अब संविदा कर्मचारियों के लिए प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त : सीएम शिवराज सिंह ▪️सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह मिलेंगे अवकाश, बीमा, ग्रेच्युटी और अनुकंपा नियुक्ति के लाभ▪️मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नेहरू स्टेडियम में किया संविदा कर्मचारियों को संबोधित

अब संविदा कर्मचारियों के लिए प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त : सीएम शिवराज सिंह 

▪️सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह मिलेंगे अवकाश, बीमा, ग्रेच्युटी और अनुकंपा नियुक्ति के लाभ

▪️मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नेहरू स्टेडियम में किया संविदा कर्मचारियों को संबोधित


तीनबत्ती न्यूज
भोपाल : 4 जुलाई, 2023 : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के भव्य भवन का निर्माण हो रहा है और इसकी नींव के पत्थर संविदा कर्मचारी हैं। इन्होंने नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और कहीं-कहीं उनसे भी अधिक कार्य किया है। कई अवसर पर जान की बाजी लगाकर दायित्व निभाया और अद्भुत कार्य कर दिखाया। कोविड के दौर में भी संविदा कर्मचारियों ने नागरिकों की जिन्दगी बचाई, जिसे मध्यप्रदेश कभी भुला नहीं पाएगा। संविदा कर्मचारियों की क्षमताएँ, सेवाभाव और कार्यकुशलता किसी से कम नहीं है। इस नाते इनके जीवन की अनिश्चितता को समाप्त करना आवश्यक है। यदि आज मध्यप्रदेश नंबर-वन है तो इसके लिये विभागों में कार्य कर रहे संविदा कर्मचारियों ने आगे बढ़ कर कार्य किया है। ये मध्यप्रदेश के लिए दाएं-बाएं हाथ और दिल की तरह हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज लाल परेड मैदान परिसर स्थित नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मचारियों के विशाल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

नियमित कर्मचारियों की तरह अनेक लाभ मिलेंगे संविदा कर्मचारियों को

सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संविदाकर्मियों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएँ की। इसमें प्रतिवर्ष सेवा के अनुबंध को समाप्त करने, नियमित कर्मचारियों की तहत अवकाश, बीमा योजना, रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी, अनुकम्पा नियुक्ति के लाभ देने और नियमित पदों पर भर्ती में 50 प्रतिशत स्थानों पर संविदा कर्मियों को आरक्षण की सुविधाएँ शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे आश्वस्त है कि संविदा कर्मचारी पहले से भी ज्यादा मेहनत और ईमानदारी से कार्य करेंगे। प्रदेश के नागरिकों की जिन्दगी बचाने, उन्हें विकास का लाभ देने, शिक्षा का प्रकाश फैलाने और जिन्दगी रोशन करने का कार्य संविदा कर्मचारियों को करना है। संविदा कर्मचारी अपने लिए नहीं, प्रदेश के लिए जी-जान से कार्य करेंगे।


 प्रतिवर्ष अनुबंध की व्यवस्था उचित नहीं है, इसलिए इसे समाप्त किया जा रहा है। अनेक संविदा कर्मचारियों को कार्य करते हुए 20 - 25 वर्ष तक हो गए हैं। इनकी जिन्दगी कठिन हो गई, रिन्यूअल का चक्कर खत्म करना आवश्यक है। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संविदा कर्मचारियों ने प्रदेश के विकास में अद्भुत कार्य कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत संविदा कर्मचारियों की प्रशंसा में इस उक्ति से की - "जिनके काम में है दम-जो नहीं है किसी से कम - ऐसे लाखों संविदा कर्मचारियों पर हम करते हैं गर्व"। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संविदा कर्मचारियों के चेहरे की मुस्कुराहट देखकर उनकी जिन्दगी सार्थक हो गई है। पहले सरकार और कर्मचारी संघ के बीच संघर्ष होता रहता था। अब सरकार के मंत्री, संविदा कर्मचारियों का स्वागत करने आए हैं। 

