वार्षिक राशिफल 2024 : जानिए कैसा रहेगा आपका नया साल : बारह राशियों का भविष्यफल
▪️पंडित अनिल पांडेय
तीनबत्ती न्यूज :24 दिसंबर,2023
वार्षिक राशिफल 2024 (Varshik Rashifal 2024)
मेष लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशि फल
मेष राशि राशि चक्र की पहली राशि है। मेष शब्द का अर्थ मेढ़ा अर्थात नर भेड़ होता है । इस राशि के तारों को मिलाकर यदि काल्पनिक रेखाएं खींची जाए तो मेढ़े की आकृति बनेगी। इसी आकृति के कारण इस राशि को मेष राशि कहा जाता है। अंग्रेजी में किससे एआईरज (Aries) कहते हैं । यह शुन्य से 30 अंश तक की होती है । अश्विनी नक्षत्र के चारो चरण , भरणी नक्षत्र के चारों चरण और कृतिका के प्रथम चरण से मिलकर यह राशि बनती है। इस राशि को आज आद्य विश्व तंबूर और आदि नाम भी हैं।
इस राशि का स्वामी मंगल है। अगर सूर्य इस राशि में निवास करते हैं तो वे उच्च के कहे जाते हैं और अगर शनि निवास करते हैं तो उन्हें नीच का कहा जाता है। इसका स्वभाव चर है । मेष राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व अग्नि है ,गुण राजसी है जाति क्षत्रिय है । यह रात्रि में बलि होती है । यह पूर्व दिशा की स्वामी है । यह राशि पित्त प्रकृति की है।शरीर में शेर और चेहरा पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि के जातक स्वभाव से साहसी ,अभिमानी और मित्रों पर कृपा करने वाले होते हैं । मेष राशि में उत्पन्न व्यक्ति गंभीर एवं अल्प भाषी , चंचल नेत्रों वाले , धर्म और धन दोनों का मूल्यांकन करने वाले , पाप रहित , राजा को मान्य , जल से डरने वाले , कठोर कार्य करने वाले परंतु विनम्र होते हैं। इस राशि वालों के लिए शनि बाधक ग्रह होता है । कुंभ राशि बाधक राशि होती है और बृहस्पति इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
धन उपार्जन:-
वर्ष के प्रारंभ से 30 जून तक गलत रास्ते से धन आने का योग बन रहा है । इसके अलावा 7 मार्च से 31 मार्च के बीच में धन आने का थोड़ा उत्तम योग है । 19 मई से 14 जून के बीच में भी धन आने की आशा की जा सकती है । जून महीने के उपरांत धन आने की मात्रा में काफी कमी आ सकती है ।
उपाय-आपको शनि देव की पूजा करनी चाहिए
कैरियर:- करियर के लिए यह वर्ष आपके लिए ठीक-ठाक है । फरवरी और मार्च के महीने में आपके करियर में थोड़ा उछाल आ सकता है ।
इस वर्ष आपकी अपने अधिकारियों से संबंध सामान्य रहेंगे । 5 फरवरी से 14 मार्च तथा सितंबर और अक्टूबर के महीनों में में आपको अधिकारियों से सतर्क भी रहना चाहिए ।
उपाय-इस वर्ष आपको लगातार प्रतिदिन काले कुत्ते को अपने हाथ से रोटी खिलाना चाहिए।
भाग्य:- 30 अप्रैल तक आपका भाग्य बराबर आपका साथ देगा उसके उपरांत भाग्य द्वारा साथ दिए जाने में थोड़ी कमी आ सकती है 30 अप्रैल के बाद भाग्य से आपको मदद मिलन कम हो जाएगा । इस अवधि के बाद आपके काम आपके पुरुषार्थ के कारण ही हो पाएंगे । आपको अपने प्रमुख कार्य 1 जनवरी से 30 अप्रैल के बीच में कर लेना चाहिए । उपाय- किसी विद्वान ब्राह्मण से अपनी कुंडली को दिखवा कर पुखराज धारण करना चाहिए ।
परिवार-
परिवार का आशय व्यक्ति का अपना परिवार तथा उसके भाई बहन और माता-पिता होते हैं ।
आपका अपने भाई बहनों के साथ संबंध जून जुलाई और दिसंबर के महीने में बहुत अच्छे रहेंगे । जनवरी-फरवरी और मार्च के बीच में सामान्य रहेंगे । अगस्त और सितंबर के महीने में आपका अपने भाई-बहनों से संबंध खराब हो सकता है ।
पिताजी का स्वास्थ्य जनवरी से 15 फरवरी तक तथा जुलाई और अगस्त के महीने में थोड़ा खराब हो सकता है । 15 फरवरी से लेकर 15 मार्च तक उनका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । अक्टूबर , नवंबर और दिसंबर के महीने में भी स्वास्थ्य ठीक रहेगा । 15 जनवरी से 15 फरवरी के बीच में उनके स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान दें । माता जी का स्वास्थ्य फरवरी और मार्च के महीने में थोड़ा खराब होगा । उनका स्वास्थ्य जुलाई और अगस्त में अच्छा रहेगा बाकी महिनों में सामान्य है ।
उपाय :- माताजी और पिताजी के स्वास्थ्य के लिए आदित्य हृदय स्त्रोत का जाप करवाए ।
स्वास्थ्य- जनवरी-फरवरी मार्च और अप्रैल के महीने में आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । साल भर में कभी भी चर्म संबंधी कोई रोग आपको हो सकता है । सामान्य आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा अप्रैल के महीने के बाद पेट संबंधी कोई कष्ट आपको हो सकता है ।
उपाय:-
आपको चाहिए कि आप राम रक्षा स्त्रोत का पूरे साल भर प्रतिदिन पाठ करें ।
व्यापार- इस पूरे वर्ष आपको अपने व्यापार में लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है । इसके अलावा मार्च के महीने में आपको विशेष लाभ हो सकता है । अगर आप लोहा वहां वाहन या बिजली का कारोबार करते हैं तो यह वर्ष आपके लिए सामान्य से बहुत अच्छा है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार को शनि मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें ।
विवाह-इस वर्ष अप्रैल तक आपको विवाह के अच्छे प्रस्ताव प्राप्त हो सकते हैं । परंतु आप को उन प्रस्तावों पर त्वरित कार्रवाई करना पड़ेगी । सितंबर और अक्टूबर 2024 में भी आपको विवाह के उत्तम प्रस्ताव प्राप्त होंगे । इसके अलावा आपके नवमांश कुंडली के सप्तमेश की दशा में भी आपका विवाह हो सकता है ।
उपाय -आपको चाहिए कि आप हर शुक्रवार को मंदिर में जाएं और वहां पर गरीबों के बीच में चावल का दान दें ।
मकान-अगर आप प्रयास करेंगे तो आप सितंबर और अक्टूबर के महीने में मकान जमीन कर आदि खरीद सकते हैं इस वर्ष इस तरह के बड़े खर्चों के होने की उम्मीद भी है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप मोती की माला को धारण करें ।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको मोती की माला धारण करना चाहिए ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रतिदिन करें ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि के हिसाब से बनाया गया है अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
वृष लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
वृष राशि चक्र की दूसरी राशि है। इस शब्द का अर्थ बैल या साढ़ होता है । अंग्रेजी में से (Taurus) कहते हैं इसका विस्तार 30 अंश से 60 तक होता है। कृतिका नक्षत्र की अंतिम तीन चरण , रोहिणी नक्षत्र के चारों चरण तथा मृगशिरा नक्षत्र के पहले दो चरण मिलकर वृष राशि का निर्माण करते हैं इस राशि का स्वामी शुक्र है । राम और चंद्रमा जब इस राशि में गोचर करते हैं तो वे उच्च के कहे जाते हैं । केतू जब इस राशि में गोचर करता है तो वह नीच का कहलाता है । इस राशि का स्वभाव स्थिर है । इसे सोम्य , राशि मानी जाती है। इस राशि का तत्व पृथ्वी है ,गुण राजसी है जाति वैश्य है । यह रात्रि में बलि होती है । दक्षिण दिशा की स्वामी है । बात संबंधी रोग इसी राशि की वजह से होते हैं ।शरीर में गला और मुख पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। इस राशि के लोग अपने में डूबे रहने वाले विद्या की आकांक्षा रखने वाले तथा अपने कार्य समय से निपटाने वाले होते हैं। सांसारिक कार्यों में दक्ष होते हैं और उनको बुद्धिमत्ता पूर्वक निपटाते हैं। इस राशि में जन्म लेने वाला जातक होगी भोगी दानी पवित्र कुशल महाबली धनवान, तेजस्वी और अच्छे मित्रों वाला होता है । इस राशि वालों के लिए मंगल बाधक ग्रह होता है । वृश्चिक बाधक राशि होती है और शनि तथा शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
धन उपार्जन:-
इस वर्ष मार्च अप्रैल और जून के महीने में आपकी आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी मैं और जून के महीने में के महीने में खर्चों में वृद्धि होगी । अगर आप अपने दिमाग का इस्तेमाल करेंगे तीन खर्चों में काफी कमी आ जाएगी
उपाय:-आपको चाहिए कि आप पूरे अप्रैल के बाद पूरे वर्ष भर विष्णु सहस्त्रनाम का प्रतिदिन जाप करें ।
भाग्य- इस वर्ष भाग्य से आपको काफी मदद मिल सकती है जनवरी से लेकर 30 जून तक भाग्य आपका काफी साथ देगा 30 जून के उपरांत 16 नवंबर तक भाग्य से आपको काफी कम मदद मिलेगी भाग्य के कारण इस साल आप लंबी यात्राएं भी कर सकते हैं । जनवरी और जुलाई के महीने में भाग्य से आपको मामूली मदद मिल सकती है ।
उपाय - आपको चाहिए कि आप पूरे वर्ष शनिवार का व्रत रखें और शनिवार को शनि मंदिर में जा कर पूजा अर्चना भी करें। नीलम टेस्ट करके भी आप पहन सकते हैं।
कैरियर- इस वर्ष आप अपने टीम के स्टार रहेंगे । करियर में आपको कई सफलताएं मिल सकती हैं । कार्यालय में आपके अधिनस्थ और आपके उच्च अधिकारी आपकी बातों पर विशेष ध्यान देंगे । 1 जुलाई से 31 नवंबर तक आपको थोड़ा सचेत रहना चाहिए अन्यथा आपके प्रति इर्षा रखने वाले कुछ गड़बड़ कर सकते हैं ।
लं
उपाय - आपके शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें तथा कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें ।
परिवार-वर्ष के प्रारंभ दिनों में आपको अपने माता-पिता से प्रचुर स्नेह मिलेगा । फरवरी महीने बाद में आपकी माताजी या पिताजी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आने के कारण आप सभी परिवार के लोग परेशान हो सकते हैं । माताजी का स्वास्थ्य अगस्त और सितंबर के महीने में अच्छा रहेगा । वर्ष के प्रारंभ में यह संभव है कि आपके भाई बहन आपके साथ पूर्ण सहयोग कर सकते हैं । परंतु अप्रैल के बाद में इस सहयोग में कमी आ जाएगी । मार्च और अक्टूबर के महीने में आपकी संतान से आपको अच्छा सुख प्राप्त होगा । आपकी संतान के लिए अक्टूबर का माह अच्छा रहेगा ।
