▪️श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा, संत समागम का आयोजन, बुंदेलखंड पंचाग का विमोचन
सागर,24 फरवरी,2023। सागर (समुद्र) में जिस तरह सभी वस्तुएं समाहित हो जाती है और वह ज्यों का त्यों बना रहता है उसी तरह सागर वासियों की भावनाएं है। यह संतों की भूमि है। यहां के लोगों में पवित्रता, आस्था, श्रद्धा अटूट है और सभी को समाहित करने की क्षमता है। ऐसी ही सहृदयता के कारण ही सनातन धर्म मजबूती से खड़ा है और निरंतर मजबूत हो रहा है। उक्त वचन श्री किशोर दास जी महाराज वृंदावन धाम ने बम्होरी रेगुुंवा में पं अजय दुबे के कृषि फार्म हाउस पर आयोजित श्री महालक्ष्मी यज्ञ, प्राण प्रतिष्ठा, दिव्य सत्संग के दौरान बुंदेलखंडीय पंचाग विमोचन एवं संत समागम के अवसर पर व्यक्त किए।
श्री किशोर दास जी महाराज ने संत समागम में कहा कि हमारे सनातन की नींव ही ब्राह्मणत्त्व है।यदि ब्राह्मण में शक्ति, ब्रहमत्व, तेज नहीं होगा तो हम विकासशील नहीं हो सकते। ब्राह्मण हमेशा पूजनीय है, लेकिन उसके जीवन में परासाधना जरूरी है । वर्तमान में सनातन धर्म के हित में सभी के अंतःकाण में एकता का भाव होना चाहिए । मन से वासना, तामसी प्रवृत्ति समाप्त होना जरूरी है । यदि हमने मनुष्य जन्म लिया है तो गुरु मंत्र, गायत्री मंत्र, संध्या, जप, तप अवश्य करें।
एक सूत्र में रहने की विचारधारा अपनाएं:-किशोर दास जी महाराज ने कहा कि बुंदेलखंडी में कहते हैं जुग (संगठन)। इसकी महिमा अपार है । हम एक सूत्र में, एक संगठन में बनकर रहेंगे तो जो भी कार्य करने की विचारधारा होगी वह पूर्ण होगी। जुग बना रहेगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा और जुग टूट गया तो हम बिखर जाएंगे, शक्तिहीन हो जाएंगे । उन्होंने कहा कि सागर वासियों में श्रद्धा, एकता का भाव है और सर्वदा सुकृत कार्य होते रहना चाहिए।
हमेशा अच्छी भावना से कार्य करें:- रावतपुरा सरकारसंत समागम को संबोधित करते हुए संत श्री रविशंकर जी महाराज रावतपुरा सरकार ने कहा कि यह सागर वासियों के लिए सौभाग्य का विषय है कि यहां देवराहा बाबा के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है । सागर हमेशा से संतो के समागम की स्थली रही है । यहां के लोगों में श्रद्धा, आस्था और समर्पण अविस्मरणीय है। मेरी प्रार्थना है कि लोगों में सदा ऐसी ही भावना बनी रहे। अच्छी भावना से किया गया कोई भी कार्य सफल अवश्य होता है। सागर के लोग धीर, गंभीर है और उनकी आस्था की गहराई समुद्र से कम नहीं है।
प्रेम भक्ति से भय दूर होता है :-देवदास जीबम्होरी रेगुंवा में संत समागम में श्री देव दास जी महाराज ने कहा कि हो सके तो जीवन में दुष्टों को एक जगह बांधकर रखो और धर्म को चहूं ओर मार्ग देने का प्रयास करो । क्योंकि दुष्ट आपको कष्ट देगा और धर्म आपको सद मार्ग दिखाएगा । इसलिए धर्म का प्रचार प्रसार करे। उन्होंने सागर वासियों की श्रद्धा, आस्था की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के लोगों में असीम प्रेम है, भक्ति है ।भक्ति एवं प्रेम हमेशा ऐसा होना चाहिए जिसमें भय ना हो । उन्होंने अगले वर्ष भी बुंदेलखंडीय पंचांग विमोचन कार्यक्रम में आने की भावना व्यक्त की।
संत समागम में बृजेश जी महाराज ने कहा कि रामचरित मानस अपने आप में परिपूर्ण है, इसमें भगवान शंकर के हस्ताक्षर हैं और सत्यम ,शिवम, सुंदरम का इसमें वास है । उन्होंने रामचरित मानस का निरंतर पाठ करने की बात कही । राधारमण दास जी ने कहा कि हम अपने जीवन में जो भी कार्य करते हैं उसमें कोई ना कोई त्रुटि अवश्य हो जाती है । इन त्रुटियों को दूर करने का मात्र एक ही साधन है भगवान नाम का स्मरण करना । संत सभा में रामाश्रय दास जी केरबना, कुंज बिहारी दास जी खटोरा, हरिदास महाराज जी ने सारगर्मित भक्तिमय विचार व्यक्त किए।