कर्मचारियों के कुशल दायित्व निर्वहन से मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चाहे स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट हों, लैब टेक्नीशियन हों, ए.एन.एम. हों, स्टाफ नर्स हों या विद्युत विभाग के संविदा कर्मचारी, जो मध्यप्रदेश को उजाला देने का कार्य कर रहे हैं, सभी ने अपने दायित्व को बेहतर अंजाम दिया है। प्रदेश का सम्मान बढ़ाया है। ये सभी नींव के पत्थर हैं। जिस तरह मंदिर पर कलश दिखाई देता है, वे कलश जिस गुंबद पर टिका है, वह दीवारों पर टिका होता है। ये दीवारें नींव पर टिकी होती हैं। संविदा कर्मचारियों ने नियमित कर्मचारियों की तरह अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई है। प्रदेश के हित में नियमित और संविदा कर्मचारियों ने कुशलता से दायित्व निर्वहन किया है। मध्यप्रदेश इसलिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की विकास दर 16 प्रतिशत है, जो राज्यों में सर्वाधिक है। प्रति व्यक्ति आय, बजट के आकार, सड़कों का जाल बिछाने, सिंचाई साधन बढ़ाने, सीएम राइज विद्यालय प्रारंभ करने जैसे सभी क्षेत्रों में मध्यप्रदेश काफी आगे है। 



प्रदेश के विकास का संकल्प लिया संविदा कर्मचारियों ने

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संविदा कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण घोषणाओं के पश्चात प्रदेश के विकास के लिए बेहतर कार्य करने का संकल्प भी दिलवाया। बड़ी संख्या में उपस्थित संविदा कर्मचारियों ने दोनों हाथ उठाकर संकल्प लिया और मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई घोषणाओं का ताली बजाकर हर्ष ध्वनि से स्वागत किया और आभार माना। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान मामा के बाद बने लाड़ले भाई - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने स्वागत भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मामा के रूप में तो पहचान बनाई ही है, आज वे लाड़ले भइया की नई पहचान बना रहे हैं। चाहे स्वास्थ्य विभाग हो या लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास या अन्य विभाग हों, संविदा कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण सेवाएँ दी हैं। गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए निरंतर एक माह घर-घर पहुँचकर नागरिकों से सम्पर्क किया गया और 85 लाख हितग्राहियों को योजनाओं से जोड़ा गया। डॉ. चौधरी ने कहा कि किसी समय शिक्षा कर्मी के रूप में छोटे से वेतन पर कार्य करने वाले कर्मचारी भी आज का दिन अपने लिए सौभाग्य का दिन मान रहे हैं। बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के ए.एन.एम. संविदा कर्मचारियों में शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसी को भी निराश नहीं किया है और आज इतनी बड़ी सौगात दी है। संविदा कर्मचारी मुख्यमंत्री श्री चौहान का वंदन और अभिनंदन कर रहे हैं। 

प्रारंभ में स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े और प्रबंध संचालक स्वास्थ्य मिशन श्रीमती प्रियंका दास ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। संविदा कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का विशाल पुष्पहार से आत्मीय और विशेष स्वागत किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, पंचायत एवं पिछड़ा वर्ग विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव, कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र शर्मा, श्री सुल्तान सिंह शेखावत और विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। 



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SAGAR : रिश्वत लेने वाले पटवारी को चार साल की सजा