उपाय - आप को गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए।
स्वास्थ्य- वर्ष के प्रारंभ के दिनों में आपका और आपकी जीवन साथी का स्वास्थ्य थोड़ा नरम गरम रहेगा । अप्रैल के महीने में आपका स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा ।
उपाय - आपको चाहिए कि आप शुक्रवार को मंदिर में जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान दें।
व्यापार-आपका व्यापार वर्ष के प्रारंभ के दिनों में थोड़ा धीमा हो सकता है परंतु वर्ष के मध्य से आपके व्यापार में तेजी आएगी। यह भी संभावना है कि आप कोई बड़ा व्यापार प्रारंभ करें या अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए और पूंजी निवेश करें।
उपाय -राम रक्षा स्त्रोत का प्रतिदिन दिन जाप करें ।
विवाह:-
इस वर्ष वृष लग्न के अविवाहित जातकों के लिए जनवरी , फरवरी मार्च और अप्रैल के महीनों में विवाह के उत्तम प्रस्ताव आएंगे इसके अलावा नवंबर और दिसंबर के महीने में भी रुस्तम प्रस्ताव आने की संभावना है । सबसे ज्यादा प्रस्ताव अप्रैल के महीने में आने की उम्मीद है।
उपाय :-पुखराज धारण करें एवं राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें।
मकान कार जमीन आदि-
इस बात की पूरी संभावना है कि इस वर्ष अप्रैल महीने के बाद वृष राशि के जातक अपनी सुख सुविधा वाली कोई वस्तु कैसे मकान कार एयर कंडीशनर आदि खरीदें। इस बात की ज्यादा संभावना अगस्त और सितंबर के महीने में है
उपाय- आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन प्रातः काल स्नान के उपरांत एक तांबे के पात्र में जल अक्षत और लाल पुष्प लेकर गायत्री मंत्र और सूर्य मंत्र के साथ भगवान सूर्य को जल अर्पण करें।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो भगवान सूर्य को जल अर्पण करना है।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप हर माह के प्रथम सोमवार को भगवान शिव का दूध से अभिषेक करें।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि के हिसाब से बनाया गया है अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
मिथुन लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
मिथुन राशि राशि चक्र की तीसरी राशि है। मिथुन का अर्थ होता है जोड़ा अर्थात स्त्री पुरुष का जोड़ा । अंग्रेजी में इसे जैमिनी (Gemini) कहते हैं । इसका विस्तार 60 अंश से 90 अंश तक है । मृगशिरा नक्षत्र की अंतिम दो चरण , आद्रा नक्षत्र के चारों चरण तथा पुनर्वसु नक्षत्र के पहले तीन चरण मिलकर मिथुन राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी बुध है । इस राशि में राहु उच्च का और केतु नीच का होता है । इसका स्वभाव द्विस्वभाव है । मिथुन राशि की प्रवृत्ति क्रूर है । इस राशि का तत्व वायु है ,गुण सात्विक है जाति शूद्र है । यह रात्रि में बलि होती है । पश्चिम दिशा की स्वामी है । यह राशि त्रिधातु प्रकृति की है।शरीर में कंधा छाती और फेफड़े पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि का रंग हरा है । इस राशि के लोग विद्या की आकांक्षा रखने वाले तथा शिल्प कला में प्रवीण होते हैं ।। इस राशि वालों के लिए सूर्य बाधक ग्रह होता है । सिंह राशि बाधक राशि होती है और बुध तथा शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
धन उपार्जन - इस वर्ष आपके पास माह मई के प्रारंभ से धन आने का अच्छा योग रहेगा । 9 अक्टूबर 2024 के बाद धन आने की मात्रा में कमी आएगी । इसके अलावा अप्रैल ,जुलाई और अगस्त के महीने में भी धन आएगा । गलत रास्ते से धन आने का योग पूरे वर्ष भर है । अगर आप गलत रास्ते से धन प्राप्ति का प्रयास करेंगे तो धन की मात्रा इस पूरे वर्ष आपके पास भरपूर रह सकती है ।
उपाय:- धन प्राप्ति के लिए इस वर्ष आपको गुरुवार का व्रत करना चाहिए तथा गुरुवार को ही किसी रामचंद्र जी के रामचंद्र जी या भगवान कृष्ण के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करना चाहिए तथा पूरे वर्ष राम रक्षा स्त्रोत का जाप करना चाहिए ।
भाग्य- करीब करीब पूरे वर्ष आपके भाग्य से मदद मिलेगी । 30 जून से लेकर 16 नवंबर के बीच में भाग्य के मदद में कमी आएगी परंतु इस अवधि में भी अगस्त के महीने में आपको भाग्य से मदद थोड़ी ज्यादा मिलेगी । इस अवधि अर्थात जुलाई से लेकर नवंबर के बीच में आपके सारे कार्य परिश्रम के कारण ही हो पाएंगे । आपको अपने परिश्रम पर विश्वास करना होगा । इस प्रकार भाग्य के सहारे केस्थान पर आपको परिश्रम का सहारा ज्यादा लेना चाहिए।
उपाय-हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें।
कैरियर- करियर के लिए इस वर्ष मार्च ,अप्रैल,जून , जुलाई ,सितंबर और अक्टूबर के महीने ठीक-ठाक रहेंगे । सामान्य रूप से आपका कैरियर पूरे वर्ष ठीक रहेगा । अपने अधिकारियों से वाद विवाद होने की संभावना लगातार साल भर बनी रहेगी । अगर आप प्रयास कर रहे हैं तो मार्च और अप्रैल में आपका नया करियर प्रारंभ हो सकता है । अगर आप प्रमोशन की लाइन में हैं तो मार्च और अप्रैल में आपका प्रमोशन भी हो सकता है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप पूरे वर्ष लगातार काले कुत्ते को रोटी खिलाएं ।
परिवार- आपके माता जी का स्वास्थ्य सामान्यतः ठीक रहेगा उनका स्वास्थ्य अगस्त और सितंबर के महीने में खराब हो सकता है । पिताजी का स्वास्थ्य सामान्य खराब रहेगा परंतु अगस्त और सितंबर के महीने में कुछ-कुछ ठीक हो जाएगा । आपके पिताजी का स्वास्थ्य मार्च ,अप्रैल और मई के महीने में भी ठीक रहेगा । भाई बहनों के साथ आपके संबंध अप्रैल से सितंबर तक बहुत अच्छा रहेगा । अक्टूबर में आपका अपना भाई और बहनों से टकराव हो सकता है ।
उपाय-हर बुधवार को गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें ।
स्वास्थ्य-आपका स्वास्थ्य सामान्यतया ठीक रहेगा । अगस्त से अक्टूबर के बीच में आपका स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है । आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी समान्यतया ठीक रहेगा । पेट के रोगियों के लिए 9 अक्टूबर के बाद थोड़ी परेशानी आएगी। ब्लड प्रेशर के रोगियों को अक्टूबर नवंबर और दिसंबर के महीने में परेशानी हो सकती है । हृदय के रोगियों को पूरे वर्ष सतर्क रहना चाहिए ।
उपाय-अपनी गंदे रंग की अपनी पुरानी बनियान को किसी कोढ़ी को पहनाएं ।
व्यापार- आपके व्यापार में समय-समय पर वृद्धि और समय-समय पर खराबी आती रहेगी । जनवरी से अप्रैल के बीच में आपका व्यापार ठीक रहेगा अप्रैल के बाद खर्चों में वृद्धि होगी । जून जुलाई तथा दिसंबर के महीने में व्यापार में प्रगति होगी । नवंबर के महीने में व्यापार में घाटा लग सकता है ।
उपाय-आपको किसी विद्वान ब्राह्मण से अपनी कुंडली को दिखाकर मूंगा मोति या पुखराज पहनना चाहिए ।
विवाह-मिथुन राशि के वैवाहिक जातकों के विवाह के संबंध में जनवरी से लेकर अप्रैल तक का समय उत्तम है । इस समय विवाह तय होने की उम्मीद ज्यादा रहेगी । इसके अलावा जून तथा नवंबर के महीने में भी विवाह की उत्तम प्रस्ताव आएंगे । इस समय इन जातकों के लिए बहुत सारे वैवाहिक संबंध आएंगे और उन पर विचार होगा । अगर दशा और अंतर्दशा अनुकूल है तो विवाह तय हो जाएगा।
उपाय -ब्राह्मणों को पीले वस्त्र का दान दें और किसी विद्वान ब्राह्मण को अपनी कुंडली दिखाकर पुखराज की अंगूठी को धारण करें ।
मकान कार और सुख-सुविधा के यंत्र-
मकान कार और सुख सुविधा की सामग्री जैसे एयर कंडीशनर आदि सितंबर और अक्टूबर में खरीदने का संयोग बन रहा है । अगर आप इसकी प्लानिंग कर रहे हैं तो इस समय यह योजना आवश्यक रूप से पूर्ण हो जाएगी ।
उपाय-हर बुधवार को आपको गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए।
उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको गाय को बुधवार को हरा चारा खिलाना चाहिए।
आपकी सभी तरफ से रक्षा के लिए सभी संकटों से मुक्ति करने के लिए आपको हर् सोमवती अमावस्या तथा हर महीने की पहली अमावस्या को भगवान शिव का रुद्राभिषेक और गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ किसी विद्वान और योग्य ब्राह्मण से करवाना चाहिए।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि के हिसाब से बनाया गया है अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
कर्क लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
कर्क राशि राशि चक्र की चौथी राशि है। कर्क का अर्थ केकड़ा होता है । इस राशि का प्रसार 90 अंश से 120 अंश तक होता है । अंग्रेजी में इसे कैंसर (Cancer) कहते हैं । इस राशि को कर्कट चतुर्थ और कुलीर भी कहते हैं । पुनर्वसु नक्षत्र का अंतिम चरण , पुष्य नक्षत्र के चारों चरण तथा अश्लेषा नक्षत्र के चारों चरण मिलकर कर्क राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी चंद्रमा है । इसका स्वभाव चर स्वभाव है । कर्क राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व जल है ,गुण सात्विक है जाति ब्राम्हण है । यह रात्रि में बलि होती है । यह उत्तर दिशा की स्वामी है । यह राशि कफ प्रकृति की है।शरीर में हृदय के अलावा,उदर ,सीना और गुर्दे पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के लोग लोगों का स्वभाव भौतिक सुखों में लगे रहना लज्जालु स्थिर गति और समयानुसार निर्णय लेना होता है । इस राशि में जन्म लेने वाला जातक कार्य करने वाला , धनवान , शूरवीर , धार्मिक , गुरु का प्रिय , सिर का रोगी , बुद्धिमान , दुर्लभ शरीर वाला , सभी कार्यों का ज्ञाता , भयंकर क्रोधी , निर्बल , दुखी अच्छे मित्रों वाला होता है । इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है । वृष राशि बाधक राशि होती है और मंगल और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था । अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
