sagar: रिश्वत के आरोपी पंचायत सचिव को चार साल की सजा

Sagar: रिश्वत के आरोपी पंचायत सचिव को 4 साल की सजा

सागर । मनरेगा के अंतर्गत कपिल धारा योजना के तहत कुआॅं खुदवाने हेतु राषि स्वीकृत कराने की एवज् में रिवत लेने वाले आरोपी कैलाष राय (सचिव, ग्राम पंचायत मडैया माफी) को न्यायालय-विषेष न्यायाधीष भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, सागर श्री आलोक मिश्रा की न्यायालय ने दोषी करार देते हुये भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम,1988 की धारा-7 के तहत 03 वर्ष का सश्रम कारावास व 8,000/- रू. (आठ हजार रूपये) अर्थदण्ड एवं धारा-13(1)(डी) सपठित धारा 13(2) के तहत 04 वर्ष का सश्रम कारावास व 8,000/- रू. (आठ हजार रूपये) अर्थदण्ड  की सजा से दंडित किया है उक्त मामले की पैरवी श्री श्याम नेमा, वरिष्ठ सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने की ।

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घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 28.11.2017 को आवेदक इमाम खां ने पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त कार्यालय सागर को एक टाईपषुदा शिकायत/आवेदन इस आशय का दिया कि उसकी माॅं गुड्डीबाई के नाम से मनरेगा के अंतर्गत कपिल धारा योजना के तहत कुआॅं खुदवाने हेतु राषि स्वीकृत कराने के लिये अभियुक्त कैलाष राय, (सचिव, ग्राम पंचायत मडैया माफी) ने 10,000/- रूपये की रिष्वत की माॅंग की है । वह अभियुक्त को रिश्वत नहीं देना चाहता, बल्कि रंगे हाथों पकड़वाना चाहता है। अतः कार्यवाही किये जाने का निवेदन किया, इसके साथ गुड्डीबाई का लिखित सहमति-पत्र भी संलग्न किया था। आवेदन में वर्णित तथ्यों के सत्यापन हेतु एक डिजीटल वाॅयस रिकाॅर्डर दिया गया इसके संचालन का तरीका बताया गया, अभियुक्त से रिश्वत मांग वार्ता रिकाॅर्ड करने हेतु निर्देशित किया तत्पश्चात् आवेदक द्वारा माॅगवार्ता रिकार्ड की गई एवं तकनीकि कार्यवाहियाॅ की गई एवं टेªप कार्यवाही आयोजित की गई नियत दिनाॅक को आवेदक द्वारा अभियुक्त को राषि दी गई व आवेदक का इषारा मिलने पर टेªप दल के सदस्य मौके पर पहुॅचे और और प्रकरण में अन्य विधिवत कार्यवाहियाॅ की गई। 
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विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये, घटना स्थल का नक्षा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा-7 एवं धारा-13(1)(डी) सपठित धारा 13(2) का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेष किया। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । न्यायालय द्वारा ग्राम पंचायत ग्राम मड़ैया माफी में नाली की ओर ग्रेवल लोड़ का निर्माण कार्य का भुगतान पूर्व में हो जाने एवं पुनः भुगतान होने की अनियमितता का तथ्य संज्ञान में लेते हुये जिला कलेक्टर सागर को उपरोक्त संबंध में जाॅच कराकर आवष्यक कार्यवाही किये जाने के अतिरिक्त निर्देष भी दिये है। 
                                                                                        
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MP: अब जिला पंचायत अध्यक्षों को भी मिलेगी राज्य मंत्री की सुविधाएं▪️जिला पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल

MP: अब जिला पंचायत अध्यक्षों को भी मिलेगी राज्य मंत्री की सुविधाएं

▪️जिला पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल




भोपाल ,19 जनवरी 2023. राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त प्रदेशभर के जिला पंचायत अध्यक्षों को अब राज्य मंत्री की तरह आवास, सुरक्षा जैसी अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। राज्यमंत्री को मिलने वाली सुविधाओं और प्रोटोकाल का अब पूरा पालन किया जायेगा । उक्त आशय की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने गुरूवार को अपने निवास पर जिला पंचायत अध्यक्ष संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में पहुंचे प्रदेश के 44 जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि मंडल के समक्ष की।