SAGAR :  रिश्वत लेने वाले पटवारी को चार साल की सजा

सागर ,4 जुलाई,2023 । संपत्ति के नामांतरण के ऐवज में रिष्वत लेने वाले पटवारी नरोत्तमदास चौधरी को विशेष न्यायाधीश, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, सागर म.प्र श्री आलोक मिश्रा की अदालत ने दोषी करार देते हुये भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की घारा-7 के अंतर्गत 03 वर्ष का सश्रम कारावास एवं पॉच हजार रूपये अर्थदण्ड व धारा-13(1)(डी)सहपठित धारा-13(2) के तहत 04 वर्ष का सश्रम कारावास व पॉच हजार रूपये अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है।मामले की पैरवी श्री श्याम नेमा सहा. जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने की।
घटना संक्षिप्त में इस प्रकार है कि दिनांक 06.09.16 को आवेदक कमलेश दुबे ने पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त कार्यालय सागर को एक हस्तलिखित शिकायत/आवेदन इस आशय का दिया कि वह किसानी करता है, उसके पिता का दिनांक 08.11.2015 को स्वर्गवास हो जाने से वह अपने पिता की सम्पत्ति अपनी मां, बहन व भाई के नाम पर कराने अर्थात् नामांतरण कराने के लिए संबंधित पटवारी अभियुक्त नरोत्तम अहिरवार के पास उसके बण्डा स्थित कार्यालय गया, तो अभियुक्त ने उससे 1,500/-रु. रिश्वत राशि की मांग की। ंवह अभियुक्त को रिश्वत नहीं देना चाहता, बल्कि रंगे हाथों पकड़वाना चाहता है। उक्त आवेदन पर कार्यवाही हेतु तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, वि.पु.स्था. सागर ने निरीक्षक संतोष सिंह जामरा को अधिकृत किया। आवेदन में वर्णित तथ्यों के सत्यापन हेतु एक डिजीटल वॉयस रिकॉर्डर दिया गया इसके संचालन का तरीका बताया गया, अभियुक्त से रिश्वत मांग वार्ता रिकॉर्ड करने हेतु निर्देशित किया तत्पश्चात् आवेदक द्वारा मॉग वार्ता रिकार्ड की गई एवं अन्य तकनीकि कार्यवाहियॉ की गई एवं टेªप कार्यवाही आयोजित की गई ।


 नियत दिनॉक को आवेदक द्वारा अभियुक्त को राषि दी गई व आवेदक का इषारा मिलने पर टेªपदल के सदस्य मौके पर पहुॅचे और टेªपदल का परिचय देकर अभियुक्त का परिचय प्राप्त करने के उपरांत, अभियुक्त से रिश्वत राशि के संबंध में पूछे जाने पर, रिश्वत राशि आवेदक से लेकर अपने पहने हुये कुर्ते के उपर की बायीं जेब में रख लेना बताया, तत्पश्चात् अग्रिम कार्यवाही प्रारम्भ की गई। विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये, घटना स्थल का नक्षा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा-7 एवं धारा-13(1)(डी) सपठित धारा 13(2) का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेष किया। 

विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । जहॉ विचारण उपरांत न्यायालय-विषेष न्यायाधीष भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, सागर श्री आलोक मिश्रा की न्यायालय ने आरोपी को दोषी करार देते हुये उपरोक्त सजा से दंडित किया है ।                                        

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सेंट जोसेफ कांवेंट स्कूल की किताबे और ड्रेस की खरीदी एक ही दुकान से : बाल सरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान

सेंट जोसेफ कांवेंट स्कूल की किताबे और ड्रेस की खरीदी एक ही दुकान से : बाल सरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान


सागर,4 जुलाई ,2023:  सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल सागर की ड्रेस ,किताबे और ट्रेक सूट एक ही दुकान से अभिभावक खरीदने को मजबूर है। महंगे दामों में इनको बेचा जा रहा है। शासन के निर्देशों के बावजूद निजी स्कूलों से इस तरह की शिकायते मिल रही है। 


सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल की इस तरह की खबरे मीडिया में आने पर  बाल सरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। इसके सदस्य ओंकार सिंह ने एक पत्र इस आशय को लेकर कलेक्टर को लिखा है और जांच कराकर वास्तविक स्थिति से अवगत कराने की बात की है। 


सात दिन में मांगी जानकारी

मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह के पत्र के मुताबिक  दैनिक भास्कर, सागर दिनांक 15.06.23 में प्रकाशित समाचार- "इस बार अभिभावकों को एक ही दुकान से ट्रैक सूट खरीदने मजबूर कर रहे, प्रशासन से शिकायत तथा अभिभावकों से प्राप्त शिकायत का अवलोकन करने का कष्ट करें। समाचार, सेंट जोसफ कान्वेन्ट स्कूल सागर द्वारा स्कूल ड्रैस एवं किताबें एक ही दुकान से खरीदने हेतु बाध्य किया जा रहा है एवं अभिभावकों को मजबूर भी किये जाने के संबंध में है। इस संबंध में अभिभावकों को मैसेज भी भेजे जा रहे हैं। प्रकरण आयोग द्वारा बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 13 (1) के अन्तर्गत संज्ञान में लिया गया। 


