बड़े भाई प्रहलाद पटेल को रिकार्ड मतों से जिताएंगे छोटे भाई जालम सिंह पटेल
▪️जालमसिंह का टिकिट काटकर प्रहलाद पटेल को बनाया है प्रत्याशी
तीनबत्ती न्यूज :27 सितम्बर,2023
नरसिंहपुर : बीजेपी द्वारा विधानसभा चुनाव में बड़े चेहरे उतारे जाने से बीजेपी से जुड़े राजनीतिक परिवारों में उनका भविष्य फंस गया है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को जिस नरसिंहपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। वहा से उनके छोटे भाई जालम सिंह विधायक है। जाल्मसिंह लंबे समय से नरसिंहपुर अंचल में अपना राजनेतिक वजूद बनाए है। उनके बड़े भाई प्रहलाद पटेल की अपनी साख है। प्रहलाद पटेल ने हमेशा लोकसभा चुनाव लडे और जीते हारे तो वही जालिम सिंह विधानसभा में अपनी मोजुदगी बनाए रखे। लगातार दो दफा से नरसिंहपुर से विधायक है। नई सूची में उनका टिकिट काटकर बड़े भाई को दिया गया है। वर्तमान में प्रहलाद पटेल दमोह लोकसभा से सांसद है। देवरी विधानसभा: दो दफा से हार रही बीजेपी कांग्रेस से आए पूर्व विधायक के भरोसे▪️9 महीने पहले छोड़ी कांग्रेस अब बीजेपी से प्रत्याशी बने बृज बिहारी पटेरिया
बड़े भाई को जिताएंगे
नरसिंहपुर से उनीदवारी पर विधायक जालम सिंह ने कहा की मेरे बड़े भाई पहलाद पटेल जी नरसिंहपुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं । मैं उनको जिताने में अपनी भूमिका अदा करुंगा। में लगातार जनता की सेवा कर रहा हूं और इस बार भी जनता का आशीर्वाद हमें प्राप्त होगा। मिडिया ने उनसे पूछा कि पूछा कि पार्टी अगर आपको कहीं और से प्रत्याशी बनाती है ? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं पार्टी से आग्रह करूंगा कि मुझे कहीं और से नहीं टिकट दी जाए मैं अपनी बड़े भाई की विधानसभा में रहकर उनका सहयोग करूंगा ।
सुने : विधायक जालम सिंह पटेल को
पहली दफा उतरेंगे विधानसभा चुनाव में
मध्यप्रदेश में लोकसभा सीट बदलकर चुनाव लडने वाले बड़े नेताओं में शुमार केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल पहली दफा विधानसभा चुनाव लड़ रहे है। नरसिहपुर उनकी जन्मभूमि है। अहि तक 5 लोकसभा चुनाव उन्होंने लड़े है
इस संबंध में प्रहलाद पटेल बोले कि बीजेपी ने मुझे पहली बार अपनी जन्म भूमि नरसिंहपुर से प्रत्याशी बनाया गया है । इसके लिए मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं।
नरसिंहपुर की तस्वीर
नरसिंहपुर भाजपा का मजबूत गढ़ है। अभी यहां से भाजपा के जालम सिंह पटेल विधायक हैं। प्रह्लाद सिंह पटेल उनके बड़े भाई हैं। प्रह्लाद सिंह पटेल अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों से 5 बार सांसद रहे हैं। लोधी वोटरों में उनकी मजबूत पैठ है । चुनावी रणनीति बनाने में माहिर माने जाते हैं। कांग्रेस उनके मुकाबले में पिछली बार करीबी अंतर से हारे लाखन सिंह पटेल पर दांव लगा सकती है। जाम सिंह ने : विधानसभा 2018 में लाखन सिंह को 14903 वोटों से हराया था।