Sagar: खेल परिसर मैदान में खेल सुविधाओं का विकास कार्य 90 फीसदी हुआ पूरा

Sagar: खेल परिसर मैदान में खेल सुविधाओं का विकास कार्य 90 फीसदी हुआ पूरा 



सागर , 19 जनवरी 2023. सागर के युवाओं, खेल प्रेमियों व खिलाडियों में खेल भावनाओं को विकसित करते हुए खेलों से जोड़ने के साथ जीवन गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से विभिन्न वार्डों में स्थान की उपलब्धता अनुसार बने पार्क एंड प्ले एरिया के माध्यम से बॉस्केट बॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, खो-खो आदि के मैदानों सहित बुनियादी खेल सुविधाएं नागरिकों को मुहैया कराई जा रहीं हैं। इसके साथ ही सागर के खिलाडियों को उच्च स्तरीय खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के तहत खेल परिसर में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेल मानकों अनुसार विभिन्न खेलों हेतु सुविधाओं का विकासकार्य गति से किया जा रहा है।


 खेल परिसर में खिलाडियों को इन खेल सुविधाओं का मिलेगा लाभ

हॉकी टर्फ मैदान, नेचुरल सिलेक्शन वन ग्रास फुटबॉल मैदान, 8 लेन सिंथेटिक एथेलेटिक ट्रेक, लॉन्ग जम्प एंड हाई जम्प, बास्केटबॉल कोर्ट, बॉलीबॉल कोर्ट, टेनिस कोर्ट, मल्टीपर्पस कोर्ट,डिस्कस थ्रो, हेमर थ्रो, शॉटपुट, पोलवॉल्ट एवं जेवलिन थ्रो आदि खेल सुविधाएं विकसित की जा रहीं हैं।


 90 प्रतिशत तक निर्माण कार्य हुए पूर्ण

लगभग 6000 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल का अंतरर्राष्ट्रीय हॉकी टर्फ मैदान बनकर तैयार है। खेल मानकों अनुसार इसके सभी आवश्यक परीक्षण आदि किए जा चुके हैं। फुटबॉल मैदान में नेचुरल सिलेक्शन वन ग्रास लगाने हेतु फर्टीलाइजर आदि डालकर ग्राउंड तैयार किया जा चुका है। अगले सप्ताह से घास लगाकर फ़ाइनल आकर देने का कार्य किया जाएगा। 8 लेन एथेलेटिक ट्रेक में बिटुमिन्स लेयर कार्य सील कोट सहित पूर्ण किया जा चुका है। अब सिंथेटिक लेयर बिछाने का कार्य किया जाएगा। लॉन्ग जम्प एंड हाई जम्प का रन-वे बनकर तैयार है एवं इसके जम्पिंग पिट का निर्माण किया जा रहा है। रनिंग ट्रेक के डी-एरिया में विभिन्न खेल सुविधाओं जैसे डिस्कस थ्रो, हेमर थ्रो, शॉटपुट, पोलवॉल्ट एवं जेवलिन थ्रो आदि हेतु उपकरण लगाए गए हैं। बास्केटबॉल कोर्ट, बॉलीबॉल कोर्ट, टेनिस कोर्ट, एवं मल्टीपर्पस कोर्ट तैयार करने हेतु डब्लू बीएम लेयर बिछाई जा चुकी हैं और बिटूमिन लेयर का कार्य किया जा रहा है इसके बाद सिंथेटिक लेयर बिछाने का कार्य किया जाएगा। सभी खेल मैदानों में आवश्यक मार्किंग सहित विभिन्न खेल उपकरणों को लगाने का कार्य शीघ्रता से करते हुए खेल परिसर मैदान को जल्दी ही फाइनल आकर दिया जाएगा।
इन सुविधाओं के मिलने से सागर शहर ही नहीं बल्कि आसपास के खिलाडियों के खेल में निपुणता आएगी और ओलम्पिक जैसे अंतरराष्ट्रीय खेलों में सागर के खिलाड़ियों का चयन हो सकेगा। इन सभी परियोजनाओं के पूरे होने के बाद सागर के नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार के साथ ही शहर में स्पोर्टस ईकोसिस्टम का निर्माण होगा।


