SAGAR: जिला यादव समाज की बैठक , 25 सदस्यीय संरक्षक मंडल का गठन

SAGAR: जिला यादव समाज की बैठक , 25 सदस्यीय  संरक्षक मंडल का गठन


सागर। जिला यादव समाज की विशाल बैठक यादव धर्मशाला शास्त्री वार्ड सुभाष नगर पर संपन्न  हुई ।जिसमें यादव समाज की एकता को मजबूत करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई बैठक में सर्वसम्मति से 25 सदस्यीय  संरक्षक मंडल का गठन किया गया। संरक्षक मंडल के मार्गदर्शन में ही जिला यादव समाज के समस्त पदाधिकारी कार्य करेंगे एवं संरक्षक मंडल के निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करेंगे!संरक्षक मंडल एवं उपस्थित यादव बंधुओं द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया  कि जब तक नए अध्यक्ष का निर्वाचन नहीं होता है तब तक कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में श्री प्रेम नारायण यादव( छूटकुल)कार्य करेंगे
बैठक को संबोधित करते हुए  रमेश चंदेल ने कहा कि आज समाज के बरिष्ठो को देख कर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा आज पूर्ण विश्वास हो गया है कि यादव समाज अब इन वरिष्ठो के मार्गदर्शन में मजबूती के साथ समाज सेवा करेग।  पूर्व जनपद सदस्य गजराज यादव बहेरिया ने कहा कि यादव समाज का अध्यक्ष किसी भी राजनीतिक नेता का पिट्ठू नहीं होना चाहिए।किशनपुरा  के सरपंच कृष्ण मुरारी यादव ने कहा कि हमारी समाज सबसे बड़ी समाज है। लेकिन आज सबसे बिखरी हुई  समाज है इसे जोड़ने की आवश्यकता है उन्होंने यह भी कहा कि अध्यक्ष ग्रामीण क्षेत्र से बनना चाहिए।
 डॉ वीरेंद्र यादव  ने कहा कि किसी योग्य व्यक्ति को समाज के संरक्षक मंडल के सदस्य अध्यक्ष बनाये ।बैठक के अंत में जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष  जगदीश यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज का अध्यक्ष समाज का चौकीदार बार रक्षक होता है अतः ईमानदारी से कार्य करने वाला व्यक्ति अध्यक्ष होना चाहिए। बैठक को पप्पू यादव बांदरी पूर्व जिला पंचायत सदस्य, रामगोपाल यादव रद्दी वाले, चंद्रभान यादव जरारा सरपंच, अनिल यादव सरपंच बरपानी, कोमल यादव पंप, हरिशंकर( मुनीम साहब ), वीर सिंह यादव बिहारीपुरा, राजा यादव उपाध्यक्ष शाहपुर नगर पंचायत, सुरेंद्र यादव राष्ट्रीय  सचिव समाजवादी पार्टी युब जनसभा, शैलेंद्र यादव तहसीली, मोहन सिंह यादव पूर्व अध्यक्ष जिला यादव समाज, आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता राम अवतार यादव ने, आभार प्रदर्शन राजेंद्र यादव एसबीआई ने किया।बैठक में प्रमुख रूप से नरेश यादव मछरयाई, प्राणसिंह यादव सदर, कोमल यादव, जगदीश यादव, रामसहाय यादव,सतीश यादव,बद्री यादव, प्रीतम यादव, शुभम यादव, शुभम यादव, जय यादव, राहुल यादव,बलवीर यादव, रंजीत यादव, रमन यादव, बृजेश यादव, परसोत्तम यादव, आकाश यादव, आदित्य यादव, श्रीकांत यादव, भानु यादव,नवीन यादव, रामस्वरूप यादव, दिनेश यादव, देवेंद्र यादव, लक्कू यादव, बबलू यादव, झब्बू यादव, विशाल यादव, सुरेंद्र यादव, राहुल यादव, कपिल यादव, नितिन यादव, मंजू यादव, अंशुल यादव,प्रदीप यादव, अजय यादव,गुड्डू यादव, बहादुर यादव,नीरज यादव, सुजीत यादव, अवधेश यादव, डॉ दुर्गेश यादव, हरि सिंह यादव, जवाहर यादव, शिवराज यादव,दीपक यादव,दीपक यादव, अंकित यादव, विपिन बिहारी यादव, अभिषेक यादव,अनिकेत यादव, प्रकाश यादव,रामगोपाल यादव, अरुण यादव,शंकर यादव, केशव यादव, कैलाश यादव, बृजेश यादव, राहुल यादव, नितेश यादव, रानू यादव,प्रहलाद यादव, रामबाबू यादव, देवेंद्र यादव, गोकुल यादव, गौरव यादव, नारद यादव, अर्जुन सिंह यादव, गौरझामर सहित जिलेभर से आए समाज के स्वजाती बंधु मौजूद थे।



