अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का शुभारंभ किया मंत्री भूपेंद्र सिंह ने
▪️ड्यूटी मीट में हो रहीं 24 टीम शामिल
भोपाल, 13 फरवरी, 2023.
पुलिस नाम सुनते ही हर नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस करने लगता है। हम अपने शहर और गांवों में निश्चिंत होकर बैठते हैं और सभी त्योहार और खुशियां मना पाते हैं क्योंकि आप लोग दिन रात खड़े रहकर अपने जीवन की चिंता न करते हुए हम सभी की सुरक्षा की चिंता करते हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने यह बात 66वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 का शुभारंभ करते हुए कही।
मंत्री श्री सिंह ने सभी टीम मैनेजरों से परिचय प्राप्त किया और विभिन्न प्रदेशों से आये प्रतिभागियों के 24 दल की परेड की सलामी ली। उन्होंने अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 के शुभारंभ की घोषणा की। पुलिस ड्यूटी मीट में विभिन्न प्रदेशों के 24 दल शामिल हो रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों से 7वीं अखिल भारतीय आल इंडिया पुलिस मीट में शामिल होने आए आप सभी पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बल के जवानों का मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस आयोजन के लिए आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ।
उन्होंने कहा कि मुझे मप्र पुलिस पर गर्व है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि हर कदम पर सरकार आपके साथ खड़ी है।
यह हमारे राज्य और मप्र पुलिस के लिए गर्व का विषय है कि हमें अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करने का अवसर मिला है। अखिल भारतीय स्तर पर होने वाले इस आयोजन से ज्ञान और विधाओं का आदान-प्रदान बढ़ता है। साथ ही सहयोग का वातावरण भी निर्मित होता है।
आज आल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट में आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के खिलाफ कार्रवाई के तरीकों को एक-दूसरे के साथ साझा किए जाने से इन समस्याओं पर प्रभावी कार्यवाही करने में पुलिस को मदद मिलेगी। विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2022 में कुल अपराधों में 19 प्रतिशत की कमी आई है।
पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य, उनके परिवार की समस्याओं, जिम्मेदारियों के प्रति राज्य सरकार संवेदनशील है। आरक्षक से लेकर अधिकारियों तक हमारी पुलिस संसाधनों से संपन्न और तकनीकी रूप से हर संभावित अपराधी से ज्यादा दक्ष हो, यह समय की माँग है। इससे पहले कि कोई अपराधी किसी तकनीक का उपयोग करे। पुलिस की उस विधा में दक्षता होनी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा पुलिस कर्मियों की दक्षता संवर्धन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सायबर लैब्स की संख्या में निरंतर वृद्धि की जा रही है।
मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ डकैती उन्मूलन के साथ ही नक्सलवाद के विरुद्ध भी लगातार अभियान जारी है। वर्ष 2022 में संचालित किये गये नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान विगत 6 माह जून से दिसम्बर के दौरान 114 लाख रुपये के 6 इनामी नक्सलियों को धराशायी किया गया। 32 साल के नक्सल इतिहास में पहली बार नक्सल विरोधी अभियान में इतनी बड़ी सफलता मिली। सभी जिलों में महिला थाने संचालित हैं। अब 950 महिला ऊर्जा डेस्क कार्यरत हैं।
मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गुम हुई बच्चियों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान को अभूतपूर्व सफलता मिली है। पुलिस महानिदेशक की अगुवाई में 10 दिसंबर 2022 की रात प्रदेशभर में कॉम्बिंग गश्त की गई। इसमें 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सड़कों पर उतरे और एक ही रात में साढ़े 9 हजार से अधिक अपराधियों और वारंटियों को पकड़ा। प्रदेश पुलिस द्वारा मूलभूत पुलिसिंग शुरू की गई। पैदल गश्त की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रशंसा की है।राज्यविरोधी और राष्ट्रविरोधी ताकतों ने जब भी सिर उठाया है तो मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने शौर्य और पराक्रम से उसे कुचल दिया है। पीएफआई सहित देश को कमजोर करने की गतिविधियों में संलग्न संगठनों पर भी पुलिस पूरी सक्रियता और तत्परता से कार्रवाई कर रही है।
