मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान अंतर्गत पुरस्कारो का वितरण संपन्न

मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान अंतर्गत पुरस्कारो का  वितरण संपन्न 



सागर ।समय और ज्ञान का ध्यान रखने वाले जीवन  के शिखर पर पहुंचते हैं एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए मध्य प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से संकल्पित है साथ ही शिक्षा का ज्ञान कभी पैसों से नहीं खरीदा जाता बल्कि अर्जन किया जाता है ।
उक्त विचार मध्यप्रदेश शासन की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने महाकवि पद्माकर सभागार में आयोजित मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किए ।

इस अवसर पर सांसद श्री राज बहादुर सिंह महापौर श्रीमती संगीता तिवारी जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत श्री गौरव सिरोठिया श्री वृंदावन अहिरवार  श्री सुशील तिवारी श्री शैलेश केशरवानी श्री लक्ष्मण सिंह कलेक्टर श्री दीपक आर्य जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक डीपीसी श्री अभय श्रीवास्तव डॉ महेंद्र प्रताप तिवारी उपायुक्त श्री राजेश ठाकुर श्री बृजेश त्रिपाठी श्री सचिन मसीह सहित अन्य जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक एवं अधिकारी छात्र-छात्राएं मौजूद थे ।
पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य करने का कार्य करते हैं और जब बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा तो देश भी आगे प्रगति करेगा ।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बच्चों की भविष्य के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से कार्य कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि कक्षा पहली से लेकर उच्च शिक्षा तक का खर्च एवं उनकी फीस देने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है बच्चों सिर्फ आप मन लगाकर पढ़ाई करें और अपना भविष्य उज्जवल बनाएं।मंत्री श्री सिंह ने कहा कि आज भारत देश पूरे विश्व में सबसे ज्यादा ज्यादा शक्तिशाली है, क्योंकि आज हमारे देश में सबसे अधिक वैज्ञानिक सबसे अधिक डॉक्टर सबसे अधिक खिलाड़ी हमारी युवा ही ही हैं ।
उन्होंने कहा कि आज भारत देश युवाओं का देश कहा जाता है क्योंकि आज हमारे देश में 60% की जनसंख्या युवाओं की है।
 उन्होंने कहा कि पूरे भारत देश में मध्य प्रदेश में मेडिकल एवं इंजीनियरिंग हिंदी में प्रारंभ की गई है जिसके माध्यम से जिस बच्चे अंग्रेजी कमजोर है वह हिंदी मातृभाषा से डॉक्टर इंजीनियर बन सकेगा मंत्री श्री सिंह ने कहा कि शिक्षा के साथ शारीरिक मानसिक विकास के लिए खेल भी खेलें।उन्होंने कहा कि छात्र जीवन कभी दोबारा नहीं आता जिस प्रकार समय वापस नहीं आता, उसी प्रकार बचपन यह छात्र जीवन नहीं आता आप अपने इस छात्र जीवन को अपने ज्ञान एवं खेल के माध्यम से आगे बढ़ाएं ।

इस अवसर पर सांसद श्री राज बहादुर सिंह ने कहा कि पढ़ाई का कोई विकल्प नहीं है पढ़ाई के साथ खेल भी खेले जिससे कि बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है ।उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चों के भविष्य के लिए अपना  खजाना खोल के रखा है जिसके माध्यम से ना केवल बच्चों की पढ़ाई बल्कि उनके सारणी विकास के लिए सरकार कार्य कर रही है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल ने स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में स्कूली कॉलेज छात्र छात्राएं महिला बाल विकास नेहरू युवा केंद्र की प्रतिभाशाली एवं प्रतियोगिताओं में प्रथम ,द्वितीय, तृतीय स्थान आने वाले प्रतियोगियों को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए ।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अरविंद जैन ने किया जबकि आभार नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला ने माना खत्म हुआ.
Share:

पश्चिम क्षेत्रीय अंतर विश्वविद्यालयी महिला खो-खो प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ

पश्चिम क्षेत्रीय अंतर विश्वविद्यालयी महिला खो-खो प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ


सागर. 07 नवम्बर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में पश्चिम क्षेत्र अंतर-विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का उदघाटन समारोह 07 नवम्बर को प्रातः 11 बजे विश्वविद्यालय के अब्दुल गनी खान स्टेडियम में हुआ. उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि ख्यातिलब्ध ओलिम्पिक खिलाड़ी एवं अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित श्री अशोक कुमार ध्यानचंद थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की

खेल में जीत-हार होती रहती है लेकिन खेल भावना का होना बहुत जरूरी है- अशोक ध्यानचंद 

मुख्य अतिथि अशोक ध्यानचंद ने सभी प्रतिभागियों, विश्वविद्यालय और कुलपति महोदया के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि खेल प्रतियोगिता हमारे शारीरिक बल को ऊर्जा देती हैं। उन्होंने कहा कि हम दिन प्रतिदिन अपने आप को ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। खेल एक तप है जिसमे जुनून, पागलपन और हद तक जाने की क्षमता होती है। 


उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मुझे मेरे घर से खेलने के लिए अनुमति ना होने के बावजूद भी मेरे अंदर ओलयम्पियन बनने की चाहत थी। मैंने हॉकी ऑब्जर्व करके, बड़े खिलाड़ियों को देख कर सीखा। बीकॉम के फाइनल ईयर का एग्जाम छोड़ कर कलकत्ता क्लब का प्रस्ताव स्वीकार किया। उसी निर्णय के परिणाम स्वरूप मैं आपके समक्ष उपस्थित हूँ। आप सभी भी उसी ऊर्जा के साथ खेलें कि भविष्य में आप भी अपने खेल से देश के लिए मेडल लेकर आयें। खेल में कोई भी जीते-हारे, कोई भी टीम किसी से कमज़ोर नहीं है। 


भारतीय परंपरा और संस्कृति से जुड़ा खेल है खो-खो- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता 


अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने सभी खिलाड़ियों और टीमों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यहां 69 विश्वविद्यालयों की छात्रायें खेलने के लियी उपस्थित हैं. यह महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहा कि ध्यानचंद जी को यहाँ आमंत्रित करने का उद्देश्य यह है कि आपको एक संदेश और प्रेरणा मिले और आप जान सकें कि खिलाड़ी कैसे होते हैं और विषम परिस्थितियों में भी क्या-क्या हासिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि खो-खो भारतीय परंपरा और संस्कृति से जुड़ा हुआ खेल है. आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा की बात की जा रही है. अध्ययन के साथ खेल का भी जुड़ाव है क्योंकि यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है. इस खेल के माध्यम से हम स्वास्थ्य के साथ साथ भारतीय परंपरा को भी मजबूती प्रदान कर रहे हैं. भारत में खो-खो खेल दूसरे स्थान पर है। यह आयोजन चुनकर हमारा विश्वविद्यालय भारतीय परंपरा को आगे बढ़ाने और मजबूत करने के कार्य में सहभागी बना है. 

उन्होंने कहा कि हमें खेल भावना को अपनाना चाहिए। खेल में एक अलग लगन, उत्साह होता है जो जीत की ललक बढ़ाता है। खिलाड़ी का व्यक्तित्व ही अलग होता है। जीत सिर्फ मैडल प्राप्त करना नहीं होता बल्कि प्रतिभागिता करना ही जीत होती है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों, टीम मैनेजर और कोच के साथ भारतीय विश्वविद्यालय संघ के प्रति आभार ज्ञापित किया। 

बैंड की धुन के साथ खिलाड़ियों ने किया मार्च-पास्ट, रंग-बिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़े गये 

उपस्थित टीम के सभी खिलाड़ियों ने अपने विश्वविद्यालय के ध्वज के साथ बैंड की धुन पर मार्च-पास्ट किया और सलामी दी. वात्सल्य स्कूल सागर के बच्चों ने बैंड के धुनों का भी प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय टीम की कैप्टन ने सभी खिलाड़ियों को शपथ दिलाई. मुख्य अतिथि और कुलपति ने रंग-बिरंगे गुब्बारों को हवा में छोड़कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया. विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक विभाग द्वारा खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिए आर्केस्ट्रा की प्रस्तुति दी गई. 
कार्यक्रम का संचालन विभाग की सहायक निदेशक डॉ सुमन पटेल ने किया. निदेशक उतसव आनंद ने चार दिवसीय आयोजन की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की. मुख्य अतिथि का परिचय कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने दिया और अशोक ध्यानचंद जी के खेल जीवन से जुडी कई ऐतिहासिक घटनाओं को भी साझा किया. आभार महेंद्र बाथम ने ज्ञापित किया.



पश्चिम क्षेत्रीय अंतर वि वि खो खो (म) प्रतियोगिता मे आज खेले गए मैच -

सौराष्ट्र वि वि राजकोट v/s विक्रम वि वि उज्जैन के बीच खेला गया जिसमे  सौराष्ट्र वि वि विजयी रही ।

सरदार पटेल वि वि बल्ल्भ विद्यानगर गुजरात v/s एस एन् डी टी मुंबई जिसमे एस एन डी टी विजयी रही।

पुण्यश्लोक होलकर सोलापुर v/s कोटा वि वि के बीच हुआ जिसमे पुण्यश्लोक विजयी रही ।
राष्ट्र संत तुकोजी महाराज नागपुर v/s गुजरात वि वि नव रंगपुरा के बींच ।
जिसमे नवरंगपुरा विजयी ।

एच एन जी वि वि पाटन v/s एस आर टी एम नांदेड़ के बीच ।
जिसमे पाटन विजयी हुआ ।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय सिखावती वि वि सीकर v/s आई आई टी ई गांधीनगर के बींच  हुआ जिसमे सीकर विजयी ।

देवी अहिल्या वि वि इंदौर v/s गोडवाना वि वि गडचिरोली के बींच खेला गया ।
जिसमे गडचोरोली विजयी हुआ ।

एम इस एस यू उदयपुर  v/s एम एस यू बरोड़ा गुजरात के बीच खेला गया जिसमे बरोड़ा विजयी हुई ।

एम डी एस वि वि अजमेर v/s इंदिरा गांधी नेशनल वि वि अमरकंतक के बींच हुआ जिसमे अजमेर विनयी हुई ।

