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SAGAR: शाहगढ़ का तिगौड़ा गांव ,जहां बसतें है देशी फ्रिज के शिल्पी

SAGAR: शाहगढ़ का तिगौड़ा गांव ,जहां बसतें है देशी फ्रिज के शिल्पी



सागर 29 अप्रैल 2023

       सागर जिले के शाहगढ़ विकासखण्ड स्थित ग्राम तिगौड़ा की मिट्टी को अपने होंठों से लगाकर प्यास बुझाने वालों की आबादी सागर के अलावा दमोह, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़ तक फैली है। मिट्टी के शिल्पकार लगभग 70 परिवार ग्रीष्म ऋतु के शुरू होने के पहले से ही देशी फ्रिज  अर्थात मटके बनाने का काम शुरू कर देते है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी. शर्मा ने बताया कि इस गाँव में कुल 43 समूह बने है, जिनमें 12 समूह में मिटट्टी शिल्प कार्य से जुड़े परिवार की महिलायें सदस्य है।


इन समूहों को आजीविका मिशन की ओर से 4 लाख से अधिक की राशि और बैंक लिकेज में 18 लाख रूपये की राशि उपलब्ध करायी गई है। इससे वे अपनी लागत की प्रतिपूर्ति करते हैं । विकास स्व सहायता समूह से जुड़ी श्रीमति बंसन्ती प्रजापति, सीता स्व. सहायता समूह से जुड़ी श्रीमति हीरा प्रजापति, पारस स्व सहायता समूह से जुड़ी श्रीमति मिथलेश, कलावती, गेंदा बाई ने बताया कि वे घड़ा बनाने का काम दीपावली के तुरन्त बाद शुरू कर देते है। आम तौर पर एक  परिवार कम से कम 700 से 800 घड़े तैयार करता है।


 इनके बने घड़ो के खरीददार स्वयं इनके गाँव में आकर ट्रक लोड करा लेते है। घड़ों का एक सीजन 60 से 70 हजार रू. का होता है। चॉक पर गोल - गोल घुम के मिट्टी के लोदे इनकी उंगलियों से आकार लेते है।  भीतर उंगलियों के  सहारे  मटके धीरे-धीरे आकार लेते है। पुरातन काल  से चले आ रहे घड़ों का एक विशिष्ट डिजाईन और स्पेसीफिकेशन सूखकर आग में तपता है। तपे हुये घड़ों से निकलने वाला खनकदार संगीत उस घड़े की परिपक्वता को दर्शाता है। समूह से जुड़ी गुडड़ी बाई, मिथलेश, गेंदा रानी ने घड़ों की कमाई से मोटर साईकिल खरीदी है।


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MP: बीजेपी की मीडिया टीम में बदलाव : आशीष अग्रवाल बने प्रदेश मिडिया प्रभारी, लोकेंद्र पाराशर को बनाया प्रदेश मंत्री,ललिता यादव को उपाध्यक्ष

MP: बीजेपी की मीडिया टीम में बदलाव : आशीष अग्रवाल बने प्रदेश मिडिया प्रभारी, लोकेंद्र पाराशर को बनाया प्रदेश मंत्री,ललिता यादव को उपाध्यक्ष 

भोपाल,29 अप्रैल ,2023 : मध्यप्रदेश में चुनावी साल में बीजेपी ने संगठन काे दुरुस्त करने में जुटी है। चुनावी साल में मीडिया टीम में बड़ा बदलाव किया है।  
नई टीम में प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर की जगह आशीष अग्रवाल को प्रदेश मीडिया प्रभारी बनाया गया है। लोकेन्द्र पाराशर को भाजपा का प्रदेश मंत्री बनाया गया है। वहीें दूसरी ओर पूर्व विधायक ललिता यादव को भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। उपाध्यक्ष पद  योगेश ताम्रकार के सतना के महापौर बनने के बाद उनके इस्तीफा देने के बाद खाली था।  उन्होंने24 अप्रैल को इस्तीफा दिया था।  राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की सहमति से प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने यह बदलाव किया। बताया जाता है । कि बीजेपी अपने प्रदेशप्रवक्ताओं को भी बदलने की तैयारी में है। 