धन उपार्जन-
इस वर्ष आपके पास धन आने में कई बाधाएं आएंगी परंतु फिर भी जनवरी से सितंबर के महीने तक आपके पास धन आता रहेगा । धन प्राप्त करने के लिए आपको कठिन प्रयास करने पड़ेंगे । माह सितंबर के बाद धन प्राप्ति में आपको अथक प्रयास करना पड़ेगा ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन सूर्य देव को प्रातः काल स्नान के उपरांत जल अर्पण करें ।तथा साथ ही प्रति शुक्रवार मंदिर में जाकर गरीबों के बीच में चावल का तथा पुजारी जी को सफेद वस्त्रो का दान करें ।
कैरियर-
इस वर्ष आपका कैरियर सामान्य रहेगा । कार्यालय में आपको प्रतिष्ठा प्राप्त होगी परंतु आपको अत्यधिक सावधान रहना पड़ेगा । 30 जून से 16 नवंबर तक आपको अपने कार्यालय में प्रतिष्ठा प्राप्त हो सकती है । करियर के प्रति इस वर्ष आप कृपया सावधान रहने का कष्ट करें । माह फरवरी , मार्च , जून , जुलाई , अगस्त और सितंबर कार्य की दृष्टि से ठीक रहेंगे ।
उपाय-आपको चाहिए कि इस वर्ष आप मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें ।
भाग्य-
इस वर्ष आपके भाग्य के स्थान पर अपने परिश्रम पर भरोसा करना चाहिए । किसी भी चीज को प्राप्त करने के लिए आपको अत्यधिक प्रयास करना पड़ेगा । अप्रैल के माह में आपको भाग्य से थोड़ी बहुत मदद मिल सकती है ।
उपाय-बुधवार को और जहां तक संभव हो वहां तक प्रतिदिन अपनी थाली की एक रोटी काले कुत्ते को खिलाने का प्रयास करें ।
परिवार-
पिताजी के स्वास्थ्य में लगातार परेशानी रह सकती है । उनके गरदन या कमर में दर्द हो सकता है । यह भी संभव है कि उनको नसों की या मानसिक बीमारी भी हो जाए । माता जी का स्वास्थ्य समान्यतया ठीक-ठाक रहेगा । नवंबर और दिसंबर के महीने में माता जी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है । भाई बहनों के साथ संबंध ठीक-ठाक रहेंगे ।आपको अपने संतान से सहयोग मिलेगा ।
उपाय-किसी विद्वान ब्राह्मण से शनि देव के शांति का उपाय करवाएं।
स्वास्थ्य-
इस वर्ष अक्टूबर और नवंबर तथा दिसंबर के महीने में आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है । इस समय आपको ब्लड प्रेशर ,हृदय रोग डायबिटीज या दुर्घटना जैसी कोई बीमारी हो सकती है । बीमारी का संबंध आपका खून से होना चाहिए । इसके अलावा पूरे वर्ष आपको गरदन या कमर में दर्द हो सकता है । पेट के संबंध में भी आप सावधान रहें ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप मूंगा धारण करें। इसके अलावा आपको गुरु और शनि की शांति का उपाय भी करना चाहिए ।
व्यापार-
इस वर्ष आपका व्यापार फरवरी , मई , जून, अगस्त एवं सितंबर मैं ठीक रहेगा । इसके अलावा मार्च के महीने में भी ठीक-ठाक रह सकता है । अपने व्यापार के प्रति इस वर्ष आप सावधान रहें । आपके छोटे लोगों से नुकसान हो सकता है । व्यापार में अपने नौकरों से आप सतर्क रहें ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार का व्रत करें और शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनिदेव का आराधना करें ।
विवाह-
इस वर्ष आपके पास विवाह संबंधी बहुत सारे प्रस्ताव आएंगे । परंतु कुछ लोग इन विवाह संबंधों में बाधा खड़ी करेंगे । उनसे आपको सावधान रहने की आवश्यकता है । ऐसे लोगों के सामने आप विवाह संबंधी कोई बात ना करें । फरवरी , जुलाई और दिसंबर के महीने में विवाह तय होने की ज्यादा संभावना है । आपको अपने जलने वालों से सावधान रहकर विवाह संबंधी बातें करनी चाहिए
-कुंडली की विवेचना के उपरांत विद्वान ब्राह्मणों द्वारा बताए गए उपायों के अलावा फरवरी और जुलाई के महीने में शुक्रवार के दिन आपको मंदिर पर जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान देना चाहिए।
मकान-
बड़ा मकान बड़ी कार और सुख-सुविधा की अन्य चीजें को प्राप्त करने की आपको बहुत इच्छा रहेगी । अगर दशा और अंतर्दशा अनुकूल है तो फरवरी , सितंबर और अक्टूबर के महीने में आपको सुख संबंधी कोई सामग्री प्राप्त हो सकती है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गरीबों को सफेद वस्त्र का दान दें ।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो गरीबों के बीच आपको वस्त्र का दान देना चाहिए।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से शनि की शांति का उपाय वर्ष में दो बार करायें ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि के हिसाब से बनाया गया है अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
मां शारदा से मेरी प्रार्थना है आप सभी स्वास्थ्य सुखी और संपन्न रहें ।
सिंह लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
सिंह राशि राशि चक्र की पांचवी राशि है। सिंह का अर्थ होता है शेर । अंग्रेजी में इसे लिओ (Leo) कहते हैं । इस राशि का प्रसार 120 अंश से 150 तक है । मघा नक्षत्र के चारों चरण , पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के चारों चरण तथा उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का प्रथम चरण मिलकर सिंह राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी सूर्य है । इसका स्वभाव स्थिर स्वभाव है । सिंह राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व अग्नि है ,गुण तमोगुणी है जाति क्षत्रिय है । यह दिन में बलि होती है । यह पूर्व दिशा की स्वामी है । यह राशि पित्त प्रकृति की है।शरीर में उदर ,पीठ और रीढ पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि के लोग उदार स्वभाव के एवं स्वतंत्रता प्रिय होते हैं । इस राशि के जातक क्षमाशील , कार्य में समर्थ , मद्य मांस को पसंद करने वाले ,देश में भ्रमण करने वाले, शीत से भयभीत ,अच्छे मित्रों वाले ,विनय शील, शीघ्र कार्य करने वाले ,माता-पिता को प्रिय ,व्यसनी और संसार में प्रख्यात होते हैं । इस राशि वालों के लिए शनि बाधक ग्रह होता है । कुंभ राशि बाधक राशि होती है और मंगल इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
धन-संपत्ति-
इस वर्ष आपके पास जनवरी , जून , जुलाई सितंबर अक्टूबर और दिसंबर के महीने में धन आने के योग बन रहे हैं । अगस्त के महीने में धन आने की मात्रा में कमी आएगी ।
उपाय-आपको चाहिए क्या आप किसी विद्वान ब्राह्मण से अपनी कुंडली दिखाकर पन्ना पहनने का प्रयास करें ।
कैरियर-
इस वर्ष आपके करियर में थोड़ा रुकाव है फिर भी मई और जून के महीने में आपको लाभ होगा । भाग्य से आपको अपने करियर में कोई मदद नहीं मिल पाएगी । आपको चाहिए कि आप अपना समय आराम से व्यतीत करें । कार्यालय में लड़ाई झगड़ों से बचें तथा अध्ययन में अपना समय बिताएं ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप पूरे वर्ष शुक्रवार का व्रत करें और मंदिर में जा कर पूजा अर्चना करें तथा सफेद वस्त्र का दान दें।
भाग्य-
शनि की नीच दृष्टि के कारण भाग्य से आपको इस वर्ष कम मदद मिल पाएगी । फिर भी 25 मार्च से 2 अप्रैल तक , 13 अप्रैल से 14 मई तक तथा इसके बाद 10 मई से 31 मई तक भाग्य आपकी मदद करेगा । 30 जून से 16 नवंबर तक शनि कुंभ राशि में बक्री हो रहा है जिसके कारण शनि का दुष्प्रभाव समाप्त हो जाएगा और आपके भाग्य की गति सामान्य हो जाएगी । नवंबर और दिसंबर के महीने में भाग्य के प्रति आपको विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए । मेरी सलाह है कि आप इस वर्ष भाग्य के स्थान पर अपने परिश्रम पर भरोसा करें ।
उपाय -आपको वर्ष में दो बार शनि के शांति का उपाय करवाना चाहिए। हर शनिवार को शनि मंदिर में जाकर तेल भी चढ़ाना चाहिए ।
परिवार-
आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा ।
इस वर्ष आपके पिताजी का छोटे-मोटे रोग जैसे चर्म विकार गुदा या किडनी या पेट में कष्ट पूरे वर्ष भर रहेंगे । जनवरी से मई के बीच में पिताजी का स्वास्थ्य थोड़ा ठीक रहेगा । आपके पिताजी मई और जून में कुछ मानसिक रूप से भी परेशान हो सकते हैं । जुलाई और अगस्त में उनको खून की कोई बीमारी जैसे ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या हृदय की बीमारी भी बढ़ने की संभावना रहेगी । 9 अक्टूबर के बाद पिताजी के स्वास्थ्य में वृद्धि होगी । इस वर्ष आपको अपने पिताजी के रूप से विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए ।
माता जी को भी पूरे वर्ष कुछ ना कुछ बीमारी लगी रहेगी । आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ज्योतिषी को उनकी या अपनी कुंडली दिखाकर उपाय करें ।
संतान को इस वर्ष मई के बाद थोड़ी बहुत परेशानी रहेगी ।
उपाय-कुंडली का शोधन करवा कर आपको राम और केतु की शांति का उपाय करवाना चाहिए ।
स्वास्थ्य-
इस वर्ष आपका स्वास्थ्य ठीक-ठाक है । आपके गर्दन और कमर में दर्द रह सकता है । आपको इस स्नायुओं संबंधी कोई बीमारी हो सकती है । जनवरी और फरवरी के महीने में आपको मानसिक पीड़ा भी हो सकती है । मई से अक्टूबर के बीच में आपको उदर रोग भी हो सकता है । पेट की परेशानी आपको जनवरी से अप्रैल तक नहीं होगी । इसके अलावा अक्टूबर से दिसंबर तक भी उसकी मात्रा अत्यंत अल्प रहेगी ।
