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चार दिन के भीतर बदले जाएं जले हुए ट्रांसफार्मर नही तो होगी अधिकारियों पर कार्यवाहीः मंत्री गोविंद राजपूत

चार दिन के भीतर बदले जाएं जले हुए ट्रांसफार्मर नही तो होगी अधिकारियों पर कार्यवाहीः मंत्री गोविंद राजपूत


सागर, दिनांक 16 नवंबर 2022। राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बिजली विभाग तथा सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की बैठक ली उन्होंने अधिकारी कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसान हमारे अन्नदाता है उनके लिए किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो श्री राजपूत ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि 4 दिन के भीतर जले हुए ट्रांसफार्मर बदले जाएं अन्यथा शिकायत आने पर अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी श्री राजपूत ने कहा कि क्षेत्र वासियों की शिकायत आ रही है कि ट्रांसफार्मर जलने के 15  20 दिन बाद भी बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी उसे बदलने नहीं आते ।जिसके कारण किसान परेशान हैं अब  ऐसा नहीं  होना  चाहिए तत्काल प्रभाव जले हुए ट्रांसफार्मर बदले जाए।
अतिरिक्त सब स्टेशन बनाया जाए
श्री राजपूत ने बिजली विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि मडिया बांध से सुर्खी के गांव में पेयजल व्यवस्था करने हेतु अतिरिक्त बिजली की जरूरत होगी जिसके लिए ग्राम बेरखेड़ी सड़क के पास अतिरिक्त सब स्टेशन बनाया जाए ताकि पेयजल व्यवस्था बिजली के कारण बाधित ना हो। श्री राजपूत ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जैसीनगर में 132 केवी का सब स्टेशन बनाने हेतु सरकार को प्रस्ताव तैयार करके भेजें।
अतिरिक्त बिजली कटौती ना हो
बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारियों से श्री राजपूत ने कहा कि जहां भी नए ट्रांसफर ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं वहां पर अतिरिक्त बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए साथ ही जो ट्रांसफार्मर जल गए हैं उनके बदले जाने की समय सीमा तय की जाए 4 दिन के भीतर ही जले हुए ट्रांसफार्मर बदले जाएं।
सुधार कार्यों में लाएं तेजी ताकि ना हो दुर्घटनाएं
क्षेत्र में कई जगह देखा गया है कि बिजली के खंभे टूटे हुए हैं साथ ही जगह-जगह से खंभों से तार लटके हुए हैं यह सारे कार्य जल्द ही पूरे कराए जाएं ताकि दुर्घटनाएं ना हो श्री राजपूत ने कहा कि सिहोरा के नवीन उप तहसील भवन के पास लगे विद्युत खंभे 1 सप्ताह के अंदर हटाए जाएंगे।
पेयजल तथा सिंचाई की हो उत्तम व्यवस्था
श्री राजपूत ने सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पड़कुल बांध सिंचाई परियोजना, ओरिया तालाब, जेरा परियोजना तथा नवीन नहरों के कार्य शीघ्र पूर्ण किए जाएं इसके साथ ही बिलहरा नगर परिषद तथा सुर्खी नगर परिषद में पेयजल हेतु पडकुल परियोजना एवं टिकारी बांध से इसकी पूर्ति की जाए  साथ ही जेरा परियोजना में सागोनी मुरैना ग्राम को शामिल किया जाए श्री राजपूत द्वारा सिंचाई विभाग तथा बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि क्षेत्रवासियों को बिजली तथा पानी की कोई भी समस्या नहीं आनी चाहिए।
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Sagar: मारपीट करने वाले 25 आरोपियो को सजा

