कलेक्टर श्री आर्य ने समीक्षा कर रोटरी के चारों ओर बनने वाले आईलेंड को पुनः परीक्षण करने के निर्देश दिए और परियोजना स्थल पर इनकी मार्किंग करने व यातायात फ्लो का परीक्षण करने के निर्देश दिए। इस दौरान इंजीनियर फोरम के सदस्यों और अन्य उपस्थित सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिए। बैठक के दौरान निगम परिषद एमआईसी सदस्य श्री नरेश यादव, श्री धर्मेन्द्र गुड्डा खटीक, श्री अनूप उर्मिल श्री शैलेन्द्र ठाकुर, श्री सोमेश जड़िया, श्रीमति जैन सहित श्री रिशांक तिवारी, श्री नवीन भट्ट, इंजीनियर फोरम के सदस्य एवं नगर निगम व स्मार्ट सिटी के इंजीनियर उपस्थित रहे।
Sagar: दीनदयाल चौक की रोटरी का मामला : कलेक्टर ने डिजाइन पर किया विचार-विमर्श : दुबारा परीक्षण के निर्देश
कलेक्टर श्री आर्य ने समीक्षा कर रोटरी के चारों ओर बनने वाले आईलेंड को पुनः परीक्षण करने के निर्देश दिए और परियोजना स्थल पर इनकी मार्किंग करने व यातायात फ्लो का परीक्षण करने के निर्देश दिए। इस दौरान इंजीनियर फोरम के सदस्यों और अन्य उपस्थित सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिए। बैठक के दौरान निगम परिषद एमआईसी सदस्य श्री नरेश यादव, श्री धर्मेन्द्र गुड्डा खटीक, श्री अनूप उर्मिल श्री शैलेन्द्र ठाकुर, श्री सोमेश जड़िया, श्रीमति जैन सहित श्री रिशांक तिवारी, श्री नवीन भट्ट, इंजीनियर फोरम के सदस्य एवं नगर निगम व स्मार्ट सिटी के इंजीनियर उपस्थित रहे।
SAGAR : चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग का लाइव प्रसारण : विवि ,योग निकेतन , तीनबत्ती सहित अनेक स्थानों पर देखा : जनप्रतिंधियो ने दी बधाई:
कलेक्टर श्री दीपक आर्य चूंकी भौतिक शास्त्र विषय के विद्यार्थी रहे हैं इसलिए उनको यह चंद्रयान-3 की लैंडिंग बहुत महत्वपूर्ण थी। उन्होंने आज सभी शासकीय प्रशासनिक कार्यों को 10 मिनट का विराम देते हुए पूरी तनमयिता के साथ टीवी पर यह लैंडिंग देखी और सफल लैंडिंग होने पर उन्होंने जिले एवं इसरो के वैज्ञानिकों सहित संपूर्ण भारतवासियों को बधाई शुभकामनाएं प्रेषित की हैं । नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि आज भारत के लिए महत्वपूर्ण दिन है। इसके साथ-साथ आज पूरे विश्व में अपना नाम रोशन किया है आज भारत का नाम पूरे विश्व में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया।
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गरीब परिवारों की जिंदगी बदलना है मिशन : सीएम शिवराज सिंह▪️मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को पहनाई चरण पादुकाएं और भेंट की पानी की बॉटल
गरीब परिवारों की जिंदगी बदलना है मिशन : सीएम शिवराज सिंह
▪️मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को पहनाई चरण पादुकाएं और भेंट की पानी की बॉटल
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार कमजोर वर्ग के कल्याण के लिए है। मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब जमीन के बिना नहीं रहेगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना का क्रियान्वयन जारी है। शिवपुरी में 27 हजार लोगों को पट्टे उपलब्ध कराए गए हैं। यदि कोई छूटा होगा तो उसे भी भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। शीघ्र ही पोहरी के बैराड़ में महाविद्यालय आरंभ किया जाएगा। वे आज पोहरी जिला शिवपुरी में मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्राहकों को संबोधित कर रहे थे।
तेंदुपत्ता संग्राहकों को दिए चरण पादुका, पानी बोतल और साड़ी
श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने जल, जंगल और जमीन के मामलों में जनजातीय भाई-बहनों के सशक्तिकरण का नया शंखनाद किया है। तेंदूपत्ता संग्राहकों का जीवन सरल बनाने के लिए चरण पादुका योजना में तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को जूते, चप्पल, साड़ियां, पानी की बॉटल, छाता तथा अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। इस वर्ष शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, श्योपुर एवं ग्वालियर के तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 88,748 जोड़ी जूता, 89,159 जोड़ी चप्पल, 90,440 नग पानी की बोतल एवं 1,14,595 नग साड़ी का वितरण किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश ने रचा एक और नया इतिहास : सीएम शिवराज सिंह ▪️मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनजातीय नृत्य और संगीत के बीच पुष्प-वर्षा कर हितग्राहियों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने 77 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने श्रीमती कांति बाई और श्रीमती ममता को प्रतीक स्वरूप चरणपादुका पहनाकर, साड़ी और पानी की बॉटल सौंप कर, सामग्री वितरण का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के वन मंत्री डॉ. विजय शाह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़ तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