उपाय-शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर पूजन करें।
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अगर आप लोहा या बिजली का व्यापार करते हैं तो आपकी व्यापारी में उन्नति हो सकती है । वहां का व्यापार करने वाले को वालों को भी लाभ होगा । इस वर्ष आपके भाग्य से मदद में काफी कमी आएगी अतः आपको बड़ी सावधानी के साथ व्यापार करना चाहिए ।
उपाय-गणेश अथर्वशीर्ष का का पूरे वर्ष भर पाठ करें। शनि देव की शनिवार को नियमित रूप से पूजा करें ।
विवाह-
विवाहित जातकों के विवाह के प्रस्ताव अप्रैल 2024 के बाद अच्छी मात्रा में आएंगे । परंतु ये प्रस्ताव अत्यंत ही कमजोर होंगे । फरवरी , मार्च और अगस्त के महीने में भी कुछ अच्छे प्रस्ताव आएंगे । 9 अक्टूबर के उपरांत विवाह के जो प्रस्ताव आएंगे वह काफी अच्छे होंगे । अगर आपकी कुंडली में विश्वोन्तरी दशा अच्छी है तो विवाह होने की पूरी संभावना है ।
उपाय-घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलाएं। शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का जाप करें ।
मकान-
वांहन मकान या ऐसी ही कोई सुख सुविधा की सामग्री खरीदने की संभावना इस वर्ष काफी कम है जुलाई और अगस्त के महीने में थोड़ा बहुत योग बन सकता है ।
उपाय-आपको मंगलवार का व्रत करना चाहिए और मंगलवार को ही हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करना चाहिए।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको मंगलवार का व्रत रखना चाहिए
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप हर शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनि देव का पूजन करें । इसके अलावा किसी विद्वान ब्राह्मण को अपनी कुंडली को दिखाकर अगर उचित हो तो टेस्ट करने के उपरांत नीलम धारण करें ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि के हिसाब से बनाया गया है अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
मां शारदा से मेरी प्रार्थना है आप सभी स्वास्थ्य सुखी और संपन्न रहें ।
कन्या लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
कन्या राशि राशि चक्र की छठी राशि है। कन्या का अर्थ होता है अविवाहित बालिका । इसे अंग्रेजी में (Virgo) कहते हैं । यह 150 से 180 अंश तक रहती है । उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के अंतिम तीन चरण , हस्त नक्षत्र के चारों चरण तथा चित्रा नक्षत्र के प्रथम दो चरण मिलकर कन्या राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी बुध है । इसका स्वभाव द्वि स्वभाव है । कन्या राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व पृथ्वी है ,गुण तमोगुणी है जाति वैश्य है । यह दिन में बलि होती है । यह दक्षिण दिशा की स्वामी है । यह राशि त्रिधातु प्रकृति की है।शरीर में कमर , पेट और लीवर पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि के लोग उन्नति करने वाले और स्वाभिमानी होते हैं । इस राशि के जातक विलासी सज्जनों को प्रिय, सुंदर ,धर्म से परिपूर्ण , दानी ,निपुण कवि , वैदिक मार्ग के अनुगामी ,सभी लोगों को प्रिय , नाटक नृत्य और गीत की धुन में आसक्त और प्रवासी होते हैं। इस राशि वालों के लिए मंगल बाधक ग्रह होता है । वृश्चिक राशि बाधक राशि होती है और शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
वर्ष 2024 का पूरा वर्ष कन्या लग्न वालों के लिए सामान्य रहने वाला है।
धन उपार्जन-
इस वर्ष गलत रास्ते से आपके पास धन आने की कई योग बनेंगे । इसके अलावा माह फरवरी और उसके बाद माह जून से अक्टूबर तक आपके पास धन आने के कई योग बनेंगे । उस समय अगर आप प्रयास करेंगे तो आपके पास अच्छा धन आ सकता है । यह भी संभव है कि अगर आप सरकारी अधिकारी या कर्मचारी हैं तो आपकी पोस्टिंग किसी पैसे वाले स्थान पर हो ।
उपाय - किसी विद्वान ब्राह्मण को कुंडली दिखाकर आपको पुखराज पहनना चाहिए । शुक्रवार को आपको मंदिर में जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान करना चाहिए ।
कैरियर-
अगर आपका पिछले वर्ष स्थानांतरण नहीं हुआ है तो इस वर्ष में तक आपका स्थानांतरण हो सकता है । यह स्थानांतरण आपके लिए अच्छे स्थान पर ही होगा । करियर के हिसाब से आपके लिए जून का महीना इस वर्ष में सबसे उत्तम हो सकता है । इसके अलावा सितंबर और अक्टूबर के महीने भी आपके लिए ठीक-ठाक हो सकते हैं । कार्यालय में अपके उन शत्रुओं से जो की आपके सामने आपके बहुत हितेषी बनते हैं पूरे वर्ष भर सावधान रहने की आवश्यकता है ।
उपाय -आपको प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए ।
भाग्य-
इस वर्ष आपका भाग्य बीच-बीच में आपका साथ देता रहेगा । परंतु सामान्य तौर पर पूरे वर्ष आपको अपने परिश्रम पर भरोसा करना पड़ेगा । इसके अलावा माह फरवरी,अप्रैल और जून आपके लिए विशेष रूप से फालुदायक रहेंगे । इस वर्ष जब आप सोचेंगे कि अब तो यह कार्य नहीं हो सकता है तभी इस बात की पूरी संभावना है कि एकाएक वह कार्य हो जाए । ऐसा 100 बार में से करीब 70 बार होगा ।
उपाय-शुक्रवार का आपको व्रत रखना चाहिए तथा सायंकाल मंदिर में जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान देना चाहिए । चावल खराब नहीं होना चाहिए।
परिवार-
इस वर्ष आपके माता और पिताजी का साथ सामान्य तौर पर ठीक रहेगा कोई नई बीमारी नहीं होगी पुरानी बीमारी में भी आराम प्राप्त होगा आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है जिससे आपको सावधान रहना चाहिए अगर आपका या आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ज्यादा खराब हो तो कृपया किसी विद्वान ब्राह्मण से उनकी कुंडली दिखाकर उचित उपाय आवश्यक रूप से करवायें । भाई बहनों के साथ संबंध बनते और बिगड़ते रहेंगे ।
उपाय- गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें या किसी विद्वान ब्राह्मण से गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करवायें।
स्वास्थ-
आपका या आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य इस वर्ष खराब रहेगा ।वर्ष 2024 में आप नसों के रोग जैसे कमर और गर्दन में दर्द आदि से पीड़ित रहेंगे । आपका यह रोग जून में जाकर ठीक हो सकता है । इसके अलावा यह भी संभव है कि अप्रैल और जून तथा जुलाई महीने में आपके साथ छोटा-मोटा एक्सीडेंट हो। स्वास्थ्य सामान्य रहने की उम्मीद है । जनवरी से अप्रैल के बीच में आपके पेट में भी पीड़ा हो सकती है या पेट के अंदर के किसी अंग में कोई व्यवधान हो सकता है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप इस तरह की कोई पीड़ा महसूस करने पर भगवान शिव का अभिषेक करवाएं साथ ही रुद्राष्टक का पाठ भी करें।
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इस वर्ष आपके व्यापार में सतर्क रहना चाहिए यह भी निश्चित है कि अगर आप सतर्कता के साथ व्यापार करेंगे तो आपको व्यापार में बहुत लाभ भी होगा । व्यापार के लिए इस वर्ष अप्रैल , सितंबर और अक्टूबर के अलावा माह फरवरी और उसके बाद माह जून से अगस्त तक का समय भी ठीक-ठाक रहेगा ।
उपाय-बच्चों के बीच पुस्तकों का दान दें ।
विवाह-
अविवाहित जातकों के लिए यह वर्ष सामान्य है । फरवरी मार्च और अप्रैल के महीने में विवाह के उत्तम प्रस्ताव आ सकते हैं मार्च के महीने में प्रस्तावों के आने की ज्यादा उम्मीद है । अगर आपकी विंशोत्तरी दशा अच्छी है तो विवाह हो भी सकता है ।
उपाय- गुरुवार का व्रत करें और प्रतिदिन रामरक्षा स्तोत्र का जाप करें ।
मकान जमीन कार आदि खरीदना-
जनवरी से अप्रैल के बीच में मकान जमीन कर या अन्य कोई सुख की सामग्री खरीदने का बहुत अच्छा सयोंग बना रहा है । इसके अलावा दिसंबर में भी जमीन आदि खरीदी जा सकती है ।
उपाय-मंगलवार के दिन व्रत रखें और मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें ।
ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको मंगलवार का व्रत रखना चाहिए ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से महीने के प्रथम सोमवार को तथा सोमवती अमावस्या को भगवान शिव का अभिषेक करवाएं तथा रूद्राष्टक का पाठ करें।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
तुला लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशि फल
तुला राशि राशि चक्र की सातवीं राशि है। तुला का अर्थ होता है तराजू । अंग्रेजी में इसे लिब्रा (Libra) कहते हैं । यह 180 से 210 अंश तक रहता है । चित्रा नक्षत्र के अंतिम दो चरण , स्वाति नक्षत्र के चारों चरण तथा विशाखा नक्षत्र के प्रथम तीन चरण मिलकर तुला राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी शुक्र है । इस राशि की आकृति तराजू लिए पुरुष जैसी होती है । इसका स्वभाव चर है । तुला राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व वायु है ,गुण राजसी है जाति शुद्र है । यह दिन में बलि होती है । यह पश्चिम दिशा की स्वामी है । यह राशि त्रिधातु प्रकृति की है।शरीर में वस्ति और चर्म पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातक विचारशील पढ़ने की रुचि वाले जिज्ञासु राजनीति में कुशल तथा अपना कार्य सिद्ध करने में दक्ष होते हैं। ये अकारण क्रोध करने वाले , मधुर भाषी , दयालु , चंचल नेत्रों वाले , व्यापार में चतुर , देवताओं का पूजन करने वाले , परदेश वासी तथा मित्रों के प्रिय पात्र होते हैं । इस राशि वालों के लिए सूर्य बाधक ग्रह होता है । सिंह राशि बाधक राशि होती है और शनि इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