Sagar: मारपीट करने वाले 25 आरोपियो को सजा

सागर । धारदार हथियार से मारपीट करने वाले आरोपीगण दौलत, मरुलीधर, संतोष, सीताराम, पप्पू, संदीप, अरविंद, हल्के, अन्नू उर्फ अनिल, गरीबे, दयाशंकर, परषोत्तम, वीरा, हल्लू, बड़े, महेश, विजय, परशु, विक्की उर्फ विकास,प्रकाश, सन्नू, पंचम उर्फ पंचू, मनोज,सुदामा,बालकिशन को श्री सतीश शर्मा न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी रहली जिला- सागर की अदालत ने आरोपीगण को दोषी करार देते हुये प्रत्येक आरोपीगण को 148 भा.द.वि में 01-01 वर्ष के कारावास और 500-500रू. जुर्माना 324/149 भा.द.वि में प्रत्येक आरोपीगण को 01-01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000-1000 रू का अर्थदण्ड एवं धारा- 325/149 भा.द.वि में प्रत्येक आरोपीगण को 02-02 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 600-600 रू का अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है  मामले की पैरवी सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी, श्री लोकेश कुमार दुबे ने की ।
        घटना संक्षिप्त में इस प्रकार है कि दिनांक-05.07.2007 को फरियादी सोहन ने रिपोर्ट लेख कराई कि जमीन विवाद पर से आरोपीगण से बुराई रंजिस चल रही थी उक्त दिनॉक को मेरे भाई तथा पिता एसटीडी में बैठे थे मै बाहर खड़ा था तभी गॉव के दौलत, मरुली, संतोष, हल्के,बड़े, हल्लू , अरविंद, संदीप, दयाशंकर, अन्नू, सन्नू, बालकिशन, पंचू , महेश , सुखलाल, पप्पू, झब्बू, सीताराम,वीरा, मनोज, कुंदन और भी अन्य आरोपीगण हथियार लेकर आये और बोलेे कि लक्ष्मी को बाहर निकालो , आरोपी दौलत एसटीडी के अंदर घुस गया और लक्ष्मी को पकड़कर बाहर खीचने लगा तो मेरे पिताजी ने बीच-बचाव किया तो आरोपीगण ने उनके साथ मारपीट की जिससे मेरे पिता के सिर से खून बहने लगा एवं मुझे सिर में, दाहिने हाथ की कल्हाई और भुजा में चोटें आई। थाने पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में लिया गया विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये , घटना स्थल का नक्शा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर थाना-रहली द्वारा धारा- 147,148,149,323,324,325, 506 भादवि का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेश किया। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । जहॉ विचारण उपरांत  न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ,रहली जिला-सागर की न्यायालय ने प्रत्येक आरोपीगण को 148 भा.द.वि में 01-01 वर्ष के कारावास और 500-500रू. जुर्माना 324/149 भा.द.वि में प्रत्येक आरोपीगण को 01-01 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000-1000 रू का अर्थदण्ड एवं धारा- 325/149 भा.द.वि में प्रत्येक आरोपीगण को 02-02 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 600-600 रू का अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है  । तीना आरोपीगण विचारण के दौरान फौत हो चुके है।            
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Sagar: गला काटकर हत्या करने वाले आरोपी को आजीवन कारावास