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Sagar: जिला अस्पताल की मर्चुरी में शव की आंख गायब ,15 दिन में दूसरा मामला

Sagar: जिला अस्पताल की मर्चुरी में शव की आंख गायब  ,15 दिन में दूसरा मामला


सागर ,19 जनवरी 2023. जिला अस्पताल की मर्चुरी में शव की आंख गायब हो गई है। 15 दिन के भीतर यह दूसरा मामला है, जब पोस्टमार्टम हाउस में रखे शव की आंख गायब हुई हो। इसके पहले 4 जनवरी को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें पीएम के लिए शव को टेबल पर रखा गया था। बुधवार रात्रि मर्चुरी में डीप फ्रीजर के अंदर रखे शव की आंख गायब हो गई है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि चूहे ने शव की आंख निकाल ली है। 

जिला अस्पताल व पुलिस चौकी से मिली जानकारी अनुसार सिविल लाइन थाना क्षेत्र के तहत किशोर न्यायालय के पीछे रहने वाला रमेश अहिरवार 15 जनवरी को घर से गायब हो गया था। पुलिस को 16 जनवरी को रमेश घायल अवस्‍था में मिला था। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 17 को उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद उसका शव मर्चुरी में डीप फ्रीजर में रखा गया था। डाक्टरों के अनुसार रमेश को मिर्गी की बीमारी थी। 17 तक उनकी पहचान नहीं हुई थी। इसीलिए डीप फ्रीजर में शव को रखा गया था।  रात में फ्रीजर के अंदर रखे शव की आंख गायब हो गई। डाक्टरों के मुताबिक यह आंख चूहों ने कुतरी है।

आमेट गांव के मोतीलाल की भी चूहे खा गए थे आंख 

करीब 15 दिन पहले 4 जनवरी 2023 को आमेट गांव निवासी 32 वर्षीय मोती पिता बारेलाल गौंड के शव की आंख चूहों ने कुतर ली थी। मीडिया में खबर आने के बाद मप्र मानव अधिकार आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी को नोटिस दिया था। मामले में सीएमएचओ ने एक जांच कमेटी बनाई थी। हालांकि इस मामले में अभी तक सिर्फ कागज ही दौड़ रहे थे, कार्रवाई कुछ नहीं की गई। इधर चूहे दोबारा अपना काम कर गए। 

वीडियो फुटेज खंगाल रहे हैं, पड़ताल की जा रही 

जिला अस्पताल के शव को फ्रीजर के अंदर रखा था। शुरूआती तौर पर तो शव की आंख को चूहे के द्वारा कुतरते जाने का ही अंदेशाा है। हालांकि मर्चुरी में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, इसकी पड़ताल की जा रही है। उससे सही जानकारी लग सकेगी।
डॉ. अभिषेक ठाकुर, आरएमओ, जिला अस्पताल सागर



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MP: धान खरीदी घोटाला, मंडी सचिव सहित छह लोगो को सात साल की सजा▪️ 5 करोड 76 लाख का किया था घोटाला

