सभी खेल हमको खेलना चाहिए: खेल से सर्वांगीण विकास होता है: है पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल▪️पंडित राकेश सिरोठिया स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन

सभी खेल हमको खेलना चाहिए:  खेल से सर्वांगीण विकास होता है:  है पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल
▪️पंडित राकेश सिरोठिया स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन

तीनबत्ती न्यूज : 10 जनवरी 2024
सागर
: अपनी जन्मभूमि का कर्ज उतारने के लिए सभी को कार्य करना चाहिए। हम सभी को खेल गतिविधियों में शामिल होना चाहिए। खेल से सर्वांगीण विकास होता है। यह विचार पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आज सागर जिले के बीना में स्वर्गीय पंडित श्री राकेश सिरोठिया की स्मृति में आयोजित टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट के अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर बीजेपी जिला अध्यक्ष  गौरव सिरोठिया, पूर्व मंत्री श्री नारायण प्रसाद कबीरपंथी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी. शर्मा, एसडीएम श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, जनपद अध्यक्ष उषा राय, विजय हुरकट, करोडी लाल यादव, लोकेंद्र सिंह ठाकुर, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष शुभम तिवारी, नगर मंडल अध्यक्ष चित्तर सिंह, मंडल अध्यक्ष सहाब राज यादव, मंडी बामोरा मंडल अध्यक्ष मनोज शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं खिलाड़ी मौजूद थे।


स्व. पंडित श्री राकेश सिरोठिया की स्मृति में आयोजित टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन के अवसर पर श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि अपनी जन्म भूमि का कर्ज उतारने के लिए हम सभी को आगे आकर कार्य करना होगा, तभी उसका कर्ज उतारा जा सकता है। श्री गौरव सिरोठिया द्वारा बीना में जो कार्य किया जा रहे हैं,वास्तव में यह उनका जन्मस्थली के कर्ज उतारने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को खेल अवश्य खेलना चाहिए।

 खेल के माध्यम से हमारा सर्वांगीण विकास होता है। उन्होंने कहा कि मैं आज भी सप्ताह में एक दिन अपनी जन्मभूमि गोटेगांव सहित जहां भी रहूं, एक दिन खेल मैदान पर जाकर खेल खेलता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे मौका मिला है अपनी जन्मभूमि का कर्ज उतारने का। अब मैं नरसिंहपुर, गोटेगांव सहित संपूर्ण मध्यप्रदेश का कर्ज़ उतारने का कार्य करूंगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जो नई शिक्षा नीति लागू की गई है, उसमें खेल को भी शामिल किया गया है। जिससे कि हमारे छात्र खेल के माध्यम से शैक्षणिक अध्ययन के साथ अपना समग्र विकास कर सके। 

उन्होंने कहा कि व्यक्ति में रुचि और योग्यता हो तो वह किसी के अधीन नहीं रह सकता। उसका भविष्य हमेशा उज्जवल रहता है। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि खेल के माध्यम से सरकारी नौकरी में प्राथमिकता मिलती है। मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने स्व. पंडित श्री राकेश सिरोठिया की स्मृति में आयोजित फाइनल मैच में खुरई एवं बीना टीम के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उन्हे शुभकामनाएं दी। मंत्री श्री पटेल ने स्वर्गीय श्री राकेश सिरोठिया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी। मंत्री श्री पटेल ने आयोजन समिति के सदस्यों एवं गणमन नागरिकों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित भी किया। मंत्री श्री पटेल ने श्री गौरव सिरोठिया के जन्मदिन पर पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया एवं शुभकामनाएं दी।


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खेल जिन्दगी का आइना है, यह सब कुछ सिखाता है- मीर रंजन नेगी▪️विश्वविद्यालय: एआईयू वेस्ट जोन हैंडबॉल (पुरुष) प्रतियोगिता का हुआ शुभारम्भ

खेल जिन्दगी का आइना है, यह सब कुछ सिखाता है- मीर रंजन नेगी
▪️विश्वविद्यालय: एआईयू वेस्ट जोन हैंडबॉल (पुरुष) प्रतियोगिता का हुआ शुभारम्भ


