डॉ. गौर ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें अपने सपनों की खूबसूरती पर पूरा यकीन था : मुकेश तिवारी▪️ सिने अभिनेता मुकेश तिवारी ने किया विद्यार्थियों के साथ संवाद

डॉ. गौर ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें अपने सपनों की खूबसूरती पर पूरा यकीन था :  मुकेश तिवारी
▪️ सिने अभिनेता मुकेश तिवारी ने किया विद्यार्थियों के साथ संवाद

सागर। 25 नवंबर डॉ हरीसिंह गौर की 153वीं जयंती के अवसर पर गौर उत्सव और सागर गौरव दिवस के अंतर्गत विश्वविद्यालय एवं सागर जिला प्रशासन के संयुक्त तत्त्वावधान में प्रख्यात सिने अभिनेता मुकेश तिवारी का 'विद्यार्थियों के साथ सीधा संवाद' कार्यक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी की विशिष्ट उपस्थिति रही. 
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि डॉ गौर को उनके योगदान के लिए  हम एक दिन या एक सप्ताह नहीं परन्तु जीवन भर याद करेंगे एवं उनके उद्देश्य को पूरा करेंगे।  इस  विश्वविद्यालय से  हर क्षेत्र  के विज्ञान से लेकर सिने जगत  के महान कलाकार निकले हैं। गौर उत्सव भी विवि सभी की भागीदारी से मनाया जा रहा है, जिसमे केंद्रीय विद्यालय के बच्चे, महिला क्लब, विवि के कर्मचारी एवं विद्यार्थी सभी के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। उन्होंने कहा कि मुकेश तिवारी जी जैसे एलुमनाई विवि को अपना मान कर इससे जुड़े हैं.  आशा है कि आज के विद्यार्थी भी ऐसे ही इस विवि से हमेशा जुड़े रहेंगे।

डॉ आशुतोष एवं संतोष सोहगौरा ने मुकेश तिवारी के साथ संवाद किया. डॉ गौर के बारे में अपने विचारों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ गौर के  चिंतन की संवेदनशीलता को समझने की आज हमें ज़रूरत है जिन्होंने उस समय, भारत के एक ऐसे क्षेत्र में विवि की स्थापना की जहाँ न कोई उद्योग लगाने की इच्छा रखता था न ही अपनी बेटी की शादी करवाने की. उन्होंने यहाँ के युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने हेतु महादान दिया। उनके दृष्टिकोण में डॉ गौर ऐसे व्यक्ति थे जिन्हे अपने सपनों की खूबसूरती पर पूरा यकीन था। डॉ गौर के प्रेरणादायक व्यक्तित्व के बारे में उल्लेख करते हुए कहा कि डॉ गौर सभी के जीवन का अभिन्न अंग होना चाहिए। उनका व्यक्तित्व सिर्फ एक दिन को याद करने के लिए नहीं है. उन्होंने विवि प्रशासन से अनुरोध किया कीया कि डॉ गौर के ऊपर एक लाइट एंड साउंड शो बनना चाहिए जिसे सप्ताहांत में सुनाया जाए ताकि उनके योगदान को लम्बे समय तक लोग याद रख पायें.
सिने जगत से सम्बंधित बातों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि ‘चाइनागेट’  में  नेगेटिव रोल करने के बाद उनके पास १-२ साल तक काम नहीं था पर यह सभी कलाकारो के संघर्ष का हिस्सा होता है। उन्होंने बुंदेली सिनेमा पर अपने विचार रखते हुए कहा कि बुंदेलखंड में सिनेमाघरों की कमी है जिससे इसका प्रदर्शन कम  होता है इस कारण बुंदेली सिनेमा आगे नहीं बढ़ पा रहा है। अधिकांश चर्चित हिट फिल्मों में बोली का ही प्रयोग किया जाता है क्योंकि बोली से भाव अभिव्यक्त होते हैं जबकि भाषा सिर्फ विद्वता दर्शाती है। उन्होंने कहा कि मुंबई जैसी नगरी मैंने अपने बुंदेली मानुष को जगाये रखा, क्यूंकि वह जब भी पहली बार स्क्रिप्ट पढ़ते हैं उस को बुंदेली लहज़े में पढ़ते हैं। विद्यार्थियों ने उनसे कई सवाल किये छोटे शहर के लोग जिनके पास संसाधन की कमी है वह कैसे आगे बढ़ें, पुराने एवं नये सिनेमा में क्या अंतर है जिससे उनके हिट या फ्लॉप होना निर्धारित होता है, कॉमेडी रोल को बखूबी निभाने के राज़, अपने पंसीदा किरदार, कॉलेज के दौरान किसी कि रैगिंग की है क्या, कोई किरदार आप के व्यक्तित्व पर हावी हुआ है, रोमांटिक किरदार की चाह रखना आदि शामिल थे। 