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राज्य स्तरीय शालेय राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में सागर संभाग का उत्कृष्ठ प्रदर्शन

राज्य स्तरीय शालेय राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में सागर संभाग का उत्कृष्ठ प्रदर्शन

सागर डिस्ट्रिक्ट राइफल एसोसिएशन के खिलाड़ियों ने सागर संभाग के प्रतिनिधित्व करते हुए ओपन साइट राइफल इवेंट में 1 स्वर्ण, 1 रजत एवं एक कंष्य पदक प्राप्त किया। एसोसिएशन की स्वर्णिमा तोमर ने प्रतियोगिता में 14 साल से कम आयु वर्ग में स्वर्ण पदक, विराट जाट ने 14 साल से कम आयु वर्ग में रजत एवं अनमोल जैन ने 14 साल से कम आयु वर्ग में कांस्य पदक प्राप्त किया। ये सभी डॉ मोहम्मद ऐजाज़ खान के नेतृत्व में राइफल शूटिंग के प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मुकेश तिवारी सागर संभाग के मैनेजर एवं हरिकांत तिवारी कोच के रूप में टीम के साथ उपस्थित रहे।
विजयी खिलाड़ियों को जिला शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक, जिला शिक्षा खेल अधिकारी संजय दादर, जिला खेल अधिकारी प्रदीप अबिद्रा,  एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ अखिलेश दुबे, वीनू राणा, डॉ नईम अहमद खान, डॉ गणेश चौबे, मधुर पुरोहित, नीरज यादव, जावेद खान, आदि ने शुभकामनाएं दी।



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श्री जानकी रमण मंदिर की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया महंत ने▪️मेरा व मेरे परिवार का मंदिर की जमीन से कोई लेना देना : हीरा सिंह राजपूत, जिंप अध्यक्ष

श्री जानकी रमण मंदिर की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया महंत ने

▪️मेरा व मेरे परिवार का मंदिर की जमीन से कोई लेना देना :  हीरा सिंह राजपूत, जिंप अध्यक्ष


सागर। सुरखी विधानसभा क्षेत्र के श्री जानकी रमण मंदिर स्थित ग्राम बरखेड़ा महंत की जमीन को खुर्दबुर्द करने  का आरोप मंदिर के प्रबंधक जगदीश प्रसाद ने  राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत, हीरासिंह पर  लगाया है। दूसरी तरफ इस मामले को जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह ने निराधार बताया। 

मंदिर के अयोध्या द्वारा नियुक्त किए गए प्रबंधक  जगदीश प्रसाद ने आज पत्रकारों को बताया कि मंदिर की बरखेड़ा महंत  एवं ग्राम चकेरी में जमीन है। पूर्व में कुछ असमाजिक तत्वो द्वारा जमीन हड़पने का प्रयास किया गया था।  बात न्यायालय तक पहुंची सिविल न्यायालय द्वारा आदेश किया गया कि जानकी रमण मंदिर बरखेरा यह मंदिर श्री वशिष्ट भवन आयोध्या धाम का हैं। न्यायालय आदेश ब्राह्मऋषि पूज्य 1008 श्री राम विलास वेदांती जी के नाम बर्षान्त नामांतरण रिकार्ड में पंजीबद्ध किया गया।  जिसकी जानकारी ज्योतिरादित्य सिंधिया, गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह राजबाहदुर सिंह को भी है।
उन्होंने बताया कि जानकी रमण मंदिर की चल एवं अचल संपत्ति एवं सिचाई परियोजना की धनराशि अधीग्रहित जमीन का मुआवजा है । उन्होंने आरोप लगाया कि सभी संपत्ति राशियों एवं जमीन को हड़पने का कार्य  मंत्री गोविंद सिंह ,  एवं उनके भाई हीरासिंह जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा किया जा रहा है । एवं एसडीएम सपना  त्रिपाठी. इनके दबाब में इनके अनुसार कार्य कर रही है एवं पुराने रिकाडों को विलोपित किया गया है । उनका नामातंरण  का प्रकरण चल रहा है। यदि  26 जनवरी 2023 तक नहीं किया गया एवं संपत्ति एवं राशियों को इधर उधर करने पर रोक नहीं लगाई गई तो में जगदीश दास प्रबंधक जानकी रमण मंदिर बरखेडा महंत आत्महत्या कर लूंगा ।