पत्र के मुताबिक आयोग के निर्देशानुसार छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुये प्रकरण की नियमानुसार जांच कराकर, वस्तुस्थिति के जांच प्रतिवेदन से आयोग को 07 दिवस में अवगत कराये जाने का अनुरोध है । 


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12 लाख की रिश्वत लेने वाले सतना के पूर्व नगर निगम कमिश्नर को 5 साल की सजा और 1 लाख का जुर्माना

12 लाख की रिश्वत लेने वाले सतना के पूर्व नगर निगम कमिश्नर को 5 साल की सजा और 1 लाख का जुर्माना


सतना, 03 जुलाई ,2023। सतना की एक अदालत ने डाक्टर से 50 लाख रुपये रिश्वत मांगने और 12 लाख रुपये लेते पकड़े जा चुके सतना के तात्कालिक नगर निगम आयुक्त को  सजा सुनाई है। लोकायुक्त रीवा में पंजीबद्ध भ्रष्टाचार के प्रकरण में विशेष न्यायालय सतना द्वारा सोमवार को दिए गए निर्णय में आरोपित सुरेंद्र कुमार कथुरिया तत्कालीन आयुक्त नगर पालिक निगम सतना हाल निलंबित संबद्ध कार्यालय संचालक नगरीय विकास विभाग भोपाल को दोषी पाते हुए चार वर्ष का सश्रम कारावास एवं एक लाख रुपये अर्थदंड से दंडित किया गया है।न्यायालय द्वारा आरोपित का जेल वारंट तैयार कर सेंट्रल जेल सतना भेजा गया। न्यायालय में शासन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक फकरुद्दीन द्वारा की गई।


न्यायालय विशेष न्याययाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) सतना द्वारा आरोपित सुरेन्द्र कुमार कथूरिया पिता सत्यानारायण कथूरिया उम्र 46 वर्ष तत्कालीन नग‍र पालिक आयुक्त सतना को सजा सुनाई गई है। कथूररिया वर्तमान में भोपाल में कार्यालय संचालक नगरीय विकास विभाग में निलंबन अवधि से संबद्ध हैं। वे भोपाल टॉकीज के पास रह रहे हैं। मुख्य रूप से निवासी शक्ती जिला जांजगीर चांपा छत्तीसगढ के वे रहने वाले हैं। इनपर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 में 04 वर्ष एवं 50 हजार रुपये रूपये का अर्थदंड एवं धारा 13(1)(डी), 13(2) में 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 50 हजार रुपये कुल एक लाख रुपये अर्थदंड सें दंडित किया गया।


अभियोजन प्रवक्ता हरिकृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि विगत 20 जून 17 को शिकायतकर्ता डॉक्टर राजकुमार अग्रवाल (सिटी हॉस्पिटल भरहुत नगर) द्वारा सुरेन्द्र कथूरिया आयुक्त नगर पालिक निगम सतना द्वारा 50 लाख रुपये रिश्वत की मांग करने के संबंध में पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त को लिखित शिकायत दी गई थी। शिकायत पत्र में यह लेख किया था कि भरहुत नगर स्थित सिटी हॉस्पिटल न गिराने के एवज में आरोपित सुरेन्द्र कुमार कथूरिया उससे 50 लाख रुपये की मांग कर रहा है। उक्त शिकायत पत्र को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त रीवा द्वारा डीएसपी देवेश पाठक को सत्यापन कार्यवाही के लिए आदेशित किया था। 


रिश्वत संबंधी गोपनीय बातचीत डिजिटल वाइस रिकार्डर में रिकार्ड होने पर एवं शिकायत सही पाये जाने पर लोकायुक्त टीम रीवा द्वारा ट्रेप कार्रवाई 26 जून 2017 को तत्कालीन उपपुलिस अधीक्षक देवेश पाठक के अगुवाई में आयोजित की गई थी। रिश्वत में देने के लिए डा. राजकुमार अग्रवाल 12 लाख रुपये एवं चांदी के तीन टुकड़े जिस पर सोने का पानी चढा था (गोल्ड प्लेटेड सिल्वर) लोकायुक्त कार्यालय लेकर आया और उस पर केमिकल लगा कर डॉक्टर अग्रवाल को दिया गया। 