इस विवि की कौनसी छवि उनको याद आती है, जहां से वह पढ़े है के जवाब में उन्होंने कहा कि इस विवि की छवि उनके लिए एक परिवार की तरह है न की एक विवि की तरह। इस विवि के लोग संर्वागीण विकास की ओर केंद्रित रहते थे। उन्होंने बताया की जब वे गणित विषय में फेल हुए तब उन्हें समझ आया कि उन्हें कला संकाय से जुड़ना चाहिए।  सिनेमा के नए स्वरूप और इसकी बढती बाजारवादी प्रवृत्ति पर भी उन्होंने विचार व्यक्त किये. 
विश्वविद्यालय के छात्र कलाकारों के साथ मुकेश तिवारी ने बधाई नृत्य भी किया. फिल्म चाइनागेट का चर्चित डायलाग भी सुनाया. मुकेश तिवारी की आवाज़ में हरिसिंह गौर की गाथा का संक्षिप्त आडियो प्रसारण भी किया गया. अंत में रैपिड फायर सत्र भी हुआ जिसमें उनके पसंदीदा चीजों और नापसंद चीजों के बारे में प्रश्न पूछा गया. शहर के पत्रकारों, पूर्व छात्रों और अनेक गणमान्य नागरिकों ने भी उनसे कई सवाल किये. 

संचालन डॉ. संजीव सर्राफ ने किया. आभार प्रदर्शन डॉ राकेश सोनी ने किया. कार्यक्रम में सागर जिला कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक तरुण नायक भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. सागर नगर के अनेक गणमान्य नागरिक, पत्रकार, समाजसेवी, जिला प्रशासन के कई अधिकारी, पूर्व और वर्तमान छात्र, शिक्षक, कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.

26 नवम्बर 2022 के कार्यक्रम 
प्रातः 8.30 बजे गौर मूर्ति तीनबत्ती पर माननीया कुलपति जी द्वारा गौर मूर्ति पर माल्यार्पण एवं उद्बोधन
गौर शोभा यात्रा प्रातः9.00 बजे से गौर मूर्ति तीनबत्ती से विश्वविद्यालय प्रांगण तक (गौर अध्ययन केंद्र, गौर जन्मस्थली) 
गौर समाधि प्रांगण में प्रातः 11.00 बजे से गौर जयंती मुख्य समारोह एवं राष्ट्रीय संविधान दिवस की शपथ, 
वि.वि. नैनोटेक्नोलॉजी भवन का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण 
सायं 7:30 बजे से गौर समाधि प्रांगण में विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक संध्या
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विश्वविद्यालय के लिए एलुमनाई अनमोल खजाने की तरह हैं जिससे विश्वविद्यालय जिंदा रहता है- प्रो. नीलिमा गुप्ता

विश्वविद्यालय के लिए एलुमनाई अनमोल खजाने की तरह हैं जिससे विश्वविद्यालय जिंदा रहता है- प्रो. नीलिमा गुप्ता

सागर, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में गौर उत्सव के अंतर्गत गौर व्याख्यानमाला का आयोजन विश्वविद्यालय एलुमनाई एसोसिएशन के तत्त्वावधान में किया गया जिसका विषय था भारतीय ज्ञान परंपरा एवं चरित्र निर्माण था । मुख्य वक्ता विवि के पूर्व कुलपति प्रो एस पी व्यास थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने की. मंच पर प्रो. आर के त्रिवेदी, प्रो. के एस पित्रे एलुमनाई एशोशिएसन के अध्यक्ष मौजूद रहे.
कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने कहा कि आज विश्वविद्यालय की ख्याति पूरे शहर, प्रदेश और हर जगह व्याप्त है. उन्होंने कहा कि एलुमनाई विश्वविद्यालय के लिए वह चीज है जिससे विश्वविद्यालय जिंदा रहता है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राचीन गुरुकुल परंपरा में व्यक्ति का व्यक्तित्व विकास गुरु ही करते हैं । यदि हम शिक्षा को आगे ले जाना चाहते हैं तो हमें एलुमनाई को साथ में लेना होगा। एक अच्छा शिक्षक समस्या से पार ले जाता है. हमें यह सोचना है कि जिंदगी में हम क्या करना या पाना चाहते हैं तभी हम लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। हमें चाहिए कि लाख आंधियां चलें लेकिन दीपक जलता रहे, इस तरह के श्रम और दृढ़ संकल्प से ही लक्ष्य हासिल होता है।

सार्थक जीवन ही सफलता का पैमाना है - प्रो. व्यास


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो व्यास ने कहा कि जिंदगी में यह मायने नहीं रखता कि हम जिंदगी में कितने सफल हुए, बल्कि मायने यह रखता है कि जिंदगी हमने कितने सार्थक ढंग से जी है। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा में बुद्ध, कबीर, गांधी तथा तुलसीदास का उल्लेख करते हुए बताया कि हमारी भारतीय ज्ञान परंपरा में सच को पहचानने तथा ज्ञान को अर्जित करना इन मनीषियों ने आसान किया है। कबीर ने वह कहा जो उन्होंने देखा. जब मैं था तब हरि नहीं अब मैं हूं हरि नाही । यही दर्शन है । जो हमने देखा है वही सत्य है. ज्ञान के आयोजन से व्यक्ति का चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास होता है जो उसके मानव धर्म निभाने में दिखता है । उन्होंने कहा कि सर हरिसिंह गौर नाम उन सर्वोपरि महान दानवीर में से एक है जो जानते थे कि हमने शिक्षा पा लिया तो सब कुछ पाया जा सकता है। 