तुला राशि के जातक जो जनप्रतिनिधि है उनके लिए 15 मार्च 2024 तक का समय अत्यंत उत्तम है । ये इस अवधि में कोई भी इलेक्शन जीत सकते हैं। इसके बाद प्रतिष्ठा मैं वृद्धि समझ में नहीं आ रही है । अर्थात 15 मार्च 2024 तक प्राप्त प्रतिष्ठा ही कायम रहेगी ।
धन उपार्जन -
2024 में मई महीने तक आपके पास लगातार धन आता रहेगा । विशेष कर फरवरी और मार्च में धन की आवक में कुछ और वृद्धि होगी । इसके अलावा अगस्त और सितंबर तथा नवंबर और दिसंबर के महीने में भी धन आने की मात्रा में वृद्धि होगी ।
उपाय - आपको चाहिए कि आप रविवार का व्रत करें और प्रतिदिन भगवान सूर्य को जल अर्पण करें ।
कैरियर-
इस वर्ष करियर के प्रति आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है मैं के बाद आपके स्थानांतरण का योग भी बन रहा है । मई के बाद से आपको अपने करियर के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है अन्यथा आपको हानि भी हो सकती है । जुलाई और अगस्त के महीने में कुछ अच्छे संदेश भी प्राप्त हो सकते हैं ।
उपाय - आपको चाहिए कि आप इस वर्ष मंगलवार का व्रत करें और मंगलवार को ही हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का जाप करें ।
भाग्य-
इस वर्ष जनवरी के माह में भाग्य से आपको बहुत कम मदद प्राप्त होगी । फरवरी के माह में भाग्य आपका कभी साथ देगा और कभी नहीं देगा । जून के महीने में भाग्य से आपको अत्यधिक मदद प्राप्त होगी । इसका असर जुलाई में भी रहेगा । अगस्त और सितंबर के महीने में आपको भाग्य से मदद प्राप्त नहीं हो पावेगी । नवंबर और दिसंबर के महीने में पुनः आपको भाग्य से मदद प्राप्त होगी । बाकी महीना में भाग्य आपका सामान्य है जितना आप परिश्रम करेंगे उतना प्राप्त करेंगे ।
उपाय 7- आपको पन्ना पहनना चाहिए। गाय को प्रतिदिन हरा चारा खिलाना चाहिए।
परिवार-
वर्ष के प्रारंभ में आपके और आपके जीवन साथी के संबंध अत्यंत उत्तम रहेंगे । इसके उपरांत स्वास्थ्य कारणों से आप दोनों के संबंधों में थोड़ा असर पड़ सकता है । माताजी पिताजी का स्वास्थ्य सामान्य तौर पर ठीक रहेगा । माता जी के पेट में अप्रैल के बाद थोड़ा कष्ट हो सकता है । पिताजी को अक्टूबर के महीने के उपरांत कष्ट होने की संभावना है । भाई बहनों के साथ आपके संबंध थोड़े तनाव पूर्ण हो सकते हैं ।
उपाय -हर एकादशी का व्रत रखें तथा गायत्री मंत्र की एक माला का जाप करें ।
स्वास्थ्य-
आपके और आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य में कई बार गिरावट आएगी । अक्सर ऐसे संयोग आएंगे की किसी एक का स्वास्थ्य खराब होगा । जैसे की अप्रैल और मई के महीने में आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा परंतु आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है । अच्छी बात यह है कि आप दोनों का स्वास्थ्य एक साथ कभी भी खराब नहीं होगा ।
उपाय -शुक्रवार को मंदिर पर जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान दें तथा अगर संभव हो तो पुजारी जी को सफेद वस्तुओं का दान दें ।
व्यापार-
लोहा वाहन बिजली आदि का व्यापार करने वालों के लिए पूरा वर्ष अति उत्तम है । जून के महीने में तुला लग्न के जातकों को व्यापार से अच्छा फायदा हो सकता है । इसके अलावा अगस्त , सितंबर नवंबर , तथा दिसंबर के महीने में भी व्यापार उत्तम चलेगा । आपको अपने पार्टनर से इस वर्ष सतर्क रहना चाहिए । किसी से पार्टनरशिप में काम करते समय आपको चाहिए कि आप पार्टनर की पूरी तरह से जांच परख कर ले।
उपाय-शनिवार के दिन दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें।
विवाह-
जनवरी से लेकर अप्रैल के महीने तक अविवाहित जातकों के विवाह के लिए अच्छे से संकेत मिलेंगे। । विवाह के अलावा प्रेम संबंधों में बढ़ोतरी होगी अप्रैल महीने के बाद विवाह प्रस्ताव आना कम हो जाएंगे । इसके अलावा सितंबर के महीने में भी विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं । आपके लिए विवाह हेतु यह पूरा वर्ष ठीक है । बाकी महीनों में भी विवाह के लिए प्रस्ताव आएंगे । परंतु प्रस्ताव में कोई न कोई व्यक्ति कैंची मारने में के कार्य में लगा रहेगा । अतः ऐसे लोगों से आपको सावधान रहना चाहिए ।अन्यथा ये लोग विवाह नहीं होने देंगे।
उपाय-शनि की पूजा करें तथा पुखराज धारण करें।
मकान -
वर्ष 2024 में आपके लिए कई बार मकान आदि खरीदने के अच्छे संयोग आएंगे । इनका अगर आप उपयोग करें तो आप मकान जमीन कार एसी आदि सुख सामग्री की वस्तुएं खरीद सकेंगे । मकान खरीदने का सबसे अच्छा संयोग अक्टूबर से दिसंबर के महीने के बीच में हो सकता है
उपाय-गुरुवार को विष्णु जी या रामचंद्र जी या भगवान कृष्ण के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें तथा प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें ।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको गुरुवार का व्रत करना चाहिए तथा राम रक्षा स्त्रोत का जाप करना चाहिए ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से गणेश अथर्वशीर्षा प्रतिदिन पाठ करवाना चाहिए। इसके अलावा हर शुक्रवार को किसी मंदिर में जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान करना चाहिए ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
वृश्चिक राशि के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशि फल
वृश्चिक राशि राशि चक्र की आठवीं राशि है। वृश्चिक का अर्थ है बिच्छू । अंग्रेजी में इस राशि को Scorpio कहते हैं । यह राशि 210 अंश से 240 अंश तक रहती है । विशाखा नक्षत्र का अंतिम एक चरण , अनुराधा नक्षत्र के चारों चरण तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के चारों चरण मिलकर वृश्चिक राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी मंगल है । इस राशि की आकृति बिच्छू जैसी होती है । इसका स्वभाव स्थिर है । वृश्चिक राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व जल है ,गुण राजसी है जाति ब्राम्हण है । यह दिन में बलि होती है । यह उत्तर दिशा की स्वामी है । यह राशि कफ प्रकृति की है।शरीर में गुप्तांग और गुदा पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातक दृढ़ निश्चयी तीक्ष्ण वाणी युक्त एवं स्पष्ट वक्ता होते हैं । शरीर की लंबाई एवं जननेन्द्रिय का विचार भी इस राशि से किया जाता है । वृश्चिक राशि में उत्पन्न व्यक्ति बाल्यावस्था से ही परदेश में रहने वाला , शूरवीर, अभिमानी और साहस से धन प्राप्त करने वाला होता है। । इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है । वृष राशि बाधक राशि होती है और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वृश्चिक राशि के जातक जो जनप्रतिनिधि है उनके लिए पूरा वर्ष उत्तम है ।ये इस अवधि में कोई भी इलेक्शन जीत सकते हैं। जून महीने से लेकर अक्टूबर महीने तक आपको थोड़ी सी परेशानी आ सकती है । , अक्टूबर माह के उपरांत जनता में उनकी मान मर्यादा बढ़ेगी।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे ।
धन उपार्जन -
इस वर्ष आपके पास धन की आवक में कमी आएगी । वर्ष के अधिकांश समय में आपको धन की बहुत कम प्राप्ति होगी । अगर आप परिश्रम करेंगे तो आपको मार्च ,अप्रैल ,सितंबर और अक्टूबर के महीने में धन की अच्छी प्राप्ति हो सकती है । आपको चाहिए कि आप इस अवधि में पर्याप्त परिश्रम करें जिससे समय अनुसार आपको अधिक धन मिल सके।
उपाय- आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं ।
कैरियर-
अप्रैल तक आपको अपने कैरियर में अपने अधिकारियों की मदद मिलती रहेगी । अप्रैल तक आप की प्रतिष्ठा अपने कार्यालय में बढ़ेगी । परंतु अप्रैल के बाद इसमें कमी आना प्रारंभ हो सकती है । इसके अलावा अगस्त और सितंबर के महीने में भी आपको अपने करियर में कुछ अच्छा प्राप्त हो सकता है । आपको निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार को आप शनि मंदिर में जाकर शनि देव का पूजन करें ।
भाग्य-
इस सप्ताह भाग्य से आपको अच्छे मदद प्राप्त होने की उम्मीद कम है । आपको अपने कार्यों को संपन्न करने के लिए अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा । जुलाई और अगस्त के महीने में आपको अपने भाग्य से मदद मिलेगी । अक्टूबर , नवंबर और दिसंबर के महीने में भाग्य आपकी बिल्कुल मदद नहीं कर पाएगा । आपको किसी भी कार्य को करने के लिए अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप मोती की माला धारण करें ।
परिवार-
आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य मई , जून, जुलाई, अगस्त ,नवंबर और दिसंबर महीना में खराब रह सकती है । इन महीना में स्वास्थ्य के प्रति आपको सतर्क रहना चाहिए । आपके पिताजी का स्वास्थ्य इस वर्ष अक्सर खराब रहेगा । जनवरी से अप्रैल तक उनके स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार रहेगा । इसके अलावा अगस्त और सितंबर के महीने मैं भी उनका स्वास्थ्य थोड़ा सा ठीक होगा । माता जी का स्वास्थ्य अधिकतर ठीक रहेगा । भाई बहनों के साथ आपके संबंध इस वर्ष सामान्य से कम ठीक रहेंगे । भाई बहनों के साथ कोई भी डीलिंग करने में आपको सतर्क रहना चाहिए । इस वर्ष आपको अपने संतान से भी कोई विशेष सहयोग प्राप्त नहीं होगा ।
उपाय -घर की बनी पहली रोटी गौ माता को दें.