Sagar: गला काटकर हत्या करने वाले आरोपी को आजीवन कारावास

सागर । गला काटकर हत्या करने वाले आरोपी मोनू उर्फ मोनेस रैकवार को अपर सत्र न्यायाधीश बंडा जिला- सागर श्री आर.पी.मिश्र की अदालत ने दोषी करार देते हुये धारा- 449 भादवि में 05 वर्ष का सश्रम करावास 2000 रू. जुर्माना एवं धारा- 302 भादवि में आजीवन कारावास एवं 5000/- रू. जुर्माने की सजा से दंडित किया है मामले की पैरवी सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी, श्री ताहिर खान ने की ।
        घटना संक्षिप्त में इस प्रकार है कि मृतिका की मॉ ने रिपोर्ट लेख कराई कि दिनांक 21.02.2019 को सुबह 08ः00 बजे के लगभग चंदाबाई बर्तन मांझने के लिये अपने घर से चली गयी थी और उसकी पुत्री शारदा रैकवार घर पर अकेली थी। जब चंदाबाई 10ः30-11ः00 बजे के लगभग घर लौटकर आई तो अभियुक्त मोनू रैकवार उसके घर से बाहर निकल कर भागते हुये दिखा। उसने घर के अंदर जाकर देखा तो उसकी बेटी शारदा मरी हुई डली थी और उसके गले से खून बह रहा था। वह चिल्लाई तो आसपास के लोग आ गये थे। अभियुक्त मोनू, बंडा आता-जाता रहता था। दो दिन पहले भी अभियुक्त मोनू रैकवार, मेरे घर आया था और बोला था कि उसकी शादी शारदा से करा दो। मैनेे मना किया तो अभियुक्त मोनू ने कहा था कि उसकी शादी नहीं कराई तो वह शारदा को जान से मार देगा। अभियुक्त मोनू रैकवार ने ही शारदा की गला काटकर हत्या कर दी है। थाने पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में लिया गया विवेचना के दौरान साक्षियों के कथन लेख किये गये , घटना स्थल का नक्शा मौका तैयार किया गया अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर थाना-बंडा द्वारा धारा- 449,302 भादवि का अपराध आरोपी के विरूद्ध दर्ज करते हुये विवेचना उपरांत चालान न्यायालय में पेश किया। प्रकरण की विवेचना टी.आई. सतीश सिंह द्वारा की गई है। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । जहॉ विचारण उपरांत  अपर सत्र न्यायाधीश बंडा जिला-सागर श्री आर.पी.मिश्र की न्यायालय ने आरोपी को दोषी करार देते हुय भादवि की धारा- 449 भादवि में 05 वर्ष का सश्रम करावास 2000 रू. जुर्माना एवं धारा- 302 भादवि में आजीवन कारावास एवं 5000/-रू. जुर्माने की सजा से दंडित किया है                                                                                             


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‘गौर उत्सव’ 2022 : सामूहिक संकल्प और सहयोग से उनके सपनों को साकार करेंगे: कुलपति▪️विवि ने जारी किए सात दिन के कार्यक्रम

 ‘गौर उत्सव’ 2022 : सामूहिक संकल्प और सहयोग से उनके सपनों को साकार करेंगे: कुलपति

▪️विवि ने जारी किए सात दिन के कार्यक्रम


सागर. 16 नवंबर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य एवं दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 153वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 20 नवंबर से 26 नवंबर तक ‘गौर उत्सव’ 2022 का आयोजन किया जा रहा है. इस संबंध में विश्वविद्यालय के अतिथि गृह के सम्मेलन कक्ष में आयोजित पत्रकार-वार्ता कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय सात दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. सागर शहर और विश्वविद्यालय परिवार अपने पितृ पुरुष की जन्म जयन्ती को मिल जुलकर उत्साहपूर्वक एक उत्सव के रूप में मनायेगा. उन्होंने कहा कि डॉ. गौर के संकल्प और सपनों को साकार करना हमारा दायित्व है. गौर उत्सव को यादगार बनाने के उद्देश्य से पूरे सप्ताह कई अकादमिक-सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जायेंगी. इस बार मध्य प्रदेश शासन द्वारा गौर जयंती को ‘सागर गौरव उत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है जिसमें मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी का भी कार्यक्रम प्रस्तावित है.

गौर पीठ जल्दी बनेगी

 उन्होंने ‘गौर पीठ’ की स्थापना के संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय पूरी तैयारी कर रहा है कि जल्द ही ‘गौर पीठ’ की स्थापना हो और इसमें डॉ. गौर के बहुआयामी व्यक्तित्व और कृतित्व के पर शोध एवं अनुसंधान हो. इसकी तैयारी चल रही है.गौर पीठ के लिए प्रो दिवाकर सिंह राजपूत को अतिरिक्त समन्वयक बनाया गया है। 