स्वागत भाषण एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. के एस पित्रे ने दिया.  सचिव प्रो. पुणतांबेकर ने एसोसिएशन का विवरण प्रस्तुत किया और जनवरी 2023 में आयोजित की जाने वाली मेगा मीट का भी विवरण प्रस्तुत किया. दिया. उन्होंने 75 पेंटिंग्स भेंट करने के संकल्प को पूर्ण करते हुए विश्वविद्यालय को अपनी बनाई पेंटिंग्स भेंट की. प्रो.ओपी अग्रवाल ने कार्यक्रम में एलुमनाई एसोसिएशन को पुनः जीवंत करने के लिए कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता का धन्यवाद किया और प्रो. व्यास का परिचय प्रस्तुत किया। संचलान डॉ शालिनी चोइथरानी ने किया. पूर्व छात्र अमरकांत जैन ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में प्रो.चंदा बेन, प्रो सुबोध जैन, प्रो पाटिल, कुलसचिव संतोष सोहगौरा, विवि के कई शिक्षक, छात्र और अधिकारी मौजूद रहे.  कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकगण तथा समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

गौर की आत्मकथा का हिंदी में अनुवाद करने वाले राजेश श्रीवास्तव को धन्यवाद ज्ञापित

इस दोरान सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ सर हरी सिंह गौर की आत्मकथा " Seven Lives" का हिंदी भाषा में अनुवाद करने के लिए कुलपति प्रोफ़ेसर नीलिमा गुप्ता ने अनुवादक और पत्रकार राजेश श्रीवास्तव का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर पत्रकार सुदेश तिवारी सहित विवि के  शिक्षक , अधिकारी आदि मोजूद रहे।


कुलपति ने किया गौर साहित्य प्रदर्शनी का उद्घाटन 

विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू ग्रंथालय परिसर में डॉ. हरीसिंह गौर से संबंधित साहित्य की प्रदर्शनी का उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने किया. यह प्रदर्शनी अगले दो दिन लगेगी. इस प्रदर्शनी में डॉ. हरीसिंह गौर द्वारा लिखित पुस्तकों, चित्रों एवं अन्य दुर्लभ साहित्य आगंतुकों के लिए लगाई गई है जिससे डॉ. गौर के विराट व्यक्तित्व के आयामों को जाना- समझने में मदद मिलेगी.
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पेंशनर्स का अपनी मांगों को लेकर भोपाल में प्रदर्शन ▪️सागर से बड़ी संख्या में पेंशनर्स प्रदर्शन में हुए शामिल

पेंशनर्स का अपनी मांगों को लेकर भोपाल में  प्रदर्शन 
▪️सागर से बड़ी संख्या में पेंशनर्स  प्रदर्शन में हुए शामिल 

सागर । 24 नवंबर, मध्य प्रदेश  विद्युत मंडल पेंशनर्स एसोसियेशन, सागर शाखा  मध्य प्रदेश विद्युत  पेंशनर्स  हितरक्षक संध, मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन मप्र स्टेट पुलिस सर्विस पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन, सहित प्रदेश के आठ पेंशनर्स संधों ने भोपाल के नीलम पार्क में एकजुट प्रदर्शन  कर अपनी मांगों के ज्ञापन राज्य सरकार को सौंपे । दोपहर 12 बजे से सायंकाल 4 बजे तक आयोजित इस प्रदर्शन में प्रदेश  भर से हजारों की संख्या में पेंशनर्स ने हिस्सा लिया । आयोजित विशाल आम सभा को राज्य पेंशनर्स एसोसियेशन के प्रांत अध्यक्ष श्री श्याम जोशी, भोपाल जिला अध्यक्ष श्री आमोद कुमार सक्सैना, मध्य प्रदेश राज्य विद्युत मण्डल के प्रांतीय अध्यक्ष श्री पी.एस.यादव, मध्य प्रदेश विद्युत पेंशनर्स  हितरक्षक संध के अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता ने नेतृत्व दिया । 

प्रदेश  भर से भोपाल पहुंचे पेंशनरों से ज्ञापन लेने भोपाल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदर्शन  स्थल कमला पार्क पहुंचे । जिन्हें सर्व श्री श्याम जोशी, श्री पी.एस. यादव और श्री अशोक गुप्ता ने राज्य शासन के नाम ज्ञापन सौंपा । बताया गया है कि पहले प्रदर्शन के लिए प्राप्त चिनार पार्क, लिंक रोड क्रमांक 01 की अनुमति प्राप्त हुई थी जिसे बाद में कमला नेहरु पार्क किया गया । स्थान के इस अचानक हुए परिवर्तन के कारण भोपाल पहुंचे बहुत से बुजुर्ग पेंशनर परेशान नज़र आये ।

