स्टेडियम, खेल परिसर की सुविधाओं से निश्चित ही सागर बड़े खेलों की मेजबानी करने में सक्षम बनेगा: मंत्री भूपेंद्र सिंह
◾सागर में विकास कार्यों का किया निरीक्षण, डेयरी विस्थापन होगा जल्दी
सागर। 27 अक्टूबर 2022। राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त सिटी स्टेडियम एवं खेल परिसर मैदान के निर्माण और शहर में अन्य खेल सुविधाओं के विकास से आगामी समय में निश्चित ही सागर भी राष्ट्रीय स्तर के खेलों की मेजबानी कर सकेगा। यहां के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया होने से खेल में सागर अग्रणी बनेगा। उक्त विचार नगरीय प्रशासन मंत्री मध्यप्रदेश शासन श्री भूपेंद्र सिंह ने व्यक्त किए। वे सागर स्मार्ट सिटी कार्यालय में स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम सागर के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान सांसद श्री राजबहादुर सिंह, विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी, निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, महापौर प्रतिनिधि श्री सुशील तिवारी, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ स्मार्ट सिटी श्री चंद्रशेखर शुक्ला सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।
स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट्स जिनका भूमिपूजन व लोकार्पण 26 नवंबर तक किया जाना है, उन्हें शीघ्रता से पूर्ण कराएं। उन्होंने वर्किंग वुमन हॉस्टल, इनक्यूबेशन सेंटर बिल्डिंग, सिटी स्टेडियम, अटल पार्क में अटल बिहारी वाजपेई जी की प्रतिमा का अनावरण, स्मार्ट रोड कॉरिडोर अंतर्गत एसआर-2 तिली चौराहे से सिविल लाइन तक, संजय ड्राइव सड़क, स्टॉर्म वॉटर एंड ड्रेनेज़ सिस्टम आदि स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं सहित नगर निगम की डेयरी विस्थापन परियोजना आदि की विस्तार से समीक्षा की और अन्य विभागों की परियोजनाएं जो इस दौरान लोकार्पित की जा सकती हैं उनकी सूची तैयार कर उनको भी पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिटी स्टेडियम के पास पार्किंग निर्माण करें और स्टेडियम के सभी गेटों को एक थीम पर एक साइज में तैयार करें। जिससे स्टेडियम का भव्य स्वरूप दिखेगा। उन्होंने कहा कि परकोटा वॉल पर पेनलिंग का कार्य कराने के साथ ही पेनलिंग के अंदर लाइटिंग कराएं। इससे दीवार की सुंदरता और बढ़ेगी।
उन्होंने कहा की शहर की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए रिडेंसिफिकेशन अंतर्गत विभिन्न विकासकार्यों को कराने की भी रूपरेखा तैयार करें। जिसमें छोटे-छोटे कार्य शहर को सुंदर बनाने के लिए किए जा सकें। म्यूनिसिपल स्कूल में एक प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिए जिसमें ग्राउंड स्तर पर पार्किंग की सुविधा सहित प्रथम, द्वितीय व तृतीय तल पर कमर्शियल एक्टिविटीज प्लेस तैयार किया जा सके। नया बाजार में भी तीन मंजिला भवन शापिंग कॉम्प्लेक्स के लिए तैयार करने को कहा, जिससे शहर में व्यवस्थित पार्किंग सहित लोगों को अधिक दुकानें व्यापार के लिए उपलब्ध होंगी और शहर का विकास तेजी से होगा।
सागर स्मार्ट सिटी के कई विकास कार्यों का मंत्री भूपेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने आज सागर स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने हेरिटेज प्रोजेक्ट नजरबाग, लाखा बंजारा पाथ वे, पुराना आरटीओ परिसर स्थित इंक्यूबेशन सेंटर वह वर्किंग वूमन हास्टल का बारीकी से निरीक्षण किया।
मंत्री श्री सिंह ने परकोटा वार्ड स्थित किला प्रांगण के एतिहासिक नजरबाग पैलेस के 39 लाख रु की लागत से हो रहे जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया। यहां से लाखा बंजारा तालाब के एलीवेटेड कारीडोर की प्रगति को देखा। साथ ही पाथ वे और विभिन्न घाटों के प्रस्तावित सौंदर्यीकरण कार्य को समझा। यहां उन्होंने पार्षद व स्थानीय निवासियों से आ रही समस्याओं पर चर्चा कर निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