 डॉ गौर को भारत रत्न दिलाने संबंधी प्रयासों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोग इसके लिए पूर्ण प्रयासरत हैं. सांस्थानिक, राजनीतिक और सामाजिक प्रयासों की एकजुटता से हम डॉ. गौर को देश का सर्वोच्च सम्मान दिलाने में हम जरूर सफल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि आजकल सोशल मीडिया का प्रचलन बढ़ गया है. हम सबका पूरा प्रयास है कि डॉ. गौर को चाहने वाले, जो देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों में फैले हैं उन्हें भी वर्चुअल माध्यम से जुड़ने का मौका मिल सके. उन्होंने कहा कि यह केवल विश्वविद्यालय का ही आयोजन नहीं बल्कि पूरे सागर शहर का आयोजन है. उन्होंने कहा कि गौर उत्सव के विविध आयोजनों में शहर और विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक नागरिक का स्वागत और अभिनन्दन है और पत्रकार बंधुओं से अपेक्षा है कि मीडिया के माध्यम से डॉ. गौर जयन्ती के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, उनके विचारों, कार्यों और सपनों को जन-जन तक पहुचाएं. यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. 

सात दिन के कार्यक्रम जारी

गौर उत्सव आयोजन के मुख्य समन्वयक प्रो. सुबोध जैन ने सात दिवसीय आयोजन की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की. कार्यक्रम का संचालन मीडिया अधिकारी डॉ. विवेक जायसवाल ने किया तथा आभार कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने ज्ञापित किया. इस अवसर पर सह समन्वयक प्रो. एस. के जैन, डॉ. पंकज तिवारी, डॉ. राकेश सोनी, डॉ. हिमांशु कुमार, माधव चंद्र तथा सागर शहर के सम्माननीय पत्रकार गण मौजूद रहे.  

गौर जयंती पर रेडियो पर होंगे विशेष प्रसारण

गौर जयंती के अवसर पर आकाशवाणी सागर से विशेष प्रसारण- 25 नवंबर प्रातः 10.10 बजे से कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता की वार्ता तत्पश्चात गौर गीत का प्रसारण होगा. इसी क्रम में 26 नवम्बर प्रातः 10.30 बजे से राष्ट्रीय रूपक " ज्ञान दानी सागर रत्न डा.गौर" लेखक डा.ललित मोहन, प्रस्तुति-डा.संजय सिंह.

20 नवम्बर  को आयोजित कार्यक्रम 
प्रातः 10.00 बजे - T-20 मैत्री क्रिकेट मैच ग्रुप - ए विश्वविद्यालय शिक्षक एकादश बनाम अधिकारी / कर्मचारी एकादश तथा 11:00 बजे से महिला खेल-कूद प्रतियोगिता-विश्वविद्यालय अधिकारी/महिला महिला शिक्षक/ महिला कर्मचारी एवं महिला क्लब के सदस्यों हेतु
स्थान - अब्दुल गनी खान स्टेडियम 

21 नवम्बर  को आयोजित कार्यक्रम 

प्रातः 11.00 बजे से T-20 मैत्री क्रिकेट मैच ग्रुप- बी एडवोकेट एकादश बनाम सागर पत्रकार एकादश 
स्थान अब्दुल गनी खान स्टेडियम 
दोप. 12.00 बजे से विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत युवा उत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम 
स्थान स्वर्ण जयंती सभागार 

22 नवम्बर  को आयोजित कार्यक्रम

प्रातः 10.00 बजे से विद्यालयीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 04 के विद्यार्थियों द्वारा 
प्रातः 10.00 बजे से T-20 मैत्री क्रिकेट मैच फाइनल मैच ग्रुप ए विजेता बनाम ग्रुप बी विजेता 
स्थान अब्दुल गनी खान स्टेडियम 
23 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम 
सायं 3.00 बजे से काव्य पाठ विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु 
स्थान- स्वर्ण जयंती सभागार

