समय सीमा में कार्यों का निराकरण नहीं : देवरी, सागर, जैसीनगर, बंडा, रहली, केसली एवं मालथौन के पंचायत सचिवों पर जुर्माना
_______________
समय सीमा में कार्यों का निराकरण नहीं : देवरी, सागर, जैसीनगर, बंडा, रहली, केसली एवं मालथौन के पंचायत सचिवों पर जुर्माना
_______________
Horoscope Weekly : साप्ताहिक राशिफल : जानिए कैसा रहेगा यह सप्ताह : 31 मार्च से 06 अप्रैल 2025 तक
▪️पंडित अनिल पांडेय
तीनबत्ती न्यूज : 30 मार्च ,225
जिंदगी एक यात्रा है जिसको आत्मा शरीर रूपी वाहन के माध्यम से चलकर पूरा करती है । इस प्रकार वाहन आपका है । समय आपका है । यात्रा आपकी है और शरीर भी आपका है । आपको अपने पर विश्वास कर इस यात्रा को पूर्ण करना है । 31 मार्च से 6 अप्रैल 2025 तक के सप्ताह की यात्रा में आपको सफल बनाने के लिए मैं पंडित अनिल पांडे इस सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल के माध्यम से अच्छे और बुरे समय के बारे में आपको बताऊंगा ।
इस सप्ताह सूर्य और शनि मीन राशि में है । इनके अलावा वक्री बुध बक्री राहु और बक्री शुक्र भी मीन राशि में भ्रमण कर रहे हैं । मंगल ग्रह मिथुन राशि में है परंतु 2 तारीख के 9:42 रात से कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा । गुरु पूरे सप्ताह वृष राशि में रहेगा । आईये अब हम राशिवार राशिफल की चर्चा करते हैं ।
मेष राशि :-
इस सप्ताह आपका ,आपके जीवनसाथी का आपके माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा । संतान का स्वास्थ्य भी ठीक रहने की उम्मीद है । छठे भाव पर मंगल की दृष्टि के कारण आपको थोड़ा बहुत रक्त संबंधी बीमारी हो सकती है । दूसरे भाव में बैठे चंद्रमा के कारण धन आने की उम्मीद है । कचहरी के कार्यों में और ऋण संबंधी व्यवसाय में सतर्क रहें । इस सप्ताह आपके लिए 31 मार्च 1 और 6 अप्रैल किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं । दो और तीन अप्रैल को अगर आप प्रयास करेंगे तो आपके पास धन आ सकता है । सप्ताह के बाकी दिन सामान्य है । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं । सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है ।
वृष राशि :-
इस सप्ताह आपका आपके जीवनसाथी का आपके माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य पिछले सप्ताह जैसा ही रहेगा । लाभ के भाव में स्थित सूर्य के कारण इस सप्ताह आपके पास धन आएगा परंतु इसी भाव में वक्री शुक्र ,वक्री बुध और बक्री राहु के होने के कारण धन आने में बहुत सारी बाधाएं भी हैं । धन भाव में शत्रु क्षेत्री मंगल भी है जिसके कारण भी धन आने के मार्ग में बाधा रहेगी । इस सप्ताह आपके लिए दो और तीन अप्रैल किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं । 31 मार्च और 1 अप्रैल को आपको कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करना चाहिए । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन चावल का दान दें और शुक्रवार को मंदिर में जाकर पुजारी जी को सफेद वस्त्रो का दान करें । सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है ।
मिथुन राशि-
यह सप्ताह आपके जीवनसाथी के लिए उत्तम रहेगा । आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा । माताजी और पिताजी के स्वास्थ्य में उच्च नीच चलती रहेगी । मित्र राशि में स्थित सूर्य के कारण कार्यालय में आपकी स्थिति ठीक रहेगी । परंतु आपको सावधान रहने की आवश्यकता है । आपके द्वादश भाव का स्वामी शुक्र उच्च का वक्री होकर कर्म भाव में बैठा हुआ है । अतः आपको कचहरी के कार्यों में सावधान रहना चाहिए । इस सप्ताह आपके लिए चार और 5 अप्रैल किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं । दो और तीन अप्रैल को आपको सोच विचार कर कार्य को करना चाहिए । 6 अप्रैल को आपके पास धन आ सकता है । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काली उड़द का दान करें और शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनि देव का पूजन करें । सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है ।
कर्क राशि-
