SAGAR: पति ने पत्नी की कुल्हाड़ी से की हत्या : पारिवारिक विवाद के चलते

SAGAR: पति ने पत्नी की कुल्हाड़ी से की हत्या : पारिवारिक विवाद के चलते

तीनबत्ती न्यूज : 14 दिसंबर,2023
सागर : सागर जिले के गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र के पिपरिया डिगर्रा में पति ने पत्नी की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। हत्या का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाया। वहीं कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।


रात में हुआ पतिपत्नी के बीच झगड़ा

पुलिस के अनुसार ग्राम पिपरिया डिगर्रा निवासी कमलेश पिता धनीराम बंसल उम्र 31 साल बुधवार रात करीब 9.30 बजे अपने घर पर था। खाना खाने के बाद वह कमरे में सोने गया। जहां पत्नी वंदना बंसल उम्र 30 साल थी। इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी पति कमलेश ने कुल्हाड़ी उठाई और पत्नी वंदना पर हमला कर दिया। उसने पत्नी की गर्दन में कुल्हाड़ी के बार किए।


वंदना के चिल्लाने की आवाज सुन दहलान में सो रहे ससुर धनीराम दौड़कर कमरे के पास पहुंचे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजे को धक्का देखकर दरवाजा खोला। जहां देखा कि आरोपी कमलेश कुल्हाड़ी से वंदना की गर्दन पर बार कर रहा था। धनीराम ने रोका तो आरोपी कमलेश कुल्हाड़ी हाथ में लेकर भाग गया। वहीं वंदना के गले में गंभीर चोट आने से मौके पर ही मौत हो गई। घटनाक्रम की तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाया। गुरुवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंप दिया है। वहीं आरोपी पति कमलेश बंसल के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। गढ़ाकोटा थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे ने बताया कि पति ने कुल्हाड़ी मारकर पत्नी की हत्या की है। प्राथमिक जांच में हत्या का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।  आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। 
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गोंडवाना एक्सप्रेस के टॉयलेट में महिला ने लगाई फांदी : दिल्ली से दमोह लौट रही महिला

गोंडवाना एक्सप्रेस के टॉयलेट में महिला ने लगाई फांदी : दिल्ली से दमोह लौट रही महिला


तीनबत्ती न्यूज : 14 दिसंबर, 2023
दमोह : दमोह  जिले के पथरिया की बोबई गांव की एक महिला ने गोंडवाना एक्सप्रेस के सामान्य कोच के बाथरुम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला बाथरूम के लिए गई थी, काफी देर तक वापस नहीं लौटने पर परिवार के लोगों को शक हुआ। जब जाकर देखा, दरवाजा खोलने की कोशिश की पर नहीं खुल । इसके बाद परिजनों ने जीआरपी को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची दरवाजे को खोला, तो महिला एक बाथरूम में साड़ी पल्लू से फंदे पर से लटकी हुई थी। उसका शव उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। 

दिल्ली से दमोह आ रही थी महिला अपने परिवार के साथ 

हजरत निजामुद्दीन जबलपुर गोंडवाना एक्सप्रेस के जनरल कोच में एक शव के टॉयलेट में होने की सूचना दमोह जीआरपी चौकी को मिली।  जिसके बाद सुबह ट्रेन जब दमोह पहुंची तो पुलिस ने जनरल कोच के टॉयलेट से महिला का शव बरामद किया। महिला के गले मे साड़ी का टुकड़ा था जो की टायलेट के पाइप से बंधा हुआ था जिससे लग रहा है कि महिला ने सुसाइड किया है।

जीआरपी पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि 35 साल की तारा बाई अठ्या अपने पति बच्चों और साथियो के साथ दिल्ली से दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के बोबई गाँव आ रही थी। रात में ट्रेन में परिवार के साथ सफर कर दही तारा गायब हुई तो उसके पति ने तलाशना शुरू किया। काफी देर तलाश करने के बाद लोगो को लगा कि शायद महिला ट्रेन के टॉयलेट में होगी और शक सही निकला। जब टॉयलेट का गेट खोला गया तो महिला उसमे पड़ी हुई थी। महिला के परिजनों ने रेलवे पुलिस को सूचना दी । जिसके बाद दमोह।रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने महिला के शव को अपने कब्जे में।लिया। जीआरपी पुलिस प्रभारी महेश कोरी के मुताबिक फिलहाल मामला सुसाइड का ही लग रहा है और शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है जिसके बाद जांच और आगे बढ़ेगी। अभी तक इस सुसाइड का कोई कारण भी सामने नही आया है। 

