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गंगा जमुना स्कूल विवाद:केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के निवास पर प्रदर्शनकारियों का घुसना : ▪️बाल सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया इसे प्रशासनिक चूक और पुलिस की विफलता

गंगा जमुना स्कूल विवाद:केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के निवास पर प्रदर्शनकारियों का घुसना : 

▪️बाल सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया इसे प्रशासनिक चूक और पुलिस की विफलता




By:Vinod Arya

तीनबत्ती न्यूज :6 जुलाई ,2023

सागर:  हिजाब और स्कूल की आड़ में धंधे को लेकर विवादो में फसी दमोह के गंगा जमुना स्कूल के विद्यार्थियों और अभिवावको ने दो दिन पहले बच्चो के भविष्य को लेकर कलेक्टर कार्यालय और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के दमोह स्थित आवास पर प्रदर्शन करने की घटना में अब नया मोड़ आ गया है।

क्लिक करे: Video: सीएम शिवराज सिंह ने सीधी पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी दशमत के पैर धोए, तिलक लगाया माला पहनाई और मांगी माफी


 बाल अधिकार सरक्ष्ण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने अपने ट्वीटर अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की है। जिसमे इसे इस्लामिक कट्टरवाद बताया है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों का  केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के आवास पर घुसने की घटना को प्रशासनिक चूक और पुलिस के गोपनीय विभाग की असफलता और लापरवाही बताया है। 

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प्रियंक कानूनगो का ट्वीट


आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने टवीट किया कि 

दमोह के गंगा जमना स्कूल में अनियमितताओं के चलते @NCPCR_ द्वारा संज्ञान लिए जाने के पश्चात जाँच के निर्देश दिए गए व ज़िला शिक्षा अधिकारी की जाँच के बाद पाई गयी कमियों के आधार पर  राज्य सरकार द्वार स्कूल की मान्यता निलम्बित की गयी जिसकी घोषणा माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश ने स्वयं की थी।
इसके  विरुद्ध स्कूल संचालकों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर में अपील की गयी जिसमें उनको कोई स्थगन नहीं मिला व सरकार को  4 सप्ताह में मामले के निपटान का निर्देश दिए गए।

पढ़े: आदिवासी मजदूरों को वन विभाग ने नही दी मजदूरी : परेशान मजदूरों ने मंत्री गोविंद राजपूत की रुकवाई गाड़ी, बताई व्यथा



क़ानूनी रास्ते से काम न निकलता देख गंगा जमना स्कूल के संचालकों ने वही किया जो कट्टरवादी,अतिवादी इस्लामिक धार्मिक उन्मादी समूह दुनिया में कई स्थानों पर करते हैं,आम लोगों की भावनाओं को भड़का कर एक अराजक भीड़ इकट्ठा कर के आंदोलन के नाम पर सड़कों पर भेज दिया तथा बच्चों और औरतों को उसके आगे कर दिया जिस से कि सहानुभूति मिल सके व हिंसा की स्थिति में अपराधी व्यक्ति बच्चे और महिलाओं का इस्तेमाल ढाल की तरह कर सकें।


केंदीय मंत्री के निवास पर घुसना प्रशासनिक चूक


ये भीड़ केंद्रीय मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल के घर के परिसर के भीतर भेजी गयी जो कि गम्भीर घटना है, एक केंद्रिय मंत्री के घर इस तरह भीड़ को बेक़ाबू कर भेजना निश्चित प्रशासनिक चूक है पुलिस के गोपनीय विभाग की विफलता है एवं सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही है।


स्कूल के कारनामे इस प्रकार हैं,
भारत के नक़्शे से देश के पूर्वी भाग को काट कर दिखाना,बच्चों को डारविन के सिद्धांत के विपरीत उत्पत्ति का इस्लामिक रूढ़िवादी सिद्धांत सिखाना, हिंदू बच्चों को इस्लामिक धार्मिक प्रार्थना में शामिल करना,इस्लाम के सर्वोच्च होने की गवाही दिलवाना व कलमा पढ़वाना जैसी हरकतों के अलावा स्कूल में लड़के लड़कियों लिए पर्याप्त पृथक शौचालय नहीं हैं,मान्यता में प्रदत्त क्षमता से कई गुना अधिक बच्चे भर्ती किए गए हैं,स्टाफ़ के पुलिस सत्यापन नहीं हैं.स्टाफ़ क्वालिफ़ायड नहीं है इत्यादि कई कारण हैं कि मान्यता निलम्बित है।