इस सप्ताह आपके पास समान्य धन आने की उम्मीद है । आपका आपके जीवनसाथी का ,आपके माता-पिता जी का और आपकी संतान का स्वास्थ्य ठीक रहेगा । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप अपने परिश्रम पर विश्वास करें । परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि भाग्य इस सप्ताह आपका साथ नहीं देगा । भाग्य भाव में स्थित सूर्य आपको भाग्य के कारण लाभ दिलवाएगा परंतु बक्री बुध शुक्र शनि और राहु के कारण भाग्य से लाभ की मात्रा बहुत ज्यादा नहीं रहेगी । इस सप्ताह आपके लिए 31 मार्च और 1 अप्रैल तथा 6 अप्रैल कार्यों को करने हेतु अनुकूल हैं । चार और पांच अप्रैल को आपको सावधान रहकर कार्यों को करना चाहिए । दो और तीन अप्रैल को आपके पास धन आ सकता है । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं । सप्ताह का शुभ दिन सोमवार है ।
सिंह राशि-
इस सप्ताह आपके पूरे परिवार का स्वास्थ्य ठीक रहेगा । दुर्घटनाओं से आपको इस सप्ताह सावधान रहना चाहिए । लाभ भाव में स्थित मंगल के कारण इस सप्ताह अगर आप दुर्घटनाग्रस्त होते हैं तो भी आपको ज्यादा चोट नहीं आएगी । थोड़े धन आने की उम्मीद की जा सकती है । इस सप्ताह आपके लिए दो और तीन अप्रैल कार्यों को करने के लिए लाभदायक है 6 अप्रैल को आपको सावधानीपूर्वक कार्यों को करना चाहिए । दो और 3 अप्रैल को आपकी कुंडली के गोचर में गजकेसरी योग बन रहा है जिसके कारण दो और तीन को किए गए कार्यों में आपको शत-प्रतिशत सफलता मिल सकती है । इस सप्ताह आपको आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें । सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है ।
कन्या राशि-
इस सप्ताह आपके माता जी का, आपका और आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य ठीक रह सकता है । पिताजी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है । सप्तम भाव में बैठे शुक्र के कारण अविवाहित जातकों के विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं । नीच के बुध के बक्री होने के कारण व्यापार ठीक चलेगा । इस सप्ताह आपके लिए चार और पांच अप्रैल कार्यों को करने हेतु फलदायक हैं । 31 मार्च और 1 अप्रैल को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए । दो और तीन अप्रैल को भाग्य आपका विशेष रूप से साथ दे सकता है । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन भगवान शिव का दूध और जल से अभिषेक करें । सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है ।
तुला राशि-
इस सप्ताह आपके परिवार के लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा । इस सप्ताह आपको अपने परिश्रम पर विश्वास करना पड़ेगा क्योंकि शत्रु क्षेत्री मंगल आपके भाग्य भाव में विराजमान है । छठे भाव में बैठे वक्री ग्रहों के कारण आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए । परंतु मजबूत सूर्य आपको शत्रुओं से बचाएगा । कचहरी के कार्यों में आपको सावधान रहना चाहिए । इस सप्ताह आपके लिए 31 मार्च और 1 अप्रैल तथा 6 अप्रैल कार्यों को करने के लिए परिणाम दायक है । दो और तीन अप्रैल को आपको सावधान रहकर कार्यों को करना है । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें । सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है ।
वृश्चिक राशि-
इस सप्ताह आपका आपके माता जी और पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा । जीवन साथी के साथ में थोड़ी तकलीफ हो सकती है । नवम भाव में बैठे नीच के मंगल के कारण इस सप्ताह आपको अपने परिश्रम पर यकीन करना पड़ेगा । आपको भाग्य से कोई विशेष मदद नहीं मिल पावेगी । पंचम भाव में मित्र राष्ट्र में सूर्य बैठा हुआ है । इस कारण आपको अपने संतान से मदद मिल सकती है । छात्रों के लिए यह सप्ताह बड़ा उलझन भरा रहेगा । इस सप्ताह आपके लिए दो और तीन अप्रैल किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है । सप्ताह के बाकी दोनों में आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें । सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है ।
धनु राशि-
