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केन्द्र और राज्य के सह अस्तित्व की भावना को और मजबूत करेगा नवीन भवन :सीएम शिवराज सिंह▪️ दिल्ली में नये मध्यप्रदेश भवन का उद्घाटन
▪️ दिल्ली में नये मध्यप्रदेश भवन का उद्घाटन
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नई दिल्ली में नवनिर्मित मध्यप्रदेश भवन का लोकार्पण कर रहे थे। केन्द्रीय नागरिक विमानन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, खजुराहो सांसद श्री वी.डी.शर्मा, श्री मुरलीधर राव सहित मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद के सदस्य और अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नवीन भवन का विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर लोकार्पण किया। दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन का निर्माण चाणक्यपुरी क्षेत्र में जीसस एंड मेरी मार्ग पर डेढ़ एकड़ में लगभग 150 करोड़ रूपये की लागत से किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नए भवन का प्रत्येक फ्लोर प्रदेश की अलग संस्कृति को दर्शाता है। भवन में बाहर से लेकर अंदर तक हर कदम पर राज्य की धार्मिक, सांस्कृतिक, कला और परंपरा प्रदर्शित है, जो मध्यप्रदेश के कण-कण से रू-ब-रू करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भवन में विस्तृत विचार-विमर्श के बाद 108 कक्ष निर्मित किये गये हैं। हमारे योग शास्त्र में 108 का अंक आध्यात्मिक परिपूर्णता का प्रतीक है और वैदिक विज्ञान के अनुसार 108 सृष्टि की संपूर्णता का द्योतक है। यह ब्रह्मांड और हमारे एकमेव होने का उदाहरण है। निश्चित ही यह भवन केन्द्र और राज्य के सह अस्तित्व को मजबूत करने का काम करेगा।
मुख्मंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री वेंकैया नायडू और पूर्व विदेश मंत्री स्व. श्रीमती सुषमा स्वराज का स्मरण करते हुए भवन के लिये भू-खंड आवंटन में उनके द्वारा दिये गये सहयोग का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि दिल्ली में महत्वपूर्ण क्षेत्र में मध्यप्रदेश भवन के लिये भू-खंड आवंटित हुआ। इस क्षेत्र के आस-पास केन्द्रीय मंत्रालय होने से कर्त्तव्यों के निर्वहन में आसानी होगी। भवन में प्रदेश के मंत्री, सांसद सहित राज्य के नागरिक भी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि मध्यप्रदेश के गंभीर बीमारी वाले नागरिक और सिविल सेवा की परीक्षा के लिये आने वाले विद्यार्थियों के लिये भी सुविधा विकसित की जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब मध्यप्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से उबर चुका है। करेन्ट प्रायजेज पर मध्यप्रदेश की जीएसडीपी 12 लाख करोड़ के पार हो गई है। मध्यप्रदेश का योगदान पहले 3.6 प्रतिशत था, जो बढ़ कर 4.6 प्रतिशत हो गया है। हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आज नई दिल्ली में मध्यप्रदेश का नया भवन भी यही दर्शाता है। यह केवल भवन नहीं प्रदेश की जनता की भावना और आकांक्षा का प्रतीक भी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नवीन मध्यप्रदेश भवन में राज्य की संस्कृति, वन्य-जीव, जनजातीय परम्परा, कला, स्थानीय व्यंजन और राजनीतिक हस्तियों को भी दर्शाया गया है। यहाँ कॉन्फ्रेंस रूम, ऑडिटोरियम, वीआईपी लाउंज और डाइनिंग रूम जैसी सभी अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण में संलग्न निर्माण एजेंसी और सहयोगी अधिकारी-कर्मचारियों को धन्यवाद और शुभकामनाएँ दी। अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार ने भवन के निर्माण और उसकी विशेषताओं की जानकारी दी।
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पाठ्य पुस्तक निगम के सागर सहित सभी डिपो कार्यालयों के भवन बनेंगे
सागर 2 फरवरी 2023. म.प्र. पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र बरूआ (केविनेट मंत्री दर्जा) के संक्षिप्त प्रवास पर सागर आगमन पर निगम के संभागीय डिपो प्रबंधक राजीब चौबे द्वारा सर्किट हाऊस में आत्मीय स्वागत किया गया। इस अवसर पर नगर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन भी उपस्थित थे। श्री बरूआ ने निगम की गतिविधियों तथा आगामी कार्य योजना पर विन्दुवार निर्देश देते हुये निगम के जनहितकारी कार्यों तथा शैक्षणिक दिशा में गुणात्मक सुधारों के लिये निगम की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की।
श्री बरूआ ने कहा कि पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा राज्य शासन की नीति अनुरूप एन.सी.ई.आर.टी. तथा एस.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकें न्यूनतम मूल्य पर उच्चतम गुणवत्ता युक्त तरीके से प्रकाशित की जाती है। पुस्तकों की मुद्रण गुणवत्ता का सतत परीक्षण एवं निगरानी निगम अधिकारियों द्वारा सूक्ष्मता से किया जाता है। और यह प्रयास किया जाता है। कि एक आदर्श पुस्तक बच्चे, तक पहुँचे उन्होने डिपो स्टॉफ को निर्देश दिये कि मुद्रकों से प्राप्त हो रही पुस्तकों का रेण्डम परीक्षण लगातार किया जावे तथा आंशिक त्रुटि भी पाई जाती है तो तत्काल संज्ञान मे लिया जायें।
उन्होंने आगे कहा कि पुस्तकों की गुणवत्ता समय विद्धता तथा वितरण प्रक्रिया को राज्य शासन सहित भारत सरकार द्वारा भी सराहा गया है। और हमारा यह प्रयास है कि हम न केवल इस स्तर को बरकरार रखे अपितु इससे भी आगे खडे दिखाई दें। उन्होने कहा कि बिना लाभ हानि के आधार पर पुस्तकों का कारोवार करते हुये निगम ने अच्छी पुस्तक सस्ती पुस्तक और समय पर पुस्तक के लक्ष्य को पूरी संवेदन शीलता के साथ पूर्ण किया है। श्री बरूआ ने कहा कि हमे गर्व है कि हम सागर में निगम का स्वयं के भण्डारण कार्यालय बनाने जा रहे है। तथा सागर से भवन निर्माण की जो शुरूआत हो रही है। वह आने वाले पाँच बर्षो में निगम के सभी डिपो कार्यालय को स्वयं के भवनों की व्यवस्था के लिये नीव की ईट साबित होगी। उन्होने जबलपुर डिपो प्रबंधक को निर्देश दिये कि वे एक माह में जबलपुर भूमि आवंटन प्रकरण को निराकृत करावे।
इस अवसर पर सागर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने सागर के प्रतियोगी बच्चों के वौद्धिक विकास हेतु निगम के सहयोग की अपील की। जिस पर श्री बरूआ ने कहा कि आप अपनी कार्य योजना का विस्तृत विवरण दे निगम की ओर से इस दिशा में हर संभव मदद का प्रयास सुनिश्चित होगा।
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