इस पुलिस मीट के दौरान एंटी सैबोटेज चेक, सांइटिफिक इन्वेस्टिगेशन, पुलिस फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, कम्प्यूटर अवेयरनेस एवं डॉग स्क्वॉड आदि विषयों पर परीक्षाओं के आयोजन से संबंधित विषयों के बारे में हमारे पुलिसकर्मियों के ज्ञान में वृद्धि होगी। अमेरिका के व्हाइट हाउस में तैनात बेल्जियम मेलोनाइज नस्ल के और भी डॉग अब मध्यप्रदेश के स्क्वॉड में शामिल किए जाएंगे, जो दो फीट जमीन में धंसे सबूतों को भी ढूंढ निकालने में माहिर हैं।
श्री सिंह ने कहा कि हार-जीत से ऊपर उठकर पुलिस अनुसंधान प्रणाली में कौशल उन्नयन की दृष्टि से ये सभी प्रतिस्पर्धाएं अत्यंत समसामयिक एवं उपयोगी हैं। उन्होंने कहा कि आशा करता हूँ कि आप सभी प्रतिभागी पूर्ण मनोयोग व एकाग्रता से प्रतियोगिताओं में भाग लेकर नए कीर्तिमान बनाएंगे। साथ ही में आपको विश्वास दिलाता हूँ कि आप सभी पुलिसकर्मियों की इज्जत और मान-सम्मान में कोई कमी नहीं रहने देंगे।
पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना ने कहा कि मध्यप्रदेश में इसके पहले 2 बार पुलिस ड्यूटी मीट हो चुकी है। मीट में विभिन्न प्रदेशों की पुलिस की कॉमन प्राबलम्स पर चर्चा होती है। एक-दूसरे के अच्छे कार्यों को शेयर करते हैं। पुलिस ड्यूटी मीट में जितनी भी प्रतियोगिताएँ होंगी सभी का संबंध प्रतिदिन के कार्यों से है। उन्होंने कहा कि इसे नॉलेज शेयरिंग का माध्यम बनाया जाये। श्री सक्सेना ने कहा कि आपके भोपाल प्रवास को सुविधापूर्ण बनाने के सभी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न टीमों में कुल 100 श्वान भी शामिल हैं। आभार प्रदर्शन डीआईजी श्रीमती कृष्णा वेनी देशाबातू ने किया।
पुलिस ड्यूटी मीट में आंध्र प्रदेश, बिहार, बीएसएफ, छत्तीसगढ़, सीआरपीएफ, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, जम्मू-काश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरला, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल, एसएसबी, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश के दल शामिल हो रहे हैं।
पुलिस नाम सुनते ही हर नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस करने लगता है। हम अपने शहर और गांवों में निश्चिंत होकर बैठते हैं और सभी त्योहार और खुशियां मना पाते हैं क्योंकि आप लोग दिन रात खड़े रहकर अपने जीवन की चिंता न करते हुए हम सभी की सुरक्षा की चिंता करते हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने यह बात 66वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 का शुभारंभ करते हुए कही।
मंत्री श्री सिंह ने सभी टीम मैनेजरों से परिचय प्राप्त किया और विभिन्न प्रदेशों से आये प्रतिभागियों के 24 दल की परेड की सलामी ली। उन्होंने अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 के शुभारंभ की घोषणा की। पुलिस ड्यूटी मीट में विभिन्न प्रदेशों के 24 दल शामिल हो रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों से 7वीं अखिल भारतीय आल इंडिया पुलिस मीट में शामिल होने आए आप सभी पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बल के जवानों का मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस आयोजन के लिए आप सभी को शुभकामनाएँ देता हूँ।
उन्होंने कहा कि मुझे मप्र पुलिस पर गर्व है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि हर कदम पर सरकार आपके साथ खड़ी है।
यह हमारे राज्य और मप्र पुलिस के लिए गर्व का विषय है कि हमें अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी करने का अवसर मिला है। अखिल भारतीय स्तर पर होने वाले इस आयोजन से ज्ञान और विधाओं का आदान-प्रदान बढ़ता है। साथ ही सहयोग का वातावरण भी निर्मित होता है।
आज आल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट में आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के खिलाफ कार्रवाई के तरीकों को एक-दूसरे के साथ साझा किए जाने से इन समस्याओं पर प्रभावी कार्यवाही करने में पुलिस को मदद मिलेगी। विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2022 में कुल अपराधों में 19 प्रतिशत की कमी आई है।
पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य, उनके परिवार की समस्याओं, जिम्मेदारियों के प्रति राज्य सरकार संवेदनशील है। आरक्षक से लेकर अधिकारियों तक हमारी पुलिस संसाधनों से संपन्न और तकनीकी रूप से हर संभावित अपराधी से ज्यादा दक्ष हो, यह समय की माँग है। इससे पहले कि कोई अपराधी किसी तकनीक का उपयोग करे। पुलिस की उस विधा में दक्षता होनी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा पुलिस कर्मियों की दक्षता संवर्धन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सायबर लैब्स की संख्या में निरंतर वृद्धि की जा रही है।
मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ डकैती उन्मूलन के साथ ही नक्सलवाद के विरुद्ध भी लगातार अभियान जारी है। वर्ष 2022 में संचालित किये गये नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान विगत 6 माह जून से दिसम्बर के दौरान 114 लाख रुपये के 6 इनामी नक्सलियों को धराशायी किया गया। 32 साल के नक्सल इतिहास में पहली बार नक्सल विरोधी अभियान में इतनी बड़ी सफलता मिली। सभी जिलों में महिला थाने संचालित हैं। अब 950 महिला ऊर्जा डेस्क कार्यरत हैं।
मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गुम हुई बच्चियों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान को अभूतपूर्व सफलता मिली है। पुलिस महानिदेशक की अगुवाई में 10 दिसंबर 2022 की रात प्रदेशभर में कॉम्बिंग गश्त की गई। इसमें 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सड़कों पर उतरे और एक ही रात में साढ़े 9 हजार से अधिक अपराधियों और वारंटियों को पकड़ा। प्रदेश पुलिस द्वारा मूलभूत पुलिसिंग शुरू की गई। पैदल गश्त की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रशंसा की है।राज्यविरोधी और राष्ट्रविरोधी ताकतों ने जब भी सिर उठाया है तो मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने शौर्य और पराक्रम से उसे कुचल दिया है। पीएफआई सहित देश को कमजोर करने की गतिविधियों में संलग्न संगठनों पर भी पुलिस पूरी सक्रियता और तत्परता से कार्रवाई कर रही है।
इस पुलिस मीट के दौरान एंटी सैबोटेज चेक, सांइटिफिक इन्वेस्टिगेशन, पुलिस फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, कम्प्यूटर अवेयरनेस एवं डॉग स्क्वॉड आदि विषयों पर परीक्षाओं के आयोजन से संबंधित विषयों के बारे में हमारे पुलिसकर्मियों के ज्ञान में वृद्धि होगी। अमेरिका के व्हाइट हाउस में तैनात बेल्जियम मेलोनाइज नस्ल के और भी डॉग अब मध्यप्रदेश के स्क्वॉड में शामिल किए जाएंगे, जो दो फीट जमीन में धंसे सबूतों को भी ढूंढ निकालने में माहिर हैं।
श्री सिंह ने कहा कि हार-जीत से ऊपर उठकर पुलिस अनुसंधान प्रणाली में कौशल उन्नयन की दृष्टि से ये सभी प्रतिस्पर्धाएं अत्यंत समसामयिक एवं उपयोगी हैं। उन्होंने कहा कि आशा करता हूँ कि आप सभी प्रतिभागी पूर्ण मनोयोग व एकाग्रता से प्रतियोगिताओं में भाग लेकर नए कीर्तिमान बनाएंगे। साथ ही में आपको विश्वास दिलाता हूँ कि आप सभी पुलिसकर्मियों की इज्जत और मान-सम्मान में कोई कमी नहीं रहने देंगे।
पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना ने कहा कि मध्यप्रदेश में इसके पहले 2 बार पुलिस ड्यूटी मीट हो चुकी है। मीट में विभिन्न प्रदेशों की पुलिस की कॉमन प्राबलम्स पर चर्चा होती है। एक-दूसरे के अच्छे कार्यों को शेयर करते हैं। पुलिस ड्यूटी मीट में जितनी भी प्रतियोगिताएँ होंगी सभी का संबंध प्रतिदिन के कार्यों से है। उन्होंने कहा कि इसे नॉलेज शेयरिंग का माध्यम बनाया जाये। श्री सक्सेना ने कहा कि आपके भोपाल प्रवास को सुविधापूर्ण बनाने के सभी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न टीमों में कुल 100 श्वान भी शामिल हैं। आभार प्रदर्शन डीआईजी श्रीमती कृष्णा वेनी देशाबातू ने किया।
पुलिस ड्यूटी मीट में आंध्र प्रदेश, बिहार, बीएसएफ, छत्तीसगढ़, सीआरपीएफ, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, जम्मू-काश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरला, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल, एसएसबी, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश के दल शामिल हो रहे हैं।