तीनबत्ती न्यूज : 10 जनवरी, 2024
सागर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में 10 से 13 जनवरी तक चलने वाली एआईयू वेस्ट जोन हैंडबॉल (पुरुष) प्रतियोगिता का भव्य शुभारम्भ विश्वविद्यालय के अब्दुल गनी खान स्टेडियम में हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. गौर की प्रतिमा पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण के साथ हुई. शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. विवेक साठे ने स्वागत वक्तव्य दिया और आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की. इस अवसर पर विश्वविद्यालय स्पोर्ट्स बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. गिरीश मोहन दुबे एवं प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस. पी. उपाध्याय मंचासीन थे. भारतीय सेना के बैंड के साथ खिलाड़ियों ने अपने विश्वविद्यालय के ध्वज के साथ परेड में हिस्सा लिया. अतिथियों द्वारा सभी प्रतिभागियों को खेल शपथ दिलाई गई.  

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी, कोच एवं ‘चक दे इंडिया’ फेम मीर रंजन नेगी ने कहा कि खेल में व्यक्ति हारता है, जीतता है और फिर हारता है. यह हार-जीत लगी रहती है लेकिन खेल भावना जीवन में सब कुछ सिखाता है. यह व्यक्ति के जीवन का एक आइना है. खेल हमें लाइफ स्किल के साथ-साथ जीवन में अनुशासन भी सिखाता है. उन्होंने अपने जीवन-संघर्ष की कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि एक खिलाड़ी जब जीत हासिल करता है तो सभी प्रशंसा करते हैं लेकिन जब हारता है तो उसे जनमानस में अलग दृष्टि से देखा जाने लगता है. उन्होंने कहा कि हॉकी के एक मैच में 07 गोल से हारने पर मेरे ऊपर कई आरोप लगे लेकिन मैंने हॉकी का दामन नहीं छोड़ा और हमने कड़ी मेहनत की और धनराज पिल्लई की कप्तानी में हमने गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने एफ्रो एशियन गेम्स से जुड़े कई यादगार किस्से सुनाये. उन्होंने चक दे इण्डिया फिल्म के निर्माण की कई स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि हमने वास्तविक जीवन में उन लड़कियों को प्रशिक्षित किया जिन्होंने अपने कभी हॉकी का स्टिक नहीं पकड़ा था. 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी कुलपति प्रो. पी के कठल ने सभी खिलाडियों का हौसला आफजाई करते हुए खेल भावना के साथ खिलाड़ियों को अपना बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने विश्वविद्यालय में खेल गतिविधियों की ख्याति को भी रेखांकित करते हुए कहा कि अकादमिक गतिविधि और खेल एक दूसरे के पूरक हैं. खेल के नियम हमें जीवन में अनुशासित रहना सिखाते हैं. खेल जीवन में उत्थान एवं गति लाता है. सभी खिलाड़ी निर्णायक मंडल के निर्णय को स्वीकार करते हुए अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें.


समारोह के उपरांत अतिथियों ने प्रतिभागियों से परिचय प्राप्त किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुमन पटेल ने किया एवं आभार महेंद्र बाथम ने व्यक्त किया. इस अवसर पर इस अवसर पर प्रो. आशीष वर्मा, प्रो उत्सव आनंद,  डॉ सुभाष हार्डिकर, डॉ मोनिका हार्डिकर, प्रदीप अभद्रा, बीनू राणा , विनय शुक्ला, अनवर ख़ान, डॉ मनोज जैन, डॉ राकेश सोनी, डॉ राजेंद्र यादव, डॉ हिमांशु यादव, डॉ आशुतोष मिश्र, डॉ. विवेक जायसवाल, डॉ वीरेंद्र, डॉ. रजनीश, डॉ. नवीन, डॉ. भूपेन्द्र पटेल, विवि यंत्री राहुल गोस्वामी, हरदीप सिंह, सूरज, अभिषेक मंगल, कोटिल्या, संदीप राय रंजन मोहंती, सुहैल कुरैशी सहित विश्वविद्यालय के कई शिक्षक, शहर के गणमान्य नागरिक, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र एवं पत्रकार बंधु उपस्थित रहे. 
प्रतियोगिता के पहले चरण में खेले गये मैच एवं विजेताओं की सूची इस प्रकार है-