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आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु के संबंध में दिए विवादित बयान पर जताया खेद ▪️हैहय क्षत्रिय वंशी ताम्रकार समाज व कल्चुरी कलार समाज ने दिया था पुलिस को ज्ञापन

आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु के संबंध में दिए विवादित बयान पर जताया खेद  

▪️हैहय क्षत्रिय वंशी ताम्रकार समाज व कल्चुरी कलार समाज ने दिया था  पुलिस को ज्ञापन


तीनबत्ती न्यूज
सागर,28 अप्रैल,2023 । बागेश्वर धाम के आचार्य श्री धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु के संबंध में दिए  विवादित बयान पर खेद व्यक्त किया है। उनके बयान को ले कर सागर सहित कई शहरों में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर ज्ञापन प्रदर्शन किए गए है। आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने ट्वीट कर इस संबंध में सफाई देते हुए खेद जताया है। इन दिनों सागर में बागेश्वरधाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की कथा चल रही है। 



आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का ट्वीट

विगत कुछ दिनों से एक विषय संज्ञान में आया है एक चर्चा के मध्य में मेरे द्वारा भगवान परशुराम जी एवं महाराज सहस्त्रबाहू अर्जुन जी के मध्य हुए युद्ध के विषय में जो भी कहा गया है वह हमारे पवित्र हिन्दू शास्त्रों में वर्णित आधार पर कहा गया है…

हमारा उद्देश्य किसी भी समाज अथवा वर्ग की भावनाओं को आहत करने का नही था न ही कभी होगा,क्योंकि हम तो सदैव सनातन की एकता के पक्षधर रहे हैं। फिर भी यदि हमारे किसी शब्द से किसी की भावना आहत हुई हो तो इसका हमें खेद है।
हम सब हिन्दू एक हैं।एक रहेंगे।
हमारी एकता ही हमारी शक्ति है।


क्या है मामला

आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान परशुराम की  जयंती पर एक प्रसंग सुनाया था।  उन्होंने क्षत्रिय हैहय वंशियों के भगवान सहस्त्रबाहु के बारे में विवादित कथन दिया है। इसको लेकर हैहय क्षत्रिय वंशी ताम्रकार समाज व कल्चुरी कलार समाज में नाराजगी बनी है। इसी को लेकर क्षत्रियों ने ज्ञापन दिए । आज सागर जिले के  दो समुदायों हैहय क्षत्रिय वंशी ताम्रकार समाज व कल्चुरी कलार समाज ने पुलिस को एक ज्ञापन देकर धीरेंद्र शास्त्री पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है ।  


 
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भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं बन पायेगा तो मेरा संकल्प बिखर जाएगा - बागेश्वर धाम सरकार

भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं बन पायेगा तो मेरा संकल्प बिखर जाएगा - बागेश्वर धाम सरकार

सागर,28 अप्रैल ,2023 । जब राम जन्म हुआ तब एक महीने तक दिन रहा, सूर्यकुल भूषण को देखने सूरज भगवान डूबे ही नहीं तो वहीं रात इसीलिए परेशान थी कि मुझे दर्शन नहीं मिल रहे। जब महीने भर बाद रात ने भगवान से कहा तो भगवान ने विश्वास दिलाया कि द्वापर युग में भादों के महीने में रात के 12 बजे जन्म लूंगा इसीलिए राम जन्म का दिन बड़ा माना जाता है तो कृष्ण जन्म की रात बड़ी होती है। यह बात बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सागर के बहेरिया में हो रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कही। उन्होंने कहा कि भगवान जब गोकुल पहुँचे तो उनके दर्शन करने भोलेनाथ भी पहुंचे, देवी देवता पहुंचा सुंदर भजनों के माध्यम से उन्होंने इस कथा का वर्णन किया। जब मां यशोदा ने भोले बाबा के जटा जूट देखकर भगवान के बाल रूप के दर्शन नहीं दिए की कहीं बालक डर न जाये। तो भगवान रोने लगे जब मां यशोदा बाहर लेकर आईँ तब भोले बाबा की गोद मे आते ही रोना चुप किया। कथा में भगवान की विभिन्न बाल लीलाओं के प्रसंग हुए।