मेरा और मेरे परिवार का किसी तरह का कब्जा नही : हीरासिंह राजपूत

इस मामले में जिला पंचायत हीरा सिंह राजपूत ने बताया कि  ग्राम बरखेड़ा महंत में देव जानकी रमण मंदिर स्थित है। इसकी लगभग 125 एकड़ जमीन है। परंतु इतनी जमीन होने के बावजूद भी पूजा अर्चना नही हो पाती थी।इसको लेकर बरखेड़ा महंत और आसपास के लगभग एक दर्जन गांव के लोगो द्वारा एक धर्म सभा का आयोजन किया गया था। जिसकी सूचना ग्रामवासियों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार और जैसींनगर पुलिस के मुझेभी दी गईथी। धर्मसभा की बैठक बरखेड़ा महंत  प्रांगण में 11 जून 2021 को आयोजित की गई थी।
जिसमे आसपास के सभी जनप्रतिनिधि सहित 500 से अधिक ग्रामीणजन उपस्थित हुए थे।  श्री राजपूत ने कहा कि धर्मसभा में मंदिर के रखरखाव एवं पारदर्शिता रखने के लिए  सरकारी देखरेख में एक कमेटी के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसी  प्रस्ताव के आधार  पर एसडीओ राजस्व सागर द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया। जिसके द्वारा मंदिर और उसकी जमीन का कुशल संचालन एवं जमीन से आने वाले आय-व्यय का हिसाब तथा  रखरखाव किया जा रहा है। इसका मौके पर जाकर प्रशासनिक तंत्र ,जनप्रतिनिधि सहित आमजन  मुआयना कर सकते है।
 मेरे या मेरे परिवार का किसी भी तरह से मंदिर की जमीन पर कोई भी कब्जा  नहीं है और किसी तरह से लेना देना नही है। इस तरह के सभी आरोप निराधार मन गढं़त है। राजनीतिक द्वेष के चलते लोग इस तरह का आरोप लगा रहे हैं यह लोग सुर्खी में होने वाले विकास से इतना परेशान हो गए हैं कि कुछ भी मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं लेकिन जनता सब जानती है।



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अब आरआई की तरह पटवारी भी कर सकेंगे सीमांकन का कार्य ::राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत

अब आरआई की तरह पटवारी भी कर सकेंगे सीमांकन का कार्य ::राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत 