पारुल वि वि गुजरात v/s आर डी व्ही व्ही जबलपुर के बींच खेला गया जिसमे जबलपुर् विजयी हुआ ।

गुजरात विद्यापींठ अहमदाबाद v/s छिंदवाड़ा वि वि के बींच खेला गया जिसमे छिंदवाड़ा विजयी हुआ ।

श्री गोविंद गुरु वि खो गुजरात v/s संत गाडगेबाबा अमरावती के बिच खेला गया जिसमे अमरावती विजयी हुई ।

सावित्री बाई फुले वि वि पुणे v/s भक्त कवि नरसिंह मेहता वि वि जूनागढ़ के बींच हुआ जिसमे पुणे बिजयी रही ।


एम के वी  वि वी गुजरात v/s कच्छ वि वि गुजरात के बींच खेला गया जिसमे एम के वी विजयी रही ।

जीवाजी वि वि ग्वालियर v/s यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान जयपुर के बींच खेला गया जिसमे राजस्थान ऑफ जयपुर विजयी रही ।

कड़ीसर्वा वि वि गांधीनगर v/s कवयित्री बीना बाई जळगाँव के बींच खेला गया जिसमे जळगाँव विजयी रही और अगले राऊंड मे प्रवेश किया ।
                    

Share:

शूटिंग रेंज में रायफल से फायर करके देखा मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने▪️सिटी स्टेडियम का निरीक्षण कर खेल सुविधाओं की गुणवत्ता देखी*

शूटिंग रेंज में रायफल से फायर करके देखा मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने

▪️सिटी स्टेडियम का निरीक्षण कर खेल सुविधाओं की गुणवत्ता देखी*


सागर। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने यहां निर्माणाधीन सिटीसिटी स्टेडियम इंटीग्रेटेड स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स और इसमें लगाए गए खेल उपकरणों का निरीक्षण कर यहां उपलब्ध खेल सुविधाओं और उनकी गुणवत्ता का जायजा लिया। उल्लेखनीय है कि आगामी 26 नवंबर को सागर गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान सिटी स्टेडियम का लोकार्पण कर इसे सागर की जनता को समर्पित करेंगे।

मंत्री श्री सिंह सिटी स्टेडियम की प्रत्येक स्पोर्ट्स विंग में पहुंचे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के मानक से बनाई गई शूटिंग रेंज में राइफल से फायर करके देखा। यहां 10 मीटर एयर राइफल, एयर पिस्टल शूटिंग रेंज भी तैयार की गई हैं। इस रेंज में एंटी बेलेस्टिक वॉल तैयार की गई हैं। मंत्री श्री सिंह ने बिलियर्ड टेबल पर हाथ आजमाकर स्ट्रोक भी लगाए।

निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों तथा निर्माण एजेंसी ने मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह को जानकारी दी कि इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स अंतर्गत सिटी स्टेडियम के कार्यों को लगभग पूरा कर खेल उपकरण लगाने का कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। यहां इंडोर बिल्डिंग में टॉप फ्लोर पर स्क्वैश का स्टैंडर्ड डबल कोर्ट, बिलियर्ड्स रूम में दो टेबिल सभी संबंधित खेल उपकरणों सहित लगाई गई हैं। वीडियो एनालिसिस के लिए स्मार्ट एनालिसिस रूम भी तैयार किया गया है।

मंत्री श्री सिंह ने सेकंड फ्लोर पर बनाए गए बैडमिंटन मेपल वुडेन से तैयार किए गए 3 कोर्ट देखे। ताइक्वांडो हॉल का विनायल व रबर से फ्लोर तैयार किया गया है। इसके साथ ही प्लेयर अकॉमोडेशन हॉल तैयार किया गया है। फर्स्ट फ्लोर पर लगभग 500 वर्गमीटर का जिम्नेजियम एरिया तैयार किया गया है। यहां अधिकतम 200 किलोग्राम भार क्षमता वाली 4 कॉमर्शियल ट्रेडमिल, कॉमर्शियल एलिप्टिकल ट्रेनर, रिकंबेंट बाइक, अपराइट बाइक, एयर रोइंग मशीन, स्टेप मिल, हेवी ड्यूटी मल्टी जिम मशीन, चेस्ट प्रेस, केबल क्रॉसओवर, ओलंपिक फ्लैट बेंच, मल्टी ऐव बेंच आदि स्टैंडर्ड साइज मशीनों सहित अन्य जिम उपकरण लगाए गए हैं। यहां स्टैंडर्ड साइज बॉक्सिंग रिंग तैयार किया गया है जहाँ सभी सबंधित उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।

     मंत्री श्री सिंह को निरीक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि 2 से अधिक टेबिल टेनिस और इंडोर गेम्स के लिए विनाइल फ्लोरिंग सहित हॉल तैयार किया गया है। कॉमेंट्री रूम एवं एडमिनिस्ट्रेशन रूम भी यहां तैयार किए गए हैं। 