 
उन्होंने कहा कि जब भगवान का जन्म हुआ तब नंद बाबा और देवकी बस जाग रहे थे बाकी सब सो रहे थे। ऐसे ही जब हनुमानजी महाराज सीता माता का पता लगाने लंका में गए तब भी सब सो रहे थे बस विभीषण जाग रहे थे। भगवान की लीला ही यही है कि जब वह आये हैं तब पापी सो जाते हैं और भक्त जाग जाते हैं। 
"राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम"

कथा आरंभ में उन्होंने कथा का सूत्र बताया उन्होंने कहा कि काम के बंदर नहीं राम के बंदर बनो, आलस्य नहीं करना चाहिए। हनुमानजी महाराज से सीखिए "राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम" भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं बन पाएगा तो मेरा संकल्प बिखर जाएगा। इसीलिये में भी विश्राम नहीं करता। निरंतर राम नाम की अलख लिए अनवरत रहता हूँ। 

भगवान एक ही तत्व हैं

भगवान एक हैं जिस तर हम एक हैं लेकिन किसी के लिए भाई, किसी के लिए चाचा, किस के लिए मित्र हैं। ज़िज़ तरह स्वर्ण एक है लेकिन उसे अलग अलग आभूषण बन जाते हैं। जिस तरह एक ही मिट्टी से अलग अलग चीजें बन जाती हैं ऐसे ही भगवान भी एक हैं। 

सत्यनारायण की कथा, चटपटा अंदाज

एक सेठ ने मुझसे कहा सत्यनारायण की कथा करा दो, मोटरसाइकिल से खेत मे पहुंचे जहां उनका घर था। संकल्प कराया सत्यनारायण की कथा की पुस्तक की जगह गुरुवार की कथा थैले में रख ली थी। अब संकट फस गया लेकिन हम छोटे से ही थे। इसलिए जल्दी जल्दी गुरुवार की ही बांच दी। सेठ ने कहा गुरुजी आप हैं तो विद्वान लेकिन लीलावती कलावती कहां गयीं। हम भी बुंदेलखंड के हमने भी कह दिया बड़े घराने की बेटियां जंगल में कहां आती। लेकिन इतना स्पष्ट है कि सत्यनारायण की कथा के विषय में हर कोई जानता है। 

 कथा में चौथे दिन उन्होंने मीरा की भक्ति का मार्मिक प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि भक्ति हो तो मीरा की तरह हो जिसमें कोई शर्त नहीं है। केवल निष्काम निश्छल प्रेम है।   राम हो या कृष्ण सभी को प्रेम ही सबसे प्यारा लगता है। गुण, ज्ञान, कौशल, धन, निष्ठा आदि सब कुछ भी नहीं है। उन्हें तो केवल प्रेम ही प्यारा। गुरुवार को कृष्ण जन्म हुआ जिसमें अद्भुत पुष्पवर्षा की गई। जहां कई प्रसंगों में भक्ति रस में ओतप्रोत श्रद्धालु भावुक हो उठे तो कृष जन्म होते ही भजनों पर झूमकर ठाकुर जी की मस्ती में नाच उठे और उत्सव का माहौल हो गया। 

कथा में उन्होंने कहा कि कल दिव्यदरबार के दिन एक लाख से अधिक लोगों ने भंडारे में भोजन किये बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लेकिन उन्होंने मीरा बाई के प्रसंग के माध्यम से यह भी स्पष्ट किया कि यदि आप लोग इसलिए आते हैं कि हम आपके बारे में बताएंगे, आपकी ओर देखेंगे तो सुनिए अगर मेरे लिए आते हो तो आपकी भक्ति बहुत छोटी और ओछी है। भक्ति करनी है तो तन से बैरागी और मन से श्री राम जी के अनुरागी बन जाओ वही सार्थक रखती है, जिसमें कोई शर्त ना हो।  उन्होंने बच्चों को संस्कार देने की बात पर ज़ोर दिया और उन्हें मांस की शिक्षा अवश्य देने की बात भी कही। 