प्रदर्शन  में सागर राज्य पेंशनर्स के सर्व श्री बृज बिहारी उपाध्याय, हरिओम पाण्डेय,बलराम शांडिल्य, शिवराज सिंह ठाकुर,रघुनंदन तिवारी, रामगोपाल यादव,श्याम कांत तिवारी,राजेश दुबे, संतोष मिश्रा,आर.पी.उदेनिया, विद्युत मध्य पेंशनर्स में से  सर्व श्री वाय. के, सिंधई, अशोक  गोपीचंद रायकवार, के.बी.सिंह, महेंद्र कुमार प्रजापति, धरम सिंह राजपूत, जे.पी.शर्मा,अरविंद बलैया, आदि सहित बड़ी संख्या  में पेंशनर्स ने  भाग लिया ।
इस के पूर्व विद्युत विभाग से सेवानिवृत्त हुए विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पुराना पावर हाउस चौराहा स्थित कार्यपालन अभियंता कार्यालय भोपाल  के परिसर और प्रदेश के अन्य स्थानों में अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर 14 नवंबर से पांच दिवसीय धरना कर मांग पत्र सौंप चुके हैं । 

विद्युत पेंशनर्स की मांगों में - पेंशन और सभी सेवांत लाभों का भुगतान शासकीय कोषालय से करने की मध्य प्रदेश सरकार गारंटी दे। केंद्र द्वारा स्वीकृत दर एवं तिथि से महंगाई राहत का भुगतान किया जावे तथा राज्य शासन के आदेश की अनिवार्यता और धारा 49 अनुसूची 6 के प्रावधानों से मुक्त किया जावे। पेंशनर्स और उनके आश्रितों को 10 लाख रुपये का कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस किया जाये। पिछली वेज रिवजिन्स का 27 माह एवं 32 माह का एरियर भुगतान किया जाए, अनुभाग अधिकारी संवर्ग की ग्रेड राज्य शासन के आदेश अनुसार तत्काल संशोधित करें। केंद्र सरकार के समान मासिक चिकित्सा सहायता राशि दी जाए। बिजली बिल में 25 प्रतिशत की छूट बहाल की जाए, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार 30 जून और 31 दिसंबर को रिटायर्ड पेंशनर्स को एक नोशनल इंक्रीमेंट देकर पेंशन निर्धारण करें। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार पेंशनर्स कीआयु का 80, 85, 90, 95 एवं 100 वर्ष प्रारंभ होते ही अतिरिक्त पेंशन का भुगतान करें। संसदीय समिति की अनुशंसा अनुसार 65 वर्ष में 5, 70 वर्ष में 10, एवं 75 वर्ष में 15 प्रतिशत अतिरिक्त पेंशन दी जाए।। लंबित कम्युटेशन राशि जीटीआईएस राशि का तत्काल भुगतान करें। केंद्र अनुसार परित्यक्ता, आश्रित विधवा को आजीवन परिवार पेंशन और विवाहित पुत्री को भी अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। अनुकंपा नियुक्ति नियम की विसंगति दूर कर अविलंब अनुकंपा नियुक्ति आदि हैं ।

पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष गणेश दत्त जोशी ने बताया कि प्रदर्शन को पूरे प्रदेश से कर्मचारियों का भी समर्थन मिला है। आज के प्रदर्शन के बाद शासन की मंशा को देख आगे की रणनीति बनाई जाएगी। मध्य प्रदेश  राज्य पेंशनर्स एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष सागर , श्री के.सी.जैन  और सचिव श्री के.एल.कटारिया ने सागर से भोपाल जाने वाले पेंषनर्स का अभिनन्दन करते हुए प्रांतीय कार्यकारिणी से प्राप्त मार्ग दर्शन  के अनुसार आगामी कार्यवाही की बात कही है ।
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मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने तीनबत्ती पहुंच कर गौरव दिवस समारोह के मंच का निरीक्षण किया▪️सागर में अब तक का सबसे बड़ा मंच बनाने का काम गति पर

मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने तीनबत्ती पहुंच कर गौरव दिवस समारोह के मंच का निरीक्षण किया

▪️सागर में अब तक का सबसे बड़ा मंच बनाने का काम गति पर


सागर। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने तीनबत्ती पहुंच कर 26 नवंबर को गौरव जयंती पर आयोजित सागर गौरव दिवस के विशाल मंच का निरीक्षण किया और अधिकारियों से तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। इस मंच पर मुख्यमंत्री लगभग ढाई घंटे से अधिक समय रहेंगे और प्लेबैक सिंगर उदित नारायण और पद्मश्री रामसहाय पांडे जी की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। 

