवा उत्सव 2024-25 ‘गौर-गौरव उत्सव’ 26 से 30 नवम्बर 2024 तक आयोजित किया गया. युवा उत्सव में 23 विश्वविद्यालयों के कुल 955 प्रतिभागियों ने भाग लिया. समापन समारोह के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के पुरा छात्र और मंदसौर जिले के प्रधान न्यायाधीश गंगाचरण दुबे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती और डॉ. गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इस दौरान एआईयू पर्यवेक्षक अरुण पाटिल, तकनीकी पर्यवेक्षक दीपक झा, विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस. पी. उपाध्याय, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. ए. डी. शर्मा मंचासीन थे. प्रो. ए. डी. शर्मा ने स्वागत भाषण दिया. सांस्कृतिक परिषद समन्वयक डॉ. राकेश सोनी ने युवा उत्सव का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.
मुख्य अतिथि गंगाचरण दुबे ने स्वामी विवेकानंद के कथन ‘उठो, जागो और अपने लक्ष्य की प्राप्ति करो’, का सन्दर्भ लेते हुए कहा कि जीवन में लक्ष्य तय करने चाहिए और उसको प्राप्त करने के लिए जी तोड़ श्रम करना चाहिए. उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सफलता के सूत्र बताये. उन्होंने कहा कि संघर्ष करने वाले हमेशा जीत हासिल करते हैं इसलिए संघर्ष से कभी घबराना नहीं चाहिए. सदैव कर्मशील रहिये. कड़ी मेहनत, दूरदृष्टि और पक्का इरादा है तो आप जीवन में जरूर सफल होंगे. उन्होंने कहा कि जीवन में इच्छा का भी होना बहुत आवश्यक है. तीव्र इच्छा से सामान्य मनुष्य भी असाधारण शक्ति पैदा कर लेता है. उन्होंने कहा कि जीवन में अच्छे विचार रखना चाहिए. अच्छे विचारों से जिन्दगी बदलती हैं. अच्छी आदतें आपका चरित्र निर्माण करती हैं और यही सब मिलकर राष्ट्र का निर्माण करते हैं. जीवन में सकारात्मक सोच रखनी चाहिए. गलत सोच से व्यक्ति अपनी आत्मशक्ति खो देता है. उन्होंने बहुत ही प्रेरक उद्बोधन दिया जिसे विद्यार्थियों के बीच काफी सराहा गया.
अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि इतने बड़े युवा महोत्सव का आयोजन एक चुनौती थी. लेकिन डॉ. सर हरीसिंह गौर की प्रेरणा से यह आयोजन इतने व्यापक स्वरुप में संभव हो पाया. क्योंकि उनकी प्रेरणा से बड़ी से बड़ी चुनौतियां आसान हो जाती हैं. उन्होंने कहा कि हमारे सागर शहर और विश्वविद्यालय का मूल स्वभाव है- अतिथि देवो भव. इस भावना के साथ हमारे सागर शहर के गणमान्य नागरिकों, विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और सभी सदस्यों ने लगातार परिश्रम के साथ कार्य करते हुए इस आयोजन को सफल बनाया है. प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में हार जीत लगी रहती है लेकिन इस आयोजन के माध्यम से आपने अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की है. मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्तम कलाकृति है और उन्होंने हर एक मनुष्य को अनोखा बनाया है. हर एक व्यक्ति के पास कोई न कोई प्रतिभा है. ये सारी प्रतिभाएं जब मिलती हैं तो एक टीम बनती है. सभी अपनी प्रतिभा को पहचानें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें, सफलता आपके कदम चूमेगी.
सांस्कृतिक रैली, फोक आर्केस्ट्रा, स्किट, ओवर ऑल (थियेटर) में डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय नंबर वन, ओवरऑल चैम्पियन में रहा फर्स्ट रनर अप
डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर को सांस्कृतिक रैली, फोक आर्केस्ट्रा, स्किट में प्रथम स्थान मिला. थियेटर विधा में ओवर ऑल पहला स्थान मिला है. साथ ही ओवर ऑल चैम्पियनशिप में विश्वविद्यालय फर्स्ट रनर अप रहा.