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SAGAR : लोकायुक्त पुलिस ने ढाई हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा कोटवार को

SAGAR : लोकायुक्त पुलिस ने ढाई हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा कोटवार को

तीनबत्ती न्यूज : 13 दिसंबर,2023
सागर :  लोकायुक्त  पुलिस सागर  ने ढाई हजार रुपए रिश्वत लेते हुए कोटवार को रंगे हाथ पकड़ा है। कोटवार जमीन नामांतरण के दस्तावेज दिलाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। मामले की शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए कोटवार को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। 

जानकारी के अनुसार फरियादी नीरज पुत्र शिवप्रसाद दुबे निवासी गायत्री कॉलोनी मकरोनिया ने मंगलवार को लोकायुक्त कार्यालय सागर में शिकायत की थी। शिकायत में बताया कि उसकी जमीन केरबना में है। जमीन का नामांतरण कराने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन किया था।
इसी दौरान केरबना का कोटवार जोगेंद्र पुत्र झल्लू चढ़ार निवासी केरबना जमीन के नामांतरण के कागज देने के एवज में 4 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। शिकायत मिलते ही लोकायुक्त ने जांच शुरू की। जांच में शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद फरियादी नीरज दुबे ने कोटवार से बात की। आज बुधवार को लोकायुक्त टीम ने फरियादी नीरज को रिश्वत की राशि लेकर भेजा। केरबना में आम सड़क पर जैसे ही नीरज ने रिश्वत की राशि 2500 रुपए कोटवार को दी, वैसे ही लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर कोटवार को रंगेहाथ धरदबोचा।
लोकायुक्त निरीक्षक केपीएस बेन ने बताया कि जमीन नामांतरण के कागज देने के एवज में 2500 रुपए की रिश्वत लेते हुए कोटवार जोगेंद्र चढ़ार को पकड़ा है। कोटवार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। कार्रवाई टीम में लोकायुक्त डीएसपी मंजू सिंह, निरीक्षक अभिषेक वर्मा, प्रआर अजय छेत्री, आरक्षक संतोष गोस्वामी. निलेश, सुरेंद्र प्रताप सिंह, संजीव अग्निहोत्री और आशुतोष व्यास शामिल थे।




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डॉ गौर विवि के प्रो. जिनेंद्र कुमार जैन एवं प्रो.मनिंदर सिंह पाहवा भारतीय लेखांकन परिषद के पदाधिकारी निर्वाचित

डॉ गौर विवि के प्रो. जिनेंद्र कुमार जैन एवं  प्रो.मनिंदर सिंह पाहवा भारतीय लेखांकन परिषद के पदाधिकारी निर्वाचित

तीनबत्ती न्यूज : 13 दिसंबर, 2023
सागर : भारतीय लेखांकन परिषद का वार्षिक अधिवेशन त्रिवेंद्रम (केरल) में दिनांक 9, 10 दिसंबर 2023 को आयोजित हुआ l इस अधिवेशन में वाणिज्य विभाग डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर (मध्य प्रदेश) के विभागाध्यक्ष प्रो जिनेंद्र कुमार जैन प्रथम अकादमिक सत्र के संयुक्त अध्यक्ष रहे l इस सत्र की विषय वस्तु निगमित क्षेत्र में प्रगटन  व्यवहार रहा l  इस सत्र में 78  शोध पत्र पढ़े गए l भारतीय लेखांकन परिषद के  त्रि वर्षीय चुनाव प्रक्रिया मतदान के माध्यम से दिनांक 10 दिसंबर 2023 को त्रिवेंद्रम में संपन्न हुई l  
इस राष्ट्रीय अकड़ में संगठन में वाणिज्य विभाग डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के विभागाध्यक्ष प्रो जिनेंद्र कुमार जैन संयुक्त सचिव के पद हेतु अपने प्रतिद्धन्दी  से 202 मतों से विजय  हुए l  इस चुनाव में पांच उम्मीदवार  जिनमें सर्वाधिक मत  232 प्रोफेसर जिनेंद्र कुमार जैन को प्राप्त हुए तथा  प्रतिद्धन्दी  को 30 मत प्राप्त हुए l केंद्रीय विश्वविद्यालय में पदस्थ प्रोफेसर जिनेंद्र जैन की इस उपलब्धि से विश्वविद्यालय परिसर में खुशी का माहौल है l संयुक्त सचिव के चुनाव में प्रोफेसर जिनेंद्र कुमार जैन की विजय के  अतिरिक्त विभाग के प्रो मनविंदर सिंह पाहवा  को भारतीय लेखांकन परिषद की कार्य परिषद में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में नामित किया गया l 