     मंत्री श्री सिंह को बताया गया कि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर स्टैंडर्ड इंडोर क्रिकेट प्रेक्टिस पिच पर बॉलिंग मशीन नेट सहित तैयार की गई है। बॉलिंग मशीन द्वारा 60 किलोमीटर प्रतिघंटा से 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बॉलिंग की जा सकती है। इस मशीन से मल्टीपल मोड जैसे स्विंग, बाउंस, स्पिन आदि में भी बॉल डाली जा सकती हैं।

     प्रोजेक्ट प्रबंधक ने मंत्री श्री सिंह को बताया कि स्टेडियम में स्टीम बाथ, सोना बाथ सहित स्पा रूम तैयार किया गया है। पुरुष व महिलाओं के लिए अलग टॉयलेट व्यवस्था, मेल-फीमेल ड्रेसिंग रूम, कॉमर्शियल शॉप, स्पोर्ट केफेटेरिया एंड किचिन आदि सुविधाएं दी गई हैं। इसके साथ ही खेल मानकों अनुसार क्रिकेट ग्राउंड तैयार करने का कार्य गति के साथ किया जा रहा है जहां डे-नाईट क्रिकेट मैच की सुविधा के लिए फ्लड लाइट्स भी इंस्टाल की जा रही हैं। 

     मंत्री श्री सिंह ने निरीक्षण के बाद मीडियाकर्मियों को बताया कि जल्दी ही शहर के साथ-साथ आस-पास के खिलाड़ियों को भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं मुहैया होंगी। जिससे सागर के खिलाडियों की प्रतिभा में भी निखार आएगा और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये खिलाड़ी अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सागर को भी अग्रणी खेल सिटी बनाने में अपना योगदान दे सकेंगे।

     स्मार्ट सिटी द्वारा सिटी स्टेडियम, खेल परिसर सहित शहर में विकसित की जा रहीं विभिन्न खेल सुविधाओं से जुड़ी परियोजनाओं के पूर्ण होने पर आगामी वर्षों में सागर भी खेलो इण्डिया यूथ गेम्स जैसे विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के खेलों की मेजवानी करने वाले मध्यप्रदेश के शहरों में शामिल हो सकेगा।

इस मौके पर सांसद राजबहादुर सिंह, महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी ,निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, कलेक्टर  दीपक आर्य, निगमायुक्त चंद्र शेखर शुक्ला, एसडीएम सपना त्रिपाठी पार्षद शैलेश केशरवानी,  धर्मेंद्र खटीक, अनूप उर्मिल, लक्ष्मण सिंह, राजीव सोनी सहित अनेक लोग मोजूद रहे।
Share:

जल संग्रहण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता- मंत्री भूपेंद्र सिंह▪️वाटर शेड 2.0 पर कार्यशाला हुई

जल संग्रहण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता- मंत्री भूपेंद्र सिंह

▪️वाटर शेड 2.0 पर कार्यशाला हुई

सागर। जल संग्रहण वह जल संरक्षण इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है। जल है तो वृक्ष हैं, वृक्ष हैं तो पर्यावरण है, पर्यावरण है तो शुद्ध हवा और अच्छी वर्षा है, अच्छी वर्षा है तो ज्यादा खाद्य उत्पादन है। यह उद्गार  नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने जिला पंचायत सागर के वाटर शेड प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत खुरई व मालथौन विकासखंडों में संचालित वाटर विकास 2.0 परियोजना की एक दिवसीय कार्यशाला में आए जनप्रतिनिधियों एवं समिति सदस्यों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रकृति का यह पारिस्थितिकी तंत्र अपनी पूरी ऊर्जा से जीवंत रहे इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने जल संग्रहण की अनेक योजनाएं बनाई हैं जिनमें से वाटर शेड 2.0 भी एक है। उन्होंने बताया कि इस योजना के कई कंपोनेंट हैं जिनके विषय में इस कार्यशाला में बारीकी से जानकारी दी जाएगी इसलिए सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधि वह वाटर शेड समितियों के सदस्य इस कार्यशाला की उपयोगिता को समझते हुए इससे अधिक से अधिक जानकारियां सीख समझ कर जाएं। 

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सेटेलाइट के माध्यम से ऐसी भौगोलिक संरचनाओं को वाटर शेड के लिए चयनित किया जाता है जहां प्राकृतिक रूप से जल संग्रहण की अधिकतम संभावना मौजूद हो। इनको ही विकसित करके ग्रामीण  भूमि में जलसंग्रहण की क्षमता बढ़ा कर जलस्तर वह कृषि उत्पादन बढ़ाने का उद्देश्य इस परियोजना का है। इस परियोजना के सटीक क्रियान्वयन से हम किसानों की आमदनी दोगुना करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प को शीघ्र पूरा कर सकते हैं। मंत्री श्री सिंह ने इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यक्षमता की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारी ही योजनाओं के क्रियान्वयन की धुरी होते हैं। विकास योजनाओं का सफल क्रियान्वयन तब होता है जब प्रशासनिक अधिकारियों की सक्षम टीम जिले में हो। सागर जिला विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में बेहतर स्थिति में इसीलिए है क्योंकि यहां परिश्रमी प्रशासनिक अधिकारियों की टीम कार्यरत है। 