युवा उत्सव के दौरान पाँच समूहों में समूह नृत्य (भारतीय), समूह नृत्य (पाश्चात्य), फोक ऑर्केस्ट्रा, लोक/आदिवासी नृत्य, शास्त्रीय वादन एकल (पर्क्यूशन), शास्त्रीय वादन एकल (गैर-पर्क्यूशन), क्लासिकल वोकल सोलो (हिंदुस्तानी या कर्नाटक), वेस्टर्न वोकल (सोलो), लाइट वोकल (सोलो), पश्चिमी वाद्य यंत्र (एकल), एकांकी नाटक, वन एक्ट प्ले, क्लासिकल डांस, माइम, मिमिक्री, वाद-विवाद, क्विज़, भाषण, पोस्टर, ऑन द स्पॉट पेंटिंग, स्पॉट फ़ोटोग्राफ़ी, इंस्टॉलेशन, क्ले मॉडलिंग, कार्टूनिंग, मेहंदी, कोलाज और रंगोली सहित कुल 27 विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं.
ओवरऑल चैम्पियनशिप में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को मिली लाखा बंजारा ट्रॉफी
युवा महोत्सव की प्रतियोगिताओं में ओवरऑल चैम्पियनशिप की ट्रॉफी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को मिली. अतिथियों द्वारा उन्हें लाखा बंजारा ट्रॉफी प्रदान की गई. प्रतियोगिता के अन्य परिणाम इस प्रकार हैं.
संगीत श्रेणी में ओवर ऑल विजेता देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर को कृष्णगोपाल श्रीवास्तव ट्रॉफी, फर्स्ट रनर अप डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर को विट्ठल भाई पटेल ट्रॉफी तथा सेकंड रनर अप रानी दुर्गावती विश्वविद्यलय जबलपुर को शरद तात्या ट्रॉफी प्रदान की गयी. इस श्रेणी के क्लासिकल वोकल सोलो में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर प्रथम, भातखंडे संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ द्वितीय, आईटीएम ग्वालियर तृतीय, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो (पर्कशन) में डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर प्रथम, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर द्वितीय, बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल तृतीय, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो (नॉन-पर्कशन) में भातखंडे संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ प्रथम, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वितीय, बीएचयू वाराणसी तृतीय, लाइट वोकल (इंडियन) में डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर प्रथम, आईटीएम ग्वालियर द्वितीय, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर तृतीय, वेस्टर्न वोकल सोलो में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर प्रथम, दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट आगरा द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, ग्रुप सॉन्ग (इंडियन) में ए.के.एस. विश्वविद्यालय सतना प्रथम, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, ग्रुप सॉन्ग (वेस्टर्न) में दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट आगरा प्रथम, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, फोक ऑर्केस्ट्रा में डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर प्रथम, रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय रायसेन द्वितीय, ए.के.एस. विश्वविद्यालय सतना तृतीय, वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंटल सोलो में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर प्रथम, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वितीय, दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट आगरा तृतीय स्थान पर रहे.
नृत्य श्रेणी में ओवर ऑल विजेता देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर को विष्णु पाठक ट्रॉफी, फर्स्ट रनर अप एकेएस विश्वविद्यालय सतना को प्रेम गुरुजी ट्रॉफी और सेकंड रनर अप डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को चुन्नीलाल रैकवार ट्रॉफी प्रदान की गयी. इस श्रेणी के फोक/ट्राइबल डांस में ए.के.एस. विश्वविद्यालय सतना प्रथम, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर द्वितीय, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर तृतीय, क्लासिकल डांस में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर प्रथम, एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह द्वितीय, भातखंडे विश्वविद्यालय लखनऊ तृतीय स्थानों पर रहे.
साहित्यिक विधा में ओवरऑल विजेता
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर को कामता प्रसाद गुरु ट्रॉफी, फर्स्ट रनर अप बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय तथा सेकंड रनर अप रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को सहोद्रा राय ट्रॉफी प्रदान की गयी. इस श्रेणी के क्विज़ में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर प्रथम, बीएचयू वाराणसी द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, भाषण प्रतियोगिता (एलोक्यूशन) में बीएचयू वाराणसी प्रथम, आचार्य नरेंद्र विश्वविद्यालय अयोध्या द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, वाद-विवाद (डिबेट) में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर प्रथम, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वितीय तथा आचार्य नरेंद्र विश्वविद्यालय अयोध्या तृतीय स्थान पर रहे.