24 नवम्बर  को आयोजित कार्यक्रम 

प्रातः 11.00 बजे से में गौर व्याख्यान माला एवं विश्वविद्यालय एल्युमनी एसोसियेशन का आयोजन 
स्थान- स्वर्ण जयंती सभागार 
गौर साहित्य प्रदर्शनी 
दिनांक 24.11.2022 से 26.11.2022 तक दोप. 12.00 बजे से शाम 05 बजे तक 
स्थान-जवाहरलाल नेहरू पुस्तकालय  
प्रात: 10.00 बजे से विभिन्न भवनों का शिलान्यास / भूमिपूजन (फार्मेसी, लाईब्रेरी, एम.बी.ए. अंग्रेजी के भवनों का विस्तार एवं लैबोरेट्री काम्पलेक्स विथ लेक्चर हॉल, इंटिग्रेटेड बिल्डिंग ऑफ एनवायरानमेंटल साइंस, पत्रकारिता एंड इंडिजिनस नॉलेज) 

25 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम 

प्रातः 10.10 बजे से कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता की वार्ता एवं गौर गीत का प्रसारण
गौर समाधि प्रांगण में गौर मेला,  प्रातः 11 बजे से दिनांक 26 नवम्बर 2022 के सायंकाल 6.00 बजे तक 
फ्लावर एवं डेकोरेशन शो नवीन प्रशासनिक भवन के सामने 
गौर मूर्ति तीनबत्ती पर सायं 6.00 बजे गौर मूर्ति पर दीप प्रज्जवलन  

26.11.2022 दिन शनिवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम

प्रातः 8.30 बजे गौर मूर्ति तीनबत्ती पर माननीया कुलपति जी द्वारा गौर मूर्ति पर माल्यार्पण एवं उद्बोधन

गौर शोभा यात्रा प्रातः9.00 बजे से गौर मूर्ति तीनबत्ती से विश्वविद्यालय प्रांगण तक (गौर अध्ययन केंद्र, गौर जन्मस्थल) 

गौर समाधि प्रांगण में प्रातः 11.00 बजे से गौर जयंती मुख्य समारोह एवं राष्ट्रीय संविधान दिवस की शपथ, 

नैनो टेक भवन का लोकार्पण
वि.वि. नैनोटेक्नोलॉजी भवन का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण 
सायं 6:30 बजे से 7:30 बजे तक गौर समाधि प्रांगण में विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक संध्या
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ABVP : सागर नगर की नवीन कार्यकारिणी घोषित

ABVP :   सागर नगर की नवीन  कार्यकारिणी घोषित

सागर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सागर की नवीन कार्यकारिणी की घोषणा हुई।कार्यक्रम का शुभारंभ युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी एवं विद्या की देवी मां सरस्वती जी के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन कर विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।


कार्यकारिणी घोषणा से पहले नगर अध्यक्ष ,नगर मंत्री की निर्वाचन प्रक्रिया निर्वाचन अधिकारी विभाग संयोजक श्रीराम रिछारिया  के द्वारा किया गया। कार्यकारिणी की घोषणा के समय  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महाकौशल प्रांत के प्रांत मंत्री एवं सागर जिला संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी के द्वारा विद्यार्थियों को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बारे में विस्तृत जानकारी  तथा एबीवीपी के गतिविधि ,आयाम, एवं कार्यों की जानकारी दी गई।
बताया गया कि विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से निरंतर अविराम छात्र हित एवं समाज हित के लिए राष्ट्रीय पुनर्निर्माण की धारणा के साथ कार्य करते आ रहा है।
एवं अभाविप  प्रत्येक वर्ष नवीन कार्यकारिणी की घोषणा करता है इसी तारतम्य में आज  नगर इकाई सागर  की नवीन कार्यकारिणी घोषित की गई जिसमें पुनरनिर्वाचित नगर अध्यक्ष डॉ कमलेश कुमार दुबे, नवनिर्वाचित नगर मंत्री  शुभ शर्मा, नगर उपाध्यक्ष डॉ सुरेंद्र वर्मा, डॉ राघवेंद्र त्रिपाठी, डॉक्टर शैलेंद्र सिंह राजपूत, नगर सह मंत्री खुशबू विश्वकर्मा, भावना मिश्रा, मोइन खान , अर्पित जैन उत्कर्ष मिश्रा, नगर कार्यालय मंत्री आलोक मिश्रा,नगर एस एफ डी प्रमुख युवराज शुक्ला, नगर तकनीकी कार्य प्रमुख मयंक सोनी, नगर स्टडी सर्कल प्रमुख श्रेयांश जैन, नगर एन एस एस प्रमुख सूर्यकांत गौतम, नगर कार्यकारिणी सदस्य महक चौबे, उन्नति कोष्टी,दीक्षा अहिरवार देवकी प्रजापति, हर्ष जैन, आदर्श तिवारी, राहुल लोधी, नरेंद्र बंसल विनायक पुरोहित ,आशु चढ़ार आर्यन सोनीको बनाया गया। नगर कार्यकारिणी गठन कार्यक्रम में महाकौशल प्रांत मंत्री एवं सागर जिला संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी, प्रांत सह मंत्री एवं तकनीकी  छात्र कार्य प्रमुख सावन सिंह, विभाग संयोजक श्री राम रिछारिया,  एवं महाविद्यालय कार्यकारिणी उपस्थित रहे।