बताए सुखी जीवन के तीन सूत्र

- कभी भगवान से कुछ मत मांगो

भगवान से शर्त लगाकर कुछ कुछ मत मांगो की ऐसा होगा तो यह चढ़ाऊंगा। यदि शर्त लगाकर मांगते हो तो व्यापार करते हो भक्ति व्यापार नहीं है। भक्ति तो समर्पण है मीरा ने कितने कष्ट पाए लेकिन ठाकुर जी को नहीं छोड़ा। उन्होंने विदाई के वक़्त भी सभी भेंट ठुकराकर केवल मंदिर में रखे ठाकुर जी को जी मांगा और सांसारिक लोग बीएते की नौकरी बेटी की शादी जैसी चीजें ही भक्ति मागते हैं। परमात्मा को नहीं। 

मुस्कुराना सीखो

ठाकुरजी का अवतार सुख का भंडार है। वे मुस्कुराना सिखाते हैं सभी लीलाओं में वह सदा मुस्कुराते रहे। मथुरा में जन्म होते ही मां को छोड़ना पड़ा पर मुस्कुराते रहे। गोकुल से विदा ली तो मैया, पिता, ग्वाल, गोपियों और राधा को छोड़कर भी मुस्कुराते रहे। मथुरा में कंस वध फिर वहां से भी सांदीपनि आश्रम फिर सुदामा को त्यागा, द्वारिका गए  महाभारत में गीता सुनाई पांडवों को त्याग और अंत मे बंधु बांधवो के अंत के बाद भी मुस्कुराते रहे। उनसे सीखना है तो मुस्कुराना सीखो जीवन में हर दुख छोटा हो जाएगा।


प्रेरक प्रसंग सुनो

एक महात्मा को एक भक्त ने गाय देदी। महात्मा प्रसन्न हुए बोले वाह ठाकुर जी को दूध, मावे का भोग लगाऊंगा बहुत ही आंनदित हुआ। गाय की सेवा कार्य ठाकुर जी को मेवे का भोग लगाता बहुत दिन ऐसा चलता रहा। बाकी चेले भी गुरु का यह आनद देख आंनदित थे। लेकिन एक दिन भक्त आया और गाय को ले गया। उसने कहा गुरुजी गाय ले जा रहा हूँ। मातम बोले ले जाओ बहुत आनंद की बात है ले जाओ। किसी ने पूछा इसमे क्या आनंद अब भोग कैसे लगेगा। महात्मा बोले जैसे पहले लगता था। अब झंझट खत्म गोबर नहीं उठाना पड़ेगा भूसा चारा बजी नहीं लाना होगा। इस प्रसंग में आनंद का सूत्र है कि जो हुआ वह अच्छा हुआ उसमें प्रसन्नता खोजिए दुख नहीं। 


चार दिन की प्रमुख बातें

-ऐसा कोई हिन्दू नहीं है जिसे रामचरित मानस की कोई न कोई चौपाई नहीं आती हो। 

-भारत की संस्कृति से बड़ी कोई संस्कृति नहीं।

- साल भर न सही त्यौहार के दिन अपने बच्चे को धोती कुर्ता पहनकर बाहर भेजें। 

-जो धर्म के मार्ग पर होगा वह हताश नहीं होता क्योंकि उसने मानस को पढ़ा है वह हल निकाल लेगा।

- सभी हिन्दू तिलक लगाने का संकल्प लेलें तो दृश्य ही बदल जायेगा।

- परीक्षित की सात दिन में मृत्यु तय थी हमेह भी हफ्ते के सात दिन में ही मरना है। क्योंकि इनके अलावा कोई और दिन नहीं है।

ये रहे मोजूद

आज की कथा में मुख्य आयोजक भूपेंद्र सिंह बहेरिया, सुरवेंद्र सिंह, शुभम सिंह, सुरेंद्र दुबे सागर शिष्य मंडल और संदीप दुबे सहित प्रभात सिंह, अजीत सिंह चील पहाड़ी, राजा ठाकुर, लक्ष्मण सिंह, पूर्व विधायक सुधा जैन, सांसद रीती पाठक सीधी, विधायक शैलेंद्र जैन आदि उपस्थित थे।


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श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ में चल रही रामलीला का श्रद्धालुओं ने लिया आनंद▪️गन्ने के रस से किया गया शिवजी का अभिषेक


श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ में चल रही रामलीला का श्रद्धालुओं ने लिया आनंद