ये रहे आज के नतीजे

      1- एल एन आई पी ई ग्वालियर v/s जे एन व्यास वि वि जोधपुर के बीच खेला गया. एल एन आई पी ई की टीम ने जीत दर्ज कर अगले राउंड में प्रवेश किया ।
2-गुजरात टैक्नॉलाजिकल विवि v/s सनराइस विवि अलवर के बीच खेला गया.  गुजरात टैक्नॉलाजिकल विवि ने जीत अर्जित की ।
3- एस आर टी एम वि वि नांदेड v/s जीवाजी वि वि ग्वालियर के बीच खेला गया. जिसमें नादेड ने जीत अर्जित की ।
4- संत गाडगे बाबा अमरावती v/s आर आर वि वि गांधीनगर गुजरात के बीच खेला गया जिसमें अमरावती ने जीत दर्ज की ।
5- सौराष्ट्र वि वि राजकोट v/s गोविंद गुरु वि वि बाँसवाड़ा के बीच खेला गया जिसमें सौराष्ट्र वि वि ने जीत अर्जित की ।
6 - गुजरात वि वि v/s पसिफ़िक वि वि उदयपुर के बीच खेला गया जिसमें पसिफ़िक ने जीत दर्ज की ।
7- पुण्यश्लोक अहिल्या देवी विवि सोलापुर v/s मौलाना आज़ाद विवि जोधपुर के बीच खेला गया गया जिसमें पुण्यश्लोक विवि ने जीत अर्जित की ।
8- यूनिवर्सिटी मुंबई v/s भगवान महावीर वि वि सूरत के मध्य खेला गया जिसमें मुंबई ने जीत अर्जित की ।
9- महाराजा सूरजमल ब्रज विवि भरतपुर V/s भूपल नॉवल्स वि वि उदयपुर के बीच. भरतपुर वि वि ने जीत अर्जित की ।
10- सावित्री बाई फुले वि वि पुणे v/s महाराजा सयोजिराव वि वि बड़ौदा के बीच खेला गया. पुणे वि वि ने 35-11 गोल से जीत दर्ज की ।
11- सरदार पटेल वि वि गुजरात v/s आर आर बी विवि अलवर के बीच खेला गया जिसमें अलवर ने 16-3 गोल से जीत अर्जित की 
12- कोटा वि वि कोटा v/s एपीएसयू रीवा के बीच खेला गया जिसमें कोटा ने 23-10 से जीत अर्जित कर अगले राउंड में प्रवेश किया ।
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सीएम डॉ. यादव 15 जनवरी को “खुरई महोत्सव“ का शुभारंभ करेंगे▪️पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री से भेंट कर सहमति ली

सीएम डॉ. यादव 15 जनवरी को “खुरई महोत्सव“ का शुभारंभ करेंगे

▪️पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री से भेंट कर सहमति ली

तीनबत्ती न्यूज : 10 जनवरी,2024
सागर : मुख्यमंत्री श्री डॉ. मोहन यादव का 15 जनवरी, सोमवार को सागर जिले के खुरई में आगमन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से पूर्व मंत्री व खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने आज बुधवार को भेंट कर खुरई महोत्सव के शुभारंभ हेतु पधारने का आमंत्रण दिया था जिस पर मुख्यमंत्री ने अपने आगमन की सहमति दे दी है।