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राष्ट्रीय पुष्प कमल का विरोध अनुचित ▪️ सत्येंद्र जैन

राष्ट्रीय पुष्प कमल का विरोध अनुचित 

▪️ सत्येंद्र जैन 


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता,पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राष्ट्रीय पुष्प कमल को भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह से तुलना की है।दोनों पुष्पों में भिन्नता है ।एक हमारा राष्ट्रीय पुष्प कमल है जिसको वर्ष 1950 में कांग्रेस की सरकार ने ही राष्ट्रीय पुष्प के रूप में मान्यता दी।जिसमें सात पंखुड़ी हैं।दूसरा चुनाव आयोग द्वारा प्रदत्त आठ पंखुड़ी वाला भाजपा का चिह्न कमल का फूल ।दोनों की बनावट में भिन्नता है ।
राष्ट्रीय पुष्प कमल को G20 के लोगो,थीम एवं वेबसाइट में लिया गया है जिससे हमारे भारतवर्ष का विश्व के समस्त देशों में गौरव बढ़ रहा है ।भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों को दुनिया को जानने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
सर्वविदित है कि भारतीय स्वतंत्रता के अमृत काल में ,आने वाले 1 वर्ष के लिए भारत को दुनिया के देशों के महत्वपूर्ण समूह जी-20 की अध्यक्षता का अवसर मिल रहा है । दुनिया के सबसे धनवान देशों के समूह जी-20 की विधिवत अध्यक्षता का 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक के कार्यकाल के लिए भारत को अवसर प्राप्त हो रहा है ।यह महत्वपूर्ण समूह दुनिया की पचासी प्रतिशत जीडीपी,पचहत्तर प्रतिशत व्यवसाय एवं दो तिहाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है ।इंडोनेशिया में जी-20 देशों का सम्मेलन प्रगति पर है ।
कमल जो हमारा राष्ट्रीय पुष्प है को दुनिया देख रही है एवं भारत वासियों को गौरव का बोध हो रहा है ।दूसरा चिन्ह भारतीय जनता पार्टी का कमल है जिसको की भारतीय निर्वाचन आयोग ने अनुमोदित किया है ।यह राष्ट्रीय पुष्प कमल से भिन्न है ।कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता एवं अन्य विपक्षी दलों के नेता भी भारतीय जनता पार्टी के चिह्न से तुलना करते हैं ।अनजाने में ही देश के प्रतीकों का अपमान कर देते हैं।

