सागर पुलिस का हेल्पलाइन नम्बर जारी, अवैध शराब विक्री एवं संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दे, नाम गोपनीय रखा जायेगा

सागर पुलिस का हेल्पलाइन नम्बर जारी, अवैध शराब विक्री एवं संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दे, नाम गोपनीय रखा जायेगा

सागर। पुलिस अधीक्षक सागर तरुण नायक द्वारा अवैध मादक पदार्थों की विक्री को रोकने के लिये गंभीरता से लेते हुये सभी प्रकार के प्रयास करते हुये नवाचार के रूप में एक हेल्प लाईन नंबर जारी किया है। जिसमें जनता के किसी भी व्यक्ति के द्वारा अवैध मादक पदार्थों की विक्री की सूचना दी जा सकती है, सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी सर्वथा गोपनीय रखी जायेगी। पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं फेसबुक लाईव आकर जनता से अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने हेतु अपील की गई कि जिले में अवैध मादक पदार्थ विक्री एवं अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने में आपका भी वहुमूल्य सहयोग पुलिस को प्रदान करें, इसी उद्देश्य से जनता के लिये सूचना देने हेतु हेल्प लाईन नंबर जारी किया जा रहा है।, उक्त नंबर पर कॉल करके एवं वाट्सअप पर सूचना देकर भी जानकारी दी जा सकती है।

वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में रहेंगी शिकायते तुरन्त होगी कार्यवाही

अवैध गतिविधियों की सभी शिकायते वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में रहेंगी हेल्प लाईन की कार्यप्रणाली को लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश भी जारी किये गये है, जिसमें शिकायत मिलने के बाद शिकायत को संबंधित थाना प्रभारी के पास भेजा जाकर तुरन्त कार्यवाही की जावेगी, शिकायत की मानिटरिंग भी लगातार की जावेगी।शिकायत मिलने के तुरन्त बाद थाना प्रभारी मौके पर पहुचकर शिकायत की सत्यतता का परीक्षक करेंगे और गड़बड़ी पाये जाने पर कार्यवाही करेंगे। शिकायत के निराकरण में किसी तरह की शंका या समस्या होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीकारी एवं पुलिस अधीक्षक को अवगत कराने के निर्देश भी जारी किये गये। इसके साथ ही की गई कार्यवाही का विवरण हेल्प लाईन टीम को देना आवश्यक होगा।
आमतौर पर जनता के व्यक्तियों द्वारा गोपनीयता भंग होने के कारण पुलिस को सूचना देने में डरते है, इसी उद्देश्य से सूचनाकर्ता का नाम सर्वथा गोपनीय रखने हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी को निर्देश जारी किये गये है, कोई भी व्यक्ति हेल्प लाईन नंबर पर सूचना दे सकता है, उसका नाम औ नंबर गोपनीय रखा जायेगा।
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दंगल हमारा पारंपरिक खेल ही नहीं विरासत भी :हीरा सिंह राजपूत◾ ग्राम रानीपुरा में आयोजित हुई दंगल प्रतियोगिता