प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. यादव 15 जनवरी की शाम 4 बजे खुरई पहुंच कर “खुरई महोत्सव“ का भव्य शुभारंभ करेंगे। उल्लेखनीय है कि पूर्व में डोहेला महोत्सव के नाम से मकर संक्रांति पर आयोजित होने वाला “खुरई महोत्सव“ अपने तीन दिवसीय विशिष्ट सांस्कृतिक आयोजनों, व्यापारिक व धार्मिक गतिविधियों के लिए विख्यात है।
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 पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री श्री डॉ. मोहन यादव द्वारा वर्ष 2024 के खुरई महोत्सव पर आगमन की सहमति मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह हमारे क्षेत्र के लिए सौभाग्य का विषय है कि मुख्यमंत्री जी सागर जिले के खुरई में पधार रहे हैं। उनका आगमन खुरई की विकास-यात्रा की निरंतरता में सहायक होगा। खुरई विधानसभा क्षेत्र के सभी नागरिक पलक पांवड़े बिछा कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत व अभिनंदन करेंगे।
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एलीवेटेड कारीडोर से लगने वाले जाम का हल निकाले : रघु ठाकुर

एलीवेटेड कारीडोर से लगने वाले जाम का हल निकाले : रघु ठाकुर

तीनबत्ती न्यूज : 10 जनवरी ,2024
सागर :   समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा है के  सागर  तालाब पर बने येलीवेटेड कारीडोर को अगर मूल  प्रस्तावित योजना के मुताबिक बनाया होता तो  सड़को पर जाम की समस्या नहीं बनती।  उन्होंने कहा कि सर्वदलीय नागरिक संघर्ष ने जो प्रस्ताव दिया था उसमे वह मोंगा से लेकर संजय ड्राइव तक निर्माण किया जाना था। जिसमे 5 संपर्क रास्तों से जोड़ा जाना था। परंतु बाद में यह प्रस्ताव अचानक बदल दिया गया। जिस पर कोई चर्चा नहीं हुई और गुपचुप ढंग से इसका ढांचा खड़ा कर दिया गया। मैं नगरीय विकास मंत्री से अनुरोध करूंगा कि इसकी विशेषज्ञों द्वारा इसकी जांच कराए  और इसे केसे जनउपयोगी बनाया जाए।  ताकि जाम न लगे और रास्ता निकाला जाय। इसी प्रकार से  सागर में राहतगढ़ बस स्टैंड  रेलवे क्रासिंग पर जो फ्लाई ओवर बना है। वह भी सुविधा से ज्यादा परेशानी का कारण बना है। इसकी  तकनीकी जांच कराकर स्वरूप बदला जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि  हमे जानकारी मिली है कि सागर नगर निगम द्वारा सफाई टैक्स को एक मुश्त वसूला जा रहा है। निगम प्रशासन को चाहिए कि सफाई कर  किश्तों में ले ताकि आम जनता को परेशानी नहीं हो।  उन्होंने कहा कि लोग सफाई कर देना चाहते है लेकिन मासिक संग्रहण की व्यवस्था नहीं होने से यह असुविधा हुई है। मेरा निगम से अनुरोध है कि वार्षिक और आनलाईन बिल भरने की सुविधा बढ़ाए ताकि इनका भुगतान हो सके।
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वंदनवार पताका केतू, सबन्ही बनाए मंगल हेतू'▪️प्राण प्रतिष्ठा के लिए कुछ ऐसे सज रही अयोध्या▪️गिरीश पांडेय

वंदनवार पताका केतू, सबन्ही बनाए मंगल हेतू'
▪️प्राण प्रतिष्ठा के लिए कुछ ऐसे सज रही अयोध्या

▪️गिरीश पांडेय

तीनबत्ती न्यूज: 10 जनवरी,2024

"वंदनवार पताका केतू, सबन्ही बनाए मंगल हेतू"। 14 साल के वनवास के बाद जब भगवान श्रीराम का सीता व लक्ष्मण के साथ अयोध्या आगमन हुआ, तब अयोध्या के लोगों ने उनका स्वागत कुछ इसी तरह किया था। अब जब राम जन-जन के हो चुके हैं, अयोध्या के तो वह कण-कण में विद्यमान हैं, तब उनकी प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक दिन 22 जनवरी को अयोध्या कुछ वैसी ही सजी संवरी नजर आएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार, अयोध्या का संत समाज और स्थानीय लोगों के प्रयास से ऐसा संभव होगा। 
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अयोध्या राममंदिर में लगा पहला स्वर्ण द्वार (सोने का दरवाजा)
"12 फिट ऊंचा और 8 फिट चौड़ा" 
3 दिन में लगेंगे ऐसे 13 और दरवाजे!

