मेडटेक उद्योग में बढ़ते प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के बीच MTaI का मध्य प्रदेश दौरा
▪️अध्यक्ष एवं महानिदेशक, MTaI आयेंगे सागर, मेडिकल डिवाइस पार्क के सिलसिले में
भोपाल, 11 नवम्बर, 2022: मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MTaI), जो अग्रणी अनुसंधान आधारित मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है तथा देश भर में निर्माण, अनुसंधान एवं स्वास्थ्यसेवा कर्मियों के प्रशिक्षण में सक्रिय है, ने सरकार द्वारा कारोबार के अनुकूल वातावरण के निर्माण के लिए उनकी सराहना की, जो मेडटेक सेक्टर में विदेशी निवेश को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
मेडटेक स्पेस में सरकार के ‘आत्मनिर्भर’ भारत दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए भारत में कई मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किए जा रहे हैं। आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल के अलावा ये मेडिकल डिवाइस पार्क मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में भी निर्मित किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर श्री पवन चौधरी, अध्यक्ष एवं महानिदेशक, MTaI ने कहा, ‘‘MTaI बड़े पैमाने पर मेडिकल डिवाइस एवं उपकरण उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है। निर्माण, अनुसंधान एवं विकास तथा स्वास्थ्यसेवा कर्मियों के प्रशिक्षण में निवेश द्वारा यह भारतीय मरीज़ों को अपनी सेवाएं उपलब्ध कराता है। MTaI की सदस्य कंपनियां लगभग 80 फीसदी क्रिटिकल केयर मेडिकल डिवाइसेज़ की आपूर्ति करती हैं और मेडिकल डिवाइस मार्केट शेयर में लगभग 70 फीसदी हिस्सेदारी बनाती हैं। MTaI के सदस्य एफडीआई के ज़रिए इस सेक्टर में 80 फीसदी निवेश भी आकर्षित करते हैं।’
‘मेड टेक सेक्टर में एफडीआई में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, जो 2022 के पहले अर्द्धवर्ष में 354 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 49 मिलियन डॉलर था, इस तरह 622.45 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगले 6 महीनों में हमें अनुमान है कि एफडीआई और अधिक बढ़ेगा। यह उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा एफडीआई के लिए ऑटोमेटिक रूट लाने के चलते मेडटेक सेक्टर में एफडीआई में पहला उछाल 2015-16 में आया था। सरकार इस सेक्टर पर ध्यान केन्द्रित कर रही है और हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कई मेडिकल डिवाइस पार्कों के संपर्क में हैं। ऐसा ही एक मेडिकल डिवाइस पार्क उज्जैन में स्थापित किया जा रहा है जो उद्योग जगत को कई तरह के फायदे उपलब्ध कराएगा। इन्वेस्ट इंडिया टीम इसके बारे में ज़रूरी जानकारी पहले से दे चुकी है और हम इसका भी मूल्यांकन कर रहे हैं।’ चौधरी ने बताया।
‘मेड-टेक स्पेस पर ध्यान केन्द्रित करते हुए मोदी सरकार तीन दिवसीय मेड टेक एक्स्पो का आयोजन करने जा रही है, जिसका आयोजन 9 से 11 दिसम्बर के बीच फार्मास्युटिकल विभाग द्वारा किया जाएगा। यह प्रदर्शनी देश में अपनी तरह की पहली और सबसे बड़ी प्रदर्शनी होगी, माननीय प्रधानमंत्री जी खुद इसे समर्थन प्रदान कर रहे हैं।’ चौधरी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा।
इस संदर्भ में चौधरी मध्यप्रदेश के कुछ वाणिज्य बुद्धिजीवियों के साथ बातचीत करने के लिए *एमपी के सागर भी जाएंगे, जहां मेडिकल डिवाइस पार्क* पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
भारत में मेड-टेक जगत की दिग्गज कंपनियों जैसे मेडट्रोनिक्स, जॉनसन एण्ड जॉनसन मेडिकल, टेरूमो, बी ब्रॉन, स्ट्राइकर, एडवर्ड्स लाईफसाइन्सेज़, कार्ल स्टोर्ज़, ज़िमर बायोमेट, बॉश एण्ड लॉम्ब, जे एण्ड जे विज़न और व्यगोन के सीईओ भी MTaI के बोर्ड में शामिल हैं। मेडटेक स्पेस में आर एण्ड डी में सक्रिय निर्माता और निवेशक जैसे बेक्टन डिकिन्सन, 3एम, बॉस्टन साइन्टिफिक, टेलीफ्लेक्स, बैक्सटर, पीटर सर्जिकल आदि भी MTaI के साथ जुड़े हुए हैं। एक साथ मिलकर ये देश भर में 11 से अधिक बड़े मैनुफैक्चरिंग प्लांट्स एवं 9 आधुनिक आर एण्ड डी सेंटरों के साथ भारत में निर्माण एवं आर एण्ड डी का प्रतिनिधित्व करते हैं
मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के बारे में
मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MTaI-ताई) एक गैर-लाभ संगठन है जो कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 7 की उपधारा 2 और कंपनी (निगमन) नियम, 2014 के नियम 8 के तहत पंजीकृत संगठन है।
मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया अनुसंधान आधारित मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनियों का संगठन है जिन्होंने भारत में निर्माण, अनुसंधान एवं विकास तथा स्वास्थ्यसेवा कर्मियों के प्रशिक्षण में निवेश किया हो। यह हमेशा से स्वास्थ्यसेवा के तीन पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करता है- गुणवत्ता, निरंतरता और मरीज़ों की सुरक्षा। यह संगठन उद्योग जगत को अपनी आवाज़ उठाने में सक्षम बनाता है और मरीज़ों के लिए किफ़ायती एवं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं की सुलभता में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया ‘मेक इन इंडिया’ एवं टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के माध्यम से भारत सरकार के साथ साझेदारी में मेडिकल सेक्टर में निवेश आकर्षित कर इस सेक्टर के विकास के लिए प्रयासरत है।