MP:  धान खरीदी घोटाला, मंडी सचिव सहित छह लोगो को सात साल की सजा

▪️ 5 करोड 76 लाख का किया था घोटाला



भोपाल। भोपाल की एक अदालत ने धान खरीदी में किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले 6 आरोपियों को सात सात साल की सजा सुनाई है। 
जनसम्‍पर्क अधिकारी भोपाल संभाग श्री मनोज त्रिपाठी ने बताया कि आज गुरुवार को  विशेष न्‍यायालय (भ्रष्‍टाचार निवारण अधिनियम) श्री संदीप कुमार श्रीवास्‍तव, के द्वारा आरोपीगण  आशीष गुप्‍ता (धान व्‍यपारी) निवासी - ए75, सत्‍यज्ञान नगर, छोलामंदिर, भोपाल , विनय प्रकाश पटेरिया (मण्‍डी सचिव) निवासी म.न. 35, कादम्‍बनी परिसर बागमुगालिया भोपाल ,राजेश राय, निवासी 105 चौपडा मोहल्‍ला जिला रायसेन ,रामस्‍वरूप राय, निवासी - ग्राम खरबई थाना उमरावगंज जिला रायसेन , महेश अग्रवाल, निवासी - मंदाकिनी शिर्डीपुरम कोलार रोड, भोपाल . सुनील गुप्‍ता को  धारा 420, 120बी भादवि में प्रत्‍येक आरोपीगण को 7-7 वर्ष का सश्रम कारावास एवं प्रत्‍येक को 25-25 हजार रूपये के अर्थदण्‍ड से दण्डित किया । उक्‍त प्रकरण में शासन की ओर से विशेष लोक अभियोजक श्री आशीष त्‍यागी एवं श्री डी के आर्य द्वारा पैरवी की गई है। 

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ये है मामला

अनाज मण्‍डी करोंद के व्‍यापारी आशीष गुप्‍ता मेसर्स सियाराम ट्रेडर्स द्वारा मण्‍डी क्षेत्र एवं गांव में जाकर किसानों से धान की खरीदी की एवं उनसे खरीदी गई धान का भुगतान न करते हुऐ उन्‍हें चेक दिये । जो कि बाउंस हो गये। किसानों द्वारा भुगतान न होने की शिकायत करोंद मण्‍डी में तथा थाना निशातपुरा में की गई। थाना निशातपुरा द्वारा मण्‍डी सचिव प्रदीप मलिक की शिकायत पर अपराध क्रमांक 411/19 धारा 406, 420, में आशीष गुप्‍ता के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवचेना की गई। विवेचना के दौरान प्रकरण में अन्‍य आरोपीगण विनय प्रकाश पटेरिया (मण्‍डी सचिव), राजेश राय, रामस्‍वरूप राय, महेश अग्रवाल, सुनील गुप्‍ता, अरविंद परिहार, जीवन सिंह राजपूत, नारायण प्रसाद राजौरिया, रंजीत गौस्‍वामी, धमेन्‍द्र गुप्‍ता की अपराध में संलिप्‍त्ता पाये जाने से एवं शासकीय कर्मचारी द्वारा भ्रष्‍टाचार संबंधी साक्ष्‍य आने से कुल 11 आरोपियों के विरूद्ध अभियोग पत्र धारा 420, 406, 409, 120बी भादवि एवं धारा 7, 13(1)बी, 13(2) भ्र.नि.अ. एवं धारा 49 म.प्र. कृषि उपज मण्‍डी अधिनियम 1972 के अपराध के लिए प्रस्‍तुत किया गया। 


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उक्‍त प्रकरण में आरोपीगण ने किसानों के साथ छल करके कुल 5 करोड 76 लाख का घोटाला करके अपराध कारित किया था । न्‍यायालय ने विचारण के दौरान कुल 121 साक्षियों का परीक्षण कराया गया, जिसमें से 95 किसानों के द्वारा साक्ष्‍य दी गई। उपरोक्‍त साक्ष्‍य के आधार पर माननीय न्‍यायालय द्वारा प्रकरण के आरोपीगण आशीष गुप्‍ता (व्‍यापारी), विनय प्रकाश पटेरिया (मण्‍डी सचिव), राजेश राय, रामस्‍वरूप राय, महेश अग्रवाल, सुनील गुप्‍ता को दोषसिद्ध कर सजा सुनाई गई। 



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Sagar: जग्गू हत्याकांड के फरार आरोपी मिश्री गुप्ता सहित तीन पर 10– 10 हजार का इनाम

Sagar: जग्गू हत्याकांड के फरार आरोपी मिश्री गुप्ता सहित तीन पर 10– 10  हजार का इनाम 



