श्री देव जगमोहन लाल जी गहोई वैश्य पंचायती ट्रस्ट की भूमि को हड़पने की साजिश
सागर,22 अप्रैल ,2023: श्री देव जगमोहन लाल जी गहोई वैश्य पंचायती ट्रस्ट एक रजिस्टर्ड ट्रस्ट है जिसका क्रमांक 11 है इस रजिस्टर्ड ट्रस्ट के स्वामित्व की मौजा बम्होरी रेगुवा पटवारी हल्का नंबर 49 तहसील व जिला सागर में भूमि खसरा नंबर 406 / 1,408 / 1. 409/1, 410/1, 411 रकवा क्रमशः 3.08 1.69, 1.84, 1.71, 1.16 है जुमला रकवा 8.68 हे स्थित है। इस भूमि पर कई लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है तथा अपना निर्माण कार्य आगे बढ़ाते जा रहे है। इस संबंध में पूर्व में ट्रस्ट के द्वारा कार्यवाही की जा चुकी है दिनांक 26.04.2011 का ट्रस्ट के पास स्थगन आदेश धारा 250 मध्यप्रदेश भूराजस्व संहिता के तहत भी तहसीलदार द्वारा प्रदाय किया जिसमें अतिक्रमण पर रोक लगाई गई उपरोक्त स्थगन आदेश आज भी प्रभावशील है एवं श्रीमान तहसीलदार महोदय सागर द्वारा दल गठित करके दिनांक 19.05.2017 को सीमांकन किया गया था ।
यह जानकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज डेंगरे और प्धाधिकारी प्रदीप गुप्ता,अनुराग बृजपुरिया, राजेश सेठ, अवधेश बिलेया,उमाशंकर खरया, आनंद कठल, बृजेन्द्र नगरिया, वीरेन्द्र सुहाने आदि ने मिडिया को दी।
उन्होंने कहा कि सीमांकन में कई व्यक्तियों का अवैध कब्जा मंदिर की भूमि पर पाया गया था। उक्त व्यक्तियों से अवैध कब्जा हटाने की कहने पर लडाई, झगड़ा करने को आमादा होते थे तब ट्रस्ट ने अवैध कब्जा हटवाये जाने हेतु प्रकरण न्यायालय श्रीमान द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 2 सागर के न्यायालय में प्रस्तुत किया है। जिसका व्यवहार बाद क्रमाक 69ए/019 तारीख पेशी 04.05.2023 नियत है।
भूमि की सुरक्षा हेतू आवश्यक कार्यवाही ट्रस्ट द्वारा की गई जिससे लोगों को ट्रस्ट की कार्यवाही और सुरक्षा अनुचित लगी एवं अनाधिकृत रूप से कतिपय स्वार्थी तत्व फालतू भीड़ एकत्रित कर व्यक्तिगत लाभ लेने की नाकाम कोशिश कर भगवान की जर्मन हड़पने का षड़यंत्र कर कुत्सित, घिनौना और झूठा प्रयास कर रहे है । व्यक्तियों की मानसिकता मंदिर ट्रस्ट की भूमि हड़पने की है। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु उक्त व्यक्ति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों के ऊपर मानसिक दबाब डालने के उद्देश्य से अर्नगल आरोप लगा रहे है। जिसमें कोई सत्यता नहीं है। हम लोग भी अपनी समाज एवं ट्रस्ट की ओर से जिला प्रसाशन को आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना ज्ञापन भी प्रस्तुत कर रहे है। जमीनों की बड़ती हुई कीमतों को देखकर भू माफिया इसलिये सक्रिय हो गये जिससे ट्रस्ट की जगह से रोड दिखाकर ट्रस्ट की जमीन के पीछे लगी जमीनों के दाम बढ़ाये जा सकें।