पढ़े : मध्यप्रदेश के युवाओं में क्षमता, प्रतिभा और टेलेंट: सीएम शिवराज सिंह ▪️मुख्यमंत्री ने लांच की मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना ▪️कौशल उन्नयन के लिए भोपाल सहित ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, इंदौर में ग्लोबल स्किल पार्क आरंभ होंगे

बच्चों के दूसरे स्कूलों में दाख़िले के लिए कलेक्टर ने हेल्प डेस्क बनाई है सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में सीटें ख़ाली हैं हमने भी न्यायालय में ऐसे स्कूलों की जानकारी दी है इसके बावजूद देश भर के अजेंडावादी और आंदोलनजीवी अब इसमें शामिल हैं और सरकार को दबाव में लेने के लिए तमाम प्रपंच रचे जा रहे हैं।





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Video: पुलिस ने वाहन चेकिंग के लिए कांग्रेस MLA की रोकी गाड़ी : भड़के आलोक चतुर्वेदी बोले: चार महीने बाद कांग्रेस सरकार बनते ही देख लेंगे

Video: पुलिस ने वाहन चेकिंग के लिए MLA की रोकी गाढ़ी : भड़के आलोक चतुर्वेदी बोले: चार महीने बाद कांग्रेस सरकार बनते ही देख लेंगे

तीनबत्ती न्यूज: 6 जुलाई,2023

छतरपुर । छतरपुर के विधायक कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी का पुलिस वाहन चेकिंग के दौरान गाड़ी रोकने पर उनके पुलिस को फटकार लगाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।  ओरछा रोड थाना पुलिस नौगांव रोड पर वाहन चेकिंग कर रही थी। तभी अपने समर्थकों के साथ विधायक चतुर्वेदी भी वहां से गुजरे तो उनकी कार को भी पुलिसकर्मियों ने रोक लिया। इस पर वे भड़क उठे। मौके पर मोजूद लोगो ने भी पुलिस की चेकिंग को लेकर सवाल उठाए और विधायक से शिकायत भी की। 
                 देखे : वीडियो 




चार महीने बाद आ रही है सरकार देख लेंगे

विधायक आलोक चतुर्वेदी ने पहले पुलिसकर्मियों से चेकिंग करने का कारण पूछा और इसके बाद उन्हें जमकर फटकार लगाई। कहा कि चार महीने के बाद कांग्रेस सरकार आएगी मैं एक भी वसूली करने वालों को छोडूंगा नहीं। यह वीडियो बुधवार शाम का बताया जा रहा है। 


एमएलए आलोक चतुर्वेदी का कहना है कि पुलिस जबरिया वसूली करने में लगी है। छतरपुर शहर के चारो तरफ के रास्तों
पर हेलमेट के नाम पर जनता को प्रेशान किया जा रहा है। कांग्रेस सरकार बनते ही पुलिस की वसूली बंद कराएंगे।


बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब विधायक आलोक चतुर्वेदी की चेकिंग के दौरान गाड़ी रोकी गई है। इसके पूर्व में भी उनकी गाड़ी को रोकने को लेकर विवाद हो चुका है।



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आदिवासी मजदूरों को वन विभाग ने नही दी मजदूरी : परेशान मजदूरों ने मंत्री गोविंद राजपूत की रुकवाई गाड़ी, बताई व्यथा

आदिवासी मजदूरों को वन विभाग ने नही दी मजदूरी : परेशान मजदूरों ने मंत्री गोविंद राजपूत की रुकवाई गाड़ी, बताई व्यथा

By:Vinod Arya
तीनबत्ती न्यूज : 6 जुलाई 2023
सागर।आदिवासी मजदूरों की काम पर बुलाने के बाद उनको मजदूरी नहीं देना और प्रताड़ित करने की कई घटनाएं सामने आ रही है। ताजा मामला सरकार से ही जुड़ा है। विदिशा जिले के लटेरी में  वन विभाग में उमरिया से आए मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल रही है। आदिवासी मजदूर दर दर भटक रहे है। 
मजदूरी के लिए परेशान पीड़ितो ने कल बुधवार की रात्रि में सागर से भोपाल जा रहे राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत के वाहन को रोक लिया। राजस्व मंत्री को मजदूरों ने अपनी पीड़ा सुनाई । मंत्री श्री राजपूत ने तत्काल वन विभाग को फोन लगाकर मजदूरों को पैसा देने के निर्देश दिए।