सागर,19 जनवरी 2023. पुलिस अधीक्षक श्री तरूण नायक ने पुलिस रेगुलेशन के पैरा 80-ए में निहित प्रावधानों के तहत फरार आरोपियों पर इनाम घोषित किया है।
इसमें बहुचर्चित जगदेश यादव हत्याकांड के फरार आरोपी मिश्री गुप्ता सहित तीन पर इनाम घोषित किया है। पुलिस ने  मकरोनिया में पंजीबद्ध अपराध क्रं. 700/22 धारा 302, 323, 294, 506, 147, 148 भादवि के फरार आरोपी मिश्रीचंद्र गुप्ता पिता जयराम गुप्ता उम्र 50 वर्ष, धर्मेन्द्र गुप्ता पिता जयराम गुप्ता उम्र 39 वर्ष, जितेन्द्र गुप्ता पिता जयराम गुप्ता उम्र 38 वर्ष समस्त निवासी शंकरगढ़, थाना मकरोनिया, सागर पर 10-10 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया है। इस हत्याकांड के आरोपी वकील चंद्र गुप्ता की कल बुधवार को अदालत ने जमानत की अर्जी खारिज कर दी है। 

इन फरार आरोपियों पर भी रखा इनाम 

थाना बीना में पंजीबद्ध अपराध क्रं. 795/22 धारा 302, 294, 323, 506, 34 भादवि के फरार आरोपी किषन पिता कंछेदीलाल काछी उम्र 38 वर्ष निवासी ढिकुआ थाना खुरई देहात, प्रमेन्द्र पिता दषरथ सिंह ठाकुर उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम हडकारी थाना बीना, राकेष पिता सनमान सिंह राजपूत ठाकुर उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम हडकारी थाना बीना पर 7,500-7,500 रूपये का इनाम घोषित किया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो भी व्यक्ति उपरोक्त फरार आरोपी को गिरफ्तारी करेगा या करवायेगा या सूचना देगा जिसके आधार पर गिरफ्तारी संभव हो सके, उसे उपरोक्तानुसार इनाम राषि दी जायेगी। इनाम राषि की घोषणा इन प्रकरणों में आरोपी की काफी प्रयास के बाद भी आज दिनांक तक गिरफ्तारी संभव नहीं होने के कारण की गई है। पुरस्कार वितरण में अंतिम निर्णय पुलिस अधीक्षक सागर का मान्य होगा।  


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sagar: रिश्वत के आरोपी पंचायत सचिव को चार साल की सजा

Sagar: रिश्वत के आरोपी पंचायत सचिव को 4 साल की सजा

सागर । मनरेगा के अंतर्गत कपिल धारा योजना के तहत कुआॅं खुदवाने हेतु राषि स्वीकृत कराने की एवज् में रिवत लेने वाले आरोपी कैलाष राय (सचिव, ग्राम पंचायत मडैया माफी) को न्यायालय-विषेष न्यायाधीष भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, सागर श्री आलोक मिश्रा की न्यायालय ने दोषी करार देते हुये भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम,1988 की धारा-7 के तहत 03 वर्ष का सश्रम कारावास व 8,000/- रू. (आठ हजार रूपये) अर्थदण्ड एवं धारा-13(1)(डी) सपठित धारा 13(2) के तहत 04 वर्ष का सश्रम कारावास व 8,000/- रू. (आठ हजार रूपये) अर्थदण्ड  की सजा से दंडित किया है उक्त मामले की पैरवी श्री श्याम नेमा, वरिष्ठ सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने की ।