44 जिलों के जिला पंचायत अध्यक्ष मिले सीएम से , मंत्री अरविंद भदौरिया रहे साथ

 गुरूवार को जिला पंचायत सागर के अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के नेतृत्व में प्रदेश भर से 44 जिला पंचायत अध्यक्ष अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे । इस अवसर पर प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया भी जिला पंचायत अध्यक्षों के साथ मुख्यमंत्री निवास पहुंचे । जिला पंचायत संघ के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने प्रत्येक मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को विस्तार से समझाते हुए मांगों के संबंध में अपना पक्ष रखा । 



ये मिलेंगी सुविधाएं

45 मिनिट तक सभी मांगो को ध्यान से सुनने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने जिला पंचायत अध्यक्षों को राज्य मंत्री के रूप में दिये गए प्रोटोकाल का विधिवत पालन कराने, आवास एवं सुरक्षा प्रदान करने, राष्ट्रीय पर्व के समय जिले में मंत्रीगणों की अनुपस्थिति पर जिला पंचायत अध्यक्ष से ध्वजारोहण कराने, जिला पंचायत अध्यक्षों को दिये जाने वाले मानदेय एवं भत्ते में वृद्वि कर 1 लाख रूपये किये जाने, जिला पंचायत से स्वीकृत होने वाले सभी निर्माण कार्यो में जिला पंचायत अध्यक्षों से अनुमोदन लिये जाने एवं सांसद एवं विधायकों की भांति जिला पंचायत अध्यक्षों को शासन की तरफ से परिचय पत्र जारी करने की मांग को तुरंत स्वीकार कर अमल करने की घोषणा की । इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जिला पंचायत अध्यक्षों की अन्य मांगों पर अधिकारियों का दल बनाकर परीक्षण उपरांत जल्द लागू करेंगे।



इस अवसर पर जिला पंचायत संघ के अध्यक्ष एवं सागर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपके नेतृत्व में वर्ष 2023 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी, हम सब चाहते हैं कि आपके दिये गए अधिकारों का उपयोग कर प्रदेश की जनता के हित में पार्टी की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए समग्र विकास की परिकल्पना को साकार करें।

इन जिलों के अध्यक्ष हुए शामिल

जिला पंचायत अध्यक्षों के प्रतिनिधिमंडल में हरदा गजेन्द्र शाह, शिवपुरी श्रीमती नेहा यादव, श्यो पुर श्रीमती गुडडी बाई यादव, अशोकनगर जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, नरसिंहपुर श्रीमती ज्योति काकडिया, छतरपुर शशिकांत अग्निहोत्री,  मंदसौर श्रीमती दुर्गा पाटीदार, धार सरदार सिंह मेडा,  आगर मालवा मुन्नी बाई चौहान, मुरैना श्रीमती आरती गुर्जर, उज्जैन श्रीमती कमला देवडा, विदिशा श्रीमती गीता रघुवंशी, दतिया श्रीमती इंदिरा दांगी,निवाडी श्रीमती सरोज राय,पन्ना श्रीमती मीना राज सिंह, राजगढ़ चंदर सिंह सोदि़या, सीधी श्रीमती मंजू सिंह, नीमच सज्जन सिंह चैहान, खरगौन श्रीमती अंजू बाई तवर, सतना रामखेलावन कोल, भिंड श्रीमती कामना सिंह, बडवानी बलवंत सिंह पटेल, टीकमगढ़ श्रीमती उर्मिला सिंह, उमरिया अनुजा पटेल, बुरहानपुर गंगाराम मार्को, नर्मदापुरम राधाबाई पटेल सहित 44 जिला पंचायत अध्यक्ष उपस्थित थे।