सोशल मीडिया पर शेयर की मंत्री गोविंद राजपूत ने जानकारी

राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत ने अपने आफिशियल ट्वीटर अकाउंट से कल रात को एक पोस्ट शेयर की । जिसमे उन्होंने पूरा घटनाक्रम बताया।  मंत्री ने बताया कि आज राहतगढ़ से भोपाल जाते वक्त लटेरी क्षेत्र में आदिवासी मजदूरों ने हमारे वाहनों को रुकने का इशारा किया। वाहन रुकवाकर उनके पास पहुंचा तो पता चला कि वन विभाग की ओर से 2 महीने से इन्हें मजदूरी का पैसा नहीं दिया गया है और ये गरीब लोग परेशान हो रहे हैं। इनकी पीड़ा सुन क्षेत्र के रेंजर को फ़ोन लगाया और इन्हें तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने, इनके रहने की व्यवस्था करने व जल्द से जल्द मजदूरी का पैसा देने के आदेश दिए हैं।


Video: मंत्री से बात करते आदिवासी मजदूर


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क्या है मामला

विदिशा जिले के लटेरी तहसील में  65 मजदूरों ने वन विभाग रेंज में प्लांटेशन का काम किया था। ये मजदूर उमरिया जिले के है। इन लोगों ने तीन दिन पहले  कलेक्टर को अपनी आपबीती बताई और मदद की गुहार लगाई थी। इन मजदूरों का 9 लाख 88 हज़ार से ज्यादा मेहनताना बकाया है। 


मजदूरों ने कलेक्टर को बताया था कि  जब वे अपनी बकाया राशि मांगने रेंजर के पास जातें हैं तो तो लटेरी क्षेत्र की रेंजर कृष्णा, डिप्टी रेंजर कमल मालवीय और नाकेदार अशोक कुशवाहा उन्हें मारने की धमकी देतें हैं। इन मजदूरों में से 20 लोग बिना मेहनताना राशि के वापस लौट गए हैं। बाकी बचे 45 मजदूरों जिनमें महिलाएं पुरुष शामिल हैं। मजदूरी का पैसा लेने भटक रहे है। 




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MP: स्वास्थ्य विभाग में थोकबंद तबादले:कई जिलों के CMHO, टीकाकरण अधिकारी और डॉक्टर्स बदलेदेखे: सूची

MP: स्वास्थ्य विभाग में थोकबंद तबादले:कई  जिलों के CMHO, टीकाकरण अधिकारी और डॉक्टर्स  बदले
▪️देखे: सूची


तीनबत्ती न्यूज
भोपाल,6 जुलाई,2024 : राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने तबादला आदेश जारी किए है। इनमे कई  जिलों के CMHO, टीकाकरण अधिकारी और डॉक्टर्स  बदले गए है। पदोन्नति के चलते ट्रांसफर किया गया है। 


देखे : सूची

वरिष्ठ संयुक्त संचालक/CMHO 


जिला टीकाकरण और अन्य अधिकारी






सिविल सर्जन  सह मुख्य अधीक्षक






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ऑल इंडिया सैनी माली सभा सागर का युवक युवती परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह संपन्न

ऑल इंडिया सैनी माली सभा सागर का युवक युवती परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह संपन्न


सागर - ऑल इंडिया सैनी माली सभा सागर का युवक युवती परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह गरिमा पूर्ण संम्पन हुआ। सागर के मोतीनगर स्थित कवि पदमाकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के साथ अन्य राज्यों से आये सैनी माली समाज के पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन जी एवं नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार  उपस्थित रहे, कार्यक्रम दीप प्रज्वलन एवं ज्योतिबा राव जी फुले एवं माता सावित्री बाई जी फूले जी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ। समाज के बेटियों ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत गाकर आगंतुकों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में विवाह योग्य करीब 100 से ज्यादा युवक युवतियों ने परिचय दिया।मैहर जिला सतना से पधारे प्रसिद्ध तबला वादक डॉ अशोक बड़ोलिया एवं सरोद वादक हिमांशु सैनी ने शानदार प्रस्तुति दी। साथ ही सागर सैनी समाज के बेटियों दिव्या सैनी, डॉली सैनी, मानसी सैनी, वंशिका सैनी,पलक सैनी, काजल सैनी ने नृत्य के माध्यम से सबका मन मोह लिया। इस दौरान बेहतर कार्य करने वालो के साथ दसवीं बारहवीं कक्षा की परीक्षा में अच्छे अंक से उत्तीर्ण होने पर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित ऑल इंडिया माली सैनी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सैनी ने माता सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा राव फुले जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस तरह उनकी जीवनशैली रही और जो उन्होंने सामाजिक कार्य किए हैं उन कार्यो और उनके पद चिन्हों पर चलकर कार्य सभी को करना चाहिए और शिक्षा के क्षेत्र में जो अलख लोगों में जलाई है उसको जिंदा रखने के लिए हमें उस पर विचार करना चाहिए इसके साथ ही सागर में उनके नाम से एक मंदिर और भवन का निर्माण हो इसके लिए हम सभी प्रयास करेंगे।