▪️गन्ने के रस से किया गया शिवजी का अभिषेक

सागर, 28 अप्रैल 2023: सुरखी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत राजघाट स्थित माँ शारदा देवी मंदिर प्रागण में चल रहे विश्व कल्याण हेतु श्री सीताराम नाम जप 1008 कुण्डीय महायज्ञ में शुक्रवार को प्रातः 06 बजे शिवजी का रूद्र अभिषेक गन्ने के रस से किया गया। बनारस के आचार्य धीरेन्द्र मनीषी ने बताया कि घर में लक्ष्मी के लिये स्थिर व बैभव व सुख शांति के लिये गन्ने से शिवजी का अभिषेक किया जाता है ।जिसको लेकर श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ में शुक्रवार को राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत तथा उनकी धर्मपत्नि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति सविता सिंह राजपूत सहित सभी यजमानों द्वारा गन्ने के रस से शिवजी का रूद्र अभिषेक मंत्र उच्चारणों के साथ पूर्ण विधि विधान से किया गया ।

जिसके पश्चात 12 बजे से सभी यजमान यज्ञ शाला पहुंचे जहां बाल्मिकी रामायण के श्लोकों द्वारा यज्ञ किया गया जिसमें बनारस के आचार्य धीरेन्द्र मनीषी द्वारा भगवान श्री राम के बनवास का व्याख्यान किया गया जिसमें उन्होंने श्लोकों द्वारा बताया कि प्रभु श्री राम अपने पिता की आज्ञा का पालन करने के लिये बनवास के लिये प्रस्थान कर रहे थे जिसमें आयोध्यावासियों ने छोड़ने के लिये उनके साथ जा रहे थे लेकिन आयोध्या की सीमा के बाहर प्रभु ने सभी पुरूष तथा स्त्रियों को वापिस लौट जाने के लिये कहा लेकिन कुछ लोग उनके साथ चले गये यहीं से किन्नरों की उतपत्ति हुई। 


आचार्य धीरेन्द्र मनीषी ने कहा कि प्रभु श्री राम को पाने के लिये पुरूषों ने अपना पुरूषतत्व छोड़ दिया नारियों ने अपना नारित्व छोड़ दिया जिसके कारण किन्नरों की उत्पत्ति हुई यह किन्नर भगवान को अतिप्रिय हैं इनके साथ सदा अच्छा व्यवहार किया जाये क्योंकि इन्होंने प्रभु के लिये सबकुछ त्याग कर दिया था। शुक्रवार को यज्ञ शाला में रामायण श्लोकों के साथ प्रभु श्री राम के बनवास जाने का व्याख्यान किया गया। यज्ञ शाला की परिक्रमा करने के लिये श्रद्धालुओं का दिनभर तांता लगा रहा।


 जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने यज्ञ शाला की परिक्रमा करते हुये व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस अवसर पर मेला प्रवक्ता राजकुमार बरकोटी ने बताया कि यज्ञ में शामिल होने के लिये रोज ही सैकड़ों श्रद्धालु सुरखी विधानसभा क्षेत्र सहित विदिशा, भोपाल तथा देश भर से आ रहे हैं जिनकी व्यवस्था में यज्ञ समिति के लोग 24 घण्टे लगे हुये हैं।
 

रामलीला का श्रद्धालुओं ने लिया आनंद

यज्ञ प्रागण में शाम को आयोध्या तथा चित्रकूट से आये कलाकारों द्वारा रामलीला की प्रस्तुति दी जा रही है जहां पर आस पास क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रामलीला की प्रस्तुति कर रहे कलाकारों ने अपनी मनमोहन प्रस्तुति से क्षेत्रवासियों का मन मोह लिया। संगीतमय रामलीला की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी जा रही है श्रद्धालुओं ने तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया एवं फूल वर्षा कर श्रीराम और सीता बने कलाकारों का भव्य स्वागत किया। 

इस अवसर पर अरविंद सिंह राजपूत टिंकू राजा, कुंवर सिंह ठाकुर, मूरत सिंह राजपूत सहित यज्ञ समिति के सदस्यों द्वारा सारी व्यवस्थाओं का निरीक्षण एवं श्रद्धालुओं के साथ पुण्य लाभ लिया।