मंत्री श्री सिंह ने कार्यशाला में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों को बताया कि जिले में खुरई व मालथौन विकासखंडों को वाटर शेड विकास 2.0 के लिए चयनित किया गया है। खुरई की 15 व मालथौन की 10 पंचायतों को इस परियोजना में शामिल किया गया है। वाटर शेड 2.0 में पंचायत के जनप्रतिनिधियों की भूमिका को प्रमुखता दी गई है। उन्होंने कहा कि  अमृत सरोवर ,अमृत कूप, स्थान विशेष के लिए अनुकूल फसलों का चयन और यहां तक कि बड़े और मंहगे कृषि उपकरणों को सामुदायिक रूप से क्रय करके उपयोग किए जाने के तरीकों पर भी काम होना है ताकि जलस्तर और कृषि उत्पादन तेजी से बढ़ाएं जा सकें। 31 करोड़ रु की इस परियोजना के तहत प्रत्येक पंचायत में लगभग 1.25 करोड़ रुपए के कार्य होंगे। 

कलेक्टर दीपक आर्य ने वाटर शेड 2.0 के पूर्व की योजनाओं से फर्क को रेखांकित करते हुए बताया कि इस योजना में इंजीनियरिंग को आधार बनाने के बजाए एग्रो एकानामिक एप्रोच से काम किया जाना है। कार्यशाला के आरंभ में जिला पंचायत के सीईओ क्षितिज सिंघल ने कार्यशाला की रूपरेखा बताई। कलेक्टर दीपक आर्य ने वाटर शेड परियोजना के वर्तमान स्वरूप और उसकी उपयोगिता की जानकारी दी। जिला पंचायत उपसभापति देवेंद्र सिंह ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। कार्यशाला में वाटर शेड समितियों के पदेन अध्यक्ष सरपंचों  वह समिति सदस्यों को विभिन्न विशेषज्ञों ने योजना से संबंधित तकनीकी जानकारियों से अवगत कराते हुए प्रेरित किया।


Share:

श्री गुरु नानकदेव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में निकली शोभायात्रा,जगह जगह हुआ स्वागत

श्री गुरु नानकदेव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में  निकली शोभायात्रा,जगह जगह हुआ स्वागत



सागर। श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मंगलवार को मनाया जाएगा। इसी उपलक्ष्य में रविवार को एक विशाल नगर कीर्तन शोभायात्रा भगवानगंज गुरुद्वारा से निकली ।शोभायात्रा सुबह 11:30 बजे भगवानगंज गुरुद्वारा से शुरू हुई। जो सदर बाजार, स्टेशन, अप्सरा टॉकीज, गुजराती बाजार, कटरा मस्जिद, तीनबत्ती से विजय टॉकीज रोड, राहतगढ़ बस स्टैंड होते हुए गुरुद्वारा में समाप्त हुई इस शोभायात्रा का अनेक संगठनों और नागरिकों ने स्वागत किया। भजन कीर्तन  गाते हुए भक्त निकले। 

आकर्षण का केंद्र बने प्रदर्शन

नगर कीर्तन पर निकली शोभायात्रा में सिख युवकों ने शानदार साहसिक कारनामों का प्रदर्शन किया। देखने वाले चकित रह गए। 

शोभायात्रा में ये हुए शामिल

स.सतिंदर सिंह होरा अध्यक्ष चरनजीत सिंह नैय्यर मनजीत सिंह भाटिया दुग्गल ब्रदर्स बलजीत सिंह पन्नू शिवजीत सिंह ओंकार सिंह नैय्यर मनजीत छाबड़ा गुरजीत सिंह काका भाटिया सतनाम सिंह नैय्यर डा. तेजेन्द्र सिंह जितेन्द्र सिंह चावला ,भैसा सरपंच कंग गब्बू पसरीचा, रतनपाल अमनप्रीत सिंह, रौनक सलूजा कुलदीप भाटिया ,नरिंदरपाल खुरई संगत को लेकर आये खुरई अध्यक्ष कुलवंत सिंह जी बीना से अध्यक्ष श्री गुरु सिंघ सभा बीना की संगत आयी थी। 

गुरूनानक जयंती के पूर्व नगर कीर्तन का भव्य स्वागत 

सांसद राजबहादुर सिंह  गुरु नानक देव जयंती पर नगर में सिख समाज द्वारा निकले गए चल समारोह में सम्मिलित हुए  एवं धर्मगुरुओं को पुष्प माला अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया ।
इस पावन अवसर पर नरयावली विधायक इंजीनियर प्रदीप लारिया , प्रभुदयाल पटेल , मकरोनिया नपा अध्यक्ष मिहिलाल ठेकेदार, रिंकू सरदार,

जसविंदर सिंह, दलवीर सिंह, बलजीत सिंह एवं हरजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य नागरिक शामिल हुए ।

नगर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने आज गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर सिक्ख समाज द्वारा नगर कीर्तन मैं पहुंचकर स्वागत किया एवं पंच प्यारो से आशीर्वाद प्राप्त किया।