ट्रेप दल सतना पहुंचा और डॉ. अग्रवाल को आरोपित सुरेन्द्र कुमार कथूरिया से मिलने एवं रिश्वत मांगने पर उसे देने उसके शासकीय निवास पर भेजा गया। जहां पर आरोपित ने डॉक्टर अग्रवाल से 12 लाख रुपये नगद एवं चांदी के तीन टुकड़े जिस पर सोने का पानी चढा था (गोल्ड प्लेटेड सिल्वर) जैसे ही रिश्वत में प्राप्त किया वैसे ही ट्रेप दल ने रंगे हाथ आरोपित को उसके शासकीय निवास में ही दबोच लिया।


ट्रेप कार्रवाई के बाद गए थे जेल

ट्रेप कार्रवाई करने के उपरांत आरोपित को गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश के न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया था और बाद में उच्च न्यायालय से जमानत मिलने पर आरोपित जेल से बाहर आया। अग्रिम विवेचना उपपुलिस अधीक्षक वीके पटेल द्वारा की गई। विवेचना के उपरांत आरोपित के विरुद्ध धारा 7, 13(1)(डी), 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 का आरोप प्रमाणित पाए जाने पर चालान विशेष न्यायाधीश के न्यायालय में वर्ष 2019 में पेश किया गया था। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा कुल 11 अभियोजन साक्षी को पेश कर साक्ष्य कराए गए एवं लगभग 50 दस्ताेवेजी साक्ष्य भी प्रस्तुत कर प्रमाणित कराए गए। अभियोजन द्वारा इस प्रकरण में प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों, अभियोजन साक्षियों के कथनों एवं लिखित तर्कों से संतुष्ट होते हुए सोमवार को सतना की विशेष न्यायालय ने आरोपित को जेल और जुर्माने की सजा से दं‍डित किया।
साभार: नईदुनिया
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Sagar: हायर सेकेडरी स्कूलो का निरीक्षण,विधार्थियो की उपस्थिति शून्य▪️उप संचालक लोक शिक्षण सागर ने दिए नोटिस

Sagar:  हायर सेकेडरी स्कूलो का निरीक्षण,विधार्थियो की उपस्थिति शून्य
▪️उप संचालक लोक शिक्षण सागर ने  दिए  नोटिस


सागर 3 जुलाई,2023 :  शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सानौधा और परसोरिया का निरीक्षण प्राचीश जैन उप संचालक लोक शिक्षण सागर संभाग और सहायक संचालक श्रीमती मनीषा एलेक्जेंडर के दल द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान विधार्थियो की उपस्थिती शून्य पाई गई।  


परसोरिया मे कक्षा 9 मे प्रवेश लेने वाले छात्रो का बेसलाइन टेस्ट नही लिया गया। जबकि प्रवेश के समय ही बेसलाइन टेस्ट लेकर उत्तर पुस्तिकाओ का मूल्यांकन कर विमर्श पोर्टल पर प्रविष्ट की जाना है। छात्र उपस्थिती पंजी भी तैयार नही की गई है। विधालयो मे केवल प्रवेश कार्य पुस्तक वितरण का कार्य दिखाया जा रहा है। 



जबकि यह कार्य जून माह मे पूर्ण हो जाना चाहिए था। अध्ययन अध्यापन का वातावरण तैयार नही हो रहा है।  परसोरिया मे दर्ज संख्या 314 और सानौधा मे 330 बताई गई।  परसोरिया मे कक्षा 11 वी के केवल सात छात्र प्रवेश के लिए परिसर मे नजर आए।  लापरवाही पाये जाने पर संबंधितो को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है।





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साबरमती एक्सप्रेस के कोच का एक्सल टूटा: बीना में बदला कोच