दंगल हमारा पारंपरिक खेल ही नहीं विरासत भी :हीरा सिंह राजपूत

◾ ग्राम रानीपुरा में आयोजित हुई दंगल प्रतियोगिता 
 
सागर। दंगल ,कुश्ती हमारा  पारंपरिक खेल ही नहीं विरासत भी है जिससे हमारी पहचान है दंगल खेलने वाला व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रहता है और स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन होता है यह बात जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने नरयावली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रानीपुरा में आयोजित दंगल प्रतियोगिता के अवसर पर कहीं श्री राजपूत ने कहा कि रानीपुरा में दंगल कमेटी के अध्यक्ष दुलारे उस्ताद ने हमारे इस पारंपरिक खेल के प्रति युवक-युवतियों का रुझान बढ़ाया है तथा इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित कर बुंदेलखंड ही नहीं प्रदेश भर में हमारे क्षेत्र का नाम किया है जिसके कारण रानीपुरा में आयोजित प्रतियोगिता पूरे प्रदेश में जानी जाती है और प्रदेशभर से खिलाड़ी आते हैं ।
श्री राजपूत ने अपने उद्बोधन में कहा कि हरियाणा के बाद बुंदेलखंड में इस तरह की प्रतियोगिताएं दंगल के लिए संजीवनी है और बड़ी बात यह है कि इस खेल में अब बेटों के साथ हमारी बेटियां भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं यह हमारे लिए फक्र की बात है बेटियों द्वारा दिखाए गए दंगल के दाव बेटों से कम नहीं थे आज हमारी बेटियां किसी से कम नहीं है दंगल खेलने वाला व्यक्ति हमेशा स्वस्थ हष्ट पुष्ट रहता है श्री राजपूत ने आयोजक समिति के अध्यक्ष, उस्ताद तथा सदस्यों को प्रतियोगिता की शुभकामनाएं देते हुए ग्राम रानीपुरा क्षेत्रवासियों की मांग पर स्टेडियम के लिए 5लाख की जिला पंचायत की ओर से घोषणा करते हुए कहा कि रानीपुरा में व्यवस्थित स्टेडियम बनेगा जहां हमारे क्षेत्र के बच्चे खेलों में अपना नाम करेंगे स्टेडियम में प्रैक्टिस कर के देश दुनिया में खेलने के लिए जाएंगे ।

श्री राजपूत द्वारा प्रतिभागियों के लिए सम्मानित किया गया इस अवसर पर पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव ,पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, जनपद  सदस्य मोंटी यादव, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष बब्बू यादव, महेश कनौआ, संतोष तिवारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा सैकड़ों ग्रामीण जन मौजूद रहे जिन्होंने दंगल कुश्ती प्रतियोगिता का लुफ्त उठाया।
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SAGAR; मिलावटी मावा पकड़ा 200 किलो, मिठाई दुकान पर मिला

SAGAR; मिलावटी मावा पकड़ा 200 किलो, मिठाई दुकान पर मिला


सागर। मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे द्वारा शरद पूर्णिमा त्योहार के दृष्टिगत मावा एवं मावा लड्डू की जांच हेतु अभियान चलाया गया जिसमें मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार झांसी उत्तर प्रदेश से पीतांबरा ट्रांसपोर्ट की बस से लगभग 2 कुंटल मावा एवं कुंदा सागर शहर में खपाने के लिए लाया गया था जप्त किया गया।


 जब माल बस से उतरवाकर रिक्शे द्वारा कटरा जामा मस्जिद स्थित प्रतिष्ठान सोमू बीकानेर मिष्ठान भंडार जा रहा था। माल का पीछा किया गया एवं जैसे ही प्रतिष्ठान के कारखाने में माल पहुंचा टीम द्वारा समस्त संदेहास्पद माल को पकड़ लिया गया पूछने पर प्रतिष्ठान के संचालक राज नारायण पाठक एवं मौके पर प्रभारी उनके पुत्र राजयश पाठक होना पाया गया। स्माल मौके पर जप्त कर लिया गया है एवं मावा एवं कुंदे के नमूने जांच हेतु भेजे गए जांच रिपोर्ट के आधार पर संचालकों के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन का मिष्ठान विक्रेताओं से अनुरोध है कि दीपावली त्यौहार में भिंड मुरैना ग्वालियर क्षेत्र से मिलावटी मावा लेने से बचें।
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साप्ताहिक राशिफल : 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2022@पंडित अनिल पांडेय