नाट्य श्रेणी (थिएटर) में ओवरऑल विजेता डॉ. हरीसिंह गौर विवि सागर को श्यामकांत मिश्र ट्रॉफी, फर्स्ट रनर अप देवी अहिल्या विवि और राजा मानसिंह तोमर विवि को दिनेशभाई पटेल ट्रॉफी, सेकेण्ड रनर अप विक्रम विवि उज्जैन व एकेएस विवि सतना को महेंद्र मेवाती ट्रॉफी प्रदान की गई. इस श्रेणी के वन-एक्ट प्लेमें राजा मान सिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर प्रथम, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर द्वितीय, ए.के.एस. विश्वविद्यालय सतना तृतीय, स्किट में डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर प्रथम, राजा मान सिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, माइम में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर प्रथम, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर द्वितीय, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन तृतीय, मिमिक्री में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर प्रथम, राजा मान सिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वितीय और बीएचयू वाराणसी तृतीय स्थान पर रहे.
फाइन आर्ट्स श्रेणी में ओवर ऑल विजेता बीएचयू वाराणसी को शिव कुमार श्रीवास्तव ट्रॉफी, फर्स्ट रनर अप स्वामी विवेकानंद सुभारती विवि मेरठ एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर विवि आगरा को विवेक दत्त झा ट्रॉफी, सेकेण्ड रनर अप विक्रम विवि उज्जैन व् राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि को विवेक दत्त झा ट्रॉफी प्रदान की गई. इस श्रेणी के ऑन द स्पॉट पेंटिंग में बीएचयू वाराणसी प्रथम, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ द्वितीय, दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट आगरा तृतीय, कोलाज में बीएचयू वाराणसी प्रथम, राजा मान सिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, पोस्टर मेकिंग में बीएचयू वाराणसी प्रथम, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ द्वितीय, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर तृतीय, क्ले मॉडलिंग में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन प्रथम, डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा द्वितीय, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर तृतीय, कार्टूनिंग में बीएचयू वाराणसी प्रथम, डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय द्वितीय, विक्रम विश्वविद्यालय तृतीय, रंगोली में भातखंडे विश्वविद्यालय लखनऊ प्रथम, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वितीय, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ तृतीय, स्पॉट फोटोग्राफी में डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा प्रथम, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ द्वितीय, जागरण लेकसिटी विश्वविद्यालय भोपाल तृतीय, इंस्टॉलेशन में बीएचयू वाराणसी प्रथम, राजा मान सिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वितीय, आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय अयोध्या तृतीय, मेहंदी में बीएचयू वाराणसी प्रथम, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर द्वितीय और ए.के.एस. विश्वविद्यालय, सतना तृतीय स्थान पर रहे.
सांस्कृतिक रैली में* डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर प्रथम स्थान पर रहा. राजा मान सिंह तोमर विश्वविद्यालय, ग्वालियर द्वितीय और जागरण लेकसिटी विश्वविद्यालय, भोपाल तृतीय स्थान पर रहे.
दल प्रबंधकों और छात्र प्रतिनिधियों ने दिया फीडबैक
एकेएस विश्वविद्यालय और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र प्रतिनिधियों और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के दल प्रबंधकों ने फीडबैक प्रस्तुत किया. इन सभी ने आयोजक विश्वविद्यालय की मेजबानी, स्वागत, सत्कार, भोजन, आवास, तकनीकी सहयोग एवं अन्य सभी तरह के सहयोग के लिए आभार जताया. एकेएस विवि सतना के दल ने बरेधी नृत्य और डॉ. हरीसिंह गौर विवि के दल ने फोक आर्केस्ट्रा की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशुतोष ने किया. आभार डॉ. एस. पी. उपाध्याय ने व्यक्त किया. राष्ट्र गान के साथ समारोह का समापन हुआ.