स्वास्थ्य-
इस वर्ष आपका स्वास्थ्य सामान्य तौर पर ठीक रहेगा । जनवरी के महीने में आपका स्वास्थ्य थोड़ा खराब होगा । इसके अलावा दिसंबर के महीने में पुनः स्वस्थ में खराबी आएगी । आपको अपने पैरों के बारे में हमेशा सतर्क रहना चाहिए ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं ।
व्यापार-
इस वर्ष आपका व्यापार जनवरी-फरवरी , मार्च अप्रैल मई , सितंबर और अक्टूबर के महीने में काफी ठीक चलेगा । आपको इस समय का विशेष रूप से उपयोग करना चाहिए। व्यापार में तेजी के लिए भाग्य का भी योगदान होता है । अतः जब भाग्य को अच्छा बताया गया है उसे महीने में अपने व्यापार में वृद्धि करने का प्रयास करें ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप महीने में एक बार सत्यनारायण भगवान की कथा सुनें।
विवाह-
अगर आप अविवाहित है तो इस वर्ष अप्रैल महीने के बाद में विवाह की उत्तम प्रस्ताव आएंगे । मई के महीने में विवाह तय होने के बहुत अच्छे योग हैं । आपको इस वर्ष का उपयोग अपना विवाह तय करने में कर लेना चाहिए ।
उपाय-आप गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रतिदिन करें तथा पुखराज धारण करें।
मकान कार जमीन आदि -
आपकी कुंडली के गोचर में सुखेश पूरे वर्ष भर विद्यमान रहेगा । इसके कारण आपके सुख में निरंतर वृद्धि होती रहेगी । जनवरी से अप्रैल के बीच में आप कोई बड़ी वस्तु खरीद सकते हैं या आपके परिवार में विवाह जैसा कोई प्रयोजन हो सकता है ।
उपाय-आपको हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए।
वार्षिक उपाय-
ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको वर्ष के हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का जाप करना है ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से महीने के पूर्णमासी और एकादशी को सुंदरकांड का पाठ कराना चाहिए।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
धनु राशि के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशि फल
धनु राशि राशि चक्र की नवीं राशि है। धनु का अर्थ धनुष । खगोल मंडल में देखने पर यह राशि धनुष के आकार की दिखती है । अंग्रेजी में इसे (Sagittarius) कहते हैं । इसका विस्तार 240 से 270 तक है । मूल नक्षत्र के चारों चरण , पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के चारों चरण तथा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रथम चरण मिलकर धनु राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी गुरु है । इस राशि की आकृति ऊपरी भाग धनुष लिए मनुष्य एवं निचला हिस्सा घोड़े के समान होता है । । इसका स्वभाव स्थिर है । धनु राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व अग्नि है ,गुण सात्विक है जाति क्षत्रिय है । यह रात्रि में बली होता है । यह पूर्व दिशा की स्वामी है । यह राशि पित्त प्रकृति की है।शरीर में जांघ और कमर पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा झ है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि के जातक दयालु, परोपकारी, ईश्वर भक्त ,अधिकार प्रिय एवं मर्यादित होते हैं । ये शूरवीर ,सत्य बुद्धि से युक्त , सात्विक , आनंद प्रदान करने वाले , शिल्प विज्ञान से संपन्न , धन से युक्त , सुंदर स्त्री वाले , चरित्रवान , सुंदर शब्दों को बोलने वाले तेजस्वी तथा मोटे शरीर वाले होते हैं। इस राशि वालों के लिए शनि बाधक ग्रह होता है । कुंभ राशि बाधक राशि होती है और सूर्य इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
धनु राशि के जातकों के लिए यह वर्ष मिश्रित फलदाई है । कुछ क्षेत्रों में बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे , कुछ में सामान्य और कुछ में खराब ।
धन उपार्जन-
इस वर्ष आपके पास धन आने की मात्रा में कमी आएगी जनवरी से अप्रैल तक कुछ मात्रा में धन आएगा और रखेगा अप्रैल के बाद थान आने की मात्रा में काफी कमी हो जाएगी । अगर आप विशेष प्रयास करेंगे तो सितंबर और अक्टूबर के माह में धन आने की मात्रा में काफी वृद्धि हो सकती है ।
उपाय- आपको चाहिए कि आप शुक्रवार को किसी मंदिर में जाकर गरीबों को चावल का दान दें।
कैरियर-
करियर की दृष्टि से भी 2024 का वर्ष आपके लिए अत्यंत सामान्य है । अप्रैल माह के बाद आपका स्थानांतरण भी हो सकता है । सितंबर और अक्टूबर के महीने में आपके नौकरी के कार्य में उन्नति हो सकती है । संभवत इसी समय आपका स्थानांतरण भी हो सकता है । अच्छी या बुरी पोस्टिंग आपके दशा और अंतर्दशा पर निर्भर करती है । करियर के दृष्टि से इस साल आपको सावधान रहना चाहिए विशेष कर अगस्त और सितंबर के महीने में ।
उपाय- पूरे वर्ष पर आपको काले कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए ।
भाग्य-
जनवरी से अप्रैल तक भाग्य आपका साथ दे सकता है इसके अलावा अगस्त और सितंबर के महीने में भी भाग्य आपका साथ देगा । वर्ष के बाकी दिनों में आपको अपने कार्यों के लिए काफी परिश्रम एवं संघर्ष करना पड़ेगा जिसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए । आपको अपने किए गए परिश्रम के अनुपात में ही फल की प्राप्ति होगी ।
उपाय- आपको हर शनिवार दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम पांच बार हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए। यह कार्य आपके पूरे वर्ष करना है ।
परिवार-
इस वर्ष आपके माता जी का स्वास्थ्य खराब रह सकता है पिताजी का स्वास्थ्य समानता ठीक रहेगा भाई बहनों से आपके संबंध अच्छे रहेंगे बहनों के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे । बहनें आपकी मदद भी करेंगी । जून के महीने में आपको अपने संतान का सहयोग प्राप्त हो सकता है आपकी संतान इस पूरे वर्ष परेशानी में रह सकती है ।
उपाय-आपके प्रति शनिवार शनि मंदिर में जाकर शनि देव का पूजन अर्चन करना चाहिए ।
स्वास्थ्य-
आपका स्वास्थ्य सामान्यतया ठीक रहेगा । अप्रैल महीने के बाद आपके पेट के अंदर के किसी अंग में पीड़ा हो सकती है । इससे आपको सावधान रहना चाहिए । 16 दिसंबर के बाद आपका स्वास्थ्य काफी ठीक रहेगा । इसके अलावा जून और जुलाई के महीने में भी स्वास्थ्य ठीक रहना चाहिए । आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा ।
उपाय- इस वर्ष आपको प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करना चाहिए ।
व्यापार-
इस वर्ष आपको आपका व्यापार जून और जुलाई के महीने में उत्तम रहेगा । जनवरी से अप्रैल के महीने में व्यापार में सामान्य गति ही रहेगी । जुलाई के बाद व्यापार में गिरावट आ सकती है । व्यापार में तरक्की तभी होगी जब आप पूरी तरह से उसमें ध्यान दें और कार्य करें।
उपाय- विष्णुसहस्त्र नाम का प्रतिदिन पाठ करें
विवाह-
इस वर्ष जून और जुलाई के महीने में अविवाहित जातकों के विवाह के उत्तम प्रस्ताव प्राप्त होंगे । इसके अलावा नवंबर और दिसंबर के महीने में भी कुछ प्रस्ताव मिलेंगे । अब यह आपके ऊपर है कि आप इन प्रस्ताव में उचित प्रस्ताव का चयन कर विवाह करें । अगर आपकी दशा अंतर्दशा ठीक है तो विवाह तय हो कर होने की भी उम्मीद है।
उपाय- मंदिर में जाकर भिखारियों को चावल का दान दें । अपनी कुंडली किसी विद्वान ब्राह्मण को दिखाकर पन्ना धारण करें ।
मकान कार जमीन आदि खरीदना -
इस वर्ष मई ,जून और जुलाई के महीने में आपके लिए मकान जमीन आज खरीदने का उत्तम संयोग बना सकता है । यह वर्ष आपके लिए खर्च वाला रहेगा । अप्रैल के बाद खर्च का सिलसिला बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा । इस वर्ष आपके सुख में भी कमी आ सकती है । माता जी का आपके प्रति स्नेह भी कम हो सकता है ।
उपाय-अपने घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलाएं।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको अपने घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलानी है ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष की सभी एकादशी को व्रत रखें और सुंदरकांड का पाठ करें । यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
मकर लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशि फल
मकर राशि राशि चक्र की दसवीं राशि है। मकर का अर्थ होता है मगर जो एक जलीय जंतु है । अंग्रेजी में इसे कैप्रीकॉर्न (Capricorn) कहते हैं । इसका विस्तार 270 अंश से 300 अंश तक है । उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के अंतिम तीन चरण चरण , श्रवण नक्षत्र के चारों चरण तथा धनिष्ठा नक्षत्र का प्रथम दो चरण मिलकर मकर राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी शनि है । इस राशि की आकृति मगर के समान होती है । । इसका स्वभाव चर है , प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व पृथ्वी है ,गुण तमोगुणी है जाति वैश्य है । यह रात्रि में बली होता है । यह दक्षिण दिशा की स्वामी है । यह राशि वात प्रकृति की है।शरीर में जोड़ और घुटने पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातक विद्वान संगीतज्ञ सुंदर स्त्रियों का प्रिय पात्र पुत्रों से युक्त माता का पेड़ धनी त्यागी अच्छी नौकरी वाला दयालु बहुत भाइयों वाला और सुख लिए अधिक चिंतन करने वाला होता है । इस राशि वालों के लिए मंगल बाधक ग्रह होता है । वृश्चिक राशि बाधक राशि होती है और बुध इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
वर्ष 2022 मकर राशि के जातकों के लिए मिश्रित फलदाई है । वर्ष के प्रारंभ से अप्रैल महीने तक तथा खर्चों में काफी वृद्धि होगी । आपका स्थानांतरण भी हो सकता है इस स्थानांतरण के साथ में आपका प्रमोशन या अच्छी पोस्टिंग भी हो सकती है । वर्ष के बाकी महीनों में स्थितियां कम अच्छी है । ।
धन उपार्जन:-
