पंच दिवसीय सदगुरु कबीर सत्संग समारोह एवम आध्यात्मिक शिविर शुरू
सागर।सदगुरु कबीर धाम राजघाट रोड सागर में आयोजित 4 से 8 नवंबर तक चलने वाले पंच दिवसीय सत्संग समारोह एवम आध्यात्मिक शिविर के प्रथम दिवस के शुभ अवसर पर कार्यक्रम के सभापति परम पूज्य कबीर दर्शनाचार्य श्री रामजीवन शास्त्री साहेब जी ने अपने कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके पश्चात ट्रस्ट समिति एवं केंद्रीय समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान ,महाराष्ट्र,उत्तर प्रदेश ,एवम उत्तरांचल से आए हुए भक्तजनों के द्वारा परम पूज्य आचार्य श्री एवं समस्त संतों का पुष्पमाला से स्वागत कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर आचार्य श्री द्वारा इस सत्संग कार्यक्रम का महत्व एवं संस्कार शिविर का आयोजन कब से और किन परिस्थितियों में किया गया और क्यों आवश्यक है बतलाया गया। साथ ही श्रेष्ठ जीवन का निर्माण कैसे करें। इस पर संदेश दिया गया कि जीवन को सफल बनाने के लिए सत्संग आवश्यक है सत्संग के माध्यम से ही खरे खोटे, सत्य असत्य ,अच्छे बुरे का निर्णय कर सकते हैं । संस्कारों के जागरण से ही व्यक्ति धर्मनिष्ठ धर्म परायण एवं आदर्श परिवार का निर्माण कर सकते हैं। अच्छी दिनचर्या हमारे जीवन में होना चाहिए क्योंकि बिना विवेक विचार से हम धोखा खा सकते हैं इसलिए बच्चों को केवल महंगे स्कूलों में पढ़ाने से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने से हम महात्मा गांधी, विनोबा भावे, विवेकानंद जैसे नहीं बना सकते।
केवल स्कूली शिक्षा से जीवन में नैतिक आध्यात्मिक मूल्यों का विकास नहीं होगा ।इसलिए प्रथम हम अपना सुधार करें। सादा जीवन उच्च विचार की भावना रखें ।इन्हीं महान सद्गुणों को धारण करके ही जीवन को आदर्श मय बना सकते हैं ।अंतिम में आदर्श दिनचर्या, एवं आदर्श जीवन यापन हेतु आदेश और निर्देश देते हुए परम पूज्य गुरुदेव साहेब जी द्वारा सभी के लिए शुभकामनाएँ की गई। कार्यक्रम में सद्गुरू सत्य कबीर धर्म की विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया, तथा प्रतिभागियों ने कबीर भजन प्रतियोगिता, ग्रंथ गायन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री प्रीतम सिंह देवरी ,आर जी ठाकुर, महेंद्र आशीष राजपूत, श्री श्रीचंद अवधिया ,लक्ष्मी प्रसाद विश्वकर्मा, डी एस ठाकुर, महेंद्र अवधिया, हरनाम सिंह ,नीरज सिंह ,श्रीमती शारदा कोरी , सु श्री मनोरमा गौर पूर्व महापौर, विनोद सोनी, रजनीश सिंह, गजेंद्र सिंह, मलखान सिंह, आनंद सिंह, गोकुल गुप्ता, सुदर्शन सिंह आदि की उपस्थिति रही।