सेवादल कांग्रेस ने किया स्वागत


गुरू नानक जयंती के पावन पुनीत पर्व के पूर्व में आज शहर में नगर कीर्तन पूर्ण भक्ति-भाव और भव्यता से निकाला गया। शहर कांग्रेस सेवादल परिवार और युवक कांग्रेस ने जिला शहर मुख्यालय राजीव गांधी भवन के सामने नगर कीर्तन का पूर्ण आस्था से भव्य स्वागत किया गया।
इस दौरान आतिशबाजी करके,नगर कीर्तन पर पुष्पवर्षा करके और मिष्ठान्न खिलाकर सभी का स्वागत किया गया।


इस अवसर पर जितेंद्र सिंह चावला, शहर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे,युवक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल चौबे,जितेंद्र चौधरी,औंकार साहू,लीलाधर सूर्यवंशी, नितिन पचौरी,आनंद हैला,ज़ैद खान, चक्रेश रोहित, आनंद अहिरवार, अभिषेक तिवारी,आशीष चौरसिया ,लल्ला यादव,निक्की यादव,पवन घोषी,रिंपी गर्ग,अन्नू घोषी,वीरू चौधरी, फहीम अंसारी आदि उपस्थित रहे।

कबूला पुल पर जोरदार स्वागत

 नगर कीर्तन और शोभायात्रा का पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरविंद तोमर एवं समस्त कार्यकर्ताओं ने कबूला पुल स्थित कार्यालय के सामने पंज प्यारो का पुष्प हार पहनाकर एवं पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया ! जिसमें मुख्य रुप से भाजपा नेता पंकज मुखारिया, पूर्व मंडल अध्यक्ष बलवंत राठौर, हमीद मकरानी, मनोहर सोनी, रोशन यादव, चरणजीत सिंह टुटेजा, पहलाद केसरवानी, महेंद्र तोमर, रितेश तोमर , नीरज केसरवानी, ओमप्रकाश ठेकेदार, सुंदरलाल यादव, राकेश यादव (सरपंच), गौरव भतकारिया, पं राकेश तिवारी, राजा भैया राजपूत, संग्राम सिंह राजपूत, गौरव टुटेजा, आकाश राठौर, राजेश राठौर, कुलदीप टुटेजा, गोल्डी सूरी, प्रदीप राठौर, रज्जन यादव, अक्षय तोमर, कपिल खटीक, अजहर राईन, अभिलाष केशरवानी, शुभम विश्वकर्मा, किशन विश्वकर्मा एवं हर्ष तोमर उपस्थित रहे!

एकता समिति ने किया स्वागत

श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर सिख समाज द्वारा आयोजित नगर कीर्तन का एकता समिति द्वारा राधा तिराहा पर भव्य स्वागत किया गया । संस्थापक रशीद भाई, सतीश खत्री,शरद गुप्ता, चंपक भाई, नीरज सेठ, अजीत जैन, प्रोफेसर केसी जैन, राजेंद्र सोनी,प्रमोद पटेल, आदि ने पुष्पहार से पंज प्यारों और गणमान्य नागरिकों का स्वागत किया ।

 
Share:

रन फार वाइल्ड लाइफ का हुआ आयोजन,सिटी फोरेस्ट में अनुभूति कार्यक्रम

रन फार वाइल्ड लाइफ का हुआ आयोजन,सिटी फोरेस्ट में अनुभूति कार्यक्रम


सागर 6 नवंबर 2022
मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर  वन विभाग के सागर वृत द्वारा रन फार वाइल्ड लाइफ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महापौर श्रीमति संगीता तिवारी और   सुशील तिवारी मौजूद थे। रन फार वाइल्ड लाइफ के समापन के अवसर पर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। मेयर संगीता तिवारी ने रोड किनारे पड़े कचरे को उठाकर फेंका।


 इसमें एडीएम अखिलेश जैन, उतर वन मंडल के डीएफओ एस के डोडवे, डीएफओ नवीन गर्ग श्री हेमंत यादव श्रीमती प्रतिभा शुक्ला श्री सिद्धार्थ सिंह सहित 1 स्टाफ एवं व्रत सागर के अधिकारी कर्मचारी सहित अनेक नागरिक गण शामिल हुए।

सिटी फोरेस्ट में अनुभूति कार्यक्रम संपन्न



मध्य प्रदेश स्थापना दिवस सप्ताह के अन्तर्गत 6 नवबंर को वन्यप्राणी एवं वन संरक्षण के प्रति जागृति के लिए वनमंडल अधिकारी दक्षिण श्री नवीन गर्ग के निर्देशन में सिटी फोरेस्ट मे अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

 जिसमें उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र, छात्राओ ने उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम मे उप वन मंडल अधिकारी श्री सुनील गुप्ता एवं परिक्षेत्र अधिकारी श्री संजय सिंह परिहार, सहित समस्त स्टाफ ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफ़ल बनाया।
Share:

सागर के कूडो खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कूडो प्रतियोगिताओं में जीते 84 मैडल

सागर के कूडो खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कूडो प्रतियोगिताओं में जीते 84 मैडल