साप्ताहिक राशिफल : 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2022

@पंडित अनिल पांडेय


जय श्री राम । बहुत सारे लोग आप को कहते मिलेंगे राशिफल का कोई औचित्य नहीं है । परंतु अगर आप हमारे द्वारा लिखे जा राशिफल को अपने लग्न राशि के हिसाब से देखेंगे तो आपको यह 80% से ऊपर सही मिलेगा । अगर  चंद्र राशि से देखेंगे तो यह 60% के ऊपर सही मिलेगा ।  आधुनिक विज्ञान पढ़ने वाले कई व्यक्ति पुरातन भारतीय संस्कृति को समझ नहीं पाते हैं । जबकि जो समझ में नहीं आए उसको समझना ही विज्ञान है ।  जो समझ में नहीं आए उसको गलत कहना विज्ञान नहीं है ।मैं पंडित अनिल पाण्डेय आज आप सभी को 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2022 अर्थात विक्रम संवत 2079 शक संवत 1944 के कार्तिक कृष्ण पक्ष की प्रथमा से कार्तिक कृष्ण पक्ष की सप्तमी तक के सप्ताह का साप्ताहिक राशिफल आपको बताने जा रहा हूं ।   
इस सप्ताह के आरंभ में  चंद्रमा मीन राशि में रहेगा । उसके उपरांत मेष और वृष से गोचर करता हुआ दिनांक 15 अक्टूबर को दिन में 10:10 पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। पूरे सप्ताह सूर्य , बुध और शुक्र कन्या राशि में रहेंगे । मंगल प्रारंभ में वृष राशि में रहेगा तथा 15 तारीख को 5:30 सायं काल से मिथुन राशि में प्रवेश करेगा । गुरु मीन राशि में वक्री रहेगा । इसी प्रकार शनि मकर राशि में वक्री रहेंगे । राहु मेष राशि में रहेंगे।
आइए अब हम  राशिफल की चर्चा करते हैं।


मेष राशि
इस सप्ताह आपके पास धन आने का उत्तम योग है । आपको संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा । संतान की उन्नति होगी । भाग्य साथ देगा । किसी कारणवश जितना धन आना चाहिए था उससे थोड़ा कम आएगा । इस सप्ताह आपके लिए 11 और 12 अक्टूबर उत्तम और लाभकारी है । 10 अक्टूबर को आपको सफलता का योग कम है । आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह शनि देव का पूजन करें और शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर पीपल के वृक्ष की सात बार परिक्रमा करें । सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

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वृष राशि
इस सप्ताह आपके संतान की उन्नति हो सकती है। आपको संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा । धन आएगा । स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है । भाग्य साथ नहीं देगा । इस सप्ताह आपके लिए 13 और 14 अक्टूबर अत्यंत उत्तम है । 13 और 14 को आपको हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी । इसके विपरीत 11 और 12 अक्टूबर को आपको बहुत कम कार्य में सफलता प्राप्त होगी । आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह काले कुत्ते को रोटी खिलाएं ।  सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।


मिथुन राशि
इस सप्ताह आपको कचहरी के कार्य में सफलता मिल सकती है । छोटी मोटी दुर्घटना का योग है । जनता में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । कार्यालय में भी आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी । भाइयों से स्नेह बढ़ेगा ।   शत्रु परास्त हो जाएंगे । इस सप्ताह आपके लिए 10 अक्टूबर तथा 15 और 16 अक्टूबर उत्तम और फलदायक हैं । 13 और 14 अक्टूबर को कम कार्यों में  सफल होंगे । आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें तथा तीन बार हनुमान चालीसा का जाप करें । सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।


कर्क राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा । भाग्य आपका साथ देगा । धन थोड़ा कम आएगा । क्रोध की मात्रा बढ़ेगी । व्यापार में उन्नति होगी । संतान से आपको सहयोग प्राप्त होगा । इस सप्ताह 11 और 12 अक्टूबर को आप सभी कार्यों में सफल रहेंगे । 15 और 16 अक्टूबर को आपको बहुत कम कार्य में सफलता प्राप्त होगी । अतः आपको चाहिए कि आप अधिकांश कार्यों को 11 और 12 अक्टूबर को करें । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी का दर्शन करें और उनके सामने बैठकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।


सिंह राशि
इस सप्ताह आपकी कुंडली के गोचर में धन आने का अच्छा योग है । व्यापार में आपके बहुत उन्नति होगी । भाग्य से किसी प्रकार मदद की अपेक्षा न करें । परिश्रम से ही आपको सफलताएं प्राप्त होंगी । नए शत्रु बनेंगे । पेट में पीड़ा हो सकती है । आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । जनता में प्रसिद्धि प्राप्त होगी । इस सप्ताह आपके लिए 13 और 14 अक्टूबर फलदायक हैं ।  10 अक्टूबर को आप कई कार्यों में असफल हो सकते हैं । आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह शुक्रवार के दिन मंदिर में जाकर गरीबों के बीच चावल वितरित करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।