राष्ट्रीय पुष्प कमल पर पहले भी कॉन्ग्रेस के सांसदों ने एवं अन्य विपक्षी दलों ने भी संसद में विरोध किया ।तीन वर्ष पहले भारतीय पासपोर्ट के ऊपर भी राष्ट्रीय प्रतीकों को प्रयोग किया जा रहा था तब भी कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी राष्ट्रीय पुष्प का अपमान किया था ।भारतीय जनता पार्टी के कमल से तुलना की थी ।उस समय भी भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर अभिमत दिया था कि वह पासपोर्ट के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्हों को नियमित अंतराल पर प्रयोग कर रहे हैं, राष्ट्रीय प्रतीक चिह्नों को एक निश्चित समय अंतराल के बाद बदल बदल कर पासपोर्ट पर प्रयोग कर रहे  हैं। उस समय भी कांग्रेस सांसद और अधीर रंजन चौधरी का दांव उल्टा पड़ गया था ।अभी भी कांग्रेस नेताओं का राष्ट्रीय पुष्प कमल का विरोध उल्टा प्रतीत हो रहा है। कमल का पुष्प हमारी संस्कृति में भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है।हमारी सभ्यता एवं संस्कृति के प्रतीक चिह्नों में शुभ का प्रतीक है ।हिंदू धर्म में धन की देवी लक्ष्मी एवं ज्ञान की देवी सरस्वती का आसन भी लाल एवं श्वेत कमल है।सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा का आसन भी कमल है।जैन ,बौद्ध एवं सिख धर्म में भी कमल पुष्प का मांगलिक महत्व है।
राष्ट्रीय पुष्प कमल का विरोध भारत की सभ्यता संस्कृति का विरोध है ।भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का विरोध पतन का द्योतक है ।कांग्रेस नेता यह भी नहीं समझते कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम भी कमल का पर्यायवाची है।पंडित जवाहरलाल नेहरु की पत्नी श्रीमती कमला नेहरू के नाम में भी कमल आता है ।कमल का विरोध करना राजीव गांधी और कमला नेहरू के विरोध के समान है ।यह कार्य कांग्रेस के नेता स्वयं ही कर रहे हैं ।अन्य दल भी इसमें सम्मिलित हैं। व्यापकता से देखा जाए तो सभी राजनीतिक दलों को हमारे राष्ट्रीय चिन्हों का सम्मान करना चाहिए और वैश्विक, राष्ट्रीय कार्यक्रमों में प्रादेशिक कार्यक्रमों में उनका समुचित प्रयोग करते हुए व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार भी करना चाहिए ।जिससे दुनिया के अंदर हमारे संवैधानिक मूल्यों का अधिकतम प्रचार प्रसार हो सके ।भारत एक बार पुनः विश्व गुरु के रूप में स्थापित हो ।जी-20 देशों की अध्यक्षता करना भारतीय स्वतंत्रता के अमृत साल में भारत का विश्व गुरु के रूप में स्थापित होने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।


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▪️ लेखक सत्येंद्र जैन  स्वतंत्र पत्रकार है


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शहर सेवादल ने क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती मनाई


शहर सेवादल ने क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती मनाई


सागर।  शहर कांग्रेस सेवादल द्वारा शहर कांग्रेस मुख्यालय पर बिरसा मुंडा जयंती मनाई गई।सेवादल परिवार के सदस्यों द्वारा बिरसा मुंडा के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण किया।
शहर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने बताया कि आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा ने आदिवासी समुदाय को बेगारी से बचाने, उनके आर्थिक शोषण पर रोक लगाने,परिश्रम के अनुसार पारिश्रमिक की व्यवस्था करने, जल जंगल व जमीन पर आदिवासियों का समान अधिकार स्थापित करने भूमि को लगान मुक्त घोषित करने, बच्चों को शिक्षा का अधिकार देने, महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए कानून बनाने जैसे विषयों को लेकर अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्घ आंदोलन कर निरंतर संघर्ष किया।
कार्यक्रम में प्रदीप गुप्ता,स्थायी मंत्री दीनदयाल तिवारी,नितिन पचौरी,सेवादल यंग ब्रिगेड अध्यक्ष सागर साहू,मिथुन घारू,अंकुर यादव,अन्नू घोषी,लल्ला यादव,विकास तिवारी आदि उपस्थित थे। 

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गौर विवि: अंतर अध्ययनशाला देशज खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का कुलपति ने किया शुभारंभ ▪️कुलपति ने पिट्टू खेलकर किया शुभारम्भ

गौर विवि: अंतर अध्ययनशाला देशज खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का कुलपति ने किया शुभारंभ 