भारतीय लेखांकन परिषद (IAA ) अमेरिकन लेखांकन परिषद का भारतीय स्वरूप है, इस परिषद में वार्षिक अधिवेशन में लेखांकन के आयाम के साथ लेखांकन शिक्षा एवं शोध पर व्यापक शोध कार्य प्रस्तुत किए जाते हैं l


 भारतीय स्तर पर आयोजित इस अधिवेशन में लगभग 1000 प्रतिभागी उपस्थित रहे l मतदान का अधिकार इस के संविधान के अनुसार केवल आजीवन सदस्यों को ही प्राप्त है इस अपेक्स परिषद द्वारा देश के विभिन्न विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम निर्माण एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है l 


 प्रोफेसर जैन कि इस जीत  पर लेखांकन परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर अप्पाराव ,कोषाध्यक्ष प्रो सत्यजीत ,सह कोषाध्यक्ष प्रो गड्डम नरेश रेड्डी तथा लेखांकन शोध जनरल की  मुख्य संपादक प्रोफेसर निमी देव  द्वारा ससम्मान पदाधिकारीयों  में शामिल किया गयसाथ ही विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता, विभाग के सदस्य प्रोफेसर मानवेंद्र सिंह पाहवा , डॉ रूपाली सैनी, डॉ अनिता कुमारी, डॉ सुषमा यादव, डॉ गौतम प्रसाद एवं विभागीय शोधार्थी सारांश, हर्षिता, मोहित,महिमा, अंकित एवं विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षकों ने वाणिज्य विभाग की इस उपलब्धि एवं राष्ट्रीय स्तर पर विभाग की उज्जवल छवि स्थापित करने पर बधाई प्रेषित की।
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‘भारतीय भाषा प्रकोष्‍ठ’ का गठन : विश्‍वविद्यालय की बहुभाषिक संस्‍कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा - प्रो. नीलिमा गुप्‍ता

भारतीय भाषा प्रकोष्‍ठ’ का गठन :  विश्‍वविद्यालय की बहुभाषिक संस्‍कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा - प्रो. नीलिमा गुप्‍ता


तीनबत्ती न्यूज : 13 दिसम्‍बर, 2023
सागर :   ‘भारत देश की बहुभाषी संस्‍कृति के संरक्षण एवं इसको सतत समृद्ध करने में उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थानों की भूमिका अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है। डॉ. सर हरीसिंह गौर के सपनों का यह विश्‍वविद्यालय केन्‍द्रीय विश्‍वविद्यालय होने के नाते विभिन्‍न राज्‍यों के भिन्‍न भाषा-भाषी विद्यार्थियों की आंकांक्षाओं की पूर्ति की दिशा में निरंतर कार्यरत है। इसी क्रम में विश्‍वविद्यालय में ‘भारतीय भाषा प्रकोष्‍ठ' (Bhartiya Bhasha Cell - BBC) स्‍थापित किया जा रहा है। यह प्रकोष्‍ठ न केवल विभिन्‍न भाषा-भाषी विद्यार्थियों के लिए संबंधित ‘भाषा अभिभावक’ की उपलब्‍धता सुनिश्चित करेगा बल्कि उनकी भाषा में पाठ्यसामग्री निर्माण, भाषा प्रशिक्षण एवं भाषा-संस्‍कृति संरक्षण में महती भूमिका का निर्वहन करेगा।‘ यह बात राजभाषा प्रकोष्‍ठ द्वारा आयोजित विश्‍वविद्यालयीन भारतीय भाषा समिति की बैठक की अध्‍यक्षता कर रही  कुलपति  प्रो. नीलिमा गुप्‍ता ने कही। उन्‍होंने बताया कि भारतीय भाषा समिति में भारतीय भाषा का प्रतिनिधित्‍व कर रहे नोडल अधिकारी ही संबंधित भाषा के ‘भाषा अभिभावक’ होंगे। वे विश्‍वविद्यालय में अध्‍ययनरत अपनी भाषा के विद्यार्थियों के स्‍थानीय अभिभावक की भूमिका का भी निर्वहन करेंगे।

