फर्जीवाड़ा : सागर जिले में 1900 से अधिक अतिशेष शिक्षक पदस्थ : ब्लाक मुख्यालयों पर जमे है शिक्षक, ग्रामीण इलाको में शिक्षक को तरस रहे है स्कूल
तीनबत्ती न्यूज : 12 जून,2024
सागर: सागर जिले में स्कूल शिक्षा विभाग मेंप्रशासनिक कसावट के अभाव में अतिशेष शिक्षकों की कई शालाओं में पदस्थापना पिछले डेढ़ दो वर्षों से बनी हुई है। राजनैतिक दबाव और नेताओं की सिफारिशों के चलते शिक्षा विभाग के अधिकारी अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना संबंधी समस्या का निराकरण नहीं कर पा रहे हैं। कभी सरकारी कार्यक्रमों को सफल बनाने में अपनी भूमिका तय करने के चलते मुख्यालय पर जमे रहने में कई शिक्षक आशिर हो गए है। जिससे शासन को प्रतिमाह करोड़ों रुपये का आर्थिक नुकसान हो रहा है। दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षको के अभाव में बच्चो का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है।
CM HelpLine : सीएम हेल्पलाइन में शिकायते निपटाने में सागर नगर निगम आखिरी पायदान पर: भोपाल व छिंदवाड़ा ए ग्रेड में
ऑनलाइन तबादला नीति में ग्रामीण क्षेत्रों से शहर में आए शिक्षक
पिछले वर्ष 2023 में राज्य शासन ने स्कूल शिक्षा विभाग में तबादला नीति जारी की थी। उस समय जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में शिक्षकों की सागर शहर सहित अन्य शहरी इलाकों में पदस्थापना कर दी गई थी। पोर्टल में भी खामियां थी। शहरी क्षेत्र में शालाओं में पहले से ही कुल स्वीकृत शिक्षकों के पदों के विरुद्ध अतिरिक्त शिक्षक काम कर रहे थे। राजनैतिक दबाव के चलते ग्रामीण क्षेत्रों से उस समय बड़ी संख्या में शिक्षक शहर की शालाओं में पदस्थ कर दिये गये। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस बात से अवगत हैं कि शहरी इलाकों में स्वीकृत पद से अधिक शिक्षक पदस्थ हैं ।
Sagar News:निजी स्कूलों का निरीक्षण शुरू : छात्र अभिभावक दे सकते हैं जानकारी
एक शिक्षक : पांच कक्षाएं
सागर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कई शालाओं की स्थिति ऐसी है कि वहां एकल शिक्षक व्यवस्था लागू है जिसके चलते पांच पांच कक्षाओं को एक ही शिक्षक नियंत्रित करता है। और जब वह शिक्षक अवकाश पर रहता है तो शाला में शामिल ताला डला होता है। ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े जनप्रतिनिधि लगातार इसकी शिकायते भी करते है। लेकिन कोई हल नहीं निकलता। शासन के निर्देश हैं कि की शालाओं में जहां शिक्षक पर वह अपना आवास ग्रामीण क्षेत्र पदस्थ है वहीं बनाकर रहे। अपडाउन व्यवस्था के कारण शिक्षा प्रभावित होती है और शिक्षक शालाओं में नहीं पहुंच पाते किन्तु इस आदेश का पालन भी सागर जिले में नहीं हो पा रहा है।
जल संकट : सागर में 30 फीट गहरे कुएं में उतरकर पानी भरा युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेन्द्र यादव ने
सागर जिले में 1900 शिक्षक अतिशेष
शिक्षा विभाग के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सागर जिले में लगभग 1900 शिक्षक अतिशेष की स्थिति में शालाओं में पदस्थ हैं ।अधिकांश सागर शहर में हैं। इस बात की जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने बाद भी उच्च स्तर के दबाव के कारण वे इन शिक्षकों की पदस्थापना ग्रामीण शालाओं में रिक्त पड़े पदों पर नहीं कर पाते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 1900 अतिशेष शिक्षकों के वेतन पर प्रतिमाह शासन लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। पिछले एक वर्ष से अतिशेष की यह व्यवस्था यथावत चली आ रही है। यदि इस अनुपात में वेतन जोड़ा जाये तो अतिशेष शिक्षकों पर बिना काम लिये लगभग एक अरब बीस करोड़ खर्च किया जाता है। और इन शिक्षकों से शालाओं में विधिवत कोई काम नहीं लिया जा रहा। शालाओं के रिकॉर्ड में इन अतिशेष शिक्षकों का दायित्व दिखाने के लिए उन्हें प्रतीकात्मक रूप से एक या दो पीरियड प्रदर्शित कर दिये जाते हैं और उनसे कोई काम नहीं लिया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों और इन शिक्षकों की मिलीभगत के चलते शासन को प्रतिमाह 10 करोड़ रुपये का चूना लग रहा है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कम शिक्षकों वाली शालाओं में अध्यापन के नाम पर अतिथि और संविदा ताला डल व्यवस्था समय पर शासन के जिनमें से के क्षेत्रों मेंशिक्षकों की पदस्थापना करा दी जाती है। जिनके वेतन पर भी शासन का लाखों रुपये खर्च हो रहा है।
जल गंगा संवर्धन अभियान : सीएम डा मोहन यादव आयेंगे सागर 13 जून को
सागर जिले की स्कूल शिक्षा विभाग की इस योजनाबद्ध अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना संबंधी घोटाले का ही अवलोकन किया जाये तो शासन को अरबों रुपये का आर्थिक नुकसान हो चुका है। इसके बावजूद ना तो भाजपा के जनप्रतिनिधियों और ना ही प्रशासनिक अधिकारियों को कोई दर्द है। यही कारण है कि सरकारी व्यवस्था के चलते शासकीय स्कूलों से जनता को भरोसा कम होता जा रहा है। जिन वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से स्कूलों में इन अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना कराई गई है उनसे इन शिक्षकों की वेतन की राशि वसूल की जाना चाहिए। मिली
कहां कितने शिक्षक अतिशेष
सागर जिले में ब्लॉक स्तर पर सबसे अधिक सागर ब्लॉक में 736 शिक्षक अतिशेष हैं। रहली ब्लॉक में 140 राहतगढ ब्लॉक में 150 शाहगढ़ ब्लॉक में 73, बण्डा ब्लॉक में 87, बीना ब्लॉक में 92, देवरी ब्लॉक में 116, जैसीनगर ब्लॉक में 87, केसली ब्लॉक में 70, खुरई ब्लॉक में 60 तथा मालथौन ब्लॉक में 49 अतिशेष शिक्षक कार्यरत हैं।
____
Sagar Loksabha Election Result : सागर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी डॉ .लता वानखेड़े 4,71,222 वोट से जीती ▪️सर्वाधिक लीड सुरखी से सबसे कम बीना विधानसभा से
____