जारी है प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नेतृत्व में गरीब कल्याण का महाअभियान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नेतृत्व में गरीब कल्याण का महाअभियान जारी है। शीघ्र ही प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को आवास उपलब्ध कराएंगे। प्रदेश में हर जरूरतमंद परिवार को आवास उपलब्ध कराया जाएगा। जो परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना में छूटेंगे, उन्हें मुख्यमंत्री जन आवास योजना में मकान बनाने के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश में कोई भी परिवार आवास से वंचित नहीं रहेगा।
गरीब परिवारों की जिंदगी बदलना है मिशन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब परिवारों की जिंदगी बदलना हमारा संकल्प है। पढ़ाई, इलाज, विवाह में सहायता की व्यवस्था हमारी सरकार द्वारा की गई है। जो युवा काम सीखना चाहते हैं उनके लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू की जा रही है। काम सीखने के दौरान युवाओं को 8 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड भी उपलब्ध कराया जाएगा। पढ़ाई में विद्यार्थी आगे बढ़ें, इसमें प्रोत्साहन और सहयोग के लिए विद्यार्थियों को साइकिल और स्कूटी उपलब्ध कराई जा रही है। बहन-बेटियों के सशक्तिकरण के लिए लाड़ली बहना योजना में प्रतिमाह उन्हें एक हजार रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिसे बढ़ाकर 3 हजार रुपए किया जाएगा। तीर्थ-दर्शन योजना में परिवार के बुजुर्ग व्यक्तियों को हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा कराने की व्यवस्था की गई है। पिछली सरकार ने जन- कल्याण की गई योजनाएँ बंद कर दी थीं। हमारी सरकार के लिए गरीब की सेवा ही भगवान की सेवा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विशाल जन-समुदाय को प्रधानमंत्री श्री मोदी के सबका साथ-सबका विकास के लक्ष्य के साथ शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ लेते हुए अपने जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया।
बेहतर सड़कों, शिक्षा से सुधरी है पोहरी क्षेत्र की स्थिति
केंद्रीय नागरिक उड्ययन मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि पोहरी क्षेत्र में सड़कें, नहर, शिक्षा आदि की व्यवस्था कर क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर गतिविधियां संचालित की गई हैं। क्षेत्र में 124 करोड़ रुपए की सड़कों का निर्माण करवाया गया है।
वन मंत्री डॉ. विजय शाह ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका, पानी की बोतल आदि उपलब्ध कराना मुख्यमंत्री श्री चौहान की संवेदनशीलता का परिचायक है। मंत्री श्री सुरेश धाकड़ ने भी संबोधित किया।
भूमि-पूजन एवं लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 59 करोड़ 47 लाख रुपए लागत की 6 परियोजनाओं का भूमि-पूजन किया। इन परियोजना में जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 3 करोड़ 38 लाख रूपये की लागत से कटेंगरा स्टॉप कम कॉजवे, 2 करोड़ 43 लाख रूपये का फुलीपुरा स्टॉप डेम, 3 करोड़ 94 लाख रूपये का बेरजा स्टॉप डेम कम कॉजवे और 4 करोड़ 71 लाख रूपये का बीलवरा स्टॉप डेम कम कॉजवे, लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत 2 करोड़ 53 लाख रूपये की लागत से देवपुरा रोड से शंकरपुर मार्ग तक 2.70 किलोमीटर की रोड़ का उन्नयन कार्य एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत पोहरी में जल जीवन मिशन में 42 करोड़ 47 लाख रूपये की 50 नल-जल योजनाएँ शामिल हैं।