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घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 28.11.2017 को आवेदक इमाम खां ने पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त कार्यालय सागर को एक टाईपषुदा शिकायत/आवेदन इस आशय का दिया कि उसकी माॅं गुड्डीबाई के नाम से मनरेगा के अंतर्गत कपिल धारा योजना के तहत कुआॅं खुदवाने हेतु राषि स्वीकृत कराने के लिये अभियुक्त कैलाष राय, (सचिव, ग्राम पंचायत मडैया माफी) ने 10,000/- रूपये की रिष्वत की माॅंग की है । वह अभियुक्त को रिश्वत नहीं देना चाहता, बल्कि रंगे हाथों पकड़वाना चाहता है। अतः कार्यवाही किये जाने का निवेदन किया, इसके साथ गुड्डीबाई का लिखित सहमति-पत्र भी संलग्न किया था। आवेदन में वर्णित तथ्यों के सत्यापन हेतु एक डिजीटल वाॅयस रिकाॅर्डर दिया गया इसके संचालन का तरीका बताया गया, अभियुक्त से रिश्वत मांग वार्ता रिकाॅर्ड करने हेतु निर्देशित किया तत्पश्चात् आवेदक द्वारा माॅगवार्ता रिकार्ड की गई एवं तकनीकि कार्यवाहियाॅ की गई एवं टेªप कार्यवाही आयोजित की गई नियत दिनाॅक को आवेदक द्वारा अभियुक्त को राषि दी गई व आवेदक का इषारा मिलने पर टेªप दल के सदस्य मौके पर पहुॅचे और और प्रकरण में अन्य विधिवत कार्यवाहियाॅ की गई। 
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विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये, घटना स्थल का नक्षा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा-7 एवं धारा-13(1)(डी) सपठित धारा 13(2) का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेष किया। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । न्यायालय द्वारा ग्राम पंचायत ग्राम मड़ैया माफी में नाली की ओर ग्रेवल लोड़ का निर्माण कार्य का भुगतान पूर्व में हो जाने एवं पुनः भुगतान होने की अनियमितता का तथ्य संज्ञान में लेते हुये जिला कलेक्टर सागर को उपरोक्त संबंध में जाॅच कराकर आवष्यक कार्यवाही किये जाने के अतिरिक्त निर्देष भी दिये है। 
                                                                                        
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MP: अब जिला पंचायत अध्यक्षों को भी मिलेगी राज्य मंत्री की सुविधाएं▪️जिला पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल

MP: अब जिला पंचायत अध्यक्षों को भी मिलेगी राज्य मंत्री की सुविधाएं

▪️जिला पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल




भोपाल ,19 जनवरी 2023. राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त प्रदेशभर के जिला पंचायत अध्यक्षों को अब राज्य मंत्री की तरह आवास, सुरक्षा जैसी अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। राज्यमंत्री को मिलने वाली सुविधाओं और प्रोटोकाल का अब पूरा पालन किया जायेगा । उक्त आशय की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने गुरूवार को अपने निवास पर जिला पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में पहुंचे प्रदेश के 44 जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि मंडल के समक्ष की।




44 जिलों के जिला पंचायत अध्यक्ष मिले सीएम से , मंत्री अरविंद भदौरिया रहे साथ

 गुरूवार को जिला पंचायत सागर के अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में प्रदेश भर से 44 जिला पंचायत अध्यक्ष अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे । इस अवसर पर प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया भी जिला पंचायत अध्यक्षों के साथ मुख्यमंत्री निवास पहुंचे । जिला पंचायत संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने प्रत्येक मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को विस्तार से समझाते हुए मांगों के संबंध में अपना पक्ष रखा । 



ये मिलेंगी सुविधाएं

45 मिनिट तक सभी मांगो को ध्यान से सुनने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने जिला पंचायत अध्यक्षों को राज्य मंत्री के रूप में दिये गए प्रोटोकाल का विधिवत पालन कराने, आवास एवं सुरक्षा प्रदान करने, राष्ट्रीय पर्व के समय जिले में मंत्रीगणों की अनुपस्थिति पर जिला पंचायत अध्यक्ष से ध्वजारोहण कराने, जिला पंचायत अध्यक्षों को दिये जाने वाले मानदेय एवं भत्ते में वृद्वि कर 1 लाख रूपये किये जाने, जिला पंचायत से स्वीकृत होने वाले सभी निर्माण कार्यो में जिला पंचायत अध्यक्षों से अनुमोदन लिये जाने एवं सांसद एवं विधायकों की भांति जिला पंचायत अध्यक्षों को शासन की तरफ से परिचय पत्र जारी करने की मांग को तुरंत स्वीकार कर अमल करने की घोषणा की । इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जिला पंचायत अध्यक्षों की अन्य मांगों पर अधिकारियों का दल बनाकर परीक्षण उपरांत जल्द लागू करेंगे।