मंत्री श्री सिंह को अधिकारियों ने बताया कि मंच का आकार लगभग 6000 वर्ग फुट है, इतना बड़ा मंच सागर के इतिहास में पहले कभी नहीं लगाया गया। मंच की पर्याप्त ऊंचाई रखी गई है जिससे दूर तक प्रत्येक गतिविधियां दर्शकों को दिखाई दे सकेंगी। तीन बत्ती से कटरा पुलिस चैकी तक कुर्सियों की बैठक व्यवस्था रहेगी जिनके आसपास निर्धारित अंतराल पर एलईडी स्क्रीनों से भी मंच दिखाई देता रहेगा। 

सागर गौरव दिवस आयोजन समिति के अध्यक्ष कलेक्टर दीपक आर्य ने मंत्री श्री सिंह को बताया कि एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था है। दोनों ओर के सभी भवनों को मल्टीकलर फोकस्ड फ्लड लाइट से आलोकित किया जाएगा। कुछ भवनों पर सीरीज से लाइटिंग भी होगी। भव्य आतिशबाजी भी होगी जो फायर सेफ्टी के साथ की जाएगी। 

निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के साथ सांसद राजबहादुर सिंह,महापौर प्रतिनिधि डा सुशील तिवारी, कलेक्टर दीपक आर्य, नगरनिगम आयुक्त चंद्रशेखर शुक्ला, निगम परिषद अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, संतोष रोहित, नेवी जैन, एसडीएम सपना त्रिपाठी, पार्षद शैलेन्द्र ठाकुर, रामू ठेकेदार, गुड्डा खटीक, विशाल खटीक, देवेन्द्र अहिरवार,विनोद आर्य और पत्रकारगण उपस्थित  थे।


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व्यक्ति का प्रसिद्ध होने से ज्यादा जरूरी है सिद्ध होना: आशुतोष राणा▪️ सिने अभिनेता एवं साहित्यकार आशुतोष राणा का विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम

व्यक्ति का प्रसिद्ध होने से ज्यादा जरूरी है सिद्ध होना: आशुतोष राणा

▪️ सिने अभिनेता एवं साहित्यकार आशुतोष राणा का विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम

सागर। 24 नवंबर । डॉ हरीसिंह गौर की 153वीं जयंती के अवसर पर गौर उत्सव और सागर गौरव दिवस के अंतर्गत विश्वविद्यालय एवं सागर जिला प्रशासन के संयुक्त तत्त्वावधान में प्रख्यात सिने अभिनेता एवं साहित्यकार आशुतोष राणा का 'विद्यार्थियों के साथ संवाद' कार्यक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. 

पत्रकार मनोज शर्मा के साथ लगाई सवालों की चोपाल


अभिनेता एवं साहित्यकार आशुतोष राणा के सहपाठी डॉ मनोज शर्मा और विश्वविद्यालय के कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने चौपाल पर प्रश्नोत्तरी के माध्यम से संवाद सत्र का संयोजन किया. डॉ गौर के जीवन से प्रभावित होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि डॉ गौर एक व्यक्ति से व्यक्तित्व बने जब उन्होंने अपनी पूंजी से इस विश्वविद्यालय की स्थापना की और आज हम सबके बीच वे एक विचार के रूप में स्थापित है. उन्होंने सागर विश्वविद्यालय को स्थापित कर यहाँ शिक्षा की नींव रखी। 


 डॉ गौर को शिक्षक के रूप में सराहा और कहा कि सच्चे अर्थों में शिक्षित व्यक्ति वही है जो सम्पूर्ण समाज को शिक्षित करता है. यही कार्य डॉ गौर ने इस विवि के माध्यम से किया.  विवि की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने भी उनसे संवाद करते हुए इस विवि से छात्र जीवन में उनकी अपेक्षाएं, सपने और विवि की बेहतरी के लिए सुझाव भी मांगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता या कार्यक्रम में प्रतिनिधित्व का सपना वे देखते थे, जिसमें वे युवा उत्सव, एन एस एस के माध्यम से भाग लेते थे. उन्होंने कुलपति से अनुरोध करते हुए सुझाव दिया की सागर विवि में एनएसडी जैसा संस्थान फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट, स्थापित हो। उन्होंने कहा कि इस विवि से निकला हुआ हर विद्यार्थी क्षमता एवं दक्षता के साथ निकले जो स्वयं में एक विवि का प्रतिनिधित्व बने। 

सहपाठी रहे मनोज शर्मा ने उनके विद्यार्थी जीवन से जुड़े कई रोचक प्रसंग छेड़े. जैसे उनके हॉस्टल के कमरे में कभी ताला क्यों नहीं लगा, उनके खाने के मित्रों के बारे में , दूसरों की शर्ट आदि पहनने के रोचक किस्से उन्होंने विस्तारपूर्वक बताये. उन्होंने कई दिलचस्प किस्से साझा किये  जैसे वह परीक्षा के लिए तैयारी कैसे करते थे. उन्होंने बताया कि सहपाठी जो पढ़ते थे वे बस उन्हें ज़ोर से पढ़ने को कहते थे और सुन कर ही उन्हें याद कर लेते थे. इस प्रश्न से उन्होंने विद्यार्थियों को श्रवण शक्ति एवं श्रुति आधारित भारतीय ज्ञान परंपरा का महत्व समझाया। विद्यार्थियों के आग्रह पर उन्होंने रश्मिरथी की पंक्तिया, शिव तांडव, प्रिय तुम, बचपन याद आता है एवं माँ पर आधारित कविता सुनाई। उन्होंने अपनी  पुस्तक से व्यंग्य "मनोविज्ञान के क्रांतिकारी सूत्र" का भी पाठ किया.  