महिला प्रदेश अध्यक्ष कल्पना सैनी ने समाज मे बेटियों की शिक्षा पर ज़ोर दिया आज के समय मे समाज में शिक्षा को लेकर अच्छे परिणाम नही रहे है इस पर बच्चे के माता पिता को विचार करना चाइये क्योंकि बेहतर भविष्य के लिए अच्छी शिक्षा हासिल करना अति आवश्यक है और भारत की प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले ने शिक्षा जगत में जो कार्य किये है उनसे हमे सीखना चाइये।

 कार्यक्रम में संभाग प्रभारी दिलीप सैनी, संभाग अध्यक्ष सुभाष सैनी, जिला अध्यक्ष अशोक सैनी, कोषाध्यक्ष  श्याम सैनी, मीडिया प्रभारी अनिल डब्बू सैनी‌, शुभम सैनी, नारायण सैनी, राकेश सैनी, गोलू सैनी, प्रह्लाद सैनी, अर्जुन सैनी, प्रेमनारायण सैनी, अमित सैनी,श्रीमती संगीता सैनी, श्रीमती चंदा सैनी,श्रीमती अंजु सैनी,श्रीमती सरिता सैनी सहित समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें। मंच संचालन श्रीमती चंदा सैनी और रंजीत सैनी ने किया।
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बिना प्रेम किए कोई कवि नहीं हो सकता : डॉ.सुरेश आचार्य▪️पूर्व कुलपति व विधायक शिव कुमार श्रीवास्तव की स्मृति में आयोजन

बिना प्रेम किए कोई कवि नहीं हो सकता : डॉ.सुरेश आचार्य

▪️पूर्व कुलपति व विधायक शिव कुमार श्रीवास्तव की स्मृति में आयोजन




तीनबत्ती न्यूज :5 जुलाई,2023

सागर। पूरे देश में अपने उत्कृष्ट काव्य सृजन, चित्रांकन और यशस्वी व्यक्तित्व से पहचान स्थापित करने वाले सागर विश्वविद्यालय के कुलपति और सागर विधायक रहे साहित्यकार स्व.शिव कुमार श्रीवास्तव की 95 वी जन्म जयंती के अवसर पर उनके स्मरण का बहुप्रतीक्षित आयोजन पं.ज्वाला प्रसाद ज्योतिषी फाउंडेशन सागर द्वारा  जे जे इंस्टीट्यूट सिविल लाइंस सागर में गरिमामय कार्यक्रम के द्वारा किया गया।

आयोजक संस्था पं.ज्वालाप्रसाद ज्योतिषी फाउंडेशन (जे जे) के सचिव आशीष ज्योतिषी ने स्वागत भाषण में स्व.शिवकुमार जी से जुड़े रोचक प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि शिवकुमार जी ने अपना संपूर्ण जीवन सागर के लिए जिया,सागर ही उनका अपना परिवार है। वे पं ज्वालाप्रसाद ज्योतिषी के राजनैतिक और साहित्यक उत्तराधिकारी थे। शिवकुमार श्रीवास्तव जी राजनीति मे साहित्य से आए थे इसलिए राजनीति में निष्कलंक रहे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार, पूर्व अध्यक्ष हिंदी विभाग, डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर डॉ सुरेश आचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा बिना प्रेम किए कोई कवि नहीं हो सकता। प्रेम के कारण उपेक्षित कवि ही अच्छा गीतकार हो सकता है। रत्नावली द्वारा गोस्वामी तुलसीदास को यदि तिरस्कृत और उपेक्षित नहीं किया गया होता तो गोस्वामी जी इतने बड़े कवि नहीं हो पाते। शिवकुमार जी के एक प्रेम गीत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेम की तीन कोटियां हैं। पहली दैविक (आध्यात्मिक) दूसरी पौराणिक (दैहिक) और तीसरी अलौकिक (भौतिक) है। "तुम ऋचा हो,मंत्र हो या श्लोक हो" गीत तीनों श्रेणियों से अपने प्रिय के आलोक में विकीर्ण होकर  व्याप्ति चाहते हुए कवि सिद्धहस्त है और सारी परिस्थितियों में अनुकूलता की कामना करता है।