पोहरी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 17 करोड़ 5 लाख 32 हजार रूपये के 7 विकास कार्यों का लोकार्पण किया, जिसमें जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 3 करोड़ 31 लाख रूपये का आकुर्सी स्टॉप डेम कम कॉजवे, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क में 1 करोड़ 8 लाख 59 हजार रूपये का सिंह निवास खरई से मारौरा खालसा मार्ग पार्वती नदी पर पुल निर्माण, 0.063 किमी का उन्नयन कार्य का लोकार्पण, 2 करोड़ 3 लाख 77 हजार का परिच्छा से बमरा रोड तक 5.95 किमी का उन्नयन कार्य का लोकार्पण एवं 2 करोड़ 8 लाख 90 हजार का शिवपुरी से श्योपुर रोड से अतवई वाया चकराना, बछोरा रोड तक 6.84 किमी का उन्नयन कार्य का लोकार्पण, लोक निर्माण विभाग के तहत 1 करोड़ 81 लाख रूपये का मारोराखालसा से रसेरा मार्ग तक 3.06 किमी रोड़ का उन्नयन कार्य, लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण के अंतर्गत 4 करोड़ 62 लाख रूपये का शिवपुरी पाली मार्ग के सरकुला नदी पर पुल निर्माण 31/8 किमी का उन्नयन कार्य एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत पोहरी में जल जीवन मिशन की एक योजना शामिल
मध्यप्रदेश ने रचा एक और नया इतिहास : सीएम शिवराज सिंह ▪️मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ
▪️मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ' योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि योजना का दायरा बढ़ाया जायेगा। अब व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में भी काम सिखाने की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू करके मध्यप्रदेश ने एक और नया इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि हम बच्चों को और कौशल देंगे ताकि वे नई ऊँचाइयों पर पहुँच सके। उन्होंने कहा कि हम बच्चों को ऊँची उड़ान भर सकने का हौसला दे रहे हैं। उन्हें हुनर दे रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता देना बे-मानी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरखेड़ा, भेल में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत ऑन जॉब ट्रेनिंग के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, उद्योगपति तथा बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पर आधारित लघु फिल्म दिखाई गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगे कहा कि प्रदेश में अब तक 60 हजार युवाओं को नौकरी दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश को परिवार मानकर काम कर रहे हैं। बच्चों के सपनों को मरने नहीं देंगे। उन्हें हर हाल में पूरा करेंगे। संभागीय आईटीआई को आदर्श आईटीआई बनाया गया है। चौबीस नये आईटीआई खोले गए हैं।
प्रदेश में रोजगार के नए तरीके खोजे जा रहे हैं। शिक्षा ज्ञान तो देती है, साथ ही नागरिकता के संस्कार एवं कौशल भी देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदयार्थियों को उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण मिलेगा। नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रक्रिया के माध्यम से प्रशिक्षण मिलेगा। व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड मिलेगा और मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा स्टेट कौंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप नीति 2022 लागू की गई है। आज प्रदेश में 3 हजार 500 से ज्यादा स्टार्ट-अप्स और 80 से अधिक इन्क्यूबेटर्स कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सीएम राइज स्कूल प्रारंभ हो रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों से बेहतर शिक्षा देने की कोशिश कर रहे हैं। स्वरोजगार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उद्यम क्रांति योजना के तहत लोन दे रहे हैं। चिड़िया अपने बच्चों को पंख देती है घोंसला नहीं देती, जिससे वे ऊँची उड़ान भर सकें। इसलिए बेरोजगारी भत्ता की जगह हम युवाओं को काम सिखाकर रोजगार दे रहे हैं। युवाओं को काम सिखाने के बदले 8 से 10 हजार रूपये स्टाइपेंड के रूप में दिये जायेंगे। काम सीखने के बाद वे खुद का स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं। साथ ही उद्योगों में परमानेंट जॉब भी मिल सकेगा। युवा अपने पैरों पर खड़े होकर दिखाने का संकल्प लेकर चलें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में जून से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था। यह क्रम लगातार