इस इस सप्ताह आपका और आपके पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा । आपके जीवन साथी को रक्त संबंधी कोई समस्या हो सकती है । माता जी को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है । आपको भी पेट में कोई तकलीफ हो सकती है । आपकी प्रतिष्ठा इस सप्ताह बढ़ेगी । कार्यालय के कार्यों में आपकी उत्साह में वृद्धि होगी । इस सप्ताह आपके लिए चार और पांच अप्रैल कार्यों को करने के लिए उपयुक्त है । 2 , 3 और 6अप्रैल को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें । सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है ।
मकर राशि:-
इस सप्ताह आपका , आपके पिताजी और माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । सप्तम भाव में नीच के मंगल के कारण आपके जीवन साथी के स्वास्थ्य में थोड़ी बहुत समस्या हो सकती है । पंचम भाव में बैठा गुरु छात्रों की पढ़ाई को ठीक ढंग से कराएगा तथा आपको अपने संतान से सहयोग भी दिलवाएगा । भाग्य से आपके सहयोग मिल सकता है । लंबी यात्रा हो सकती है । इस सप्ताह आपके लिए 31 मार्च ,1 अप्रैल और 6 अप्रैल कार्यों को करने के लिए उपयुक्त है । चार और पांच अप्रैल को आपको सावधान रहकर कार्यों को करना चाहिए । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव पंचाक्षरी स्त्रोत का पाठ करें । सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है ।
कुंभ राशि-
इस सप्ताह आपको धन की प्राप्ति हो सकती है । थोड़ा सा प्रयास करने पर भी आपको अधिक धन की प्राप्ति होगी । परंतु यह सब धन आपको गलत रास्ते से ही आता हुआ प्रतीत होता है । आपका , आपके पिताजी का और आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है । इस सप्ताह आपके लिए दो और तीन अप्रैल लाभदायक है । 6 अप्रैल को आपको कोई भी कार्य बड़े सोच समझ कर करना चाहिए । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें और मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें । सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है ।
मीन राशि-
इस सप्ताह मंगल पंचम भाव में नीच भंग राजयोग बना रहा है । जिसके कारण छात्रों की शिक्षा उत्तम चलेगी । आपको अपने संतान से सहयोग भी प्राप्त होगा । इस सप्ताह आपके लग्न भाव में पांच ग्रह हैं जिसके कारण आपको इस सप्ताह काफी उथल-पुथल का सामना करना पड़ सकता है । इन ग्रहों में बुध और शुक्र अस्त हैं अतः इनका कोई खास प्रभाव नहीं रहेगा । राहु के कारण सूर्य भी कोई विशेष प्रभाव नहीं दिखा पाएगा । इस सभी कारणों से आपको कोई चिंता करने की विशेष आवश्यकता नहीं है । इस सप्ताह आपके लिए चार और पांच अप्रैल किसी भी कार्य को करने के लिए परिणाम दायक हैं । सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक हैं । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप घर की बनी पहले रोटी गौ माता को दें । सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है ।
ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है । अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको मुझसे दूरभाष पर या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए । मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें।
जय मां शारदा।
निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
प्रश्न कुंडली और वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया ,
सागर (मध्य प्रदेश) , पिन कोड:-470004
मोबाइल नंबर :-8959594400
समाज के वरिष्ठ नागरिक अनुभव एवं ज्ञान के अनमोल खजाने हैं, इनका प्रेमपूर्वक ख्याल रखें : कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता
तीनबत्ती न्यूज : 29 मार्च ,2025
सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर एवं राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में वरिष्ठ नागरिकों के लिए दो दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल, विशिष्ट अतिथि डीएवी विश्वविद्यालय जालंधर की पूर्व कुलसचिव डॉ. रेखा कालिया भारद्वाज एवं पूर्व सागर सांसद डॉ. लक्ष्मीनारायण यादव थे. अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. स्वागत उद्बोधन कार्यक्रम के संयोजक प्रो. विनोद भारद्वाज ने दिया. कार्यक्रम का परिचय एवं रूप रेखा डॉ. शिवानी मीणा ने प्रस्तुत किया.