 उन्होंने आगे कहा शिवकुमार जी दिल्ली में होते तो वे निश्चित ही राष्ट्रीय स्तर के कवि गजानन माधव मुक्तिबोध के साथ परिगणित होते किंतु वह अंत तक अपनी कर्मभूमि सागर में ही रहे। सागर शहर की जनता और रचनाकार उनके द्वारा हिंदी साहित्य के प्रति महान अवदान की ऋणी है। उनका मूल्यांकन भावी पीढ़ी करेगी।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए सागर के पूर्व सांसद नंदलाल चौधरी ने स्वर्गीय श्री शिव कुमार श्रीवास्तव जी की राजनीतिक यात्रा के विभिन्न पक्षों को विस्तारपूर्वक समक्ष रखते हुए उनके साथ बिताए क्षणों को स्मृत किया और उन्हें सागर के विकास की चिंता करने वाले निश्छल व नि:स्वार्थ भावना से परिपूर्ण सच्चे व ईमानदार जन सेवक के तौर पर याद किया।


विशिष्ट अतिथि  गांधीवादी विचारक पं.शुकदेव प्रसाद तिवारी ने उनसे जुड़े अनेक संस्मरणों का विस्तार से उल्लेख करते हुए उन्हें बहुमुखी प्रतिभा के धनी,सभी वर्गों के प्रति समभाव और सम्मान रखने वाले सागर नगर के ज्योति- पुंज के रूप में स्मृत किया।
कायस्थ समाज सागर के अध्यक्ष शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने आयोजन की सराहना करते हुए उसे प्रेरणादायक कहा तथा श्रीवास्तव जी की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने की दृष्टि से समाज द्वारा भी कार्यक्रम करने की बात कही।
प्रलेस सागर के अध्यक्ष टीकाराम त्रिपाठी ने शिवकुमार जी के साहित्यिक अवदान पर चर्चा करते हुए कहा कि वे बड़े कवि थे। गीत के अलावा छंदयुक्त और मुक्तछंद में लंबी कविताएं लिखते थे। 1951 में प्रकाशित "नई खबर" उनकी एक बहुत लंबी कविता है। उनके 10 काव्य संग्रह,दो उपन्यास, दो निबंध संग्रह, तीन बाल उपयोगी सचित्र कथा- गीत संग्रह प्रकाशित हैं। उन्होंने जागृति मासिक पत्रिका का संपादन किया।
उनके कुछ उपन्यास काव्य संग्रह, संस्मरण, निबंध अभी भी अप्रकाशित हैं। उनके व्यक्तित्व पर केन्द्रित‌ "शब्द और अर्थ की सार्थकता" प्रो.कांतिकुमार जैन ने संपादित किया था ।मैंने उनके समस्त संग्रहों पर समीक्षात्मक टिप्पणी लिखी थीं। शिवकुमार जी की कविताएं और गीत हिमगिरि प्रहरी,गीतगंध और मेरा शहर के अलावा अनेक पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशित प्रसारित हैं।समाचार पत्रों में इस आयोजन की खबर पढ़कर शाहगढ़ से पधारे स्व.श्रीवास्तव के सहपाठी एडवोकेट दामोदर सेठ और विद्वान स्तंभकार सुरेंद्र श्रीवास्तव ने भी अपने संस्मरण व्यक्त किए।

      कार्यक्रम के प्रारंभ में मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित नागरिकों ने श्रीवास्तव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। प्रसिद्ध गायक शिवरतन यादव ने स्मृति गीत के मधुर गायन से प्रभावित किया। डॉ.महेन्द्र खरे ने श्रीवास्तव जी के जीवन परिचय का वाचन किया। कार्यक्रम का सुचारू और व्यवस्थित संचालन डॉ.नलिन जैन ने किया। म.प्र.उर्दू अकादमी भोपाल में समन्वयक शायर आदर्श दुबे ने आभार व्यक्त किया।