भोपाल। राज्य के किसानों और आम नागरिकों की सुविधा को बढ़ाने की दिशा में कार्यरत प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की पहल पर राजस्व विभाग एक और बड़ा बदलाव करने जा रहा है। जिसे मंगलवार को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में मंजूरी प्रदान कर दी गई है। 
योजना की जानकारी देते हुए प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता की धारा 129 में सीमांकन के सम्बंध में प्रावधान है। जिसमें वरिष्ठ सचिव समिति द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार सीमांकन के सम्बंध में भू-राजस्व संहिता में संशोधन किया जा रहा है। श्री राजपूत ने बताया कि नए संशोधन प्रस्ताव के अनुसार अब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षकों के साथ-साथ पटवारियों को भी सीमांकन के लिए आदेश जारी कर सकेंगे। 
राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि अभी तक जमीन सीमांकन के लिए आवेदन तहसीलदार को किया जाता है तथा तहसीलदार सीमांकन का आदेश राजस्व निरीक्षक को करते हैं। इसके बाद राजस्व निरीक्षक द्वारा सीमांकन की रिपोर्ट तहसीलदार को दी जाती है। सीमांकन एक बड़ा कार्य है, इसमें समय लगता है तथा राजस्व निरीक्षकों की संख्या भी अपेक्षाकृत कम है। इस कारण से किसानों को सीमांकन के लिए राजस्व निरीक्षकों के चक्कर लगाना पड़ता था। श्री राजपूत ने बताया कि इस संशोधन के बाद अब आरआई के साथ पटवारी को भी सीधे निर्देश देने से सीमांकन कार्य समय पर  हो सकेगा और किसानों का समय भी बच सकेगा
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रामभक्ति से बड़ी है राष्ट्रभक्ति और साधु से बड़ा है सैनिक - संत श्री नागर जी▪️खुरई से लेकर केंद्र तक सत्ता न बदले, यही देश की आवश्यकता- संत श्री नागर जी▪️ खुरई में श्रीमद् भागवत कथा के पंचम सोपान पर श्री नागर जी का उद्बोधन


रामभक्ति से बड़ी है राष्ट्रभक्ति और साधु से बड़ा है सैनिक - संत श्री नागर जी

▪️खुरई से लेकर केंद्र तक सत्ता न बदले, यही देश की आवश्यकता- संत श्री नागर जी

▪️ खुरई में श्रीमद् भागवत कथा के पंचम सोपान पर श्री नागर जी का उद्बोधन



खुरई। साधु से बड़ा स्थान सैनिक का है। साधु की भक्ति से बड़ी सैनिक की राष्ट्रभक्ति है और रामभक्ति से भी बड़ी राष्ट्रभक्ति है। एक सैनिक का जीवन राष्ट्र के प्रति उसके माता पिता की भावनाओं का अर्पण है। सैनिक वेतन के लिए नहीं वतन के लिए हिमखंडों की शीत में भी राष्ट्र की रक्षा के लिए खड़ा होता है। संत श्री कमल किशोर नागर जी ने खुरई में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें सोपान में लीक से हट कर देश की सामयिक आवश्यकताओं को लेकर श्रद्धालुओं को जाग्रत किया और श्रध्दालुओं से आह्वान किया कि भूल से भी खुरई से लेकर केंद्र तक की सत्ता मत बदल देना यही सत्ता आज देश की आवश्यकता हैं।  

लगभग सवा लाख से ज्यादा भक्तों से भरे कथा पंडाल को संबोधित करते हुए श्री नागर जी ने कहा कि यह राजनैतिक नहीं धार्मिक कथा है। लेकिन व्यासपीठ को भी कभी आवश्यकता पड़ जाती है कि वह अपने अधिकार का प्रयोग कर कुछ विषयों पर मार्गदर्शन करे। प्रबुद्ध जन इस आवश्यकता को समझ लेंगे। हमारे सैनिक वतन के लिए शीत में रात दिन पहरा दे रहे हैं और दुष्ट शत्रु उनके सम्मुख मौत का तांडव कर रहे हैं। सैनिक निर्दोष है और हमारे लिए 24 घंटे खतरे में रहता है। जब भी आप सब तप भजन करें तो अपने पुण्य का एक अंश सैनिक को अर्पण करने का संकल्प करें। इस कथा के पुण्य का एक हिस्सा इस भावना से है कि हमारा हर सैनिक अपने घर सकुशल लोटे। श्री नागर जी ने भरे गले और अश्रुओं से डबडबाते नेत्रों से व्यक्त किया कि जिस सैनिक की वीरगति होती है उसकी मां, बहिन, पत्नी के हृदयों से पूछो कि वे कितना विराट त्याग कर देती हैं।