 इस अवसर पर समिति के समन्‍वयक एवं प्रभारी हिन्‍दी अधिकारी संतोष सोहगौरा ने समिति के उद्देश्‍य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय भाषाओं का समुचित उन्‍नयन राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का एक अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण पहलू है। भारत की प्रत्‍येक बोली और भाषा के साहित्‍य–संस्‍कृति को संजोकर रखना, उसमें पठन-पाठन की व्‍यवस्‍था करना हमारा कर्तव्‍य है। उन्‍होंने बताया कि माननीया कुलपति महोदया के निर्देशन में विश्‍वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा 12 भारतीय भाषाओं में 25 पाठ्य-पुस्‍तकों के लेखन का कार्य जनवरी के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। साथ ही इन पुस्‍तकों का 12-12 भाषाओं में अनुवाद कर लगभग 300 पुस्‍तकें तैयार करने का कार्य भी प्रगति पर है। उन्‍होंने समिति को आश्‍वस्‍त किया कि कुलपति  के निर्देशानुसार   शीघ्र ही भाषा अभिभावकों एवं 'भारतीय भाषा प्रकोष्‍ठ' के गठन की अधिसूचना जारी की जायेगी। विश्‍वविद्यालय में अध्‍ययनरत विभिन्‍न भाषा-भाषी विद्यार्थीगण अपने ‘भाषा अभिभावक’ से संपर्क कर सकते हैं।  
ध्‍यातव्‍य है कि राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की भावना के अनुरूप विश्‍वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा मातृभाषा में लिखित 12 पुस्‍तकों का विमोचन इसी वर्ष  प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा किया गया था। 
बैठक में प्रो. वर्षा शर्मा, प्रो. नवीन कानगो, प्रो. देवाशीष बोस, डॉ. किरण आर्या, डॉ. वसीम अनवर, डॉ. अनुपमा चंदा, डॉ. चिट्टी बाबू, डॉ. नवजोत कंवल, डॉ. हेमंत पाटीदार, डॉ. शालिनी चोइथरानी, डॉ.संजय कुमार, डॉ. रामहेत गौतम, डॉ. नौनिहाल गौतम, डॉ. सतीश सी., डॉ. पुष्‍पल घोष, डॉ. के.के. डे, डॉ. कल्‍पतरू दास, डॉ. आफरीन,       डॉ. अफरोज, विश्‍वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. सत्‍यप्रकाश उपाध्‍याय, राजभाषा प्रकोष्‍ठ के अभिषेक सक्‍सेना एवं विनोद रजक सहित विभिन्‍न भाषाओं के प्रतिनिधि नोडल अधिकारी एवं सदस्‍यगण उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन उप-पुस्‍तकालयाध्‍यक्ष डॉ. संजीव सर्राफ ने किया। 

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SAGAR: जी.आई.एस सर्वे में नगर निगम ने कोई भी नया संपत्ति कर नहीं लगाया, न ही करों को बढ़ाया

SAGAR: जी.आई.एस सर्वे में नगर निगम ने कोई भी नया संपत्ति कर नहीं लगाया, न ही करों को बढ़ाया



तीनबत्ती न्यूज : 13 दिसंबर,2023
सागर : 
 नगर निगम द्वारा नगर निगम सीमा क्षेत्र की संपत्तियों में किसी भी प्रकार का नया कर कर नहीं लगाया गया है और न ही किसी भी प्रकार की करों में वृद्धि की गई है। जी आई एस सर्वे के माध्यम से नगर निगम क्षेत्र की संपत्तियों के क्षेत्रफल एवं उनके उपयोग (व्यावसायिक अथवा रहवासी) के प्रकार का निर्धारण किया गया है जो पूरे प्रदेश में लागू किया गया है, जिसका उद्देश्य प्रत्येक संपत्ति का वास्तविक मूल्यांकन करना है तथा छूटी हुई तथा नवनिर्मित संपत्तियों को शामिल कर संपत्ति कर के दायरे में लाना है, जिसके फलस्वरुप नगर निगम में दर्ज संपत्तियों की संख्या में लगभग 10 हजार संपत्तियों की वृद्धि हुई है और उन्हें संपत्तिकर के दायरे में लाया गया है। शासन की गाइडलाइन अनुसार ही संपत्तिकर का निर्धारण किया गया है, नागरिकगण ई- नगर पालिका पोर्टल पर जाकर स्वयं भी अपने संपत्तिकर का निर्धारण कर सकते हैं।

राजस्व अधिकारी श्री बृजेश तिवारी ने बताया कि संपत्ति कर बिल के संबंध में अगर किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपत्ति है तो वह नगर निगम कार्यालय में अपने संपत्ति स्वामित्व संबंधी दस्तावेजों के साथ अपनी आपत्ति दर्ज कराकर सुधार करवा सकते हैं जिसका परीक्षण करवाकर नियम अनुसार कार्रवाई की जावेगी ।
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डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया बने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष : कार्यभार ग्रहण किया

डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया बने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष : कार्यभार ग्रहण किया


तीनबत्ती न्यूज :13 दिसम्बर 2023
भोपाल :  सीएम मोहन यादव ने पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के रूप रामकृष्ण कुसमरिया की पहली राजनेतिक नियुक्ति की। डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने आज भोपाल के श्यामलाहिल्स हिल्स मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग पहुँच कर अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग से जुड़े जन-प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
डॉ. कुसमरिया को राज्य शासन ने मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था। कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. कुसमरिया ने आयोग की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। आयोग मुख्य रूप से प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के लिये हितप्रहरी के रूप में कार्य करता है। इसके साथ ही आयोग राज्य की सामाजिक व शैक्षणिक रूप से पिछड़ा वर्ग जातियों की सूचियों में जातियों को जोड़ने एवं विलोपित करने की अनुशंसा राज्य शासन को भेजता है। प्रदेश में कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा पिछड़ा वर्ग से संबंधित है।

जिला स्तर पर करेंगे समीक्षा

कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. कुसमरिया ने कहा कि वे शीघ्र ही जिलों का दौरा कर पिछड़ा वर्ग के कल्याण से संबंधित योजनाओं की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वे पिछड़ा वर्ग से जुड़े स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर उनकी दिक्कतों को समझेंगे और सुझाव प्राप्त करेंगे।


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धार्मिक स्थल अथवा अन्य स्थान में निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप ही ध्वनि लाउड स्पीकर/डीजे का उपयोग किया जा सकेगा▪️मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रभार ग्रहण करने के बाद पहला आदेश

धार्मिक स्थल अथवा अन्य स्थान में निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप ही ध्वनि लाउड स्पीकर/डीजे का उपयोग किया जा सकेगा
▪️मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रभार ग्रहण करने के बाद पहला आदेश

तीनबत्ती न्यूज : 13 दिसंबर,2023 
भोपाल : राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि किसी भी प्रकार के धार्मिक स्थल अथवा अन्य स्थान में निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों (लाउड स्पीकर/डीजे) आदि का उपयोग किया जा सकेगा। राज्य शासन द्वारा ध्वनि प्रदूषण तथा लाउड स्पीकर आदि के अवैधानिक उपयोग की जाँच के लिये सभी जिलों में उड़नदस्ते गठित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में प्रभार ग्रहण करने के बाद इससे संबंधित प्रथम नस्ती पर हस्ताक्षर किये।

मध्यप्रदेश में धार्मिक स्थल और अन्य स्थानों पर मध्यप्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम, ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम 2000 के प्रावधानों तथा सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुक्रम में राज्य शासन ने यह निर्णय लिया है। इसके तहत लाउडस्पीकर एवं अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्रों के नियम विरूद्ध तेज आवाज में बिना अनुमति के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। ध्वनि प्रदूषण तथा लाउड स्पीकर आदि के अवैधानिक उपयोग की जाँच के लिये सभी जिलों में उड़नदस्ते नियमित और आकस्मिक रूप से धार्मिक और सार्वजनिक स्थानों जहाँ ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग होता है, का निरीक्षण करेंगे तथा नियमों के उल्लंघन की स्थिति में अधिकतम 3 दिन में जाँच कर प्रतिवेदन संबंधित प्राधिकारी को प्रस्तुत करेंगे। उड़नदस्तों में जिला प्रशासन द्वारा नामित अधिकारी, संबंधित थाने का प्रभारी तथा मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नामित अधिकारी सदस्य रहेंगे। जिले के समस्त उड़नदस्तों का नोडल अधिकारी एक जिला अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी स्तर का अधिकारी होगा, जिसे जिला कलेक्टर द्वारा नामित किया जायेगा।

धर्म गुरूओं से संवाद और समन्वय के आधार पर लाउड स्पीकरों को हटाने का प्रयास किया जायेगा। ऐसे धार्मिक स्थलों की सूची बनाकर जहाँ इन नियमों और निर्देशों का अनुपालन नहीं हो रहा है, जिला स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा कर पालन प्रतिवेदन आगामी 31 दिसंबर तक गृह विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। ध्वनि प्रदूषण के मामलों की सतत निगरानी के लिये अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध अनुसंधान विभाग) पुलिस मुख्यालय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। नोडल अधिकारी समय-समय पर लाउड स्पीकरों, डीजे आदि के अवैधानिक प्रयोग के संबंध में प्रतिवेदन शासन को प्रस्तुत करेंगे। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।


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