मंत्री श्री सिंह ने पुराना आरटीओ परिसर में 15 करोड़ की लागत से बन रहे इंक्यूबेशन सेंटर का अवलोकन किया। निर्माण के अंतिम चरण में चल रहे इस सेंटर से नगर के स्टार्टअप और कौशल प्रशिक्षण संबंधित कार्यों का संचालन होगा। मंत्री श्री सिंह ने सेंटर की ऊपरी मंजिलों तक पहुंच कर इसकी सुविधाओं और गुणवत्ता को देखा।
इसी के समीप 2.12 करोड़ की लागत से बन कर तैयार हो चुके अत्याधुनिक कामकाजी महिला हास्टल का निरीक्षण करते हुए मंत्री श्री सिंह ने इसके शापिंग एरिया, सिक रूम आदि अलग अलग सुविधाओं के विषय में पूछताछ की और महिला सुरक्षा की दृष्टि से प्रश्न पूछ कर आश्वस्त हुए। बताया गया कि इसमें 36 आवासीय कक्ष हैं जिनमें कामकाजी महिलाओं को सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता के साथ आवासीय सुविधा मिलेगी। उल्लेखनीय है कि इन सभी विकास कार्यों का लोकार्पण आगामी 26 नवंबर को आयोजित सागर गौरव दिवस पर होना प्रस्तावित किया गया है।
डेरी विस्थापन : दिसंबर तक पूरा करें डेयरी स्थल के समस्त कार्य- मंत्री भूपेंद्र सिंह
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने रतौना स्थित डेयरी विस्थापन प्रोजेक्ट स्थल का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति का जायजा लिया। मंत्री श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रतौना में डेयरी व्यवसायों को प्लाट की आवंटन प्रक्रिया आरंभ करने के लिए शीघ्र ही निगम परिषद की बैठक बुलाकर कार्यवाही सुनिश्चित करें।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह को निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई कि 15 दिसंबर तक डेयरी विस्थापन के लिए आवश्यक संरचनात्मक कार्य पूरे किए जा कर आवंटन के लिए स्थल उपलब्ध हो जाएगा। वास्तविक कीमत पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर डेरी विस्थापन स्थल रतौना में भूखंड उपलब्ध कराए जाएं साथ ही 30 दिसंबर तक समस्त आवश्यक कार्य पूर्ण किए जाएं।
उक्त निर्देश मध्यप्रदेश शासन की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह गुरुवार को 8 करोड़ से अधिक की लागत से निर्मित हो रही डेरी विस्थापन स्थल का निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए।
इस अवसर पर सांसद श्री राजबहादुर सिंह, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, महापौर प्रतिनिधि डॉ सुशील तिवारी, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगरनिगम आयुक्त श्री चंद्रशेखर शुक्ला लक्ष्मण सिंह, नेवी जैन, जगन्नाथ गुरैया, राहुल साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक मौजूद थे। रतौना ग्राम में 18 हेक्टेयर में बन रही 8 करोड रुपए से अधिक की राशि की डेरी विस्थापन स्थल का मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि डेरी विस्थापन की समस्त कार्य दिसंबर तक पूर्ण किए जाएं ।
उन्होंने कहा कि जिसमें प्रमुख रुप से रोड पानी बिजली सीवर लाइन सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि डेयरी मालिकों को शीघ्र नोटिस दिए जाएं जिसमें पहले आओ पहले पाओ ऑफर के साथ वास्तविक कीमत पर प्लाट उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि डेयरी स्थल पर किसी भी प्रकार का लाभांश ना लेते हुए वास्तविक कीमत पर ही प्लाट उपलब्ध होंगे।
मंत्री श्री सिंह ने निर्देश दिए कि डेयरी मालिकों को दीपावली ऑफर के अवसर पर यह प्लाट दिए जाएं जिससे कि डेयरी मालिक आकर अपना प्लाट शुरू कर सकें और अपना कार्य प्रारंभ कर सकें ।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी डेयरी 1 जनवरी से यहां प्रारंभ हों जिससे कि सागर स्वच्छ सुरक्षित हो सके।
परियोजना के प्रतिनिधि श्री अनुराग सोनी ने बताया कि 18 हेक्टेयर में 392 डेयरी मालिक अपनी डेयरी स्थापित करेंगे। उन्होंने बताया कि यहां एक हजार, 2000, 6000 स्क्वायर फुट की प्लाट उपलब्ध होंगी उन्होंने बताया कि सभी भूखंड पशुओं की संख्या की आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराए जाएंगे।