उन्होंने विद्यार्थियों के अन्य सवाल  जैसे निरंतर प्रयास करने के बावज़ूद सफलता न मिलना, आध्यात्मिकत चिंतन को कैसे बढ़ाये आदि गहन प्रश्नों के भी सरलता से उत्तर दिया एवं कहा कि असफलता जैसी कोई चीज़ नहीं होती, हमें बस इच्छित फल प्राप्त नहीं होता है. नियति को स्वीकारते हुए हमें प्रकृति पर भरोसा करना चाहिए कि इससे कुछ और बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि असल सुख लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जो प्रक्रिया है उसी में होता है क्यूंकि लक्ष्य प्राप्ति के बाद हम फिर कोई दूसरा लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं. 

कार्यक्रम में उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए विस्तारपूर्वक जीवन और शिक्षा के क्षेत्र की जरूरी बातें साझा कीं. उन्होंने तीनबत्ती के कई किस्से साझा किये. उन्होंने अपने कई मित्रों का भी जिक्र किया. कार्यक्रम में सागर जिला कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने भी संवाद किया.संचालन सांस्कृतिक परिषद के समन्वयक डॉ राकेश सोनी ने किया. परिचय डॉ. आशुतोष ने प्रस्तुत किया.. इस अवसर पर युवा नेता गौरव सिरोठिया, सागर नगर के अनेक गणमान्य नागरिक, पत्रकार, समाजसेवी, जिला प्रशासन के कई अधिकारी, पूर्व और वर्तमान छात्र, शिक्षक, कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.

25 नवम्बर 2022 के कार्यक्रम

‘डॉक्टर गौर पर रेडियो वार्ता’ कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता के उद्बोधन का प्रसारण सुबह 10 बजे से आकाशवाणी सागर से  
डॉ हरीसिंह गौर की 153वीं जयंती के अवसर पर गौर उत्सव और सागर गौरव दिवस के अंतर्गत विश्वविद्यालय एवं सागर जिला प्रशासन के संयुक्त तत्त्वावधान में प्रख्यात सिने अभिनेता मुकेश तिवारी का छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम  अपरान्ह 3 बजे से विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित किया जाएगा.कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता करेंगी.
सुबह 11 बजे गौर कौशल विकास मेला का आयोजन विश्वविद्यालय के कम्यूनिटी कॉलेज के छात्रों द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी गौर प्रांगण में किया जायेगा। साथ ही फ्लॉवर डेकोरेशन शो नवीन प्रशासनिक भवन परिसर में होगा. गौर जयन्ती की पूर्व संध्या पर सायं छह बजे गौर मूर्ति तीनबत्ती पर दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता एवं सागर शहर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में किया जाएगा


आशुतोष राणा के सागर आगमन पर युवाओ ने उत्सुकता और उमंग के साथ जगह–जगह स्वागत किया


फिल्म दुनिया के सितारे हरिसिंह गौर विश्विद्यालय के पूर्व छात्र अभिनेता आशुतोष राणा सागर में हरिसिंह गौर जयंती पर  गौर सप्ताह कार्यक्रम में युवाओं से संवाद के लिए सागर पधारे इस दौरान सागर में जैसे प्रवेश किया वही से युवाओं की टोलियों ने जगह जगह स्वागत किया इस दौरान चितौरा टोल नाके पर कांग्रेस नेता अभिषेक गौर चंदन सुहाने  द्वारा अपने साथियों के साथ स्वागत किया जिसमे गौर ने बताया कि आशुतोष राणा आज बुंदेलखंड के युवाओं आदर्श है वह अभिनेता होने के साथ साथ एक अच्छे मोटिवेशनल स्पीकर भी है ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री आशुतोष राणा के स्वागत के लिए सागर के युवा बड़े ही उत्साहित नजर आए ।

इस दौरान अखिलेश गौर,नितिन राठौर,हेमंत रैकवार,अंजुल शुक्ला,लोकेश तिवारी,लकी गुप्ता,अनुरुद्ध गौर,चंदन सुहाने,मुकेश वैश्य,कुलदीप ठाकुर,रोहित गुरु,दीपेंद्र गौर,रिंकू सुर्याश,संजय दुबे,विक्रम कुर्मी, ब्रजेन्द रजक अनुज उदेनिया उपस्थित रहे।         


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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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प्रवाह संस्था का कवि सम्मेलन 27 नवंबर की जगह 4 दिसंबर को