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Sagar: सीएम ने ओला प्रभावित तीस हज़ार किसानों को 26 करोड़ की राशि हस्तांतरित की▪️सीएम से चर्चा कर दिया धन्यवाद।किसान प्राण सिंह ने ▪️खुरई के 5800 किसानों के खातों में 9.61 करोड़ सहायता राशि भेजी गई

Sagar: सीएम ने ओला प्रभावित तीस हज़ार किसानों को 26 करोड़ की राशि हस्तांतरित की
▪️सीएम से चर्चा कर दिया धन्यवाद।किसान  प्राण सिंह ने 

▪️खुरई  के 5800 किसानों के खातों में 9.61 करोड़ सहायता राशि भेजी गई



सागर, 28 अप्रैल 2023।  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह द्वारा भोपाल से सागर जिले के ओलावृष्टि से प्रभावित 126 ग्रामों के 30 हजार से अधिक किसानों को 26 करोड़ 37 लाख रू. की मुआवजा राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से हस्तांरित की गई। इस अवसर पर एनआईसी कक्ष में बीना विकासखंड के ग्राम रुसल्ला के किसान श्री प्राण सिंह, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, एसएलआर श्री देवी प्रसाद चक्रवर्ती, तहसीलदार श्री आदर्श जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
       कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि मार्च माह में जिले की सागर, जैसीनगर, बीना, खुरई, रहली तहसीलों में हुई ओलावृष्टि से फसल प्रभावित हुई थी। जिनका राजस्व अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों एवं किसानों के साथ मौके पर जाकर सर्वे कार्य किया गया था। इसी परिप्रेक्ष्य में प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराया गया, जिसमें सागर, रहली,  बीना, खुरई, जैसीनगर के 126 ग्रामों के 30 तीस हज़ार 92 किसानों की फसलें प्रभावित हुई थी। जिनकी सर्वे रिपोर्ट बनाकर 8 अप्रैल को शासन के लिए भेजी गई थी। जिसपर आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिले के 126 ग्रामों के 30000 से अधिक किसानों को 26 करोड़ 37 लाख की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से हस्तांतरित की गई है। एसएलआर श्री देवी प्रसाद चक्रवर्ती ने बताया कि 5 तहसीलों के प्रभावित ग्रामों में खुरई के 41, बीना के 6 रहली के 5 सागर ग्रामीण के 62 एवं जैसीनगर के 12 कुल 126 ग्राम के 30092 किसान प्रभावित हुए थे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सर्वे रिपोर्ट के आधार पर शासन से मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को 160 करोड़ रू. से अधिक की मुआवजा राशि सिंगल क्लिक माध्यम से किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित की गई।  


मुख्यमंत्री से चर्चा करने पर अत्यंत खुश है किसान प्राण सिंह
धन्यवाद मुख्यमंत्री जी - प्राण सिंह


 किसानों के आंसू पोछकर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना वचन पूरा किया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। यह बात बीना विकासखंड के ग्राम रुसल्ला निवासी श्री प्राण सिंह ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से वर्चुअल कान्फ्रेंस के माध्यम से बात करते हुए कही। रुसल्ला निवासी किसान प्राण सिंह ने कहा कि मैं आज अत्यंत खुश हूं, जब मेरी बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से हुई।
     उन्होंने मेरे खेत रुसल्ला में आकर कहा था कि प्राण सिंह चिंता मत करो, आपको हर संभव मदद दी जाएगी और आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 79750 रू. की राशि प्रदान कर जो आंसू पोछने का कार्य किया है, उसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं। प्राण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री आपके आने पर जो निर्देश दिए गए थे, उसी के हिसाब से कलेक्टर ने दो-दो बार सर्वे कराया है। सर्वे के बाद मुझे यह राशि आपके द्वारा दी जा रही है।
       मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्राण सिंह से पूछा कि प्राण सिंह सर्वे के बाद किसी ने पैसे तो नहीं मांगे, तो प्राण सिंह ने कहा कि ,नहीं साहब किसी ने कोई पैसा नहीं मांगा। कलेक्टर एवं तहसीलदार ने मौके पर आकर मुआयना किया था और हमारे सामने कहा था कि तुम्हारा इतना नुकसान हुआ है, उसी के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा और आज यह राशि मिल रही है।     