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दरअसल देश-दुनिया में श्रीराम की व्यापकता के अनुसार उनकी प्राण प्रतिष्ठा के ऐसिहासिक क्षण को योगी सरकार अलौकिक, अभूतपूर्व और अविस्मरणीय बनाने को प्रतिबद्ध है। दो जनवरी को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बाबत शासन और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश भी दे चुके हैं।

राम मंदिर आंदोलन में एक सदी से गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ की केंद्रीय भूमिका और अयोध्या से इस दौरान के पीठाधीश्वरों का विशेष लगाव जगजाहिर है। मौजूदा गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए तो पिछले तीन दशक से अयोध्या उनकी रही और वे अयोध्या के। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनका अयोध्या और रामलला से लगाव जस का तस रहा। जब भी मौका मिला वह अयोध्या गए। 30 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और नवनिर्मित अयोध्या धाम जंक्शन के उद्घाटन के लिए आना था तो योगी तीन हफ्ते में तीन बार अयोध्या गए।


अयोध्या और रामलला से जुड़ाव के ही मद्देनजर मुख्यमंत्री की मंशा अयोध्या को दुनिया की 'सांस्कृतिक राजधानी' बनाने की है। इसी के अनुरूप यहां युद्ध स्तर पर काम भी चल रहा है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और नवनिर्मित अयोध्या धाम जंक्शन के उद्घाटन के बाद अयोध्या देश- दुनिया से जुड़ चुकी है। एयरपोर्ट के विस्तार के साथ यह कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। ऐसे में सरकार प्राण प्रतिष्ठा के इस समारोह को उत्तर प्रदेश के लिए ग्लोबल ब्रांडिंग का एक अवसर भी मानती है। ऐसे में समारोह के दिन सुरक्षा और स्वच्छता के साथ आने वाले अतिथि और समारोह के बाद आने वाले पर्यटक/श्रद्धालु अयोध्या से सुखद और  संतोषप्रद अनुभव अपने साथ ले जाएं, इस बात का भी पूरा प्रयास होगा।

इसके लिए मुख्यमंत्री अयोध्या में संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं और संयुक्त राष्ट्र की नौ भाषाओं में स्मार्ट साईनेज लगाने और रेलवे स्टेशन से श्रद्धालुओं के लिए सीधी बस सेवा के लिए भी निर्देश दे चुके हैं। इसके अलावा मकर संक्रांति के बाद से राम कथा सरिता भी शुरू हो जाएगी। इसमें देश-विदेश के कलाकारों/कथाकारों/रामलीला मंडलियों को आमंत्रण भेजा जा रहा है। सीएम योगी वाक थ्रू से पूरी अयोध्या का दर्शन कराने के लिए अयोध्या का डिजिटल टूरिस्ट गाइड एप भी तैयार करा रहे हैं। 
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राम का मन अयोध्या में रमता है। अयोध्या उनको सर्वाधिक प्रिय है। इस बाबत उन्होंने खुद कहा है, 'अवधपुरी मम पुरी सुहावनि।' करीब 500 वर्ष बाद, राम एक बार फिर अयोध्या में रमेंगे। 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में आयोजित होने वाला प्राण प्रतिष्ठा समारोह इसका जरिया बनेगा। तब कमोबेश पूरे देश में, खासकर अयोध्या में वैसा ही माहौल होगा जैसा त्रेतायुग में वनवास के बाद श्रीराम के अयोध्या लौटने पर था। 
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मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उनका8 चरित्र एक राष्ट्र, समाज और परिवार के लिए आदर्श है। उनका त्याग बेमिसाल है। इन्हीं खूबियों की वजह से राम सिर्फ भारत में नहीं दुनिया के कई देशों में स्वीकार्य हैं। वहां के लोगों के लिए आदर्श हैं। इस आदर्श को वहां की भावी पीढ़ी भी जाने इसके लिए कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मॉरिशस, सूरीनाम, फिजी आदि देशों में रामललीला का मंचन होता है। इनमें से अधिकांश देशों के रामदल भी अपने देश की परंपरा में राम के चरित्र को मंच पर जीवंत करेंगे। तब सदियों के ध्वंस, उपेक्षा से आहत अयोध्या चहक उठेगी। अगर बोल पाती तो नाम के अनुरूप यही कहती, 'मैं अजेय हूं। मुझे और मेरे राम, मेरी संस्कृति को कोई जीत नहीं सकता।'

