प्रधानमंत्री ने धर्म और संस्कृति की पुनर्स्थापना कीः मंत्री भूपेन्द्र सिंह
▪️युवा ब्राह्मण समाज का विप्र श्री सम्मान समारोह
खुरई, 17 जून , 2023 : दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहां हिन्दुत्व के आधार पर हमारी जीवन पद्धति है। पूरी सृष्टि ऋषि-मुनियों और ब्राह्मण के प्रताप से चल रही है। वर्तमान में धर्म और संस्कृति की पुनर्स्थापना का काम हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कर रहे हैं। यह उद्गार मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने युवा ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित विप्र श्री सम्मान समारोह में व्यक्त किये।
अपने संबोधन में मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि ब्राह्मण समाज का गौरवशाली इतिहास है। हमारा देश पहले मुगलों और फिर अंग्रेजों का गुलाम रहा। जिन्होंने भारत की संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की। मुगलों ने धार्मिक स्थल नष्ट किये और दोनों समय ब्राह्मण समाज धर्म और संस्कृति की रक्षा में लगा रहा। भगवान परशुराम न्याय के देवता हैं, जिन्होंने अश्वमेघ यज्ञ कर पूरी दुनिया को जीता और फिर सब कुछ दान कर दिया।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि ब्राह्मण धर्म और जाति में बंधा इंसान नहीं है, बल्कि साक्षात भगवान है। जिनसे धर्म का मार्ग प्रशस्त होता है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश में धर्म और संस्कृति की पुनर्स्थापना का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कर रहे हैं। जिनके प्रयासों से अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। बाबा विश्वनाथ, केदारनाथ मंदिर परिसर की पुनर्स्थापना हुई और उज्जैन में महाकाल लोक की स्थापना हुई। कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हो रहे अत्याचारों से मुक्ति दिलाने धारा 370 समाप्त की गई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 9 साल के कार्यकाल में किसी की हिम्मत नहीं हुई कि दंगा कर सके।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश के संविधान में अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को आरक्षण का प्रावधान था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिलाया। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था 20 लाख करोड़ में चलती है और इसमें 3 लाख करोड़ रूपए धर्म स्थानों से आते हैं। हमारे धर्म स्थानों की पुर्नस्थापना से भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है और रोजगार में वृद्धि हुई है। हमारे धर्म स्थान सिर्फ मन की शांति के केन्द्र ही नहीं, बल्कि अर्थ व्यवस्था और रोजगार वृद्धि के साधन भी हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि आप सबके आशीर्वाद से खुरई में अधिक से अधिक मंदिर निर्माण और जीर्णोद्धार के कार्य किए गए है। भगवान परशुराम और मां बिजासेन के मंदिर निर्माण किये गए हैं। किले में नये मंदिर में शीघ्र ही मां बिजासेन की स्थापना की जाएगी। श्री सिंह ने कहा कि उनकी संकल्पना है कि खुरई में भगवान लोक की भव्य स्थापना की जाये और संस्कृत विद्यालय खोला जाये। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने संस्कृत के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने, स्कूल के पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम को जोड़ने, मंदिर के पुजारियों को प्रतिमाह 5 हजार रूपए मानदेय देने और मंदिर की सम्पत्ति की देखरेख पुजारियों द्वारा कराये जाने के निर्णय लिए हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर जिले में सबसे पिछड़े खुरई विधानसभा क्षेत्र को आपके आशीर्वाद से प्रदेश में विकास का मॉडल बनाने में सफल हुआ हूं। अभी क्षेत्र में बहुत काम करना है। आप सभी विप्रजन धर्म और संस्कृति की रक्षा का काम करें और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का काम हम करेंगे।
कार्यक्रम में मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने संत, महंतों एवं विप्र समाज के वरिष्ठजनों को शाल श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने विप्र समाज के उत्कृष्ट परिणाम लाने वाले छात्रों का सम्मान किया। जिसमें राधा दुबे पिता संतोष दुबे 94 प्रतिशत, राधिका तिवारी पिता स्व. भोलेशंकर तिवारी 92.8 प्रतिशत, शिवी तिवारी पिता रामस्वरूप तिवारी 91 प्रतिशत, हिमांशु चौबे पिता भगवतशरण चौबे 90 प्रतिशत, सरिता द्विवेदी पिता सुनील द्विवेदी 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर रविकांत शर्मा, सर्वेश गोश्वामी, बसंत नायक, मयंक हजारी, कृष्णकांत तिवारी, आयुष भार्गव, विश्वास शर्मा, ब्रजेश महराज, टिंकू कौशिक, नीरत शर्मा, देववत पंडा, प्रदीप पाण्डेय, मिंटू त्रिपाठी, रम्मू नायक, दीपक गोश्वामी, विनय चौबे, पारस चौबे, दयाराम पाण्डेय, शुभम उदैनिया, सत्यम गोश्वामी, मधुर जोशी, गोलू गोश्वामी, अभिषेक पुराहित, राहुल दुबे, रामकुमार कौशिक, पंकज शर्मा, सुनील दिवेद्वी, रक्कू दुबे, आनंद दुबे, शेलेन्द्र तिवारी, अमित भार्गव, बंटी लिटोरिया, कौशल बहोलिया, वीरू समाधिया, शिवनारायण दीक्षित, योगेश पस्तोर, विवेक तिवारी, दिनेश दुबे, सुनील गौतम, सौरभ दुबे, कृष्णकांत उदैनिया, अमित मिश्रा, रवि देवलिया, राहुल टोटे, ऋषि तिवारी, आकाश देवलिया, प्रशांत समाधिया, राजू चौबे, शरद व्यास, आशीष नायक, अक्षय मिश्रा, आकाश मिश्रा,रामचरण तिवारी, रामरतन नायक, रामप्रसाद दुबे, सीताराम लिटोरिया, बद्री प्रसाद दीक्षित, भगवानदास चौबे, भगवानदास पांडे, सीएल पांडे, रघुवीर प्रसाद शर्मा, शंभू शर्मा, प्रेम प्रकाश दुबे, श्याम लाल पांडे, शंकर सहाय गोश्वामी, पुरूषोत्तम पालीवाल, बालमुकुन्द्र रावत सहित अनेक विप्रजन उपस्थि थे।