जारी रहेगा। अब तक 16 हजार 744 कंपनियाँ पंजीकृत हो चुकी हैं। बेटा-बेटियों को कभी निराश नहीं होने दूंगा। तुम्हारे सपनों को मरने नहीं दूंगा। प्रदेश की प्रगति और विकास को नई रफ्तार मिलेगी। जिनको 12वीं के बाद रोजगार चाहिए वे अपना योजना में पंजीयन करा सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा जहां भी काम सीख सकते हैं वहां काम सीखें। अपनी जिन्दगी को बेहतर बनायें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में कौशल संवर्धन का कार्य चल रहा है। भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं। प्रदेश में स्टार्टअप नीति बनाई गई है। हर दिशा में कार्य जारी है। हर महीने 3 लाख बेटा-बेटियों को स्व-रोजगार से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना अनूठा प्रयोग होगा, जिसे आज नहीं तो कल पूरा देश स्वीकार करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा वो है जो ठान लेता है, उसे पूरा करता है। स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि तुम अनंत शक्तियों के भंडार हो। इसलिए दृढ़-इच्छाशक्ति के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जुट जायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चयनित युवक-युवतियों को ऑफर लेटर वितरित किए।
सीखो कमाओ- अब तक
प्रशिक्षण कंपनियों का पंजीयन 7 जून 2023 से हुआ प्रारंभ।
अब तक 16 हज़ार 744 कंपनियां पंजीकृत
अब तक 70 हजार 386 पद हुए प्रकाशित
युवाओं का रजिस्ट्रेशन 4 जुलाई 2023 से हुआ प्रारंभ
अब तक 8 लाख 71 हज़ार 330 युवा पंजीकृत
अब तक 15 हजार 92 अनुबंध निर्मित
46 क्षेत्रों के 700 से अधिक पाठ्यक्रमों में मिलेगा प्रशिक्षण।
सीखो-कमाओ योजना- त्रिवेणी से पूरे होंगे 3 बड़े उद्देश्य:
इस योजना के माध्यम से प्रदेश का युवाबल, उद्योगजगत और सरकार की त्रिवेणी आ रही एक साथ।
युवा बल के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार।
उद्योगों को मिलने लगेंगे कुशल कामगार।
प्रदेश को मिलेगी प्रगति की तेज रफ्तार।
युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
सीखो कमाओ 'लर्न एंड अर्न' कार्यक्रम है, जिसमें युवाओं को जॉब ओरिएंटेड स्किल ट्रेनिंग मिलेगी।
छात्रों को कार्यक्षेत्र में रहकर अनुभव प्राप्त करने और अपने कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा।
प्रशिक्षण के साथ ही प्रतिमाह स्टाइपेण्ड भी मिलेगा ताकि वे प्रशिक्षण के दौरान अपने खर्च उठा सकें -
12वीं उत्तीर्ण को रु . 8000,
आईटीआई उत्तीर्ण को रु . 8500,
डिप्लोमा उत्तीर्ण को रु . 9000
स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शैक्षणिक योग्यता को रु . 10000
ट्रेनिंग की फीस जुटाने के लिए उन्हें अपने माता-पिता पर बोझ नहीं डालना होगा।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद छात्रों को नौकरी पाने में आसानी होगी, क्योंकि उनके पास पहले से ही नौकरी के लिए आवश्यक कौशल और अनुभव होगा।
अभ्यर्थियों को मिलने वाले लाभ
उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण।
नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रक्रिया के माध्यम से प्रशिक्षण।
व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड।
मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा स्टेट कौंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (SCVT) का प्रमाणन।
नियमित रोज़गार प्राप्त करने की योग्यता अर्जित करना।
उद्योगों को मिलेंगे कुशल कामगार
इस योजना के माध्यम से उद्योगों को अपनी जरूरत के अनुसार युवाओं का कौशल संवर्धन करने का अवसर मिलेगा।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण प्रदाता प्रतिष्ठान छात्रों की परख करके, तथा प्रशिक्षण के बाद इन छात्रों को अपने संस्थान में नौकरी दे सकेंगे।
इस प्रकार उद्योगों को कुशल और अनुभवी कर्मचारियों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उद्योगों को कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की लागत कम होगी, क्योंकि छात्रों को पहले से ही कुछ कौशल और अनुभव प्राप्त होगा।
एक छात्र-अभ्यर्थी पर प्रतिमाह 75% स्टाइपेण्ड की बचत होगी।
एक छात्र-अभ्यर्थी पर प्रतिमाह अधिकतम रु. 9,000/- तक की बचत होगी।
छात्र-अभ्यर्थी पर एपीएफ, बोनस एवं इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट एक्ट नहीं होगा लागू।