सागर। सरदार बल्लभ भाई पटेल की जन्मस्थली बारदोली सूरत गुजरात मे 13वी राष्ट्रीय कूडो प्रतियोगिता, तीसरी फेडरेशन कप एवं 14वी अक्षय कुमार इंटरनेशनल कूडो प्रतियोगिता का आयोजन 24 अक्टूबर से 31अक्टूबर 2022 तक किया गया ।इन प्रतियोगिताओं का आयोजन कूडो इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा आयोजित की गई थी। ज्ञात हो कि कूडो खेल को भारत सरकार के खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त है एवं केंद्रीय शासन की नौकरियों में कूडो खेल के खिकड़ियों को आरक्षण प्राप्त होने लगा है। कूडो इंटरनेशनल फेडरेशन इंडिया के चेयरमैन फ़िल्म कलाकार अक्षय कुमार ने बारदोली में आकर कूडो खिलाड़ियों का उत्शावर्धन किया एवं सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर  फेडरेशन के प्रेजिडेंट हंशी मेहुल वोरा , जनरल सेक्रेटरी विस्पी खराड़ी, कोषाध्यक्ष जैस्मिन मकवाना एवं जॉइंट सेक्रेटरी डॉ ऐजाज़ खान एवं फेडरेशन के पदाधिकारी उपस्थित थे। प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश कूडो टीम के 111 खिलाड़ियों ने मध्य प्रदेश कूडो एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डॉ मोहम्मद ऐजाज़ खान के नेतृत्व में भाग लिया।प्रदेश सचिव हरिकांत तिवारी एवं शुभम राठौर मध्य प्रदेश टीम के कोच थे। मध्य प्रदेश की टीम में सागर के 51 खिलाड़ी शामिल थे जिन्होंने 13वी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 13 स्वर्ण पदक, 7 रजत पदक एवं 11 कांस्य पदक जीते। तीसरी कूडो फेडरेशन कप में सागर के कूडो खिलाड़ियों ने 11 स्वर्ण, 7 रजत एवं 7 कांस्य पदक जीते वही अक्षय कुमार इंटरनेशनल कूडो ओरतियोगिता में 12 स्वर्ण, 7 रजत एवं 9 काँस्य पदक जीते। 
सागर के 7 खिलाड़ियों मोहम्मद सोहेल खान, शैलेन्द्र कुर्मी, सौरभ सिंह, प्रियंका इक्का, नायाब अली, गीतिका पटेल, वैष्णवी सिंह ने तीनों प्रतियोगिताओ में स्वर्ण पदक जीता ।
स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी:
फातिमा शेख,हर्षिता तिवारी, अनिकेत यादव, शैलेन्द्र कुर्मी, गौतम सिंह, सौरभ सिंह, प्रियंका इक्का, अक्षय विश्वकर्मा, अमनजीत सिंघा, नायाब अली, वैष्णवी ठाकुर, शदफ़ खान, आभ्या पुरोहित, उत्कर्ष पटेल, गीतिका पटेल, संचित जैन, सोहेल खान, संबोधि नायक।
सागर आगमन पर आज मध्य प्रदेश कूडो एसोसिएशन के चेयरमैन नगर विधायक शैलेन्द्र जैन ने अपने निवास पर खिलाड़ियों का सम्मान किया। विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि आप ऐसे ही सागर नगर का नाम रौशन करो हम आपको श्रेष्ठ खेल सुविधाएं सागर में दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही केंद्र शाशन की तरह मध्य प्रदेश में भी कूडो खिलाड़ियों को नौकरियों में आरक्षण प्रदान किया जाए इस प्रयास किया जा रहा है।  कूडो मध्य प्रदेश के कोषाध्यक्ष नीरज यादव ने कार्यक्रम का संचालन किया।  इस अवसर पर बड़ी संख्या में खिलाड़ियों के अभिभावक उपस्थित रहे।
Share:

हमारे नरेंद्र भाई की “ सदी पत्थरों की “ .....▪️ मेरे अपने /ब्रजेश राजपूत

हमारे नरेंद्र भाई की “ सदी पत्थरों की “ .....
▪️ मेरे अपने /ब्रजेश राजपूत


मेरे घर के कमरे में सोफे पर बैठ कर जब वो अपनी गजलों की किताब “ सदी पत्थरों की” को निहार रहे थे तो सारे जहां की अच्छाई उनके चेहरे पर आ गयी थी। अपनी कविताओं की किताब हो ये उनका लंबे समय से सपना था जो पैंसठ साल की उमर में अब उनके हाथों में साकार हो रहा था। वो उसे बार बार पलट कर देख रहे थे कभी आगे से तो कभी पीछे से। अंदर की गजलों की पंक्तियों में कहीं नुक्ते या फिर मात्राओं की गलतियों को भी उनकी नजरें जल्दी जल्दी तलाश रहीं थीं। किताब में जब वो प्रूफ की गलतियों पर नाराजगी दिखाते तो उनके बगल में बैठे उनके बचपन के दोस्त बालेंद परसाई कहते “अरे यार पहली किताब है ऐसा ही होता है। सोचो कितने लोगों की किताबें छपती हैं मेरी तो नहीं छपी ना खुशनसीब लोगो की किताबें ही छपती हैं अभी तो इसकी खुशी मनाओ और लो ये मिठाई खाओ” हां ये तो है यार मैं तो सपने ही देखता था कभी मेरी भी किताब छपेगी गजलों की क्योंकि गजलें तो मैं सोलह सत्रह साल की उमर से ही कह रहा हूं। किताबों की शक्ल में आज आ पायीं। यार साथी आज बहुत खुश हूं मैं अपनी इस किताब को पाकर। 