*खुरई क्षेत्र के ओला पीड़ित 5800 किसानों के खातों में 9.61 करोड़ सहायता राशि भेजी गई
*मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने प्रभावित ग्रामों का दौरा कर राहत राशि की घोषणा की थी


 खुरई विकासखंड के ओलावृष्टि/अतिवृष्टि पीड़ित 5800 किसानों को 9.61 करोड़ की राहत राशि वितरण हेतु अनुविभागीय अधिकारी खुरई की ओर से शासन को देयक भेज कर बैंक खातों में सहायता राहत राशि का भुगतान आरंभ कर दिया गया है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने ओलावृष्टि प्रभावित ग्रामों का दौरा करके दुखी  किसानों को सहायता राहत राशि देने की घोषणा की थी। 

एसडीएम खुरई श्री मनोज चौरसिया द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सर्वे में ओलावृष्टि/अतिवृष्टि प्रभावित कुल 41 ग्रामों में फसलों को नुकसान हुआ था। इनमें से 13 ग्रामों में शत-प्रतिशत क्षति थी। 50 प्रतिशत से अधिक क्षति वाले किसानों को 32 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर तथा 50 प्रतिशत से कम क्षति वाले किसानों को 16 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के मान से सहायता राहत राशि दी गई। बड़े किसानों के लिए 50 प्रतिशत से अधिक क्षति वाले किसानों को 29 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर तथा 50 प्रतिशत से कम क्षति वालों को 14500 रुपए प्रति हेक्टेयर के मान से राहत राशि का भुगतान किया जा रहा है। 

एसडीएम खुरई श्री चौरसिया ने बताया कि 5800 किसानों को सहायता राहत राशि के रूप में आवंटित 9.61 करोड़ के देयक कलेक्टर सागर कार्यालय से कृषकों को भुगतान हेतु सागर जिला ट्रेज़री प्रेषित कर दिए गए हैं। ट्रेज़री से भुगतान की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। अधिकांश किसानों के बैंक खातों में सहायता राहत राशि भेज दी गई है। शनिवार तक सभी 5800 किसानों को सहायता राहत राशि उनके बैंक खातों में प्रेषित कर दी जाएगी। एसडीएम खुरई श्री चौरसिया ने बताया कि इसके अतिरिक्त ओलावृष्टि प्रभावित लगभग 750 और  किसानों के बैंक खातों आदि की प्रक्रिया आरंभ है जिन्हें शीघ्र ही लगभग 2.25 करोड़ सहायता राहत राशि का वितरण किया जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि खुरई क्षेत्र में विगत माह भयंकर ओलावृष्टि,भारी वर्षी के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों ने तत्परता से क्षति का सर्वे कर उनकी घोषणा के अनुरूप सहायता राहत राशि के प्रकरण स्वीकृत कर भुगतान की प्रक्रिया आरंभ कर दी है।


      
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बीएमसी में निधन, परिजनों ने कराया नेत्रदान, सागरवासी को मिलेगी प्राथमिकता नेत्र के लिए

बीएमसी में निधन, परिजनों ने कराया नेत्रदान, सागरवासी को मिलेगी प्राथमिकता नेत्र के लिए


सागर, 28 अप्रैल 2023 :  बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय के मेडिसिन आई.सी.यू. में भर्ती मरीज शनिचरी निवासी राकेश ठाकुर पुत्र सतपाल ठाकुर की कार्डियक अरेस्ट से आज सुबह ९ः३० बजे मृत्यु हो गई। जिसके पश्चात उनके बड़े भाई दिनेश ठाकुर एवं बहन सपना तिवारी ने मरीज के नेत्रदान करने की इच्छा जताई। जिनकी सहमति से ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टरों द्वारा नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण खरे को इसकी जानकारी दी गई। इस पर तुरंत क्रिया करते हुए नेत्र रोग विभाग की टीम, डॉ प्रवीण खरे (विभागाध्यक्ष), डॉ अंजली विरानी पटेल (असिस्टेंट प्रोफेसर) एवं डॉ ख्याति निरापुरे (रेजिडेंट डॉक्टर) द्वारा कॉर्निया की जांच की गई एवं उपयुक्त पाए जाने पर दोपहर 12.15 बजे कॉर्निया निकाल ली गई, जो प्रत्यारोपण के लिए हमीदिया अस्पताल, भोपाल भेज दी गई है। 
दानदाता सागर के निवासी हैं इसलिए हमीदिया अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के डॉक्टरों से अनुरोध किया गया है कि सागर के किसी जरूरतमंद मरीज को प्राथमिकता दी जाए। इस प्रक्रिया में नर्सिंग ऑफिसर ओमप्रकाश कुमावत एवं शालिनी सिंह और विभाग सहायक राजेश एवं स्टूडेंट रामसेवक ने मदद की।
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झील की दुर्दशा कर जनभावनाओं से भाजपा ने किया खिलवाड़ :: राजकुमार पचौरी