कन्या राशि
कन्या राशि के अविवाहित जातकों के शादी के उत्तम प्रस्ताव आएंगे । आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । प्रेम संबंध बनेंगे । भाग्य कम साथ देगा। । संतान को कष्ट हो सकता है ।  धन आने का कम योग है ।  इस सप्ताह आपके लिए 10 अक्टूबर तथा 15 और 16 अक्टूबर बहुत अच्छे हैं । इस दिन आप के अधिकांश कार्य सफल होंगे । 11 और 12 अक्टूबर को सफलता में कमी आएगी । आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें । सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।


 तुला राशि
 मुकदमे में आपको सफलता प्राप्त होगी। । दुर्घटना  से बचने का प्रयास करें । धन आ सकता है ।  भाई बहनों से संबंध अच्छे होंगे ।  इस सप्ताह आपकी कुंडली के गोचर के अनुसार 11 और 12 अक्टूबर श्रेष्ठ है ।   10 अक्टूबर तथा 13 और 14 अक्टूबर को आपको कम कार्यों में सफलता मिलेगी । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप शिवजी का अभिषेक करें एवं प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें ।  सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।


वृश्चिक राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा । कार्यालय के कार्यों में आपको सफलता प्राप्त होगी । धन आने का उत्तम योग है । संतान से संबंध ठीक रहेंगे । व्यापार में उन्नति होगी । इस सप्ताह आपके लिए 13 और 14 अक्टूबर सफलता के लिए अच्छे दिन है । 11,  12 ,15 और 16 अक्टूबर को सफलता में कमी आएगी । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें ।  सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।


धनु राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । आपके सुख में थोड़ी कमी आएगी खर्चे बढ़ेंगे कार्यालय में आपकी स्थिति मजबूत होगी आपको प्रतिष्ठा मिलेगी अगर प्रमोशन होने वाला है तो वह भी हो सकता है शत्रु परास्त होंगे व्यापार उत्तम चलेगा कचहरी के कार्यों में सफलता मिलेगी भाग्य साथ  देगा । इस सप्ताह आपके लिए 1015 और 16 अक्टूबर श्रेष्ठ है । 13 और 14 अक्टूबर को आपके कई काम रुक सकते हैं । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप पूरे सप्ताह घर की बनी पहली रोटी गौमाता को दें सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

मकर राशि
आपके भाग्य का सितारा इस सप्ताह बुलंद रहेगा । भाग्य से आपके कई कार्य संपन्न होंगे । यात्रा का योग है । व्यापार उत्तम चलेगा । संतान को कष्ट हो सकता है । आपका भी स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है । इस सप्ताह आपके लिए 11 और 12 अक्टूबर उत्तम है । 15 और 16 अक्टूबर को आपके काम रुक सकते हैं । आपको चाहिए क्या आप इस सप्ताह मंगलवार को मंदिर में जाकर भिखारियों के बीच में मसूर की दाल का दान दें । सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है ।

कुंभ राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा । भाग्य साथ देगा ।  यात्रा हो सकती है । आपके सुख में कमी आएगी । कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है। । इस सप्ताह आपके लिए 13 और 14 अक्टूबर उत्तम है । 13 और 14 अक्टूबर को आप जो भी कार्य करेंगे उनमें से अधिकांश कार्य में आप सफल रहेंगे ।  आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह अपने सुख में वृद्धि के लिए माताजी के स्वास्थ्य के लिए मंदिर में जाकर किसी  योग्य ब्राह्मण को गेहूं का दान दें ।  सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

मीन राशि
इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा । आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । अविवाहित जातकों के अच्छे विवाह संबंध आएंगे । प्रेम संबंध बढ़ेंगे । व्यापार में उन्नति होगी । इस सप्ताह आपके लिए 10 15 और 16 अक्टूबर अद्भुत है। । इन तारीखों का आप भरपूर उपयोग करें । इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप घर की बनी पहली रोटी गौमाता को दें । सप्ताह का शुभ दिन सोमवार है।

राजनिति अनिश्चितता ओं का खेल है । अगर आपको इस संबंध में कोई भविष्यवाणी जानना है तो आप मेरे व्हाट्सएप  फोन नंबर  89595 94400 पर लिखकर व्हाट्सएप कर सकते हैं ।  हम परिणाम बताने का प्रयास करेंगे ।
मां शारदा से प्रार्थना है कि आप सभी को सुख समृद्धि और वैभव प्राप्त हो।

जय मां शारदा।

निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया
 सागर। 470004
 मो 8959594400





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आशुतोष राणा की बुंदेली बौछार में भीगते हम .......◾ ग्राउंड रिपोर्ट / ब्रजेश राजपूत

आशुतोष राणा की बुंदेली बौछार में भीगते हम .......

