जनसंत विरंजनसागर महराज की पिच्छिका परिवर्तन समारोह हुआ
सागर।गौराबाई दिगम्बर जैन मंदिर में परम पूज्य विरंजनसागर जी महाराज ससंघ का भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह बहुत ही धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर विधायक शैलेन्द्र जैन जी रहे। इस कार्यकम में छोटे छोटे बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर मंगलाचरण किया। विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि मुझे अनेक साधु संतों के साथ सत्संग करने का अवसर प्राप्त हुआ है परंतु पूछ विरंजन सागर जी महाराज विलक्षण प्रतिभा के धनी है उन्होंने सागर में रहते हुए अधिवक्ताओं चिकित्सकों राजनेताओं एवं पत्रकारों के साथ संवाद करने का जो अनूठा कार्य किया है वह एक अलग ही कार्य है पूज्य विरंजन सागर जी सूर्य के समान है और मेरा उनके सामने उद्बोधन देना एक छोटे से बल्ब की तरह है हमारा सौभाग्य है कि हम सभी को उनका आशीर्वाद और ऊर्जा प्राप्त हो रही है ।
छुल्लक विसौम्य सागर जी की पुरानी पिछि श्री अशोक भूसा परिवार,छुल्लिक विशीला श्री माता की की पिछि डॉ आनंद पुष्पा जैन एवं जनसंत विरंजनसागर जी की पिछि श्री राकेश चच्चा जी परिवार को प्राप्त हुई। इस अवसर पर मुनि विरंजन सागर जी महाराज ने कहा पिच्छिका अहिंसा धर्म का प्रतीक है। यह संयम का उपकरण है। सूक्ष्म जीवो की रक्षा के लिए मुनिराज इसे धारण करते हैं। उन्होंने कहा जैन धर्म अहिंसा प्रधान धर्म है। सूक्ष्म जीवों की पग विहार के समय हिंसा ना हो जाए इसलिए मुनिराजो के हाँथ में यह पिछि होती है। आज के इस कार्यक्रम में शाहगढ़ ,हीरापुर, बड़ा मलहरा ,खरगापुर, दमोह, जबलपुर, एवं अन्य जगह की समाजों ने पधार कर धर्म लाभ लिया| पूरे चातुर्मास काल में जैन मुनि भक्तों ने मुनि संघ की सेवा की उनका सम्मान किया गयाll संपूर्ण कार्यक्रम में गौराबाई दिगंबर जैन मंदिर की ट्रस्ट कमेटी, अहिंसा यात्रा संघ के सदस्य, गौराबाई दिगंबर जैन महिला मंडल, णमोकार बालिका मंडल आदि का सहयोग रहा कार्यक्रम में मुख्य रूप से संतोष जैन घड़ी राकेश चाचा अशोक पिढरुआ श्रीकांत जैन देवेंद्र पप्पू फुसकेले एवं बड़ी संख्या में धर्मावलंबी उपस्थित थे।