Sagar: बुजुर्ग नेमा दंपत्ति के आग में जिंदा जलकर मौत के मामले की जांच एसआईटी या सीआईडी से कराने की मांग
▪️जेलर बेटे ने जताई हत्या की आशंका
▪️किराएदार ने दी थी जान से मारने की धमकी, न्यायालय में चल रहा था मामला
सगर। सागर जिले के देवरी नगर के बीचो बीच स्थित बड़ा बाजार में 10 दिन पूर्व 27 एवं 28 मार्च की दरमियानी रात्रि में नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी रामेश्वर नेमा के एक पक्के मकान में संचालक गोल्डी गारमेंट्स नामक किराए की दुकान में से भड़की भीषण आग ने मकान मालिक बुजुर्ग रामेश्वर नेमा और उनकी पत्नी जानकी नेमा को आगोश में ले लिया और उनकी जिंदा जल जाने से अकाल मृत्यु हो गई । इस हृदय विदारक घटना को लेकर पूरा नगर दुखी है और लोगों की मांग है कि इस भीषण अग्निकांड को अंजाम देने वाले पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
इस भीषण अग्निकांड में हुई नेमा दंपति की मौत के मामले को लेकर पूरा नगर स्तब्ध है और लोगों की नजरें पुलिस जांच पर टिकी हुई हैं लेकिन पुलिस अब तक जांच के नाम पर किसी भी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इस भीषण अग्निकांड में माता-पिता को गवा चुके गरोठ सबजेल में पदस्थ जिला नवीन नेमा ने एसडीओपी पूजा शर्मा को दिए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि उनके वृद्ध माता-पिता की घर में आग लगाकर हत्या की गई है इस पूरे मामले की सूक्ष्म ढंग से जांच की मांग की है।
आवेदन में उल्लेख किया गया है कि मकान के नीचे सौरभ गुप्ता उम्र 30 साल गोल्डी गारमेंट्स नाम से रेडीमेड कपड़ों की दुकान संचालक थी। जिसके द्वारा 2021 से दुकान का किराया नहीं दिया गया था और किराएदारी की शर्तों का उल्लंघन कर रहा था जिसकी शिकायत एसडीओपी एवं पुलिस थाना देवरी में दो बार पिताजी ने की थी और न्यायालय में प्रकरण लगाया था जो अभी लंबित है। इस दौरान किराएदार सौरभ गुप्ता द्वारा बिजली के बिल का भुगतान न किए जाने के कारण विद्युत मीटर निकलवा दिया था और मकान के सामने का दासा भी अलग करवा दिया था जिसके कारण दुकानदार सौरभ गुप्ता द्वारा गंदी गंदी गालियां देना और जान से मारने की धमकियां देना लगा था।
उन्होंने एसडीओपी देवरी को बताया कि आग लगने की शुरुआत गोल्डी गारमेंट की दुकान के अंदर से हुई है और लोगों ने दुकान के अंदर से आग की तेज लपटें निकलती हुई देखी हैं जबकि दुकान के अंदर बिजली का कोई भी कनेक्शन नहीं था और दुकान के अंदर से इतनी तेज आग भड़की की देखते ही देखते कुछ ही घंटों में आग इतनी तीव्र हो गई कि दूसरी मंजिल पर पहुंच गई और दूसरी मंजिल मैं रात्रि में उनके माता-पिता सो रहे थे जहां तीव्र आग ने आग आगोश में ले लिया और वह आग में जिंदा जल गए।
उन्होंने मांग की है कि उनके माता-पिता के साथ गंभीर षड्यंत्र रच कर यह अग्निकांड किया गया है जिसकी प्रत्येक पहलुओं पर विषय विशेषज्ञों से जांच कराया जाना चाहिए एवं संदेही सौरभ गुप्ता के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए।
शॉर्ट सर्किट से इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं हो सकती-
घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अग्नि दुर्घटना को लेकर जो बयान बाजी की गई और कहा गया कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। इस मामले में मृतक के पुत्र नवीन नेमा ने कहा कि जिम्मेदारों द्वारा बिना जांच पड़ताल किए ही शॉर्ट सर्किट से आगजनी की घटना प्रचारित कर मामले को दबाया जा रहा है जबकि इतनी बड़ी अग्नि दुर्घटना शॉर्ट सर्किट से होती प्रतीत नहीं हो रही है क्योंकि दुकान में बिजली का कनेक्शन नहीं था और जो बिजली का कनेक्शन घर के लिए था वह चद्दर के शटर के पास से बिजली के तार निकले थे एवं सर्विस लाइन पर लोड का कोई दबाव नहीं था क्योंकि घर में एक पंखा एक नाइट बल्ब और फिर चलता था। एवं जहां से सर्विस लाइन के तार थे वहां शटर के चद्दर थे सब शॉर्ट सर्किट से आग पूरी दुकान में कुछ ही घंटों में कैसे लग सकती है।