यह थीं प्रमुख मांगें:-

शासन द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है, अतः प्रोटोकाल का विधिवत पालन हो इस संबंध में शासन द्वारा कलेक्टर को स्पष्ट  
निर्देश  प्रसारित किये जायें, पूर्व वर्षो की भांति जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की गोपनीय चरित्रावली पर मतांकन के अधिकार दिये जायें, जिला पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभागों में पदस्थ तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के स्थानांतरण के पूर्व अनुमोदन के अधिकार प्रदत्त किये जावें, जिला पंचायत अध्यक्षों का मानदेय एवं वाहन भत्ता डीजल सहित वृद्वि की जाकर राशि रूपये 1 लाख की जाये, जिला पंचायत अध्यक्षों को स्वेच्छा विकास निधि 25 लाख रूपये प्रति विधानसभा क्षेत्र के मान से प्रदाय की जावे,  पंचायत राज अधिनियम 1994 को पुनः यथावत लागू किया जावे, जिला पंचायत अध्यक्षों को विधायक / सांसद की भांति परिचय पत्र जारी किया जावे, जिला पंचायत से स्वीकृत होने वाले सभी तरह के निर्माण कार्यो के साथ-साथ जिसमें मनरेगा निर्माण कार्य भी शामिल है, जिला पंचायत अध्यक्षों से अनुमोदन लिया जावे, राष्ट्रीय पर्व के समय जिन जिलों में मंत्रीगण नहीं पहुंच  पाते हैं  वहां जिला पंचायत अध्यक्षों से ध्वजारोहण कराया जावे, जिला पंचायत अध्यक्षों को जिला योजना समिति में पदेन सदस्य घोषित किया जाये, जिले में गौण खनिज की राषि से स्वीकृत होने वाले विकास कार्यो की समिति में जिला पंचायत अध्यक्ष को शामिल किया जावे, जिला पंचायत अध्यक्षों को 15 वें वित्त अथवा अन्य मदों की जो राशि शासन द्वारा प्राप्त होती है , उससे कम से कम तीन गुना वृद्वि की जावे।

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ओशो महोत्सव : सागर विवि दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय जहां भगवान ने शिक्षा पाई

ओशो महोत्सव  : सागर विवि दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय जहां भगवान ने शिक्षा पाई

सागर,19 जनवरी,2023. सागर  के मकरोनिया बुजुर्ग में  बटालियन स्थित रजनीश हिल्स पर ओशो (OSHO) को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। ओशो को जिस जगह पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, उसके आसपास अब वीरानगी छाई रहती है। कहानी 66 साल पहले की है। 12 फरवरी 1956 की सर्द रात में महुए के पेड़ के नीचे बैठा एक लड़का साधना में लिप्त था। उस समय ओशो के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद वह दुनिया के महान दार्शनिक बन गए। 11 दिसंबर को ओशो का जन्म हुआ था।




रजनीश हिल्स पर हैं कई यादें

महुआ के पेड़ से जुड़ी यादें आज भी रजनीश हिल्स पर मौजूद है। यहां देश भर से उनके अनुयायी आते हैं। यह सागर के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया में स्थित है सारी दुनिया में अपने अनुयायी के बीच भगवान बन बैठे ओशो से जुड़ी यादों को नजरअंदाज किया जा रहा है। यहां लगा वह पेड़ अब नहीं है लेकिन उसकी जगह एक बादाम का पेड़ लगाया गया है। समाधि स्थल को लकड़ियों से घेरकर सुरक्षित किया गया है। साथ ही यहां एक शिलालेख है जो रजनीश हिल्स का महत्व है।

ओशो शब्द के पीछे भी सागर

रजनीश ओशो का संबंध सागर शहर से ऐसा रहा कि उन्होंने जब अपना नाम ओशो रखा, तब भी उन्होंने सागर यानी ओशियन शब्द को चुना। खुद ओशो कहते थे कि ओशो शब्द कवि विलयम जेम्स की एक कविता ओशनिक एक्सपीरियंस के शब्द ओशनिक से लिया गया है, जिसका अर्थ है सागर में विलीन हो जाना।