संत श्री नागर जी ने कहा कि आज देश की आवश्यकता है कि खुरई से लेकर केंद्र तक सत्ता नहीं बदलनी चाहिए। यह सत्ता नहीं रही तो सब कुछ चला जाएगा। फिर हिंसा का तांडव, रक्तपात और अधर्म का साम्राज्य हो जाएगा। संत नागर जी ने कहा कि हमारी शक्ति हमारे हाथों में है। इन्हीं हाथों से सत्ता इधर की उधर हो जाती है। ये शक्ति किसी और को दे मत देना। तुम्हारे हाथ में भारत है, तुम्हारे ही हाथों में धर्म है। नागर जी ने कहा कि मैं देश के हित में यह संकल्प दिला रहा हूं। देश के सामने नाजुक वक्त है इसलिए कहना पड़ा। आप सभी भूल कर भी अपनी देह, देश और धर्म की निन्दा नहीं करें।


संत नागर जी ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि अब मैं कथा नहीं करूंगा पर यह सच नहीं है। मैंने खुरई से पुनः कथा आरंभ कर दी है। बीच के अंतराल में आदिवासी क्षेत्रों में,वनों में हम अपने बंधुओं के बीच कथा के लिए गए थे। राष्ट्र के दुश्मन हमारे इन बंधुओं को भड़का कर हमारे ही खिलाफ करना चाह रहे हैं। हमने उन्हें समझा कर लौटाया कि राम के काज भी आदिवासियों के संग ही पूर्ण हुए थे। उनके बीच काम करके मैं पुनः देश, धर्म और गाय माता की तरफ देखूंगा और सभी स्थानों पर कथाएं करूंगा।


संत श्री नागर जी ने कथा प्रसंग में कहा कि निंदकों ने कन्हैया जी की मां से कह दिया कि यह चोर है माखन चुराकर खाता है। मां ने उसे ऊखल से बांध दिया। सोचिए यदि कन्हैया ऊखल से ही बंधा रह जाता तो कंस के असुर अपने उत्पात से सब कुछ नष्ट कर देते। शिशुपाल, जरासंध जैसे शत्रु अपनी सेनाओं से देश को रौंद देते। वैसे ही जैसे आज सीमा पर शत्रु अपनी सेनाएं लेकर बैठे हैं। नागर जी ने कहा कि दाऊ बलराम ने माता से कान्हा की शिकायत कर दी कि कान्हा मिट्टी खाता है। मां ने बुलाया तो कन्हैया ने मां को बताया कि मां मैं 11 वर्ष ब्रज में, 14 वर्ष मथुरा में और 100 वर्ष द्वारका में रह पाऊंगा। मैया मैं तो तुझे तीर्थ तक नहीं करा पाऊंगा। फिर कान्हा ने मां को दो बार अपना मुख खोल कर दिखाया कि देखो मेरे मुख में मिट्टी है क्या और कान्हा ने मैया को मुख में विराट रूप दिखा दिया जिसमें ब्रह्माण्ड के समस्त देवों, सभी तीर्थों, चराचर जीवों सहित पूरी प्रकृति के दर्शन अपने मुख में दो बार माता को करा दिए।


श्री नागर जी ने कहा कि यदि अशुभ नजर को मान्यता देते हो तो दर्शन को  भी मान्यता दो वह भी तो नजर से ही है। संसार में अनेक तरह की बातें सामने आती हैं , भगवान को चोर ठहरा दिया गया। नीयत जब भरोसे पर आ जाती है तब नजर काम करना शुरू करती है। राम कथा सुना रहे थे और जानकी मैया की नजर राम के चरणों में थी। चरण से नजर हट कर हिरण पर पड़ी तो हरण में पड़ गईं।


श्री नागर जी ने कहा कि प्रतिमा, कथा, सेवा जैसे कई रूपों में भगवान मिलेगा। इनमें से जिस भी रूप में मिले समझना यह ठाकुर जी का ही साक्षात्कार है उन्हीं का दर्शन है। परिवार से हट कर देश, समाज अनाथ, दुखी, गाय की सेवा करें तो वह भी दर्शन ही है। जब भी अच्छे काम हमारे शरीर से होते हैं यह ईश्वर का साक्षात्कार ही हो रहा होता है। अच्छे विचार आएं तो चुप मत बैठना कर ही डालना। संत श्री ने कहा कि शब्द में ब्रह्माण्ड है, शब्द ही रहा अखंड, संत जन पलटे नहीं, चाहे पलट जाए ब्रह्माण्ड। कथा साक्षात शब्द दर्शन है, साक्षात दर्शन हो गए तो हम संभाल भी नहीं पाएंगे। अपात्र को भी कथा का मौका मिलता है यह ठाकुर जी की अहेतुक कृपा है। इसमें भी उसकी योजना होती है। पति परमेश्वर कहलाता है पर मीरा ने कहा कि परमेश्वर पति है। दोनों में शब्द का अंतर है। राम को अहंकार का ज्ञान था । ज्ञान अहंकार कब बनने लगता है और उसपर नियंत्रण कैसे करना है यह वे जानते थे। पर रावण को ज्ञान का अहंकार था इसलिए विनाश हो गया।  