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▪️लेखक गिरीश पांडेय, उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार है

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'राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम'▪️गिरीश पांडेय

'राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम'

▪️गिरीश पांडेय

तीनबत्ती न्यूज : 10 जनवरी,2024

यूं तो रामचरित मानस की ये पंक्तियां महाकवि तुलसीदास ने प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त महाबली हनुमानजी के लिए लिखीं थीं। पर मौजूदा समय में गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में ये भी शब्दशः यही कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी। राम मंदिर आंदोलन में करीब एक सदी से जो लोग गोरक्षपीठ की केंद्रीय भूमिका से अवगत हैं, यकीनन इससे पूरी तरह सहमत भी होंगे। 

राम मंदिर आंदोलन में अपने दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के नक्शेकदम पर चलते हुए, बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राम की अयोध्या के लिए जब कुछ करने का मौका मिला तो उन्होंने वह कर दिखाया जो कल्पनातीत है। उनके प्रयासों से कभी उजाड़ और उदास सी दिखने वाली पुराणों के सप्तपुरियों में शुमार और राम की प्रिय ( उन्होंने खुद कहा है-अवधपुरी सम प्रिय नहिं सोऊ) अयोध्या और वहां के लोग अब खुश हैं। अयोध्या को सजाने संवारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली केंद्र सरकार और योगी की प्रदेश सरकार ने खजाने का मुंह खोल दिया है। 

फिलहाल अयोध्या को केंद्र में रखकर 31 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। कुछ पूरी हो चुकी हैं। कुछ पूरी होने को हैं। बड़ी परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाना है। जिस दिन ये काम धरातल पर उतर जाएंगे,उस दिन अयोध्या मुस्करा उठेगी। यहीं नहीं महायोजना के तहत अगले 10 वर्षों में करीब 85 हजार करोड़ रुपये के काम प्रस्तावित हैं। इनके पूरा होने पर खिलखिलाने के साथ चहक उठेगी अयोध्या। यकीनन तब इस बाबत संघर्ष करने वाली गोरक्षपीठ की दो पीढ़ियों की आत्मा भी बेहद खुश होगी। हो भी क्यों ना! उनके संघर्ष के सपनों को एक मुकाम मिलेगा। उस अपने को मंजिल तक पहुंचाने में अपने ही तीसरी पीढ़ी की केंद्रीय भूमिका के मद्देनजर तो और भी।
बदली हुई भव्य और दिव्य अयोध्या में वह सब कुछ होगा या उससे अधिक भी होगा जो दुनिया के किसी भी, सबसे खूबसूरत धार्मिक पर्यटन स्थल में होने की परिकल्पना की जा सकती है। यही योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता भी रही है। न जाने कितनी बार सार्वजनिक रूप से उन्होंने इसको कहा भी है। अब तो उनकी सोच उससे भी आगे की है। वह अयोध्या को देश और दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी (कल्चरल कैपिटल) के रूप में देखना चाहते हैं। ऐसी अयोध्या जो सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक उत्कर्ष का केंद्र हो।
स्मार्ट, सेफ, सोलर सिटी के रूप में विकसित अयोध्या, इससे संबद्ध करीब 1047 एकड़ और 2200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ग्रीन फील्ड सिटी मोदी और योगी के सपनों को मूर्त रूप देगी। इसका स्वरूप काफी हद तक जमीन पर दिखने लगा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन तक यह और साफ दिखेगा। बाकी के लिए 10 वर्ष की महायोजना और विजन 2047 के तहत होने वाले विकास कार्यों की प्रतिक्षा करिए।