विवि से दर्शन शास्त्र की पढ़ाई की

बात उन दिनों की है, जब रजनीश ओशो सागर विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र की पढ़ाई कर रहे थे। महान दार्शनिक आचार्य रजनीश के जीवन का यह स्वर्णिम काल था। ओशो ने डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को अपनी शिक्षा स्थली चुना। तीन वर्ष तक वे यहाँ पड़े। उस समय इस विश्वविद्यालय का नाम सागर विश्वविद्यालय था। विश्वविद्यालय के पास की पहाड़ी रजनीश मोहन जैन (ओशो) को आकर्षित करती थी। वे अक्सर यहाँ आकर घंटों बैठा करते ध्यान मगन हो जाते।


तीर्थ से कम नहीं है यह स्थल

एक दिन ओशो इसी पहाड़ी पर आए। 12 फरवरी की रात, जब मध्यभारत में रात में काफी सर्दी होती है। वह महुए के वृक्ष के नीचे आकर बैठे, तब ध्यान में ही ओशी अचानक एक चांदी से चमकते तार से बंधकर शरीर से अलग हो गए। उन्होंने अपनी आत्मकथा में इस आज भी जाना जाता है। महान घटना को सतोरी कहा है। तब से यहbस्थान उनके अनुयायियों के लिए किसी तीर्थ से हैं। कम नहीं है।


धीरे-धीरे खत्म हो रहीं यादें

दरअसल, इस क्षेत्र को ओशो का ज्ञान रास नहीं आया। वे रूढ़ियों के बड़े प्रभावी आलोचक थे। उन्हें देश के बाहर तो सराहा गया, उनके विचारों को माना गया लेकिन जो शहर ओशो के दिल में बसा था। यहां उनसे जुड़ी स्मृतियां धीरे-धीरे खत्म हो रही हैं। इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय जब से पथरिया हिल्स गया है, जब से ओशो से जुड़ी किसी भी चीज को संरक्षित न किए जाने का सिलसिला जारी है। इस शहर ने ओशो को ऐसा भुलाया कि उनसे जुड़ी ऐसी कोई स्मृति ही नहीं, जिस पर सागर के लोग गर्व करें। इंसान से भगवान बन जाने वाले एक शख्स की एक निशानी यह पहाड़ी, जिसे ओशो हिल्स के नाम से जानते है। 


गाडरवारा में जन्मे थे ओशो

ओशो का जन्म 11 दिसंबर 1931 को मप्र के गाडरवारा के कुचबाह्य में 1955 से 1957 तक वे सागर में रहे और हुआ था। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय से दर्शन शास्त्र की डिग्री ली। पहाड़ी पर एक महुआ के वृक्ष के नीचे संबोधी, जिसे उन्होंने सतोरी ज्ञान कहा है। इसे मिलने के बाद वे आचार्य रजनीश हुए। जहां उन्हें ज्ञान मिला, उस जगह को उनके एक अनुयायी ने ओशो प्वाइंट नाम दिया। महुआ के वृक्ष और चबुतरे को संरक्षित किया है। उसके समाधि मार्ग की कल्पना पूरी नहीं हो सकती है। वहीं, वर्तमान में यहां हनुमान जी का एक मंदिर है, जहां दर्शन करने 10वीं बटालियन के रहवासी आते हैं। शहर में भी ओशो के बारे में कम ही लोग जानते


जहां 'भगवान' ने ली शिक्षा

पूर्व राज्यपाल महावीर भाई ने विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि विश्व का यह एक मात्र विश्वविद्यालय है, जहां से भगवान ने शिक्षा ग्रहण की है। उनका इशारा ओशो की ओर ही था। दूसरी ओर 1980 के दशक तक विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में ओशो से जुड़े कुछ मूल दस्तावेज जैसे महुआ वृक्ष, एमए का फॉर्म, परीक्षा की कॉपियां, लाइब्रेरी कार्ड उनके दस्तखतों वाले दस्तावेज सब कहीं गायब हो गए। इन्हें लापरवाही पूर्वक खुर्दबुर्द कर दिया गया। 19 जनवरी 1990 को उनका निधन हुआ। उन्हें मानने वाले लोग उनकी पुण्यतिथि को ओशो महोत्सव के रूप में मनाते हैं । 