जनवरी से अप्रैल तक आपके ऊपर खर्चों का भारी बोझ रहेगा । दूर देश की यात्रा भी हो सकती है । पूरे वर्ष आपके पास धन की अच्छी आवक रहेगी । आपके सुख में वृद्धि होगी । अप्रैल महीने के बाद धन रूकने के भी आसार हैं । इसके पहले आपके पास धन आएगा तो परंतु रुकेगा नहीं । तत्काल खर्च हो जाएगा । गलत रास्ते से भी धन आने का योग है । हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी नवंबर और दिसंबर के महीने में आपके पास धन आ सकता है ।
उपाय-आपको शनिवार का व्रत रहना चाहिए तथा शनिवार को ही शनि मंदिर में जा कर पूजा अर्चन करना चाहिए।
कैरियर:-
इस वर्ष आपको कैरियर के हिसाब से सावधान रहना चाहिए । अक्टूबर और नवंबर के महीने में आपको विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए । अक्टूबर और नवंबर के महीने में आपको अपने अधिकारियों से व्यर्थ का वार्तालाप नहीं करना चाहिए । अन्यथा आप दंड के भागी हो जाएंगे । कार्यालय में सितंबर के माह में आपकी स्थिति अच्छी रहेगी ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शुक्रवार के दिन मंदिर में जाकर गरीबों के बीच चावल का दान दें।
भाग्य-
भाग्य की दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए ठीक-ठाक है । आपका भाग्य आपको विशेष रूप से सितंबर और अक्टूबर के महीने में मदद करेगा । इस वर्ष आपको अपने परिश्रम पर ज्यादा भरोसा करना चाहिए । आपको जो कुछ भी मिलेगा अपने परिश्रम से ही मिलेगा।
उपाय-हर बुधवार गाय को हरा चारा खिलाएं। किसी विद्वान ब्राह्मणों को कुंडली दिखा कर पन्ना धारण करना चाहिए।
परिवार-
आपके माता जी को गरदन या कमर में दर्द हो सकता है । उनको नसों की कोई बीमारी हो सकती है । अगर उनको फेफड़े या हृदय की बीमारी है तो आपको इस वर्ष सावधान रहना चाहिए । अप्रैल और मई के महीने में उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा । इसके अलावा जून के महीने में भी उनका स्वास्थ्य ठीक रहना चाहिए । इस प्रकार अप्रैल से लेकर जून तक उनका स्वास्थ्य ठीक रहना चाहिए । आपके पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । जनवरी से अप्रैल के बीच में वे पेट के अंदर की कोई बीमारी से परेशान रह सकते हैं । भाइयों और बहनों के स्वास्थ्य में काफी दिक्कत रहेगी । उनसे आपको परेशानी भी रहेगी । अप्रैल के बाद से आपको अपने संतान का सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा ।
उपाय- प्रति शनिवार आपको दक्षिण मुखी हनुमान जी का दर्शन करना चाहिए । इसके अलावा प्रतिदिन आपको राम रक्षा स्त्रोत का जाप करना चाहिए ।
स्वास्थ्य-
इस इस वर्ष आपका स्वास्थ्य सामान्यतया ठीक रहेगा । जीवनसाथी का स्वास्थ्य अक्टूबर, नवंबर या दिसंबर के महीने में खराब रह सकता है । आपके या आपके जीवनसाथी के साथ छोटी-मोटी दुर्घटना हो सकती है । आपको अपने स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए आयुर्वेद और योगासन का सहारा नियमित रूप से लेना चाहिए । अन्यथा आपके पेट की खराबी को दूर करने में आपको बहुत दिक्कत जाएगी । इस वर्ष आपके पेट में के अंदर के किसी अंग में पीड़ा हो सकती है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें ।
व्यापार-
अगर आप बिजली ,जमीन ,लोहा या वाहन का व्यापार करते हैं तो इस पूरे वर्ष भर आपको लाभ होगा । अन्य मामलों में यह वर्ष आपको मिश्रित फल देने वाला है । इस वर्ष आपके पास गलत रास्ते से धन आने का काफी योग है । इस वर्ष आपको शराब के धंधे में भी फायदा हो सकता है । इस बात की पूरी संभावना है कि आपको अपने व्यापार में लाभ प्राप्त करने के लिए अत्यधिक मेहनत करना पड़ेगा । अक्टूबर नवंबर और दिसंबर में आपको अपने साझेदार के साथ कुछ तनाव युक्त समय भी बिताना पड़ सकता है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश चतुर्थी का पाठ करें ।
विवाह-
अविवाहित जातकों के लिए फरवरी का महीना अति उत्तम है । फरवरी के महीने में आपके यहां विवाह के उत्तम रिश्ते आएंगे । जून और जुलाई के महीने में विवाह के लिए आने वाले रिश्तो में आपको बहुत सावधान रहना पड़ेगा । अक्टूबर ,नवंबर और दिसंबर में विवाह के बारे में आपको अत्यंत सावधान रहना चाहिए ।
उपाय- आपको मोती की माला धारण करना चाहिए
मकान कार आदि-
मकान और जमीन या कार खरीदने के इस वर्ष कई अवसर आएंगे । इस बात की पूरी संभावना है कि जनवरी से अप्रैल के बीच में आप कोई सुख की वस्तु खरीद लें ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप मंगलवार को मंदिर पर जाकर गरीबों के बीच में गेहूं और मसूर की दाल का दान दें ।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको मंगलवार को मंदिर पर जाकर गेहूं और मसूर की दाल का दान देना है ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष की सभी एकादशी को व्रत रखें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
कुंभ लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशिफल
कुंभ राशि राशि चक्र की ग्यारहवीं राशि है। कुंभ का अर्थ होता है घड़ा। अंग्रेजी में इसे (Aquarius) कहते हैं । यह 300 से 330 अंश तक स्थित है । धनिष्ठा नक्षत्र के अंतिम दो चरण चरण , शतभिषा नक्षत्र के चारों चरण तथा पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का प्रथम तीन चरण मिलकर कुंभ राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी शनि है । इस राशि की आकृति कंधे पर घड़ा लिए पुरुष की है । । इसका स्वभाव स्थिर है । कुंभ राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व वायु है ,गुण तमोगुणी है जाति शूद्र है । यह दिन में बली होता है । यह पश्चिम दिशा की स्वामी है । यह राशि त्रिधातु प्रकृति की है।शरीर में पिंडली एवं आंतों पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातकों में शिल्पचातुर्य ,वैज्ञानिकता , अन्वेषणशीलता आदि गुण होते हैं। यदि कुंभ राशि में जन्म हो तो मनुष्य दानी ,कृतज्ञ ,हाथी घोड़ा और धन का स्वामी ,शुभ दृष्टि एवं सदैव कोमल स्वभाव वाला, धन और विद्या हेतु प्रयत्नशील , पुत्र से युक्त , स्नेह युक्त ,यशस्वी अपनी शक्ति से धन का उपभोग करने वाला और निर्भीक होता है । इस राशि वालों के लिए सूर्य बाधक ग्रह होता है । सिंह राशि बाधक राशि होती है और शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
सामान्य तौर पर इस बार कुंभ राशि वालों का राशिफल वर्ष अच्छा गुजरेगा । जनवरी से अप्रैल तक काफी अच्छा रहेगा अप्रैल के बाद उनके भाग्य में गिरावट देखी जा सकती है ।
धन उपार्जन:-
जनवरी से अप्रैल तक आपके पास धन आने का अच्छा योग है । इसके अलावा जून , जुलाई और दिसंबर में भी धन लाभ होने की उम्मीद है । राहु के धान भाव में होने के कारण कई बार आता हुआ धन भी आपके हाथ से जा सकता है । अतः धन को रोकने के लिए विशेष परिश्रम आपको कई बार करने पड़ेंगे ।
उपाय-घर से निकलने के पहले अपने माता पिता का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें।
कैरियर-
इस वर्ष आपको कैरियर के लिए बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है । आपको अपने कार्य क्षेत्र में कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है । आपके करियर के लिए मई , जून , जुलाई , अगस्त,नवंबर और दिसंबर के महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं । इस समय का आपको सदुपयोग करना चाहिए । आपको अपने अधिकारियों से व्यर्थ का वार्तालाप नहीं करना चाहिए । वाद विवाद नहीं करना चाहिए अन्यथा आपको दंड भी मिल सकता है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शनि देव की आराधना करें ।
भाग्य -
इस वर्ष भाग्य आपकी बहुत ज्यादा मदद या बहुत ज्यादा परेशानी नहीं देगा । आप जितना परिश्रम करेंगे उतने का फल आपको निश्चित रूप से प्राप्त होगा भाग्य की वजह से ना तो वह फल रहेगा और ना ही घटेगा । इसकी उपरांत भी अप्रैल , सितंबर और अक्टूबर के महीने में भाग्य से आपको मदद मिलेगी ।
उपाय -हीरे या अमेरिकन डायमंड की अंगूठी पहने।
परिवार-
अप्रैल के बाद आपके माता जी के स्वास्थ्य में थोड़ी कमी आएगी परंतु पिताजी का स्वास्थ्य निरंतर अच्छा रहेगा माता जी का स्वास्थ्य मई और जून के महीने में ठीक रहेगा । इसके अलावा माता जी का स्वास्थ्य अप्रैल , सितंबर और अक्टूबर के महीने में भी ठीक-ठाक रहेगा । पिताजी का स्वास्थ्य जून के महीने में खराब हो सकता है कृपया जून के महीने में पिताजी का विशेष रूप से ध्यान रखें । भाई बहनों के साथ आपके संबंध सामान्य तौर पर ठीक-ठाक रहेंगे ।
उपाय-मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का कम से कम पांच बार पाठ करें । इसके अलावा प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें ।
स्वास्थ्य:-
इस वर्ष आपका स्वास्थ्य सामान्य तौर पर ठीक रहेगा । अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीने में आपको ब्लड प्रेशर ,ब्लड ग्लूकोज या ब्लड संबंधी कोई और बीमारी हो सकती है । अप्रैल के उपरांत आपको फेफड़ों में या पेट के किसी अंग में शिकायत हो सकती है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार के दिन दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें।
व्यापार:-
जनवरी से अप्रैल तक आपको व्यापार में लाभ होगा । अप्रैल के उपरांत आपके खर्चों में वृद्धि होने के कारण व्यापार में लाभ की मात्रा में कमी आएगी । अप्रैल ,मई , जून , जुलाई तथा दिसंबर के महीने में आपके पास अच्छी मात्रा में धन आ सकता है । इस धन के लिए आपको काफी प्रयास भी करना पड़ेगा ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें गुरुवार को मंदिर में जाकर पीली वस्तुओं का दान करें । इसके अलावा आपको चाहिए कि आप पुखराज भी धारण करें ।
विवाह:-