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▪️लेखक गिरीश पांडेय, उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार है

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स्टेट बैंक और मध्यप्रदेश पुलिस के मध्य हुआ सैलरी पैकेज एम ओ यू, : मिलेगा 50 लाख तक मुफ़्त दुर्घटना बीमा

स्टेट बैंक और मध्यप्रदेश पुलिस के मध्य हुआ सैलरी पैकेज एम ओ यू, : मिलेगा 50 लाख तक मुफ़्त दुर्घटना बीमा

तीनबत्ती न्यूज : 09 जनवरी,2024
भोपाल: मध्यप्रदेश पुलिस एवं भारतीय स्टेट बैंक के मध्य पुलिस वेतन पैकेज के संदर्भ में एम ओ यू मंगलवार को भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय में निष्पादित किया गया । पुलिस विभाग से श्रीमती अंशुमन अग्रवाल, सहायक पुलिस महानिरीक्षक और भारतीय स्टेट बैंक से श्री साईंकृष्ण श्रीधरा, उपमहाप्रबंधक (पी.बी.बी. विभाग) ने हस्ताक्षर किये ।


एम ओ यू के अन्तर्गत पुलिस सैलरी पैकेज खाता धारकों को रु. 50 लाख तक का दुर्घटना बीमा, परिवार के चार अन्य वयस्क सदस्यों को रु. 5 लाख तक का दुर्घटना बीमा लाभ सहित अन्य कई प्रकार के वित्तीय लाभ एवं सुविधाये प्रदान की जावेंगी । दोनों पक्षों ने इस एम ओ यू पर खुशी जाहिर करते हुए, कहा कि यह सुविधाएँ पुलिस खाता सैलरी पैकेज धारकों को लाभान्वित करेंगी ।

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खुरई : 3 दिवसीय डोहेला महोत्सव की तैयारियां शुरू : प्रसिद्ध पार्श्व गायक, गायिकाएं देंगी प्रस्तुति


खुरई :  3 दिवसीय डोहेला महोत्सव की तैयारियां शुरू : प्रसिद्ध पार्श्व गायक, गायिकाएं देंगी प्रस्तुति


तीनबत्ती न्यूज : 09 जनवरी,2024
खुरई : 
 डोहेला महोत्सव-2024 के पहले दिन 14 जनवरी 2024  की प्रस्तुति पार्श्व गायक शान (शानतनु मुखर्जी) देंगे। शान ने सारेगामापा जैसे कार्यक्रमों को होस्ट किया है। कार्यक्रम के दूसरे दिवस यानी 15 जनवरी को पार्श्व गायिका निखिता गांधी अपनी प्रस्तुतियां देंगी। कार्यक्रम के तीसरे दिवस में पार्श्व गायिका तुलसी कुमार अपनी प्रस्तुति देंगीं। तुलसी कुमार भारत की प्रसिद्ध टी-सीरीज कंपनी के मालिक स्व. श्री गुलशन कुमार की बेटी हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में करीब 500 लोग सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे।

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देखे :  तीन दिन में  इन तीन प्लेबैक सिंगर की प्रस्तुति होंगी



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ज्ञातव्य है कि खुरई के लोकप्रिय विधायक एवं प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह द्वारा प्रतिवर्ष खुरई के किला मैदान पर भव्य रूप में डोहेला महोत्सव आयोजित किया जाता है। मकर संक्रांति पर आयोजित होने वाले प्रसिद्ध तीन दिवसीय डोहेला महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। विगत दिवस पूर्व मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह के प्रतिनिधि लखन सिंह ने खुरई में अधिकारियों के साथ बैठक कर डोहेला महोत्सव की तैयारियां प्रारंभ करने आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।


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