मंत्रोचार के साथ श्री विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा बम्होरी रेगुंवा स्थित पंडित अजय दुबे के कृषि फार्म हाउस पर नवनिर्मित मंदिर में भगवान गणेश जी ,मां दुर्गा हनुमान जी के अलावा समाधिस्थ सिद्ध संत देवराहा बाबा एवं धूनी वाले बाबा की वैदिक मंत्रोचार अभिषेक, पूजन के साथ श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा श्री रविशंकर जी महाराज रावतपुरा सरकार, श्री देव दास जी महाराज,श्री किशोर दास जी महाराज के सानिध्य में विद्वान पंडितों द्वारा कराई गई । प्राण प्रतिष्ठा की सभी क्रियाएं यजमान परिवार के अजय दुबे, श्रीमती साधना दुबे ,प्रताप नारायण दुबे, अंकित दुबे एवं परिजनों द्वारा पूर्ण की गई।
बुंदेलखंड पंचांग का विमोचन एवं सम्मान :
महालक्ष्मी यज्ञ एवं दिव्य सत्संग के दौरान भव्य कार्यक्रम में बुंदेलखंड पंचांग का विमोचन किशोर दास जी महाराज, राधारमण दास, कुंज बिहारी दास, हरिदास महाराज,मौनी बाबा की उपस्थिति में किया गया । पुजारी पुरोहित विद्वत संघ के अध्यक्ष प॔. शिव प्रसाद तिवारी ने बताया कि यह पंचांग प्रकाशन का तीसरा वर्ष है । इस अवसर पर पंचांग निर्माण में सहयोग करने वाले सात सदस्यों राजेंद्र प्रसाद पांडे, पंडित बृजेश महाराज, राम दयाल शास्त्री श्री हरी, पंडित पुरुषोत्तम गौतम, बालमुकुंद शास्त्री, पंकज तिवारी, विनय पांडे का शाल श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर पुरोहित पुजारियों का पंचांग एवं दक्षिणा भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन पप्पू तिवारी एवं भरत तिवारी ने किया। आभार डॉ अनिल तिवारी ने माना।
वैदिक मंत्रोचार के बीच हवन, यज्ञ-
बम्होरी रेंगुवा ग्राम में अजय दुबे के फार्म हाउस में चल रहे नव कुंडीय हवनातमक महालक्ष्मी यज्ञ के संबंध में पंडित सुरेंद्र शास्त्री एवं पंडित शिव नारायण व्यास ने बताया कि पर्व पर महालक्ष्मी की आराधना हेतु ब्राह्मण यजमान एवं वैदिक मंत्रोचार के बीच पंच तत्वो को साक्षी मानकर महालक्ष्मी की आराधना के साथ हवन किया जा रहा है । शास्त्री द्वय ने बताया कि जो यथोचित समय है इस काल में यज्ञ ,अनुष्ठान ,यज्ञ की परिक्रमा, यज्ञ की परिचर्या, दान यज्ञ के श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है ।
यज्ञ के मुख्य यजमान साधना अजय दुबे, शिवानी संजय चौबे, प्रतिभा डॉ अनिल तिवारी, रजनी मनमोहन शर्मा, कोमल प्रसाद जोशी, कामना अभिषेक शर्मा, हितेश अग्रवाल ,सुनीता श्याम मनोहर पचोरी, लक्ष्मीबाई कडोरी लाल विश्वकर्मा, वंदना मनीष सोनी, रोहिणी निर्भय घोषी, साधना देवनारायण दुबे, गिरजा बाई रामदयाल प्रजापति, के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु यज्ञ में आहुति दे रहे हैं एवं परिक्रमा कर धर्म लाभ अर्जित कर रहे हैं ।
इस अवसर पर विधायक शैलेंद्र जैन ने देवदास जी महाराज पूजा अर्चना की। सत्संग के दौरान पत्रकार सुदेश तिवारी, विनोद आर्य, मुकेश जैन ढाना, पप्पू तिवारी, भरत तिवारी, गोलू अग्रवाल, रामचरण शास्त्री, हरि महाराज, पंडित कुंज बिहारी शुक्ला,शिव प्रसाद तिवारी,, सुशील रामकृष्ण तिवारी, अमित कटारे , राम शर्मा,अरविंद दुबे,अंकित दुबे, देवव्रत शुक्ला, श्याम मनोहर पचौरी, कुलदीप दुबे, शिव नारायण शास्त्री, संतोष पांडे, राघवेंद्र नायक, मुरारी नायक, सुरेंद्र शास्त्री, श्याम पचौरी के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
शनिवार के कार्यक्रम
आज शनिवार को सुबह से महालक्ष्मी महायज्ञ के कार्यक्रम विधिवत होंगे आहुतियां दी जायेंगी। दोपहर 3बजे से भकमाल कथा होगी साथ ही कथा समय में ही दिल्ली से पधारे भारतीय सेना के विंग कमांडर रहे पं.सतीश शर्मा का सनातन धर्म पर व्याख्यान होगा।