अगर आप अविवाहित हैं तो इस वर्ष आपकी कुंडली के गोचर में जनवरी से अप्रैल तक विवाह के अच्छे योग हैं अगर आपकी दशा अंतर्दशा अच्छी है तो इस समय आपका विवाह तय हो सकता है या हो सकता है । इसके अलावा मार्च और अगस्त में भी विवाह के योग हैं ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम सात बार हनुमान चालीसा का जाप करें ।
मकान कार जमीन आदि:-
इस इस वर्ष आपके पास मकान आदि खरीदने का कोई विशेष अच्छा योग नहीं है । परंतु मई महीने से आपके द्वारा इस तरह की खरीदी के योग बन सकते हैं । मई और जून के महीने में आप निश्चित रूप से अपने सुख संबंधी कोई ना कोई उपकरण की खरीदारी करेंगे ।
उपाय- आपको चाहिए कि आप गरीब लोगों को चावल का दान दें।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको गरीबों के बीच में चावल का दान देना है।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष भगवान शिव का जल और दूध से महीने के प्रथम सोमवार को अभिषेक करें ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
मीन लग्न के जातकों का वर्ष 2024 का वार्षिक राशि फल
मीन राशि राशि चक्र की 12वीं राशि है। मीन का अर्थ मछली होता है जो जल में निवास करती है । अंग्रेजी में इसे (Pisces) कहते हैं । यह 330 अंश से 360 तक स्थित है । पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का अंतिम एक चरण , उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के चारों चरण तथा रेवती नक्षत्र के चारों चरण मिलकर मीन राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी गुरु है । इस राशि की आकृति मुंह एवं पूंछ से जुड़ी दो मछलियों जैसी होती है । इसका स्वभाव द्विस्वभाव है । मीन राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व जल है ,गुण सात्विक है जाति ब्राम्हण है । यह दिन और रात्रि में बलि होती है । यह उत्तर दिशा की स्वामी है । यह राशि कफ प्रकृति की है।शरीर में पैर और एड़ी पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातक परोपकारी दयालु एवं दानी होते हैं । । मीन राशि में उत्पन्न व्यक्ति गंभीर चेष्टा करने वाला , शक्तिशाली , बोलने में चतुर , मनुष्य में श्रेष्ठ , क्रोधी , कृपण , ज्ञान संपन्न , श्रेष्ठ गुणों से युक्त , कुल में प्रिय , नित्य सेवा भाव रखने वाला , शीघ्र गामी , नृत्य गीत आदि में कुशल , शिव दर्शन वाला तथा भाई बंधुओं का प्रेमी होता है । इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है । वृष राशि बाधक राशि होती है और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
पिछले वर्ष 20 अप्रैल 2023 को गुरु ने मेष राशि में प्रवेश किया था । इस वर्ष 1 मई 2024 के 5:30 सायंकाल से वे वृष राशि में गोचर करेंगे । इसके उपरांत 9 अक्टूबर को 8:05 रात से वृष राशि में वक्री होंगे तथा इस वर्ष भर वक्री रहेंगे । इसी प्रकार शनि ग्रह 20 फरवरी 2023 से कुंभ राशि में है और वे इस पूरे वर्ष कुंभ राशि में रहेंगें । 30 जून के 9:37 दिन से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे । शनि 16 नवंबर के 6:56 प्रातः से पुनः कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे । पिछले वर्ष 28 अक्टूबर 2023 को राहु ने मीन राशि में प्रवेश किया था और वर्ष 2024 में पूरे वर्ष में मीन राशि में ही रहेंगे । पिछले 1000 वर्षों में राहु गुरु और शनि का यह संयोग नहीं था ।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
मीन राशि के जातकों के लिए यह वर्ष मिश्रित फलदायी रहेगा । जनवरी से अप्रैल तक कई अच्छे कार्य हो सकते हैं । मई से लेकर दिसंबर तक का समय आपके लिए सामान्य है ।
धन उपार्जन:-
इस वर्ष आपके पास धन आने का अच्छा योग है । थोड़ा बहुत धन आपके पास वर्ष भर आता रहेगा । 30 जून के 16 नवंबर तक धन की मात्रा में कमी हो सकती है । मई के उपरांत धन प्राप्त करने में आपको कई बाधाओं का सामना करना पड़ेगा । 9 अक्टूबर के उपरांत धन की मात्रा बढ़ सकती है । इस प्रकार 9 अक्टूबर से 16 नवंबर तक धन आने की मात्रा में मामूली इजाफा होगा तथा 16 नवंबर के उपरांत धन आने की मात्रा में वृद्धि होगी । इसके अलावा जनवरी से मई तक आपके पास धन थोड़ी ज्यादा मात्रा में आ सकता है ।
उपाय-आपको किसी विद्वान ब्राह्मण से शनि की शांति का उपाय करवाना चाहिए।
कैरियर:-
जनवरी से अप्रैल तक कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । मई के उपरांत उसमें कमी आ सकती है । मई के उपरांत हो सकता है कि आपका स्थानांतरण भी हो जाए । कैरियर में इस वर्ष आपको सावधान रहने की आवश्यकता है । अगर आप सावधान नहीं रहेंगे तो आपको नुकसान हो सकता है ।
उपाय-आपको गुरुवार को व्रत रखना चाहिए और उसी दिन सुंदरकांड का पाठ भी करना चाहिए।
भाग्य:-
इस वर्ष भाग्य से आपको बहुत कम मदद मिलेगी । आपके सभी कार्य आपकी पुरुषार्थ की वजह से ही होंगे । आप जितना मेहनत करोगे उससे थोड़ा कम फल आपको मिलेगा । अतः किसी कार्य को करने के लिए आपको अत्यधिक परिश्रम एवं प्रयास करना पड़ेगा । अप्रैल, मई ,जून और जुलाई के महीने में आपको भाग्य से मामूली मदद मिल सकती है । आपको इस वर्ष भाग्य से मदद की उम्मीद नहीं करना चाहिए और स्वयं पुरुषार्थ कर अपने कार्यों को सिद्ध करना चाहिए ।
उपाय- आप इस वर्ष प्रतिदिन कुत्ते को रोटी खिलाएं । इसके अलावा मंगलवार का व्रत रखें और मंगलवार को ही हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें।
परिवार-
परिवार का आशय व्यक्ति का अपना परिवार तथा उसके भाई बहन और माता-पिता होते हैं । इस वर्ष आपका अपने भाई बहनों से कम अच्छा संबंध रहेगा । समय-समय पर जैसे मई और जून के महीने में संबंध थोड़ा ठीक हो सकता हैं परंतु फिर भी एक भाई से निश्चित रूप से संबंध खराब रहेगा ।
माता और पिता जी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा । पिताजी का स्वास्थ्य जनवरी से लेकर अप्रैल तक अच्छा रहेगा । उसके बाद उनके स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है । विशेष रूप से उनके पेट के अंदर के किसी अंग में पीड़ा हो सकती है । माता जी का स्वास्थ्य सामान्यतया ठीक रहेगा परंतु कभी-कभी जैसे अगस्त और सितंबर के महीने में उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है । आपको अपने संतान से इस वर्ष कोई विशेष मदद नहीं मिल पाएगी और यह भी संभव है की संतान के साथ आपके संबंधों में थोड़ा टकराव हो या संतान को किसी तरह का कोई कष्ट हो जाए । अगर आपकी संतान को कष्ट होता है तो आपको चाहिए कि आप उसकी कुंडली किसी अच्छे विद्वान ब्राह्मण से दिखाकर उपाय करें ।
-आपको चाहिए कि आप अपने घर की बनी पहली रोटी गौमाता को दें।
स्वास्थ्य-
इस वर्ष आपके पैरों को और गर्दन से ऊपर के अंग को पीड़ा हो सकती है । इसके लिए आपको निरंतर सावधान रहना चाहिए इसके अलावा गर्दन और कमर में दर्द की शिकायत भी हो सकती है अप्रैल के बाद में आपको पेट में भी पीड़ा हो सकती है । आपको निरंतर अपने और अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति इस वर्ष निरंतर सतर्क रखना चाहिए ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप विद्वान ब्राह्मण से वर्ष में दो बार महामृत्युंजय मंत्र का 12000 बार जाप करना चाहिए ।
व्यापार-
इस वर्ष व्यापार में आपको केवल सामान्य लाभ होने की ही उम्मीद है । वर्ष के कुछ दिनों में आपको अच्छा लाभ भी हो सकता है । जनवरी से अप्रैल तक आपको व्यापार में लाभ होगा । धन आने की मात्रा बढ़ेगी । सितंबर और अक्टूबर के महीने में भी आपको व्यापार में लाभ होगा । 16 नवंबर के उपरांत आपके व्यापार में अच्छा लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गौ माता को प्रतिदिन हरा चारा खिलाएं ।
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अगर आप अविवाहित हैं तो आपको विवाह के उत्तम प्रस्ताव इस वर्ष कई बार आएंगे । परंतु इन प्रस्तावों के साथ-साथ आपसे जलने वाले कुछ ना कुछ खुराफात अवश्य करेंगे । मई के महीने से विवाह के कई प्रस्ताव आपके पास आएंगे , परंतु इन खुराफात करने वालों से आपको सावधान रहना पड़ेगा । सितंबर और अक्टूबर के महीने में कुछ ज्यादा अच्छे प्रस्ताव प्राप्त होंगे। अगर आपकी दशा और अंतर्दशा विवाह के योग्य है तो इस वर्ष विवाह हो सकता है ।
उपाय -आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से राहु की शांति का उपाय करवायें । इसके अलावा पुखराज धारण करें ।
मकान-
इस वर्ष अप्रैल के उपरांत आपके पास खर्च बढ़ सकते हैं । सभी खर्च किसी अच्छे कार्य के होंगे जैसे आप इस अवधि में मकान , जमीन या सुख संबंधी कोई दूसरी चीज खरीद सकते हैं । जून और जुलाई के महीने में आपके पास मकान जमीन कार आज खरीदने का अच्छा शुभ अवसर प्राप्त हो सकता है ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गाय को हरा चारा खिलाएं।
वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलानी है।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रतिदिन करें । विशेष रूप से इस वर्ष आपको साल में दो बार 12000 महामृत्युंजय मंत्र का जाप पूर्ण विधि विधान के साथ किसी विद्वान ब्राह्मण से करवाना चाहिए ।
यह वार्षिक राशिफल लग्न राशि से गणना करके से बनाया गया है । अतः अगर आप पर शनि की साडेसाती चल रही है तो आपको विशेष सतर्क रहना चाहिए ।
आपसे अनुरोध है कि इस पोस्ट का उपयोग करें और हमें इस पोस्ट के बारे में बतायें।
मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें।
जय मां शारदा।
निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
प्रश्न कुंडली और वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया ,
सागर (मध्य प्रदेश) , पिन कोड:-470004
मोबाइल नंबर :-8959594400