प्रवाह संस्था का कवि सम्मेलन 27 नवंबर की जगह 4 दिसंबर को 

सागर। डॉ हरिसिंह गौर जी की जयंती के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक साहित्यिक, सामाजिक गतिविधि संस्था  प्रवाह का प्रतिवर्ष अनुसार विराट कवि सम्मेलन व मुशायरा 4 दिसम्बर 22 रविवार को।
संस्था के अध्यक्ष संतोष रोहित मित्र ने बताया कि कार्यक्रम में सुविख्यात *कवि  डॉ विष्णु सक्सेना (यश भारती),  *इकबाल अशहर (दिल्ली)* *अंकिता सिंह (गुरूग्राम)*, *नरेंद्र सिंह 'अकेला' (उज्जैन)* *दीपक दनादन (भोपाल)* 
*पूनम मिश्रा (लखनऊ)* *कपिल चौबे(सागर)*  और नव हस्ताक्षर *भावना बड़ोनियां* मकरोनिया सागर  शिरकत करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मान भूपेंद्र सिंह जी, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री होंगें। कार्यक्रम के दौरान अशोक मिजाज और डॉ शरद सिंह को उनके साहित्य में योगदान व उपलब्धियों हेतु तथा गुलझारी लाल जी जैन व इंजी प्रकाश चौबे को उनकी समाजसेवा हेतु  सम्मानित किया जायेगा।
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जनवरी 2023 में सागर मे आयोजित होगा अग्रवाल युवक-युवती परिचय सम्मेलन

 जनवरी 2023 में सागर मे आयोजित होगा अग्रवाल युवक-युवती परिचय सम्मेलन

सागर :- अग्रवाल विकास सभा सागर की साधारण सभा की बैठक अग्रवाल धर्मशाला में अध्यक्ष आलोक अग्रवाल जी की अध्यक्षता में आयोजित की गई | बैठक के प्रारंभ मे कुलदेवी महालक्ष्मी एवं महाराजा अग्रसेन जी का आरती पूजन किया गया |अग्रवाल विकास सभा के सचिव मोहन अग्रवाल ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में अग्रवाल विकास सभा की प्रबंध कार्यकारिणी की पूर्व बैठक मे लिए गए निर्णयो का अनुमोदन सर्वसम्मति से किया गया साथ ही विगत 8 वर्षों की ऑडिट कार्य की जिम्मेदारी ऑडिटर संजय अग्रवाल व संस्था का पेन कार्ड बनवाने व बैंक खातो से संबधित कार्यवाही पूर्ण करने का दायित्व कोषाध्य विवेक अग्रवाल को सौंपी गई,विकास सभा की महिला मंडल एवं युवा मंडल के गठन हेतु महिला मंडल के लिए श्रीमती सीमा अग्रवाल व श्रीमती सुनीता अग्रवाल एवं युवा मंडल के गठन हेतु अभिषेक अग्रवाल को संयोजक नियुक्त किया गया, साधारण सभा की बैठक मे माह जनवरी 2023 मे सागर मे अग्र भागवत कथा के साथ तीन दिवसीय अग्रवाल युवक युवती परिचय सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया 
परिचय सम्मेलन की तिथि निर्धारित करने व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओ की तैयारी हेतु आगामी 4 दिसम्बर को पुनः बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया |

साधारण सभा की बैठक का संचालन उपाध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल व प्रबंध कार्यकारणी सदस्य रूपकिशोर अग्रवाल ने किया तथा आभार सह-सचिव मनीष अग्रवाल व कार्यकारणी सदस्य आशीष अग्रवाल ने व्यक्त किया |

बैठक मे आलोक अग्रवाल,शिव कुमार भीमसरिया,बालकृष्ण अग्रवाल,आर.के.अग्रवाल,मनोज अग्रवाल,राकेशश गर्ग,गीतेश अग्रवाल,राहुल अग्रवाल,विशाल अग्रवाल रिंकू,पर्व अग्रवाल,आशीष अग्रवाल,अभिषेक अग्रवाल गौरव अग्रवाल,आदित्य गर्ग सीमा अग्रवाल,मोना अग्रवाल,सरला अग्रवाल,ऋतु अग्रवाल,रीति अग्रवाल,सुरभि अग्रवाल,राजकुमारी अग्रवाल उपस्थित रही |
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एजुकेशन हब बनेगा सागर : मंत्री भूपेन्द्र सिंह▪️तीन दिवसीय सागर गौरव दिवस का शुभारंभ

एजुकेशन हब बनेगा सागर  : मंत्री भूपेन्द्र सिंह
▪️तीन दिवसीय सागर गौरव दिवस का शुभारंभ