इस अवसर पर जिला पंचायत संघ के अध्यक्ष एवं सागर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपके नेतृत्व में वर्ष 2023 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी, हम सब चाहते हैं कि आपके दिये गए अधिकारों का उपयोग कर प्रदेश की जनता के हित में पार्टी की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए समग्र विकास की परिकल्पना को साकार करें।

इन जिलों के अध्यक्ष हुए शामिल

जिला पंचायत अध्यक्षों के प्रतिनिधिमंडल में हरदा गजेन्द्र शाह, शिवपुरी श्रीमती नेहा यादव, श्यो पुर श्रीमती गुडडी बाई यादव, अशोकनगर जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, नरसिंहपुर श्रीमती ज्योति काकडिया, छतरपुर शशिकांत अग्निहोत्री,  मंदसौर श्रीमती दुर्गा पाटीदार, धार सरदार सिंह मेडा,  आगर मालवा मुन्नी बाई चौहान, मुरैना श्रीमती आरती गुर्जर, उज्जैन श्रीमती कमला देवडा, विदिशा श्रीमती गीता रघुवंशी, दतिया श्रीमती इंदिरा दांगी,निवाडी श्रीमती सरोज राय,पन्ना श्रीमती मीना राज सिंह, राजगढ़ चंदर सिंह सोदि़या, सीधी श्रीमती मंजू सिंह, नीमच सज्जन सिंह चैहान, खरगौन श्रीमती अंजू बाई तवर, सतना रामखेलावन कोल, भिंड श्रीमती कामना सिंह, बडवानी बलवंत सिंह पटेल, टीकमगढ़ श्रीमती उर्मिला सिंह, उमरिया अनुजा पटेल, बुरहानपुर गंगाराम मार्को, नर्मदापुरम राधाबाई पटेल सहित 44 जिला पंचायत अध्यक्ष उपस्थित थे।


यह थीं प्रमुख मांगें:-

शासन द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है, अतः प्रोटोकाल का विधिवत पालन हो इस संबंध में शासन द्वारा कलेक्टर को स्पष्ट  
निर्देश  प्रसारित किये जायें, पूर्व वर्षो की भांति जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की गोपनीय चरित्रावली पर मतांकन के अधिकार दिये जायें, जिला पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभागों में पदस्थ तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के स्थानांतरण के पूर्व अनुमोदन के अधिकार प्रदत्त किये जावें, जिला पंचायत अध्यक्षों का मानदेय एवं वाहन भत्ता डीजल सहित वृद्वि की जाकर राशि रूपये 1 लाख की जाये, जिला पंचायत अध्यक्षों को स्वेच्छा विकास निधि 25 लाख रूपये प्रति विधानसभा क्षेत्र के मान से प्रदाय की जावे,  पंचायत राज अधिनियम 1994 को पुनः यथावत लागू किया जावे, जिला पंचायत अध्यक्षों को विधायक / सांसद की भांति परिचय पत्र जारी किया जावे, जिला पंचायत से स्वीकृत होने वाले सभी तरह के निर्माण कार्यो के साथ-साथ जिसमें मनरेगा निर्माण कार्य भी शामिल है, जिला पंचायत अध्यक्षों से अनुमोदन लिया जावे, राष्ट्रीय पर्व के समय जिन जिलों में मंत्रीगण नहीं पहुंच  पाते हैं  वहां जिला पंचायत अध्यक्षों से ध्वजारोहण कराया जावे, जिला पंचायत अध्यक्षों को जिला योजना समिति में पदेन सदस्य घोषित किया जाये, जिले में गौण खनिज की राषि से स्वीकृत होने वाले विकास कार्यो की समिति में जिला पंचायत अध्यक्ष को शामिल किया जावे, जिला पंचायत अध्यक्षों को 15 वें वित्त अथवा अन्य मदों की जो राशि शासन द्वारा प्राप्त होती है , उससे कम से कम तीन गुना वृद्वि की जावे।

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ओशो महोत्सव : सागर विवि दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय जहां भगवान ने शिक्षा पाई

ओशो महोत्सव  : सागर विवि दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय जहां भगवान ने शिक्षा पाई