साबरमती एक्सप्रेस के कोच का एक्सल टूटा:  बीना में बदला कोच 


तीनबत्ती न्यूज: 03 जुलाई ,2023 
सागर . वाराणसी से अहमदाबाद की ओर जा रही साबरमती एक्सप्रेस के एक कोच का एक्सल चलते समय टूट गया। गनीमत रही कि सागर जिले के बीना  रेलवे जंक्शन  पर सीएंडडब्ल्यू स्टाफ ने एसटूआर के समय यह देखा और इसकी जानकारी अधिकारयों को दी। बाद में ट्रेन से कोच को अलग कर यात्रियों को दूसरे डिब्बों में बैठाया गया। कुल 84 यात्री शिफ्ट हुए।






जानकारी के मुताबिक सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर बीना आने वाली साबरमति एक्सप्रेस लगभग सवा तीन घंटे की देरी से बीना स्टेशन पर आई। 11.35 पर बीना आई ट्रेन की चेकिंग सीएंडडब्ल्यू स्टाफ द्वारा की जा रही थी। इस दौरान स्टाफ को पता चला कि ट्रेन के एस 2 कोच का एक्सल टूटा हुआ है। तत्काल इसकी जानकारी स्टेशन प्रबंधन को दी गई। जिसके बाद सीएंडडब्ल्यू, आपरेटिंग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कोच का निरीक्षण किया। बाद में निर्णय लिया गया कि कोच को बदल दिया जाए, अन्यथा हादसा हो सकता है।


 इस पर बीना स्टेशन पर ही कोच को ट्रेन से अलग हटाया गया। यात्रियों की सुविधा के लिए दूसरा कोच लगाया जाना था। लेकिन रेल अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया। जिससे उस कोच के यात्री परेशान हुए। इस पूरी प्रक्रिया में दो घंटे लगभग ट्रेन प्लेटफार्म क्रमांक तीन पर खड़ी रही। स्टेशन प्रबंधक संतोष शर्मा ने बताया कि ट्रेन के आने पर हमारा स्टाफ उसे चेक करता है। इस दौरान लगभग 12 बजकर 10 मिनट पर फाल्ट डिटेक्ट हुआ। इसलिए उस कोच को बदलने का निर्णय लिया गया। ट्रेन 1.30 पर बीना से रवाना हुई है।

 कोच के एक्सल में आए फाल्ट के कारण दो घंटे अतिरिक्त उसे बीना में रोका गया। कोच के 84 यात्रियों को दूसरे कोचों में बैठाया गया। कुछ यात्रियों ने इसका विरोध किया और दूसरा कोच लगाए जाने की मांग की। लेकिन रेल अधिकारियों ने एलएचबी कोच की अनुपलब्धता बतलाते हुए असमर्थता जाहिर की। मजबूरी में यात्रियों को दूसरे कोचों में एडजस्ट करते हुए आगे की यात्रा करनी पड़ी।



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Sagar:सोयाबीन चोरी करने वाले 03 आरोपी गिरफ्तार

Sagar:सोयाबीन चोरी करने वाले 03 आरोपी गिरफ्तार
 
सागर। आगासौद पुलिस ने सोयाबीन चुराने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक 26 जून को फरियादी बाबूलाल दांगी निवासी अस्पताल रोड मंडीबामोरा द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरे किराये वाले मकान मे रखे सोयाबीन में से 20-22 कट्टी सोयाबीन कुल 10-12 क्विंटल सोयाबीन कीमती करीब 45,000 रुपये अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर लिया गया है।  

 प्रकरण को गंभीरता से लेते हुये  पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी द्वारा थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिस अधिकारियों को तत्काल चोरी के आरोपियों को पता लगाने एवं माल मशरूका बरामद करने हेतु निर्देशित किया। श्रीमति ज्योति ठाकुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीना ,श्री सुमित केरकिट्टा प्रभारी एसडीओपी बीना के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी अनूप सिह ठाकुर के नेतृत्व में टीम गठित कर अज्ञात आरोपीगण की तलाश पतारसी हेतु टीम रवाना की गई । 


मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर सीसीटीवी कैमरा व तकनीकी सक्ष्यो को एकत्र किया गया परिणाम स्वरूप मिले साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध  राजाबाबू उर्फ राजेन्द्र पिता दयाराम सूर्यवंशी (अहिरवार) उम्र 25 साल निवासी वार्ड नं 17 सिहोरा फ्रीगंज थाना कुरवाई ,2. मेहबूब उर्फ राजा खान पिता मंसूर खान उर्फ बम्बैया उम्र 27 साल निवासी वार्ड नं 09 सिंधी कालोनी गंजबासौदा हाल पप्पू अहिरवार का मकान बस कुरबाई रोड मंडीबामोरा थाना आगासौद 3. बल्लू उर्फ अभिषेक पिता संतोष आदिवासी उम्र 18 साल 05 माह निवासी नगवासा रोड टपरियां समर्पण स्कूल के पास सिहोरा थाना कुरवाई जिला विदिशा एवं एक अपचारी बालक निवासी मंडीबागोरा को अभिरक्षा में लेकर घटना के संबंध में हिकमत अमली से पूछताछ की गई।


आरोपीगण द्वारा घटना कारित करते हुये सोयाबीन चोरी करना बताया। आरोपीगण से चोरी गया सोयाबीन 27 कट्टी कुल करीब 10 क्विंटल 80 किलो कीमती करीब 45000 रुपये व घटना में प्रयुक्त वाहन  लोडिंग गाड़ी को जप्त किया है। सभी आरोपीगण को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया है जहां से उन्हें जेआर पर जेल भेज दिया है। 


सराहनीय कार्य 
इसमें निरी0 अनूप सिंह ठाकुर थाना प्रभारी आगासौद, उनि रामअवतार धाकड़ चौकी प्रभारी मंडीबामोरा, सउनि चन्द्रेश्वर यादव, सउनि शिखरचंद सहरिया, प्रआर महेश साहू, आर योगेश शर्मा,आर जितेन्द्र सिंह गुर्जर, आर धीरेन्द्र सिंह राजावत, आर राहुल सिसोदिया,आर अभिषेक कुशवाह  सैनिक कैलाश दुबे साइबर सेल से सौरभ रैकवार, अमित शुक्ला  व अन्य थाना स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही है।
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एमपी में बन रहे है दो सौ करोड़ के सर्वसुविधा युक्त राजस्व भवन : मंत्री गोविंद राजपूत▪️सागर में संयुक्त तहसीलदार कार्यालय का भूमिपूजन

एमपी में बन रहे है दो सौ करोड़ के सर्वसुविधा युक्त राजस्व भवन : मंत्री गोविंद राजपूत

▪️सागर में संयुक्त तहसीलदार कार्यालय का भूमिपूजन



तीनबत्ती न्यूज
सागर 03 जुलाई 2023:
  दो सौ करोड़ रूपये से मध्यप्रदेश में सर्वसुविधा युक्त राजस्व भवन बनाये जा रहे है। जिससे यहां आने वाले आम लोगों को बैठने, पेयजल, केन्टीन आदि की सुविधा हो।  ऐसा कोई जिला नहीं है जहां छः सात करोड़ रू. के भवन न बनाये गए हो। प्रायः सभी लोगों को राजस्व संबंधी कार्यो से कभी न कभी राजस्व कार्यालय में आना होता है। उक्त आशय के विचार राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने सागर में 640 लाख रू. की लागत से बनने वाले संयुक्त तहसील कार्यालय के भूमिपूजन के अवसर पर व्यक्त किए।


     इस अवसर पर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्री राजू बडोनिया, रूपेश यादव, गुडडू यादव, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री राजेश सिंह, एसडीएम श्री विजय डेहरिया, तहसीलदार श्री रोहित रद्युवंशी, श्री दुर्गेश तिवारी, सोनम पाण्डे, राजेश दुबे सहित अन्य जनप्रतिनिधि, राजस्व विभाग के कर्मचारी एवं नागरिकगण मौजूद थे।


मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार विकास को गति देने वाली सरकार है। विकास का अहसास तब होता है जब हम पुराने दिनों को याद करते है।  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा दो सौ करोड़ की राशि प्रदेश में राजस्व भवनों के लिए स्वीकृत की गई है। यह भवन इसी राशि के अंतर्गत स्वीकृत किए गए है। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि प्रदेश में सर्व सुविधायुक्त आधुनिक संयुक्त तहसील कार्यालय भवन बनाये जा रहे है। जिसमें राजस्व संबंधी सभी अधिकारी एक साथ बैठ सके। अपने कार्य से आने वाले लोगों को कहीं यहां वहां न भटकना पडे़। 

मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि अत्याधुनिक सर्व सुविधायुक्त कार्यालय बन जाने से कार्यालयों में दूरस्थ ग्रामों से आने वाले ग्रामवासियों को एक छत के नीचे सभी राजस्व कार्य संपन्न करा सकेगें। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार परिवहन विभाग के माध्यम से मध्यप्रदेश में परिवहन कार्यालयों का निर्माण भी कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सागर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन की मांग पर बहुप्रतिक्षित इस कार्यालय का भूमिपूजन आज किया जा रहा है। यह भवन समय-सीमा में पूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि सागर लगातार विकास कर रहा है और नई - नई सड़के, भवन, पार्क, स्टेडियम सहित अन्य मूलभूत सुविधायें उपलब्ध हो रही है।


विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि संयुक्त कार्यालय बन जाने से सभी जरूरत मंद व्यक्तियों की समस्याआें का निराकरण समय सीमा में हो सकेगा एवं उनका समय के साथ आर्थिक व्यय भी बचेगा। उन्होंने कहा कि यह भवन एक वर्ष में गुणवत्ता के साथ बनकर तैयार हो जाएगा।
कार्यक्रम में एसडीएम श्री विजय डेहरिया ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि 2450 वर्ग मीटर में बनने वाले भवन में भूमि तल, प्रथम तल एवं होगा जिसमें न्यायलय, राजस्व अधिकारियों के चैम्बर, मीटिंग हाल, नाजिर रूम, मालखाना, रिकार्ड रूम, स्ट्रांग रूम, ट्रेजरी आफीसर रूम, पटवारी हाल,  प्रतिक्षालय सहित अन्य आवाश्यक मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध होगी।


    कार्यक्रम के प्रारंभ में पीआईयू के एसडीओ ने 640 लाख 27 हजार रू. की लागत से  बनने वाले भवन के बारे में जानकारी  देते हुए बताया कि ग्राउन्ड फ्लोर पर - आवक जावक, स्टेनो रूम 02 नग, सिटीजन सर्विस सेंटर, तहसील आफिस, रीडर (तहसीलदार) तहसीलदार चैम्बर, तहसीलदार कोर्ट, कानूनगो, रिकार्ड रूम विथ काम्पेक्टर, नाजिर रूम, जमादार मालखाना, टॉयलेट ब्लाक मेल/फीमेल, चौकीदार रूम, एडीशनल तहसीलदार कोर्ट रूम, एडीशनल तहसीलदार चैम्बर, रीडर एडीशनल तहसीलदार, एडीशनल चैम्बर, कारीडोर, पेट्री, इलेक्टिकल रूम, कापिंग सेक्शन, रैम्प कोर्ट यार्ड, स्टेयर केश होगा।


     प्रथम तल पर - मीटिंग हॉल, स्टेनो रूम, कम्प्यूटर रूम, नायब तहसीलदार चैम्बर, रीडर नायब तहसीलदार, नायब तहसीलदार कोर्ट, स्टोर रूम, पटवारी हॉल, ट्रेजरी आफीसर्स रूम, स्टांग रूम, गार्ड रूम, सब ट्रेजरी रूम, मेल फीमेल टॉयलेट ब्लाक, इलेक्शन रूम, तहसील ऑफिस, ए. एफ.ओ. रूम, ए.टी.ओ. रूम, आफिस, आर.आई. आफिस, एडीशनल रूम, ओपन टैरिस, पेट्री, कापिंग सेक्शन, यू.पी.एस. सर्वर रूम, इलेक्टिकल रूम, कारीडोर, रैम्प, स्टेयर केश होगा।



  कार्यक्रम के अंत में एसडीएम श्री विजय डेहरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम का संचालन डा. अरविंद जैन ने किया।
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