मंत्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई किले में राजा खेत सिंह दांगी की प्रतिमा का अनावरण किया
खुरई,22 मई,2023। अपने इतिहास और संस्कृति को जानो और गर्व करो। जो ऐसा नहीं करते वे गुलामी के मार्ग पर खड़े रहते हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने यह उद्गार खुरई किले के संस्थापक राजा खेमचंद्र दांगी की प्रतिमा का अनावरण करते हुए व्यक्त किए। मंत्री श्री सिंह ने खुरई के इतिहास पर एक किताब व फोल्डर बनवाने के निर्देश नगरपालिका सीएमओ को दिए।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने इस अवसर पर अपने संबोधन में खुरई किले का इतिहास बताया। उन्होंने कहा कि राजा खेमचंद्र दांगी ने 1707 में खुरई किला बनवाया था। वे गढ़ौला के ठाकुर खुमान सिंह के पुत्र थे। उनके पुत्र अचल सिंह ने यहां शासन किया। 1752 में पेशवाओं का खुरई किले पर अधिकार हुआ और मराठा शासक गोविंद पंत ने किले में डोहेला बनवाया था। 1857 में भानगढ़ के राजा ने खुरई पर हमला किया था। 1861 में अंग्रेजों ने खुरई को सागर जिले में शामिल कर तहसील का दर्जा दिया। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि पं. नारायण राव खुरई के पहले तहसीलदार थे और 1893 में खुरई नगर पालिका बन गई थी।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि खुरई में जो भी महापुरुष हुए उन सभी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी और सार्वजनिक स्थलों को उनके नाम पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पं. केसी शर्मा स्कूल में स्व श्री केसी शर्मा की प्रतिमा लगाई जा रही है। खुरई में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि खुरई के किले की दुर्दशा आप सभी ने देखी है। यहां कई मकान वगैरह निर्माण हो गये थे और इसका दुरुपयोग हो रहा था। आज इसे इतना आलीशान बनाया गया है कि प्रदेश के महत्वपूर्ण किलों में खुरई किले का नाम लिया जाता है। मंत्री श्री सिंह ने युवा पीढ़ी को खुरई के महापुरुषों की स्मृति में सम्मान समारोह, जयंती समारोह आयोजित करना चाहिए।
कार्यक्रम में राजा खेमचंद्र दांगी जी के वंशज राजेंद्र सिंह गढ़ौला, समाज के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह निर्तला, देशराज यादव, श्रीमती नन्हीबाई अहिरवार, सीएमओ दुर्गेश सिंह, श्रीमती रश्मि सोनी, प्रवीण जैन, राहुल चौधरी, राहुल बाहरपुर, बलराम यादव तथा बड़ी संख्या में दांगी समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
महाराणा प्रताप ने अधीनता अस्वीकारते हुए कठिन संघर्ष की राह चलना बेहतर समझाः मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह
खुरई में वीर सपूत महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण
खुरई। स्व. महेन्द्र प्रताप सिंह पार्क में देश के वीर सपूत महाराणा प्रताप की प्रतिमा का लोकार्पण करते हुए मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने घोषणा की है कि खुरई में एक एकड़ क्षेत्र में महाराणा प्रताप लोक की स्थापना की जाएगी। मालथौन में महाराजा छत्रसाल और स्व. राणा जू की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यममंत्री श्री शिवराज सिंह ने आज महाराणा प्रताप जयंती पर शासकीय अवकाश की घोषणा की है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री जी ने भोपाल में महाराणा प्रताप का भव्य स्मारक बनाने, महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन करने की घोषणा भी की है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि खुरई के इस पार्क में 35 लाख की लागत से बनी महाराणा प्रताप की प्रतिमा के लोकार्पण में आप सबका स्वागत है।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि देश में क्षत्रिय समाज का गौरवशाली इतिहास है। ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने कहा था कि अंग्रेजों को सिर्फ क्षत्रिय ही कुचल सकते हैं। दोनों विश्वयुद्ध में बलिदान देने वालों में 40 हजार से ज्यादा क्षत्रिय थे और कारगिल युद्ध में शहीद हुए 437 सैनिकों में से 142 क्षत्रिय थे। मंत्री श्री सिंह ने उपस्थित क्षत्रिय समाज से आव्हान किया कि समाज में मृत्युभोज सहित अन्य कुरूतियों को दूर करने सब मिलकर आगे आयें। खुरई विधानसभा क्षेत्र के विकास में भी अपना योगदान दें।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई में एक एकड़ में महाराणा प्रताप लोक बनाने, स्थानीय विभूतियों के नाम पर मार्गों और पार्कों का नामकरण करने के साथ ही यह भी घोषणा की कि मालथौन में महाराजा छत्रसाल और जाने-माने समाजसेवी राणाजू की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
कार्यक्रम में शेर सिंह सिमरधान, वीर सिंह उरदौना, डीएस सेंगर, चन्द्रप्रताप सिंह, एमएस ठाकुर, मूरत सिंह पिपरिया, हरनाम सिंह पिठोरिया, रावराजा लोंगर, जयंत सिंह बुन्देला, दुरग सिंह परिहार, नत्थू सिंह चौहान, गोविंद सिंह राजपूत, वीरेन्द्र सिंह बुन्देला, प्रहलाद सिंह राजपूत बम्होरीलाल, बहादुर सिंह बघेल झौलसी, निरंजन सिंह गोदू, कौशल सिंह राजपूत दुगाहा, नरेन्द्र सिंह गोदू, नत्थू सिंह इमलिया, विजय सिंह पटैल सिलोधा, दिलीप सिंह राजपूत गढ़ौला, प्रवाल सिंह गढ़ौला, विजय सिंह धनोरा, राजेन्द्र सिंह बरोदिया नौनगर, दरयाव सिंह वनहट, उदयभान सिंह सिसोदिया, मलखान सिंह करई, दरयाव सिंह विनायकी, उदल सिंह राजपूत वलऊ, प्रेमसिंह बागथरी, देशराज सिंह महूना जाट, मनोहर सिंह नरोदा, राधेश्याम सिंह सिमरिया, बृजेन्द्र सिंह नरोदा, कुंवर सिंह रारोन, शेरसिंह राजपूत कुमरोल, महेन्द्र सिंह जामनखेड़ी, गोविंद सिंह रघुवंशी कठैली, सौभाग्य सिंह धनोरा, जंगबहादुर सिंह विनायठा, भैयाराम सिंह मूड़री, हेमंत सिंह सुमरेरी, अर्जन सिंह रघुवंशी कठैली, रहीश सिंह बिलैया, त्रिलोक सिंह किशनगढ़, अनरत सिंह ढ़िकुआ, मनोहर सिंह मड़िया हिन्दूपथ, राजेन्द्र सिंह नगदा, माधव सिंह सिलोधा, प्रकाश सिंह परिहार, धमेन्द्र सिंह निर्तला, राजाभाई बनखिरिया, कृष्णगोपाल सिंह, नंदकिशोर विनायठा, हेमंत सिंह खोजाखेड़ी, सुमित धनोरा, शत्रुघन गढ़ौला, राजेंद्र सिंह गढ़ौला, धर्मेंद्र सिंह निर्तला, देशराज यादव, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नन्हीबाई अहिरवार, सीएमओ दुर्गेश सिंह, श्रीमती रश्मि सोनी महिला मोर्चा, मण्डल अध्यक्ष प्रवीण जैन, नपा उपाध्यक्ष राहुल चौधरी, राहुल बाहरपुर, बलराम यादव, भानू करई, मनोज रघुवंशी, रवि मढ़िया, अभिनारा, यश महुली सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।