सागर,19 जनवरी,2023. सागर  के मकरोनिया बुजुर्ग में  बटालियन स्थित रजनीश हिल्स पर ओशो (OSHO) को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। ओशो को जिस जगह पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, उसके आसपास अब वीरानगी छाई रहती है। कहानी 66 साल पहले की है। 12 फरवरी 1956 की सर्द रात में महुए के पेड़ के नीचे बैठा एक लड़का साधना में लिप्त था। उस समय ओशो के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद वह दुनिया के महान दार्शनिक बन गए। 11 दिसंबर को ओशो का जन्म हुआ था।




रजनीश हिल्स पर हैं कई यादें

महुआ के पेड़ से जुड़ी यादें आज भी रजनीश हिल्स पर मौजूद है। यहां देश भर से उनके अनुयायी आते हैं। यह सागर के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया में स्थित है सारी दुनिया में अपने अनुयायी के बीच भगवान बन बैठे ओशो से जुड़ी यादों को नजरअंदाज किया जा रहा है। यहां लगा वह पेड़ अब नहीं है लेकिन उसकी जगह एक बादाम का पेड़ लगाया गया है। समाधि स्थल को लकड़ियों से घेरकर सुरक्षित किया गया है। साथ ही यहां एक शिलालेख है जो रजनीश हिल्स का महत्व है।

ओशो शब्द के पीछे भी सागर

रजनीश ओशो का संबंध सागर शहर से ऐसा रहा कि उन्होंने जब अपना नाम ओशो रखा, तब भी उन्होंने सागर यानी ओशियन शब्द को चुना। खुद ओशो कहते थे कि ओशो शब्द कवि विलयम जेम्स की एक कविता ओशनिक एक्सपीरियंस के शब्द ओशनिक से लिया गया है, जिसका अर्थ है सागर में विलीन हो जाना।

विवि से दर्शन शास्त्र की पढ़ाई की

बात उन दिनों की है, जब रजनीश ओशो सागर विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र की पढ़ाई कर रहे थे। महान दार्शनिक आचार्य रजनीश के जीवन का यह स्वर्णिम काल था। ओशो ने डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को अपनी शिक्षा स्थली चुना। तीन वर्ष तक वे यहाँ पड़े। उस समय इस विश्वविद्यालय का नाम सागर विश्वविद्यालय था। विश्वविद्यालय के पास की पहाड़ी रजनीश मोहन जैन (ओशो) को आकर्षित करती थी। वे अक्सर यहाँ आकर घंटों बैठा करते ध्यान मगन हो जाते।


तीर्थ से कम नहीं है यह स्थल

एक दिन ओशो इसी पहाड़ी पर आए। 12 फरवरी की रात, जब मध्यभारत में रात में काफी सर्दी होती है। वह महुए के वृक्ष के नीचे आकर बैठे, तब ध्यान में ही ओशी अचानक एक चांदी से चमकते तार से बंधकर शरीर से अलग हो गए। उन्होंने अपनी आत्मकथा में इस आज भी जाना जाता है। महान घटना को सतोरी कहा है। तब से यहbस्थान उनके अनुयायियों के लिए किसी तीर्थ से हैं। कम नहीं है।


धीरे-धीरे खत्म हो रहीं यादें

दरअसल, इस क्षेत्र को ओशो का ज्ञान रास नहीं आया। वे रूढ़ियों के बड़े प्रभावी आलोचक थे। उन्हें देश के बाहर तो सराहा गया, उनके विचारों को माना गया लेकिन जो शहर ओशो के दिल में बसा था। यहां उनसे जुड़ी स्मृतियां धीरे-धीरे खत्म हो रही हैं। इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय जब से पथरिया हिल्स गया है, जब से ओशो से जुड़ी किसी भी चीज को संरक्षित न किए जाने का सिलसिला जारी है। इस शहर ने ओशो को ऐसा भुलाया कि उनसे जुड़ी ऐसी कोई स्मृति ही नहीं, जिस पर सागर के लोग गर्व करें। इंसान से भगवान बन जाने वाले एक शख्स की एक निशानी यह पहाड़ी, जिसे ओशो हिल्स के नाम से जानते है। 