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Sagar: कलमबंद हडताल एवं आगामी नेशनल लोक अदालत का वहिष्कार करेंगे वकील

Sagar: कलमबंद हडताल एवं आगामी नेशनल लोक अदालत का वहिष्कार करेंगे वकील


सागर । जिला अधिवक्ता संघ सागर के अध्यक्ष एड. श्री अंकलेश्वर दुबे ने बताया की म.प्र.उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा समस्त न्यायालयो को निर्देशित किया गया हैं कि पिछले वर्ष जैसा इस वर्ष पुराने प्रकरणो को सूचीबद्ध किया जाये और समय सीमा में उन प्रकरणों का निराकरण किया जाये ।उक्त निर्देश के अनुसार पुराने प्रकरण समय सीमा के अन्तर्गत निराकृत किये जायेगें। जिससे लोगो को न्याय प्राप्त नही होगा बल्कि केवल प्रकरणों का निराकरण होगा और पक्षकारो के साथ, अधिवक्ताओं और न्यायालयों पर दबाव होगा की उक्त मामले शीघ्र सुनवाई कर निराकृत किये जाये ।जिससे न्याय का उद्देश्य विफल हो जायेगा। जिसके विरोध में जिला अधिवक्ता संघ सागर की साधारण सभा में यह निर्णय लिया गया हैं कि जिला अधिवक्ता संघ सागर एवं अधिवक्ता संघ तहसीलो मे दिनांक 19/01/2023 दिन गुरूवार को पूर्णतः कलमबंद (नोटरी कार्य सहित) हडताल पर रहेगें एवं आगामी नेशनल लोक अदालत का वहिष्कार करेगें। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एड. अंकलेश्वर दुबे, उपाध्यक्ष एड रामदास राज, सचिव एड राजू सराफ, कोषाध्यक्ष एड के.के. दुबे, पुस्तकालय अध्यक्ष एड गोपाल तिवारी, सह सचिव एड संदीप चौबे महिला कार्यकारिणी सदस्य एड किरणबाला पाठक पुरूष कार्यकारिणी सदस्य एड संजय सेन, एड शशांक शुक्ला, एड वीरेन्द्र तिवारी, एड राम रावत शामिल है। 
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Sagar: पार्षद क्रिकेट ट्राफी का हुआ समापन

Sagar:  पार्षद क्रिकेट ट्राफी का  हुआ समापन


सागर। विट्ठल नगर पार्षद  देवेंद्र अहिरवार द्वारा आयोजित किये गए क्रिकेट टूर्नामेंट का बुधवार को समापन हुआ। टूर्नामेंट में कुल 32 टीमों ने भाग लिया जिसका फाइनल मुकाबला बुधवार को फ्रेंच इलेवन एवं पटकुई इलेवन के बीच खेला गया। जिसमें फ्रेंच इलेबन की 37 रन से जीत हुई। 
 महापौर प्रतिनिधि डॉ श्री सुशील तिवारी,,नगर निगम अध्यक्ष  वृंदावन अहिरवार , नगर निगम सभापति  शैलेश केशरवानी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने विजेता टीम को ₹11000 की राशि एवं ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया। साथ ही उपविजेता टीम को 5100 रुपये की राशि एवं ट्रॉफी से पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर उपस्थित महापौर प्रतिनिधि श्री सुशील तिवारी ने कहा कि क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें मनोरंजन के साथ-साथ शारीरिक मेहनत भी हो जाती है। स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार ने कहा कि पहली बार देखा गया है किसी पार्षद द्वारा इतने बड़े लेवल पर क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया है। मैं देवेंद्र जी को इस शानदार टूर्नामेंट की शुभकामनाएं देता हूं।  सभापति  शैलेश केशरवानी ने कहा कि क्रिकेट हमारे देश मैं काफी लोकप्रिय है। पार्षद श्री देवेंद्र अहिरवार द्वारा युवाओं को आगे बढ़ाते हुए काफी अच्छा क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया है। पार्षद श्री देवेंद्र अहिरवार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता आलोक केसरवानी,श्री अमित कछवाहा, श्रीकांत जाटव,हरीश कोरी, जावेद उस्मानी,सुनील पटेल,प्रीतम पटेल, प्यारे लाल पटेल, राकेश जाटव,लखन पटेल आयोजक समिति से श्री कमलेश अहिरवार,आकाश पटेल, रानू दीवान,देवेंद्र पटेल,रंजीत अहिरवार सहित बड़ी संख्या में वार्ड वासी उपस्थित रहे।