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि समाज के वरिष्ठ नागरिक अनुभव एवं ज्ञान का खजाना होते हैं. उनके अनुभव एवं ज्ञान से नई पीढ़ी सीख सकती है. भारत इस मायने में समृद्ध रहा है कि आज भी यहाँ संयुक्त परिवार हैं. भारतीय समाज में वृद्धजन के प्रति सम्मान भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है. आज एकल परिवार का चलन बढ़ा है लेकिन हमें हमारी युवा पीढ़ी को इस बात के प्रेरित करना चाहिए कि वे अपने-माता पिता और घर के वरिष्ठ सदस्यों का प्रेम पूर्वक ख्याल रखें. ऐसे कई उदाहरण आज भी हमारे समाज में हैं जहाँ पुत्र अपने माता-पिता से अगाध स्नेह के साथ उनकी सेवा करते हैं और उनका पूरा ख्याल रखते हैं. हमें ऐसे उदाहरणों के साथ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करनी चाहिए. समाज में यह परिवर्तन लाना हम सभी का दायित्व है. वृद्ध जन और युवा के बीच की खाई को ख़त्म करना होगा. यह परस्पर संवादी वातावरण बनाने से संभव होगा.
मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है- प्रो. चक्रवाल
मुख्य अतिथि प्रो. आलोक चक्रवाल ने कहा कि हमें इतिहास से सीखना चाहिए. श्रवण कुमार जैसे उदाहरण हमारे समाज में प्रेरणा स्रोत हैं. उन्होंने महान संत गुरु घासीदास का उल्लेख करते हुए कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है. आज का युवा विदेशों की तरफ आकर्षित हो रहा है और अपने माता-पिता के सान्निध्य से वंचित होता जा रहा है. समाज में कई ऐसी घटनाएं देखने-सुनने में आती हैं जहाँ माता-पिता की स्थिति दयनीय हो जाती है लेकिन यह स्थिति बदल सकती है. समाज में सकारात्मक सोच के कार्य करने और वृद्ध जनों के लिए सांस्थानिक भागीदारी निभाते हुए शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका इसमें महत्त्वपूर्ण है. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि हमें दीर्घकालिक बदलाव के लिए धीरे- धीरे छोटे-छोटे प्रयोग करते हुए धैर्य पूर्वक इस मानवतावादी कार्यक्रम और सन्देश का प्रसारण आम जनमानस में करना है.
आज के युवाओं को वृद्धों से संवाद करना चाहिए- डॉ. लक्ष्मी नारायण यादव
सारस्वत अतिथि सागर के पूर्व सांसद डॉ. लक्ष्मी नारायण यादव ने कहा कि वरिष्ठ एवं वृद्ध जनों पर आयोजित कार्यक्रमों हेतु कई बार विदेशों में मेरा जाना हुआ है. दुनिया के कई देशों में वृद्ध जनसँख्या एक समस्या के रूप में देखा जाता है. विदेशों की अपेक्षा भारत में आज भी वृद्धजनों की स्थिति काफी अच्छी है. उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को वृद्धों से संवाद करना चाहिए. उनसे सीखने की कोशिश करनी चाहिए. उनसे ली गई सीख और उनकी समाज में सक्रिय भागीदारी देश को स्थायी दिशा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण साबित होगा.
वरिष्ठ जनों को गरिमामयी जीवन प्रदान करना सामूहिक जिम्मेदारी- डॉ. भारद्वाज
सारस्वत अतिथि डॉ. रेखा कालिया भारद्वाज ने कहा कि छोटी-छोटी इकाइयों से समाज बनता है. समाज से राष्ट्र बनता है. समाज के वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव राष्ट्र निर्माण की गति को तीव्र करने में महती भूमिका निभा सकते हैं, इसलिए उनकी गरिमामयी तरीके से देखभाल और सम्मानजनक जीवन प्रदान करना हम सभी सामूहिक जिम्मेदारी है. समाज को संवेदनशील बनाते हुए बुजुर्गों के साथ हो रहे अपमान, उनके प्रति लापरवाही, शारीरिक चोट, उन्हें बोझ समझा जाना जैसी प्रवृत्तियों को रोकने की आवश्यकता है. वरिष्ठ नागरिक समाज में कैसे अपनी भूमिका निभाएं इस पर मंथन करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था एक नैसर्गिक प्रक्रिया है जो सभी के जीवन में आता है इसलिए इस अवस्था को इस रूप में न समझा जाए कि यह किसी के लिए बोझ लगे. उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच, सकारात्मक कार्य और सकारात्मक बने रहने की सबसे ज्यादा जरूरत है. राष्ट्र के निर्माण में वृद्धजनों की भी आवश्यकता है. बिना उनके राष्ट्र निर्माण अधूरा है. उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी अपेक्षाओं का बोझ लेकर जीवन न जियें. दूसरों पर कम से कम निर्भर रहें. स्वयं के लिए आर्थिक बचत के प्रति सचेत रहें. सृजनशील बनें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें, सकारात्मक सोच रखें आपका जीवन हमेशा सुखमय बना रहेगा.
