कनेरादेव जलाशय के सीपेज सुधार एवं कैचमेंट एरिया बढ़ाए जाने हेतु बैठक
भोपाल 02 मार्च 2023. जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट से आज भोपाल में विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने सागर शहर की एकमात्र कनेरा देव जलाशय सिंचाई परियोजना के संबंध में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एसएन मिश्रा एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मुलाकात की श्री जैन ने कनेरा देव सिंचाई परियोजना के जलभराव संबंधी विषय पर चर्चा की, विधायक श्री जैन ने मंत्री श्री सिलावट को बताया कि सागर शहर में वर्ष 2013-14 में कनेरा देव जलाशय का निर्माण किया गया था। उस समय उसकी सिंचाई क्षमता लगभग 110 हेक्टेयर थी परंतु निर्माण के बाद से आज तक वह कभी पूरा नहीं भर पाया है। किसी स्थान पर सीपेज की समस्या होने के कारण पानी इसमें रुकता नहीं है। इसके संबंध में अनेकों बार अधिकारियों से चर्चा की जा चुकी है परंतु कोई निर्णय नहीं निकल सका है। उन्होंने बताया कि यह जलाशय जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह पूर्ण नहीं हो पा रहा है। इसके पूर्व मंत्री के सागर प्रवास के दौरान विधायक श्री जैन द्वारा यह विषय उनके संज्ञान में लाया गया था।जल संसाधन मंत्री के निर्देश पर जलाशय की समस्याओं की जांच हेतु जीएसआई द्वारा 3 बार सर्वेक्षण हो चुका है, मंत्री द्वारा विभाग को चौथा सर्वेक्षण कर अविलंब फाइनल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये हैं। आगामी बारिश के पूर्व इस समस्या के निदान के निर्देश दिए गए, ताकि जलाशय पूर्ण रूप से भरकर अपने अधिकतम स्तर को प्राप्त और सिंचाई संबंधी उद्देश्यों को प्राप्त कर सकें।
भोपाल 02 मार्च 2023. जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट से आज भोपाल में विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने सागर शहर की एकमात्र कनेरा देव जलाशय सिंचाई परियोजना के संबंध में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एसएन मिश्रा एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मुलाकात की श्री जैन ने कनेरा देव सिंचाई परियोजना के जलभराव संबंधी विषय पर चर्चा की, विधायक श्री जैन ने मंत्री श्री सिलावट को बताया कि सागर शहर में वर्ष 2013-14 में कनेरा देव जलाशय का निर्माण किया गया था। उस समय उसकी सिंचाई क्षमता लगभग 110 हेक्टेयर थी परंतु निर्माण के बाद से आज तक वह कभी पूरा नहीं भर पाया है। किसी स्थान पर सीपेज की समस्या होने के कारण पानी इसमें रुकता नहीं है। इसके संबंध में अनेकों बार अधिकारियों से चर्चा की जा चुकी है परंतु कोई निर्णय नहीं निकल सका है। उन्होंने बताया कि यह जलाशय जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह पूर्ण नहीं हो पा रहा है। इसके पूर्व मंत्री के सागर प्रवास के दौरान विधायक श्री जैन द्वारा यह विषय उनके संज्ञान में लाया गया था।जल संसाधन मंत्री के निर्देश पर जलाशय की समस्याओं की जांच हेतु जीएसआई द्वारा 3 बार सर्वेक्षण हो चुका है, मंत्री द्वारा विभाग को चौथा सर्वेक्षण कर अविलंब फाइनल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये हैं। आगामी बारिश के पूर्व इस समस्या के निदान के निर्देश दिए गए, ताकि जलाशय पूर्ण रूप से भरकर अपने अधिकतम स्तर को प्राप्त और सिंचाई संबंधी उद्देश्यों को प्राप्त कर सकें।