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Sagar: राहतगढ़ बस स्टेंड पर एक बस ने कुचला बुजुर्ग को

Sagar: राहतगढ़ बस स्टेंड पर एक बस ने कुचला बुजुर्ग को


सागर  । सागर नगर के राहतगढ़ बस स्टैंड पर तेज रफ्तार बस ने 70 वर्षीय बुजुर्ग को रौंद दिया। दुर्घटना में बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर राहतगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाया। बस जब्त कर थाने में खड़ी कराई गई।
पुलिस के अनुसार जयंती भाई पटेल उम्र 70 साल निवासी वार्ड क्रमांक - 3 राहतगढ़ बुधवार को राहतगढ़ बस स्टैंड चौरसिया दुकान के पास रोड पर खड़े थे। तभी सागर की ओर से अ रही तेज रफ्तार बस ने जंयतीभाई को टक्कर मार दी। बस की टक्कर में बुजुर्ग सड़क पर गिरा और बस के नीचे आ गया। घटना में बस के पीछे का पहिया जंयती भाई के सिर से निकल गया।
जिससे मौके पर ही बुजुर्ग की मौत हो गई। घटना देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। वहीं बस जब्त कर थाने में खड़ी कराई गई। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बस क्रमांक एमपी 42 पी 0181 के चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
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राज्यस्तरीय टेबिल टेनिस टूर्नामेंट के लिए सागर के शिक्षक अमित दुबे हुए चयनित

राज्यस्तरीय टेबिल टेनिस टूर्नामेंट के लिए सागर के शिक्षक अमित दुबे हुए चयनित


सागर। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित होने वाली राज्यस्तरीय टेबिल टेनिस टूर्नामेंट के लिए छतरपुर में आयोजित संभाग स्तरीय टूर्नामेंट में जीतने के बाद सीएम राईज विद्यालय एमएलबी क्रमांक 01 में पदस्थ अंग्रेजी विषय के उच्च माध्यमिक शिक्षक अमित दुबे का चयन भोपाल में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय टेबिल टेनिस टूर्नामेंट के लिए हुआ है। श्री दुबे के चयन पर विद्यालय के प्राचार्य,उप प्राचार्य शिक्षकों और शुभचिंतको ने बधाई दी है। गौरवतल हैं कि सकूल शिक्षा विभाग मप्र शासन द्वारा विभाग के शासकीय कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए टेबिल टेनिस टूर्नामेंट की राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा आयोजित होना जिसके लिए विभाग द्वारा ज़िला स्तर संभाग स्तर पर ओपन कांपीटिशन करवाए गए हैं। ज़िला व संभाग स्तरीय टूर्नामेंट में सफल होने वाले राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा में खेलेंगे।


                                                     
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भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत की सागर शाखा ने निर्धन 5 बच्चियों की शिक्षा की जिम्मेदारी ली

भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत की सागर शाखा ने निर्धन 5 बच्चियों की शिक्षा की जिम्मेदारी ली