कथा के पांचवें दिवस मुख्य यजमान नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह के समस्त परिजनों सहित खुरई के समस्त गणमान्यों के साथ खनिज विकास निगम के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह मोकलपुर, श्रीमती संध्या भार्गव, सुषमा यादव महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के साथ, मालथौन से जयंत सिंह बुंदेला, सतनामसिंह तोमर, रामकुमार सिंह बघेल, पुष्पेन्द्र तोमर, लल्लू राजा इटवा, गोलू प्रताप राय, दयाराम चौरसिया बरोदिया, नारायण सिंह लोधी बांदरी, विश्वनाथ सिंह लोधी बांदरी, जंगबहादुरसिंह बिनायठा, चंद्रप्रताप सिंह, हेमराज सिंह, मनोज राय, राकेश राय, समस्त पार्षद, नगर पालिका पदाधिकारी शामिल थे।


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ट्रेक्टर पर बैठकर किया अमृत सरोवर स्थलों का निरीक्षण जिंप सीईओ ने

ट्रेक्टर पर बैठकर किया अमृत सरोवर स्थलों का निरीक्षण जिंप सीईओ ने

सागर 13 दिसंबर 2022।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी अमृत सरोवर योजना के तहत सागर जिले में 111 तालाब तैयार किए जाने हैं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  क्षितिज सिंघल ने जैसीनगर विकासखंड के विभिन्न ग्रामों में पहुंचकर अमृत सरोवर के स्थलों का निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस.आर. मिश्रा, आरईएस के अधीक्षण यंत्री श्री राजेंद्र घाटे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे ।



जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल जब मौके पर पहुंचे उस समय बारिश होने के कारण उन्हें ट्रेक्टर पर सवार होना पड़ा। ट्रेक्टर पर सवार होकर ही उन्होंने विभिन्न ग्रामों की अमृत सरोवर स्थलों का निरीक्षण किया। श्री सिंघल ने जैसीनगर विकासखंड के ग्राम करैया, ग्राम सरखड़ी, ग्राम बंजरिया सहित अन्य ग्रामों में बन रहे अमृत सरोवरां का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सरोवर का जल भराव कम से कम 10000 घन मीटर अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरोवर की पीचिंग मजबूत हो एवं रिसाव किसी भी स्थिति में न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जावे।



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स्वच्छ सर्वेक्षण 2023: प्रतिमाओं की देखभाल की जिम्मेवारी ली संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023:  प्रतिमाओं की देखभाल की जिम्मेवारी ली संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने

 


सागर।  स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के अंतर्गत नागरिक सहभागिता को बढ़ावा देने के उद्देष्य से नगर निगम की अपील  पर नगर के विभिन्न स्थानों पर स्थापित महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों या देश के अमर शहीदों की प्रतिमाओं की देखभाल हेतु जनप्रतिनिधिगण, सामाजिक संगठनों के सदस्य, एन.सी.सी और एन.एस.एस के छात्रों ने पहल की है ताकि सामाजिक संगठनों के सहयोग से उन प्रतिमाओं की देखभाल हो सकें।  