विश्वविद्यालय में स्थापित होगा वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ, कुलपति ने की औपचारिक घोषणा*
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अध्यक्षीय उद्बोधन के दौरान औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ स्थापित किया जाएगा. इसमें सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए समय-समय पर विभिन्न गतिविधियाँ, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, व्याख्यान एवं उनकी आवश्यकता अनुरूप अन्य गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा. उन्होंने सभी वरिष्ठ नागरिकों से अपील की कि आप में से बहुत से लोग विश्वविद्यालय के छात्र भी रहे होंगे, आपके बच्चों ने भी यहाँ से पढ़ाई की होगी. एक बार फिर आप सभी विश्वविद्यालय से वरिष्ठ नागरिक होने के नाते जुड़िये और हमारे विद्यार्थियों के बीच आकर अपने अनुभवों से उन्हें भी लाभान्वित करें. विश्वविद्यालय भी वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने में सहयोग करेगा. उन्होंने कहा कि इस संवादपरक वातावरण से घर से दूर रह रहे विद्यार्थियों को स्थानीय संरक्षक मिलेंगे और जिन वरिष्ठ नागरिकों के बच्चे बाहर रहते हैं उनको छात्रों के रूप में उनको अपने बच्चों से दूरी का एहसास नहीं होगा.
150 लोगो का परीक्षण
कार्यक्रम में सागर शहर एवं आस-पास के 150 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों ने अपना निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कराया और चिकित्सकों से परामर्श लिया. डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. किरण माहेश्वरी एवं डॉ. भूपेंद्र पटेल के निर्देशन में सभी वरिष्ठ नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ. परीक्षण में अत्याधुनिक मशीनों द्वारा आँखों की जाँच, ब्लड प्रेशर, शुगर, ईसीजी, बीएमडी (हड्डी की जांच) सहित अन्य सामान्य परीक्षण किया गया.
इस सम्मेलन में वृद्धावस्था देखभाल एवं उनकी सामाजिक भावनात्मक सुरक्षा, खानपान संबंधी व्यवहार, योग एवं ध्यान, शुरुआती स्वास्थ्य संबंधी देखभाल एवं सलाह, वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों को युवा पीढ़ी से जोड़ने, उनके एकाकीपन को दूर करते हुए समाज में उनकी सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए 30 मार्च को भी कई सत्रों में आयोजन किया गया है. योगाचार्य विष्णु आर्य ने योग से स्वास्थ्य रहने के उपाय बताए।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. हेमंत पाटीदार ने किया. आभार ज्ञापन डॉ. ऋतु यादव ने किया. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारयों सहित सागर शहर एवं आस-पास के गाँवों के वरिष्ठ नागरिकों ने इस आयोजन में अपनी सहभागिता की.
_______________
Sagar : नगर निगम परिषद का साधारण सम्मेलन : बिना कोई अतिरिक्त करारोपण के बजट पारित : नहीं बढ़ेगा जलकर , टाटा अपने काम में तेजी लाए
▪️एलीवेटेड कॉरीडोर पर सुरक्षा की दृष्टि से दोनों तरफ लगायी जायेगी फेसिंग
_______________
जलभराव का कारण बने अतिक्रमण पन्द्रह दिन में हटेंगे, ,▪️बख्शीखाना व नया बाजार को जी प्लस-2 मॉडल पर बनाया जाएगा ▪️ टाटा कंपनी पर लगेगी पेनाल्...