ये हमारे नरेंद्र भाई यानिकी नरेंद्र मौर्य थे। जिनसे मेरा करीब बीस पच्चीस साल पुराना संबंध हैं। इतने सालों में मैंने उनको कभी इंच भर भी बदलते  नहीं देखा वैसे ही निश्छल वैसे ही भले और वैसे ही जबरदस्त गजल कहने वाले। हम दिल्ली में अचानक मिले। वो पिपरिया से आये थे और मैं भोपाल की नईदुनिया में काम कर पहुंचा था। उनको और मुझे दोनों को एक घर की तलाश थी। मैं दैनिक जागरण में तो वो राष्ट्रीय सहारा के संपादकीय विभाग में नये नये आये थे। हम दोनों के दफतर नोएडा में थे। और हमें पटपड़गंज के आशीर्वाद अपार्टमेंट में एक डुप्लेक्स फ्लैट के उपर का एक कमरा और बालकनी किस्मत से मिली थी। 


इसी अपार्टमेंट में तब पत्रकार अजीत अंजुम, गीताश्री, कुमार भवेश चंद्र, कुमार रंजन, संजय सलिल, अंबरीश कुमार भी रहते थे। हमारा फलेट नवभारत टाइम्स में काम करने वाले निर्मलेंंदु साहा के बडे फलेट का हिस्सा था। निर्मल दादा और नरेंद्र भाई इस दुनिया में भलाई की जीती जागती मूरत थे। दोनों की भलाई के तले मैं हमेशा दबा रहता था। मेरी और नरेंद्र भाई दोनों की नाइट डयूटी होती थी। लौटने के लिये नरेंद्र भाई ने अपने मित्र सुरोजीत सरकार की स्पोर्टस साइकिल ले रखी थी। हम अपना काम निपटाने के बाद आधी रात को इसी साइकिल से नोएडा यानिकी यूपी से दिल्ली की सीमा पार कर आते थे। नरेंद्र भाई की बतकही नोएडा से दिल्ली तक चलती रहती थी। बीच बीच में उनके ताजे बनाये शेर गजलें कविताएं सब मुझे सुनने पडते। वो देर तक जागते और फिर देर तक सोते थे। 
नरेंद्र भाई के मित्रों की लिस्ट पिपरिया से लेकर दिल्ली तक बडी लंबी थी जिनमें दिल्ली के कवि लेखक और जनवादी आंदोलन से जुडे लोग थे। दरअसल नरेंद्र भाई को दिल्ली में जामिया से पीएचडी करनी थी अखबार की नौकरी तो एक बहाना थी। मगर वो अखबार में ऐसे रमे कि पीएचडी एक तरफ धरी रह गयी। रात की नौकरी से जब भी वक्त मिलता वो अपनी डायरियों में गजलें लिखते जिनके विषय चाहत मोहब्बत से अलग मजदूर संघर्ष और गरीबी होती थी। बीच बीच में जब उनको पिपरिया में रह रहे घर परिवार की याद आती तो अकेलेपन और इश्क पर ऐसा लिखते कि मैं हैरान कि इस आदमी की कितनी विशाल रेंज है। 
बाद में नरेंद्र भाई का परिवार दिल्ली आ गया और मुझे दूसरा ठिकाना तलाशना पडा। फिर भी नरेंद्र भाई से मेरा संपर्क बना रहा। उनके मेरे बीच उम्र के लंबे फासले के बाद भी मैं उनके लिये फिल्म थोडा सा रूमानी हो जायें का केरेक्टर “बारिशकर” था जिसे वो अपने शेर कविताएं और जिंदगी के दुख दर्द सुनाकर हल्का महसूस करते थे। 
जैसा कि गुलजार ने लिखा है वक्त रहता नहीं टिक कर इसकी आदत भी आदमी सी है। वक्त गुजरा मैं दिल्ली से भोपाल आ गया और नरेंद्र भाई की जिंदगी में दुख दर्द वक्त बेवक्त आते रहे। दूसरों के दुख में दुखी हो जाने वाले नरेंद्र भाई अपने दुख की बातें कम बताते हैं मगर लिखते लगातार हैं। उनकी गजलों की इस पहली किताब से उनको कम उनके हम चाहने वालों को ज्यादा प्रसन्नता महसूस हो रही है कि एक शायर की शायरी को आखिर किताब मिली। 
पत्थरों की सदी नाम की ये किताब शिवना प्रकाशन से आयी है और अमेजन पर उपलब्ध है। ये किताब आपको निराश नहीं करेगी ये मेरा वायदा है। इसी किताब से चंद लाइन,,

छुपाये ना छुपती खुशी पत्थरों की, 
सुनाई पडे है हंसी पत्थरों की

हमें नाव देकर के अहले सियासत
दिखाते फिरे इक नदी पत्थरों की 

दुखों से है निस्बत न कुछ आंसुओं से, 
मिली है हमें इक सदी पत्थरों की॥ “

▪️ब्रजेश राजपूत,एबीपी न्यूज,भोपाल
Share:

Archive