इन्होंने ली प्रतिमाओं के देखभाल की जिम्मेदारी

सिविल लाइन चौराहा पर स्थित डॉ हरिसिंह गौर जी की प्रतिमा को पार्षद श्री रीतेष तिवारी, मनीष बोहरे एवं उनके साथियों द्वारा गोद लिया गया है इसी प्रकार शहीद कालीचरण की प्रतिमा को श्री अंकलेश्वर दुबे और उनके साथियों द्वारा, स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा को पार्शद श्री षिवषंकर यादव और उनके साथियों द्वारा, गोपालगंज वार्ड स्थित श्री खांडेकर राव जी की प्रतिमा को पार्शद श्री रुपेश यादव और उनके साथियों द्वारा, बस स्टैंड पर स्थित पंडित दीनदयाल जी की प्रतिमा को श्री शैलेश जैन एवं उनके साथियों द्वारा, तीनबत्ती स्थित डॉ हरिसिंह गौर जी की प्रतिमा को श्री आशुतोष पराग, श्रीकांत जैन, अशोक जैन और उनके साथियों एवं एन.सी.सी.के छात्रों द्वारा, नमक मंडी स्थित स्वर्गीय पन्नालाल जी की प्रतिमा को डॉक्टर राजेश जैन द्वारा , अंबेडकर चौराहा स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा को श्री रामू ठेकेदार एवं उनके साथियों द्वारा, चकराघाट स्थित महाकवि पद्माकर जी की प्रतिमा को श्री जय कुमार सोनी और उनकी समिति द्वारा, तिलक गंज वार्ड स्थित सब्जी मंडी प्रागंण में स्थापित महात्मा गांधी जी की प्रतिमा को पार्षद श्री शैलेश केषरवानी एवं उनके साथियों द्वारा, विजय टॉकीज चौराहा पर स्थित महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा की जिम्मेवारी पूर्व पार्षद श्री नरेश यादव, श्री संजीव पांडे, श्री लक्ष्मण सिंह, श्री रविंद्र सिंह गौर एवं साथियों द्वार, चैतन्य अस्पताल के सामने संजय ड्राइव रोड पर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया जी की प्रतिमा की जिम्मेवारी लोहिया पार्क के निर्माण समिति के सदस्यों द्वारा, मोती नगर चौराहा पर स्थित महारानी लक्ष्मीबाई जी की प्रतिमा की जिम्मेवारी श्री आकाश करोसिया और उनके साथी तथा पंडित रविशंकर स्कूल के एनएसएस के विद्यार्थियों द्वारा ली गई है तथा खुरई बस स्टैंड स्थित अंबेडकर जी की प्रतिमा को श्री दुर्गेश अहिरवार एवं उनके साथियों द्वारा गोद लिया गया है।          
इस अभियान के अंतर्गत इन सामाजिक संगठनों द्वारा समय-समय पर निगम के सहयेाग से विषेश सफाई अभियान चलाकर इन प्रतिमाओं के आसपास साफ सफाई एवं रखरखाव कार्य किया जा रहा है।

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SAGAR: नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपी को 20 साल की सजा