पुलिस प्रशासन और एफएसएल टीम के द्वारा जांच की मामले में विगत 10 दिवस होने के बावजूद भी शासन प्रशासन की ओर से कोई जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कि गई। जांच में लेटलतीफी और स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा पीड़ित परिजनों को संतुष्ट जवाब ना मिलने से स्थानीय प्रशासन की जांच कार्यवाही पर परिजनों के द्वारा संदेह जताया जा रहा है ।
परिजनों के द्वारा पत्रकार वार्ता आयोजित कर स्थानीय पुलिस प्रशासन पर खासी नाराजगी जाहिर की जा रही है जिस के संबंध में मृतक के पुत्र के द्वारा जांच में लापरवाही बरते जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके माता-पिता की मौत का कारण शॉर्ट सर्किट नहीं हो सकता बल्कि एक सोची समझी साजिश के तहत उनकी आग लगाकर हत्या करने की घटना को अंजाम दिया गया है।
एसआईटी सीआईडी या विशेष एजेंसी से जांच की मांग-
मृतक के पुत्र नवीन नेमा का कहना है कि मैं शासकीय पुलिस सेवा में जेलर के पद पर पदस्थ हूं इसलिए बाहर शहर में नौकरी करता हूं मैं तो यहां नहीं रहता था लेकिन जब भी उनके द्वारा अपने माता-पिता से मिलने के लिए आना जाना होता था और बातचीत होती थी तो माता-पिता का कहना था कि मकान के नीचे की दुकान किराए पर दी गई है उक्त दुकान के किराएदार किराए की राशि नहीं दी जाती है उन्हें परेशान व प्रताड़ित किया जा रहा था एवं उसी दुकानदार से दुकान खाली कराए जाने संबंधित दोनों के बीच अनबन बनी रहती थी जो एक जांच का बहुत बड़ा पहलू सामने आता है जिसमें उन्होंने शासन प्रशासन से घटना के संबंध में सीआईडी एसआईटी विशेष जांच एजेंसियों से उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
मृतक दंपति के पीड़ित पुत्र नवीन नेमा का कहना है कि जिस स्थिति में भीषण आगजनी घटना के बीच उनके माता-पिता की मृत्यु हुई है उसमें उन्हें नहीं लगता कि शॉर्ट सर्किट की वजह से उनकी मौत हुई है घटना के संबंध में हर पहलू पर जांच होनी चाहिए मामले में उन्होंने कहा कि मैं किसी निर्दोष व्यक्ति को नहीं फसाना चाहता और जो घटना का वास्तविक दोषी है मैं उसे बक्शना नहीं चाहता उन्होंने कहा कि मैं घटना के संबंध में निष्पक्ष जांच चाहता हूं यदि शासन प्रशासन के द्वारा निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही नहीं की गई तो उन्होंने न्यायालय की शरण लेने की बात कही है।
पूर्व विधायक कहा गंभीर मामला है-
पूर्व विधायक डॉ भानु राणा ने पीड़ित परिजनों को उच्च स्तरीय जांच कराने का दिया आश्वासन।
वहीं घटना के संबंध में पीड़ित परिवार के साथ दुख व्यक्त करने पहुंचे भाजपा नेता पूर्व विधायक डॉ भानु राणा ने घटना के संबंध में दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह ह्रदय विदारक घटना है और गंभीर मामला है जिसकी सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच होना चाहिए। इस संबंध में पूर्व विधायक भानु राणा ने कहा कि बड़ी जांच एजेंसियों से उच्च स्तरीय जांच कराने एवं दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही कराने हेतु प्रयास करूंगा।
एसडीओपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया- भीषण अग्निकांड में बुजुर्गों ने मा दंपति की मौत के बाद गोल्डी गारमेंट दुकान वाले हिस्से , एवं आंख से मृत दंपत्ति वाले मकान के पैसों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इतनी भीषण आग बिजली के शॉर्ट सर्किट से होना पच नहीं रहा है। इसके लिए उन्होंने तकनीकी बिजली अधिकारी से जांच के लिए पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति दोषी होगा उस पर पुलिस कार्रवाई करेगी और अपराध कायम करेगी।
वाईट--पूर्व विधायक डॉ भानु राणा
वाईट--मृतक दंपति के पीड़ित पुत्र नवीन नेमा