गौवंश सुरक्षित करने गौ अभ्यारण होगा तैयार
◾जिला खनिज प्रतिष्ठान की बैठक आयोजित
सागर 26 अक्टूबर 2022।
सागर जिले में गौवंश सुरक्षित करने के लिए गौ अभ्यारण को तैयार किया जाएगा। उक्त निर्णय जिला खनिज प्रतिष्ठान की बैठक में लिया गया। बैठक में सांसद श्री राज बहादुर सिंह, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत, उपाध्यक्ष श्री देवेंद्र सिंह, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, जनपद पंचायत अध्यक्ष, सागर प्रतिनिधि श्री पृथ्वी सिंह, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल समिति के सदस्य एवं सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे ।
जिला खनिज प्रतिष्ठान की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि खनिज प्रतिष्ठान समिति की राशि से जिले में गौवंश को सुरक्षित करने के लिए विशाल गौ अभ्यारण तैयार किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि सर्वप्रथम 15 दिवस में जगह को चिन्हित किया जाए। बैठक में अर्जिनि, आमेट, जैसीनगर में बिलहरा, खामकुवा, बीना में देवल, केसली की जगह पर चर्चा की गई, एवं जगह का निरीक्षण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए ।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि गोवंश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य मार्गों पर अनेक वाहन दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि यह जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत गौवंश बचाने के लिए गौ अभ्यारण तैयार किया जाए। जिसपर सभी समिति सदस्यों ने अपनी सहमति व्यक्त की ।
समिति सदस्यों ने स्कूलों में पेयजल, फर्नीचर, बाउंड्री वाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाएं करने पर भी चर्चा की गई। सभी संबंधित समिति सदस्यों ने सभी संबंधित विभागों को जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से गौ अभ्यारण की अतिरिक्त संबंधित कार्ययोजना के प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि प्रस्तावों को भेजते समय उच्च प्राथमिकता एवं अन्य प्राथमिकता के विषयों का ध्यान रखें। ऐसे विषयों का चयन करें जिससे सामुदायिक लाभ मिले। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे उच्च प्राथमिकता वाले विषयों का चयन करें जिन्हे वर्तमान में संचालित योजनाओं या विभागीय बजट के माध्यम से नहीं किया जा सकता है।
जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि खनिज साधन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश जिला खनिज प्रतिष्ठान नियम 2016 लागू किए गए हैं। प्रतिष्ठान का मुख्य उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास हेतु प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना तथा समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए स्कीमें तथा योजनाएं तैयार किया जाना है। उच्च प्राथमिकता के क्षेत्रों में 60 प्रतिशत निधि का उपयोग किया जाना प्रावधानित है, जबकि अन्य प्राथमिकता के क्षेत्र में 40 प्रतिशत का प्रावधान है। उच्च प्राथमिकता में पेयजल प्रदाय, पर्यावरण संरक्षण तथा प्रदूषण नियंत्रण के उपाय, स्वास्थ्य कल्याण, शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, वृद्ध एवं निःशक्तजन कल्याण, कौशल विकास तथा स्वच्छता सम्मिलित है। अन्य प्राथमिकता के क्षेत्रों में भौतिक अवसंरचना, सिंचाई, ऊर्जा एवं वाटर शेड विकास, खनन क्षेत्रों में पर्यावरण की गुणवत्ता की बढ़ोत्तरी हेतु अन्य कोई उपाय सम्मिलित हैं।
बैठक में खनिज अधिकारी श्री अनित पंड्या, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक, सहायक आयुक्त ट्राइबल श्री आर.के. श्रोति सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
◾जिला खनिज प्रतिष्ठान की बैठक आयोजित
सागर 26 अक्टूबर 2022।
सागर जिले में गौवंश सुरक्षित करने के लिए गौ अभ्यारण को तैयार किया जाएगा। उक्त निर्णय जिला खनिज प्रतिष्ठान की बैठक में लिया गया। बैठक में सांसद श्री राज बहादुर सिंह, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत, उपाध्यक्ष श्री देवेंद्र सिंह, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, जनपद पंचायत अध्यक्ष, सागर प्रतिनिधि श्री पृथ्वी सिंह, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल समिति के सदस्य एवं सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे ।
जिला खनिज प्रतिष्ठान की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि खनिज प्रतिष्ठान समिति की राशि से जिले में गौवंश को सुरक्षित करने के लिए विशाल गौ अभ्यारण तैयार किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि सर्वप्रथम 15 दिवस में जगह को चिन्हित किया जाए। बैठक में अर्जिनि, आमेट, जैसीनगर में बिलहरा, खामकुवा, बीना में देवल, केसली की जगह पर चर्चा की गई, एवं जगह का निरीक्षण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए ।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि गोवंश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य मार्गों पर अनेक वाहन दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि यह जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत गौवंश बचाने के लिए गौ अभ्यारण तैयार किया जाए। जिसपर सभी समिति सदस्यों ने अपनी सहमति व्यक्त की ।
समिति सदस्यों ने स्कूलों में पेयजल, फर्नीचर, बाउंड्री वाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाएं करने पर भी चर्चा की गई। सभी संबंधित समिति सदस्यों ने सभी संबंधित विभागों को जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से गौ अभ्यारण की अतिरिक्त संबंधित कार्ययोजना के प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि प्रस्तावों को भेजते समय उच्च प्राथमिकता एवं अन्य प्राथमिकता के विषयों का ध्यान रखें। ऐसे विषयों का चयन करें जिससे सामुदायिक लाभ मिले। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे उच्च प्राथमिकता वाले विषयों का चयन करें जिन्हे वर्तमान में संचालित योजनाओं या विभागीय बजट के माध्यम से नहीं किया जा सकता है।
जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि खनिज साधन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश जिला खनिज प्रतिष्ठान नियम 2016 लागू किए गए हैं। प्रतिष्ठान का मुख्य उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास हेतु प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना तथा समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए स्कीमें तथा योजनाएं तैयार किया जाना है। उच्च प्राथमिकता के क्षेत्रों में 60 प्रतिशत निधि का उपयोग किया जाना प्रावधानित है, जबकि अन्य प्राथमिकता के क्षेत्र में 40 प्रतिशत का प्रावधान है। उच्च प्राथमिकता में पेयजल प्रदाय, पर्यावरण संरक्षण तथा प्रदूषण नियंत्रण के उपाय, स्वास्थ्य कल्याण, शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, वृद्ध एवं निःशक्तजन कल्याण, कौशल विकास तथा स्वच्छता सम्मिलित है। अन्य प्राथमिकता के क्षेत्रों में भौतिक अवसंरचना, सिंचाई, ऊर्जा एवं वाटर शेड विकास, खनन क्षेत्रों में पर्यावरण की गुणवत्ता की बढ़ोत्तरी हेतु अन्य कोई उपाय सम्मिलित हैं।
बैठक में खनिज अधिकारी श्री अनित पंड्या, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक, सहायक आयुक्त ट्राइबल श्री आर.के. श्रोति सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।