SAGAR: नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपी को 20 साल की सजा


सागर । नाबालिग के साथ बलात्कार करने वाले आरोपी अशोक कोल पिता बन्नी कोल (आदिवासी) को विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) एवं नवम अपर सत्र न्यायाधीश, श्रीमती ज्योति मिश्रा जिला-सागर की अदालत ने दोषी करार देते हुये लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा- 5 (स) सहपठित धारा 6 के अंतर्गत 20 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 8000-/रूपये अर्थदण्ड से दंडित किया है मामले की पैरवी प्रभारी उप-संचालक(अभियोजन) श्री धमेन्द्र सिंह तारन  के मार्गदर्शन में विशेष लोक अभियोजक श्री मनोज कुमार पटैल ने की ।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि अभियोक्त्री की मॉ ने उसके गुम होने की रिपोर्ट दिनॉक-12.09.2019 को लेख कराई कि दिनॉक 05.09.19 की रात करीब 12 बजे वह उसके घर के सामने गणेश जी के यहॉ बैठी थी , अभियोक्त्री घर आ गई थी थोड़ी देर बाद जब वह घर आई तब अभियोक्त्री घर पर नहीं मिली एक बच्चे ने बताया कि अभियोक्त्री व आरोपी अशोक गली में खड़े बात कर रहे थे फिर उसने पड़ोस में आरोपी अशोक के बहिन बहनोई के यहॉ जाकर के अभियोक्त्री की तलाश की तो वहॉ अभियेक्त्री नहीं मिली । दिनॉक- 27.12.2019 को अभियोक्त्री के दस्तयाव होने पर उसने बताया कि घटना गणेश उत्सव के समय की रात के 12-1 बजे की है। घटना वाले दिन उसके मम्मी-पापा गणेश उत्सव में गये थे, घर पर वह अकेली थी जब वह घर के पीछे बाथरूम करने को गई थी, तब आरोपी अशोक वहा आया और उससे कहा कि तू चिल्लाई तो मार दूंगा और उसे जबरजस्ती खचोड़कर ग्राम बड़ोरा ले गये था। आरोपी अशोक ने चिल्लाने पर मार देने की धमकी दी थी। आरोपी अशोक उसे 3 माह तक वहां रखे रहा था। आरोपी अशोक ने उसे जंगल ले जाकर उसकी मारपीट की थी और उसे बेच देने का कहा था। जब वह आरोपी अशोक से घर जाने का कहती थी, तो वह कहता था कि घर जाने का नाम लिया, तो उसे मार के फेंक देगा । उक्त रिपोर्ट के आधार पर थाने पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में लिया गया विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये , घटना स्थल का नक्शा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर थाना-राहतगढ़ द्वारा भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 363, 366 ,376(3), 376(2)(एन), 506(भाग-दो) एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा 5 (स) सहपठित धारा 6, धारा-3 सहपठित धारा 4(2) का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेश किया। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, एवं अंतिम तर्क के दौरान न्यायदृष्टांत प्रस्तुत किये गये और अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । जहॉ विचारण उपरांत विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) एवं नवम अपर सत्र न्यायाधीश, श्रीमती ज्योति मिश्रा जिला-सागर की अदालत ने आरोपी को दोषी करार देते हुये लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा- 5 (स) सहपठित धारा 6 के अंतर्गत 20 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 8000-/रूपये अर्थदण्ड से दंडित किया है। 
                                                                                               
देवरी : नाबालिग से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को 05 वर्ष का सश्रम कारावास

सागर । नाबालिग से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी पप्पू उर्फ तुलसीराम पिता नन्हेभाई सकवार को न्यायालय विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) एवं अपर सत्र न्यायाधीश, तह. देवरी जिला-सागर की अदालत ने दोषी करार देते हुये लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा-9/10 के तहत 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2000/- रूपये अर्थदण्ड एवं भा.द.वि. की धारा- 451 के तहत 01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000/- रूपये अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया। मामले की पैरवी सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी, श्री लक्ष्मी प्रसद कुर्मी ने की ।
घटना संक्षेप में इस प्रकार है कि अभियोक्त्री की मॉ ने दिनॉक 25.12.21 को थाना देवरी में रिपोर्ट लेख कराई कि उसकी बेटी जिसकी आयु 08 वर्ष की है घटना दिनॉक 25.12.21 की रात्रि करीब 08 बजे घर पर परिवार के साथ खाना खा रही थी अचानक लाईट चली गई थोड़ी देर में मोहल्ले का पप्पू उर्फ तुलसीराम सकवार जिसका उसके घर में उठना बैठना था आया और मेरी बेटी को अपने पास बुलाया जब मेरी बेटी उसके पास गई तो आरोपी पप्पू उसके साथ गलत हरकत कर रहा था वह दौड़कर बेटी के पास गई और चिल्लाया तो आरोपी पप्पू घर से बाहर भाग गया। थाने पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में लिया गया, विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये, घटना स्थल का नक्शा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर थाना-देवरी द्वारा धारा- 376(ए)(बी) 450,एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम धारा-5/6  का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेश किया। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । जहॉ विचारण उपरांत न्यायालय विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) एवं अपर सत्र न्यायाधीश तह. देवरी जिला-सागर की न्यायालय ने आरोपी को लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा-9/10 के तहत 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2000/- रूपये अर्थदण्ड एवं भा.द.वि. की धारा- 451 के तहत 01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000/- रूपये अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है।

       






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