ये रहे मोजूद

    इस अवसर पर नगर के प्रबुद्ध नागरिकों की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही जिनमें लक्ष्मी नारायण चौरसिया, हरीसिंह ठाकुर,उमा कान्त मिश्र, आर के तिवारी,वृंदावन राय सरल, 
बी पी उपाध्याय,रमेश दुबे, अंबिका यादव, आनंद मिश्र अकेला, मुकेश तिवारी, पूरन सिंह राजपूत, संतोष श्रीवास्तव विद्यार्थी, हरी शुक्ला, कुंदन पाराशर, संतोष पाठक, कपिल बैसाखिया, मनोहर लाल खरे, एम. शरीफ, डॉ.अतुल श्रीवास्तव, पुष्पेंद्र दुबे कुमार सागर, ममता भूरिया,एम.डी. त्रिपाठी, मयंक चौधरी, अनिल श्रीवास्तव, महेश पाराशर, महेश अहिरवाल आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
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सागर की शिक्षा के विकास में स्थानीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका- डॉ बृजेन्द्र कुमार▪️सागर में 1867 में नगर पालिका समिति के गठन ,अध्यक्ष कहलाते थे बक्शी

सागर की शिक्षा के विकास में स्थानीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका- डॉ बृजेन्द्र कुमार

▪️सागर में 1867 में नगर पालिका समिति के गठन ,अध्यक्ष  कहलाते थे बक्शी


तीनबत्ती न्यूज: 5 जुलाई,2023

सागर : इतिहास विभाग, डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में एलुमनाई व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के प्रमुख वक्ता डॉ बृजेन्द्र कुमार, सहायक प्राध्यापक, इतिहास विभाग, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, भठिंडा थे।
डॉ विजेंद्र कुमार ने अपना व्याख्यान सागर जिले में शिक्षा के विकास में स्थानीय निकायों की भूमिका पर  दिया। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश काल में सागर जिले में नगरीय निकायों का प्रारंभ 1867 में सागर नगर में नगर पालिका समिति के गठन से प्रारंभ होता है। जिले में नगर पालिका समिति का गठन अधिनियम क्रमांक 15 के तहत 17 मई 18 67 को सागर, देवरी और खुरई में किया गया था। उस समय नगर पालिका के अध्यक्ष को बख्शी कहा जाता था।


केंट बोर्ड बना 1835 में

 इसके साथ ही सागर में स्थानीय छावनी परिषद की स्थापना 1835 में की गई थी। उन्होंने बताया कि सागर नगर पालिका के द्वारा 20 से अधिक प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक शालाओं का संचालन किया जा रहा था। उन्होंने यह भी बताया की सागर जिले में स्कूली शिक्षा के विकास में नगरीय निकाय या स्थानीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। डॉ विजेंद्र कुमार ने बताया कि सागर नगरीय निकाय के साथ-साथ छावनी परिषद के द्वारा भी स्कूलों का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा था ।उनके अनुसार कई स्कूल छावनी परिषद परिषद के द्वारा अत्यंत व्यवस्थित तरीके से संचालित किया जा रहा था और आज भी स्थानीय निकायों के द्वारा संचालित स्कूलों के माध्यम से सागर जिले के छात्र छात्राओं का शिक्षा का लाभ मिल रहा है।


 कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रोफेसर अंबिका दत्त शर्मा ने बताया कि औपनिवेशिक काल से ही शिक्षा के विकास में स्थानीय निकायों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। नई शिक्षा पद्धति एन ई पी 2020 के तहत भी स्थानीय निकायों की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर बी के श्रीवास्तव ने बताया कि 1867 के बाद सागर नगरीय निकाय ने शिक्षा के लिए जो प्रयास किये हैं वह सराहनीय है। आज पुनः आवश्यकता है कि नगरीय निकाय NEP 2020 के प्रावधानों के अनुसार स्कूलों का पाठ्यक्रम शिक्षा को रोजगार मूलक एवं स्किल बेस्ड पर आधारित हो जिससे आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना पूरी हो सके। इस कार्यक्रम में डॉ बृजेन्द्र कुमार का सम्मान शॉल,श्रीफल तथा मोमेंटो के द्वारा किया गया। यह उल्लेखनीय है की बृजेंद्र कुमार इतिहास विभाग में 2015 से 20 तक शोधार्थी के रूप में अपना शोध कार्य किया। 2020 से डॉ बृजेन्द्र कुमार ने इतिहास विभाग में अतिथि विद्वान के रूप सेवाएं प्रदान की। 