▪️कुलपति  ने पिट्टू खेलकर किया शुभारम्भ

सागर 15 नवम्बर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर सांस्कृतिक परिषद के तत्त्वावधान में अंतर अध्ययनशाला देशज खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का शुभारंभ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इसी के साथ विश्वविद्यालय के वर्तमान फाइन आर्ट्स एन्ड परफॉर्मिंग आर्ट्स विभाग के परिसर में 'हैप्पीनेस सेंटर' का भी शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि हम पारंपरिक खेलों के माध्यम से हम भारतीय परंपरा और संस्कृति को पुनर्जीवित करने की दिशा में बढ़ रहे हैं. हैप्पीनेस सेंटर का उदघाटन करते हुए उन्होंने कहा कि आज की तनाव भरी जिन्दगी में खुश रहना बहुत जरूरी है. हमारी दिनचर्या में खुशी महसूस करनेके लिए कई प्रकार की गतिविधियों में शामिल होकर अपने मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ रखें. खुशी के साथ एक महत्त्वपूर्ण बात यह है कि इसे जितना बाँटिये उससे और अधिक खुशी मिलती है.

 एक खुशदिल इंसान अपने आस-पास के लोगों को भी खुश रख सकता है. हमारे विद्यार्थी पढ़ाई-लिखाई और तमाम तरह के तनाव से मुक्त रखकर और अधिक ऊर्जा और परिश्रम से अपना काम कर सकें इसी उद्देश्य से यह सेंटर शुरू किया जा रहा है. परिसर में ऐसे वातावरण को निर्मित करने में मदद मिलेगी जहां विद्यार्थी सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाली विभिन्न गतिविधियों में शामिल होकर अपने तनाव को दूर कर पायेंगे. एक मजबूत इरादे के साथ की गई शुरुआत का परिणाम सदैव अच्छा होता है. मुझे विश्वास है कि विद्यार्थी अपने भविष्य को बेहतर बनाने में खुशी के इस परिसर का उपयोग करेंगे जहां विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी होंगी. उन्होंने कहा कि गौर उत्सव की श्रृंखला में यह आयोजन विश्वविद्यालय की गतिविधियों को और वृहद् स्तर पर समृद्ध कर रहा है. 

पिट्टू खेलकर कुलपति ने किया पारंपरिक खेलों का शुभारम्भ 

कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने पिट्टू खेलकर पारंपरिक खेलों का शुभारम्भ किया. उन्होंने कहा कि ऐसे कई पारंपरिक खेलों को मैंने भी अपने बचपन में खेला है. ऐसे खेल काफी आनंददायी होते हैं. विद्यार्थियों द्वारा निर्मित प्रतीकात्मक ‘गौर उत्सव टीवी’ से कुलपति महोदय ने संबोधित करते हुए सभी को शुभकामनाएं प्रदान कीं.  
सांस्कृतिक परिषद के समन्वयक डॉ राकेश सोनी ने बताया कि विवि के विभिन्न अध्ययनशालाओं के विद्यार्थी इसमें प्रतिभाग करेंगे जिसमें भारतीय पारंपरिक खेल जैसे पिट्टू, कुश्ती, लंगड़ी, कबड्डी, काना दुआ आदि प्रतियोगिताएं आयोजित कीं जाएंगी। इसी तरह विभिन्न विधाओं जैसे नृत्य, संगीत, नाटक, प्रहसन, भाषण, प्रश्नमंच सहित अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। 


उन्होंने बताया कि अब तक विश्वविद्यालय के लगभग 2200 विद्यार्थी इस आयोजन में सहभागिता के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं जो विभिन्न गतिविधियों में भाग लेंगे. इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो चंदा बेन, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.ए डी शर्मा, कुलसचिव संतोष सोहगौरा, डॉ ललित मोहन, डॉ. राजेन्द्र यादव, डॉ. शालिनी, डॉ. श्री भागवत, डॉ. संजय शर्मा, डॉ अवधेश, डॉ. राहुल स्वर्णकार सहित विभिन्न संकायों के विद्यार्थी उपस्थित थे।

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