सागर,18 जनवरी 2023. भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत की सागर शाखा द्वारा निर्धन बालिकाओं की शिक्षा एवं गोद लेने हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में लगभग 60  बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ वंदे मातरम गीत के साथ हुआ । स्वागत गीत नृत्य करते भवानी प्रसाद आश्रम के बच्चों ने प्रस्तुति दी ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सुश्री आकांक्षा मलैया रीजनल मंत्री, महिला बाल विकास भारत विकास परिषद् की ओर से  उपस्थित रहीं। उन्होंने बताया कि भारत विकास परिषद का महिला एवं बाल विकास के अंतर्गत बेटियों को गोद लेने का प्रकल्प है। इस प्रकल्प में जिस भी बेटी को गोद लेते हैं उसकी संपूर्ण शिक्षा की जिम्मेदारी संस्था लेती है। इस कार्यक्रम के अवसर पर परिषद की सागर शाखा ने 5 बच्चियों को गोद लिया है जिसका संचालन विचार समिति द्वारा भवानी प्रसाद आश्रम में कक्षाओं के माध्यम से किया जाता है।


कार्यक्रम को तीन सत्रों में विभाजित किया गया था। प्रथम सत्र  में मुख्य अतिथि  डॉ. गौरी शंकर चौबे विभाग संघ चालक सागर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ  ने बच्चों की मोटिवेशनल कक्षा ली एवं उन्होंने जीवन जीने की कला के साथ सफल व्यक्तियों के गुरु मंत्र बताए। नन्हे मुन्ने बच्चों ने डॉ. चौबे से  उनके चिकित्सा एवं समाज सेवा के क्षेत्र  में उनकी कठिनाई व संघर्ष पूर्ण रहस्य भी जाने। 

कार्यक्रम अध्यक्ष पं. आलोक मिश्रा प्रांतीय अध्यक्ष, भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत जबलपुर ने बताया कि भारत विकास परिषद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का अनुशांगिक संगठन है ।
स्वागत भाषण शाखा अध्यक्ष अखिलेश समैया ने दिया। उन्होंने  अपने संबोधन में भारत विकास परिषद् शाखा के आगामी कार्यक्रम एवं भारत को जानों कार्यक्रम का उद्देश्य, भारत के गौरवशाली इतिहास को समस्त विद्यार्थियों तक पहुंचाना इस हेतु प्रतिवर्ष भारत को जानों प्रतियोगिता विद्यार्थियों के बीच आयोजित की जाती है जो शाखा से जिलों एवम जिलों से प्रांत स्तर फिर क्षेत्रीय एवम राष्ट्रीय स्तर पर होती है ।


द्वितीय सत्र में बच्चों द्वारा बनाई गई चित्रकला, प्रेरक कार्ड का अवलोकन मंचाशीन अतिथियों द्वारा किया गया एवम सांत्वना पुरुष्कार भी समस्त बच्चों को मंच से ही दिया  गया ।
तृतीय सत्र में भारत विकास परिषद के प्रांतीय पदाधिकारी डॉ. संजीव कठल सहित सभी पदाधिकारियों ने लर्निंग इनिशिएटिव फॉर इंडिया की मुहिम लीफी चेंजमेकर्स फैलोशिप एवं विचार समिति के अंतर्गत बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाया जा रहा है। इसी तारतम्य में परिषद के पदाधिकारियों ने दस हजार रुपये की नगद राशि  का लिफाफा सौंपा।
संचालन शाखा सचिव संजय अग्रवाल एवं आभार श्रीनाथ नेमा जी ने माना । पदाधिकारियों का स्वागत आशुतोष नेमा ने किया। राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ । कार्यक्रम में इंद्रजीत दुबे, जुगल किशोर उपाध्याय, सरिता गुरु, पूजा ठाकुर, प्रशांत सहित भवानी प्रसाद आश्रम टीम, सनाध्य धर्मशाला के पदाधिकारी एवं भारत विकास परिषद शाखा सागर के सदस्य उपस्थित रहे।

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