सागर, 24 नवंबर 2022      
नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि आने वाले 3-4 वर्षो में डॉ. हरिसिंह गौर विष्वविद्यालय में अन्य महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों को शुरू करवाकर सागर को एजुकेषन हब बनाया जायेगा। देष के अन्य राज्यों में जो महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम चल रहे है, उन्हें विष्वविद्यालय में संचालित करवाने से सागर के विद्यार्थियों को यहीं षिक्षा मिल सकेंगी, उन्हें अध्ययन के हेतु बाहर नहीं जाना पडे़गा। श्री भूपेन्द्र सिंह आज महाकवि पद्माकर सभागार में महान षिक्षाविद् डॉ. हरिसिंह गौर के जन्मदिवस के अवसर पर मनाए जा रहे तीन दिवसीय सागर गौरव दिवस का शुभारंभ कर रहे थे।
कार्यक्रम में सांसद श्री राजबहादुर सिंह, विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, पूर्व मंत्री श्री नारायण प्रसाद कबीरपंथी, महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुषील तिवारी, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार , अनेक पार्षद तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर के जन्म दिवस को इस साल सागर गौरव दिवस के रूप में मनाकर सागरवासी उनके विष्वविद्यालय की स्थापना के महान योगदान के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करेंगे। डॉ. हरिसिंह गौर ने जो कार्य किये वह अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे सागर के लिए किये है। उनके विषिष्ट योगदान से पूरा सागर जिला गौरान्वित महसूस करता है। डॉ. गौर के महादान से शुरू हुआ यह विष्वविद्यालय देष के टॉप विष्वविद्यालयों में से एक रहा है। जहां विषयवार अलग-अलग भवन है। सभी विषयों की षिक्षा यहां मिलती है। डॉ. गौर ने स्वयं के द्वारा अर्जित संपत्ति से विष्वविद्यालय स्थापित करवाया, किसी से भी धनराषि या संपत्ति नहीं ली, यहीं उनकी महानता भी है। महान षिक्षाविद् होने के साथ ही वे विधिवेत्ता भी थे, इसी लिए संविधान सभा के सदस्य भी रहे।
श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि डॉ. गौर ने सागर की गरीबी और पिछड़ापन दूर करने के लिए सागर विष्वविद्यालय स्थापित किया था। वे देष के एकमात्र थे, जिन्होंने सिर्फ अपनी आय से विष्वविद्यालय स्थापित करवाया। उनके अहम योगदान से सागर षिक्षा का महत्वपूर्ण केन्द्र बन सका। आज सागर का जो भी स्वरूप है, वह केवल डॉ. गौर के कारण है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अपनी कर्म भूमि, जन्म भूमि के प्रति गर्व महसूस करना ही सच्ची राष्ट्रीयता है। सागर का विकास होगा तो प्रत्येक सागरवासी का विकास होगा।


श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि सागर गौरव दिवस पर 26 नवबंर की शाम 5 बजे होने वाले मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान शामिल होगें। वे भी सागर विष्वविद्यालय से एम.ए. षिक्षित है। सागर विष्वविद्यालय से षिक्षित और वर्तमान में प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्यरत महत्वपूर्ण व्यक्तियों को कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जायेगा। यू.जी.सी. के चेयरमैन श्री डी.पी. सिंह ने भी कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति दी है। कार्यक्रम में प्रसिध्द गायक श्री उदित नारायण और उनकी टीम द्वारा गीतों, संगीत आदि की प्रस्तुति की जायेगी। गौर मूर्ति से कटरा तक एलईडी द्वारा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी होगा। कार्यक्रम के अंत में अतिषबाजी की जायेगी।


सांसद श्री राजबहादुर सिंह ने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर ने बुंदेलखंड में षिक्षा का दीपक जलाकर विकास का मार्ग प्रषस्त किया है। यही कारण है कि वे प्रत्येक सागरवासी के हदय में बसे है। डॉ. गौर की देन के कारण आज सागर विकास के पथ पर अग्रसर है। यदि षिक्षा का साधन विष्वविद्यालय नहीं होता तो सागर काफी पीछे रह जाता। डॉ. गौर ने गरीब परिवार में जन्म लेकर विपरीत परिस्थितियों के बावजूद षिक्षा के स्तर को आगे बढ़ाने के लिए सागर विष्वविद्यालय की स्थापना की। विद्यार्थियों को डॉ. गौर की जीवनी से अवष्य प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि डॉ. गौर का संपूर्ण जीवन षिक्षा के लिए समर्पित रहा। डॉ. गौर की स्मृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए प्रत्येक सागरवासी को समर्पित होकर कार्य करना होगा। डॉ. गौर की आत्मकथा सेवन लाइफ के हिंदी रूपांतरण की पत्रिका का वितरण सभी स्कूल-कालेजों में किया जाएगा।

प्रारंभ में श्री भूपेन्द्र सिंह व अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती , डॉ. गौर एवं लाखा बंजारा के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया। कार्यक्रम में स्कूली विद्यार्थियों को डॉ. गौर की जीवनी तथा सागर के विकास पर आधारित फिल्में दिखाई गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य सहित गणमान्य  नागरिक और अनेक जनप्रतिनिधि तथा स्कूलों के विद्यार्थी उपस्थित थे। संचालन डॉ. अरविंद जैन ने तथा , अंत में नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रषेखर शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।
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