गाडरवारा में जन्मे थे ओशो

ओशो का जन्म 11 दिसंबर 1931 को मप्र के गाडरवारा के कुचबाह्य में 1955 से 1957 तक वे सागर में रहे और हुआ था। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय से दर्शन शास्त्र की डिग्री ली। पहाड़ी पर एक महुआ के वृक्ष के नीचे संबोधी, जिसे उन्होंने सतोरी ज्ञान कहा है। इसे मिलने के बाद वे आचार्य रजनीश हुए। जहां उन्हें ज्ञान मिला, उस जगह को उनके एक अनुयायी ने ओशो प्वाइंट नाम दिया। महुआ के वृक्ष और चबुतरे को संरक्षित किया है। उसके समाधि मार्ग की कल्पना पूरी नहीं हो सकती है। वहीं, वर्तमान में यहां हनुमान जी का एक मंदिर है, जहां दर्शन करने 10वीं बटालियन के रहवासी आते हैं। शहर में भी ओशो के बारे में कम ही लोग जानते


जहां 'भगवान' ने ली शिक्षा

पूर्व राज्यपाल महावीर भाई ने विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि विश्व का यह एक मात्र विश्वविद्यालय है, जहां से भगवान ने शिक्षा ग्रहण की है। उनका इशारा ओशो की ओर ही था। दूसरी ओर 1980 के दशक तक विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में ओशो से जुड़े कुछ मूल दस्तावेज जैसे महुआ वृक्ष, एमए का फॉर्म, परीक्षा की कॉपियां, लाइब्रेरी कार्ड उनके दस्तखतों वाले दस्तावेज सब कहीं गायब हो गए। इन्हें लापरवाही पूर्वक खुर्दबुर्द कर दिया गया। 19 जनवरी 1990 को उनका निधन हुआ। उन्हें मानने वाले लोग उनकी पुण्यतिथि को ओशो महोत्सव के रूप में मनाते हैं । 



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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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Sagar: कलमबंद हडताल एवं आगामी नेशनल लोक अदालत का वहिष्कार करेंगे वकील

Sagar: कलमबंद हडताल एवं आगामी नेशनल लोक अदालत का वहिष्कार करेंगे वकील


सागर । जिला अधिवक्ता संघ सागर के अध्यक्ष एड. श्री अंकलेश्वर दुबे ने बताया की म.प्र.उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा समस्त न्यायालयो को निर्देशित किया गया हैं कि पिछले वर्ष जैसा इस वर्ष पुराने प्रकरणो को सूचीबद्ध किया जाये और समय सीमा में उन प्रकरणों का निराकरण किया जाये ।उक्त निर्देश के अनुसार पुराने प्रकरण समय सीमा के अन्तर्गत निराकृत किये जायेगें। जिससे लोगो को न्याय प्राप्त नही होगा बल्कि केवल प्रकरणों का निराकरण होगा और पक्षकारो के साथ, अधिवक्ताओं और न्यायालयों पर दबाव होगा की उक्त मामले शीघ्र सुनवाई कर निराकृत किये जाये ।जिससे न्याय का उद्देश्य विफल हो जायेगा। जिसके विरोध में जिला अधिवक्ता संघ सागर की साधारण सभा में यह निर्णय लिया गया हैं कि जिला अधिवक्ता संघ सागर एवं अधिवक्ता संघ तहसीलो मे दिनांक 19/01/2023 दिन गुरूवार को पूर्णतः कलमबंद (नोटरी कार्य सहित) हडताल पर रहेगें एवं आगामी नेशनल लोक अदालत का वहिष्कार करेगें। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एड. अंकलेश्वर दुबे, उपाध्यक्ष एड रामदास राज, सचिव एड राजू सराफ, कोषाध्यक्ष एड के.के. दुबे, पुस्तकालय अध्यक्ष एड गोपाल तिवारी, सह सचिव एड संदीप चौबे महिला कार्यकारिणी सदस्य एड किरणबाला पाठक पुरूष कार्यकारिणी सदस्य एड संजय सेन, एड शशांक शुक्ला, एड वीरेन्द्र तिवारी, एड राम रावत शामिल है। 
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