झील की दुर्दशा कर जनभावनाओं से  भाजपा ने किया खिलवाड़ :: राजकुमार पचौरी


सागर.28 अप्रैल,2023 : शहर की लाखा बंजारा झील (तालाब) के जीर्णोंद्धार और सौंदर्यीकरण के नाम पर हुए भाजपा शहरवासियों की जनभावना से खिलवाड़ रही है। झील की दयानीय स्थिति किसी से भी छुपी नहीं है। न तो ठीक से यहां डि-सिल्टिंग की गई और न ही सौंदर्यींकरण के काम। फिर भी भाजपा के जनप्रतिनिधि पोस्टर चिपकाकर झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि झील की दुर्दशा और उसकी हकीकत शहरवासियों के सामने है। यह आरोप जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजकुमार पचौरी ने लगाए हैं। 
उन्होंने एक बयान में कहा कि सागर झील सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट के नाम पर 92 करोड़ की राशि की बंदरबांट हो रही है। झील सफाई को लेकर अगर मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर कोई भी चिंतित होते तो 18 महीने की अवधि में पूरे होने वाला यह प्रोजेक्ट कब का पूरा हो जाता। पिछले तीन साल से झील सफाई को लेकर मियाद पर मियाद बढ़ाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट को पहले दिसंबर 2021 में ही पूरा किया जाना था। फिर भी भाजपा के जनप्रतिनिधियों के इशारे पर चलने वाले एजेंट बने अफसरों ने प्रोजेक्ट की मियाद पर मियाद बढ़ाते जा रहे हैं। प्रोजेक्ट को पूरे होने की मियाद पहले मार्च 2022 की, फिर सिंतबर 2022, फिर भी काम नहीं हुआ तो मार्च 2023 कर दी। अब कहा जा रहा है कि बारिश के पहले काम पूरे कर लेंगे। यह शहर की ऐतिहासिक धरोहर और उससे जुड़ी हुई लोगों की जनभावनाओं से खिलवाड़ है।
अध्यक्ष पचौरी ने कहा कि झील के कामों में हो रहे लेटलतीफी और भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस ने हमेशा आवाज उठाई हैं, लेकिन अफसर काम करने की दावा कर झूठी तारीखें देते रहे। झील के कामों को पूरा करने को लेकर अफसरों ने ही टाइमिंग दी थी, उनमें से अधिकांश काम अधूरे हैं। पचौरी ने कहा कि 92 करोड़ की लागत से चल रहे झील सौंदर्यीकरण की स्थिति को देखकर आप खुद अंजादा लगा सकते है कि इसका सौंदर्यीकरण हुआ है या फिर रुपयों की बंदरबांट। 
यह दी गई थी टाइम लिमिट 
झील प्रोजेक्ट के काम  -  काम कब तक पूरा करेंगे
नाला ट्रैपिंग  - 30 दिसंबर 2021
नाला-नाली कनेक्शन - 30 दिसंबर 2021
मोगा बंधान  -  31 जनवरी 2022
डि-सिल्टिंग - - 15 मार्च 2022
एम्बेंकमेंट - 15 अप्रैल 2022
घाटों का विकास - 30 मई 2022
वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट - 30 मई 2022
तालाब के बाहर के वो काम जो (जून से सितंबर 2022) तक किए जाएंगे
लाख बंजारा की प्रतिमा स्थापना, म्यूजिकल फाउंटेन, पार्क, वाक-वे - स्ट्रीट लाइट और पार्किंग, चिल्डर्न पार्क , योगा प्लेटफॉर्म, बॉयो टायलेट्स।



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