ये रहे मोजूद

कार्यक्रम में डॉ संजय बरोलिया दर्शन विभाग के डॉ देवलिया डॉ नरेंद्र बौद्ध राजनीति विभाग से डॉ दीपक मोदी डॉ रणवीर कुमार मनोविज्ञान विभाग से डॉ देवकीनंदन शर्मा अर्थशास्त्र विभाग से हरिनारायण विश्वकर्मा, डॉ हरिचरण, राजपाल सिंह, अजय श्रीवास्तव,आशु अहिरवार, आशीष दीक्षित, मंजुला गौर, अदिति सिंह बुंदेला, अखिलेश, दीपा अहरवाल मोनाली यादव एवं कई विभागों के शोधार्थी तथा छात्र छात्राएं उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ पंकज सिंह ने किया। तथा आभार का ज्ञापन डॉ संजय बरोलिया ने किया।


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एडिटर: विनोद आर्य
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Sagar: राजघाट को पर्यटन क्षेत्र बनाने डीपीआर बनना शुरू: 5 करोड की लागत से बनेगा

Sagar: राजघाट को पर्यटन क्षेत्र बनाने डीपीआर बनना शुरू: 5 करोड  की लागत से बनेगा 


तीनबत्ती न्यूज:5 जुलाई ,2023

सागर। पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में राजघाट बांध को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से पर्यटन मंडल द्वारा डीपीआर निर्माण हेतु निविदा स्वीकृत की जा चुकी है और एजेंसी द्वारा डीपीआर निर्माण का कार्य प्रारंभ  कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि विगत विधानसभा सत्र के दौरान सागर विधायक शैलेंद्र जैन  के प्रश्न के उत्तर में पर्यटन विभाग निगम द्वारा उत्तर दिया गया था ।राजघाट क्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं के विस्तार हेतु कोई भी कार्यवाही प्रचलन में नहीं परंतु वहीं दूसरी ओर विभाग के मंडल द्वारा इसका डीपीआर निर्माण करने का टेंडर लगाया गया था। 
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में विधानसभा में विधायक शैलेंद्र जैन ने राजघाट बांध में सैलानियों की उपस्थिति को देखते हुए इसे पर्यटन क्षेत्र घोषित करने की मांग उठाई थी। जिस पर अब पर्यटन विकास मंडल ने राजघाट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से 5 करोड़ की लागत से रिसोर्ट निर्माण करने के लिए स्वीकृति दी है। इसकी डीपीआर तैयार करने के लिए विभाग द्वारा निविदा भी जारी कर स्वीकृति दे दी है। राजघाट से लगे क्षेत्र में 12 एकड़ भूमि पर निर्माण किया जाएगा।


 वर्ष 2021में विधानसभा बजट सत्र में विधायक जैन ने पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर से राजघाट क्षेत्र को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग की थी। जिस पर उन्होंने सर्वे कराकर इसका निर्णय लेने की बात कही थी। इसके बाद सर्वे के लिए टीम गठित की गई। टीम ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि यहां एक अच्छा पर्यटन स्थल विकसित किया जा सकता है। क्योंकि यह एक बहुत बड़ी वाटर बॉडी है जो शहर के काफी पास है। बड़ी संख्या में सैलानियों का यहां आना-जाना होता है। सर्वे के बाद पर्यटन मंत्रालय द्वारा भूमि के हस्तांतरण के लिए अनुमति चाही गई थी। इसके लिए भी भूमि की अनुमति भेज दी गई थी। यह प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर बनाया जाएगा।

इन गतिविधियों का ले सकेंगे आनंद

विधायक जैन ने बताया राजघाट डेम पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाने के बाद बरसात के समय तो इसकी भव्यता का अद्भुत आनंद ले ही सकेंगे, साथ ही साल के बाकी दिनों में भी यह पर्यटकों की पहली पसंद साबित हो सकेगा। यहां पर लोग बहुत सारी गतिविधियों का मजा ले सकेंगे। बोट राइडिंग, तीरंदाजी, वाटर स्कूटर का भी आनंद ले सकते हैं। इसके विकसित  होने से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।




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