◾ ग्राउंड रिपोर्ट / ब्रजेश राजपूत


भोपाल के श्यामला हिल्स के उस आदिवासी संग्रहालय में आयोजन यूं तो हमारे सचिन चौधरी की बुंदेली बौछार के बुंदेली समागम का ही था पर दिन भर मौसम खुला रहने के बाद शाम को फिर लौट कर आयी बेमौसम की बारिश से लगा कि अब कार्यक्रम हो नहीं पाएगा क्योंकि देखने सुनने वाले श्रोता ही नहीं आ पायेगे मगर यकीन मानिये धुआंधार बारिश के साथ साथ हो रही कार्यक्रम में देरी के बाद भी लोगों का आना जारी था और गेट पर खडे हम लोगों से सवाल एक ही क्या राना जी का कार्यक्रम शुरू हो गया। अभी नहीं, कहते ही उनके चेहरे पर संतोष का भाव आता और वो सभागार की तरफ भागते। 
उधर अंदर हाल खचाखच भरता जा रहा था और आशुतोष राना बारिश के कारण लगातार लेट हो रहे थे। हैरानी इस बात की थी कि राना को सुनने की चाह रखने वालों में बुजुर्ग, हम जैसे राना के अनेक हमउम्र साथी, महिलाएं और बडी संख्या में नयी पीढ़ी के वो नौजवान भी थे जिन्होंने राना के सीरियल और फिल्में तो कम देखी होंगी मगर सोशल मीडिया पर उनके वीडियो देखकर दीवाने हो चुके थे।
खैर आशुतोष आये दरवाजे से लेकर सभागार के मंच तक उनके साथ चलने वाले प्रशंसकों की भीड कोई सेल्फी खींचने को बेताब तो कोई बस ऑटोग्राफ लेना चाहता है तो कुछ तो साथ में फोटो ही खींच जाये ही इस आस में धक्का मुक्की झेल रहे थे। राना मंच पर आये और थोड़ी सी औपचारिकता के बाद ही सामने बैठे श्रोताओं के साथ अनौपचारिक हो गये। काले कुर्ता पायजामा सेंडिल और उस पर हल्के रंग के चश्मे ने समा बांध दिया था। और अब मुकाबला शुरू हुआ सचिन चौधरी की झांसी की बुंदेलखंडी और राना की सागर बुंदेली बोली के बीच। राना ने शुरुआत सागर के तीन बत्ती से की जब वो पहली बार गाडरवारा से सागर यूनिवर्सिटी में पढने गये और ज्ञानी गुरु से मिले। राना का अभिनय के साथ गुरू की कद काठी का वर्णन हंसा हंसा कर लोट पोट करने वाला रहा। गुरू की घुसी आंखें तो राना निकल कर भागती आंखों वाले। पिचके गाल वाले गुरू जब कहते हैं कि हमारी ये कद काठी पर मत जाओ चकरा घाट पर हमें नहाते देख औरतों की नजर लगी और ऐसे हो गये। वरना हम भी जबर पहलवान थे। गुरू ने राना को गुरू ज्ञान दिया  

“खाओ पियो छको मत, 
खेलो कूदों थको मत और 
लडकियों को देखो भालो तको मत” 

राना इस बात पर अपनी हंसी नहीं रोक पाये और सामने बैठे दर्शकों के साथ ठहाके लगाकर हंस पडे।
राना की यही सहजता उनके और श्रोताओं के बीच बिजली की गति से संबंध बना देती है और जब वो छोटी सी कुर्सी पर ही आलथी पालथी मार कर बैठ गये तो लोग समझ गये कि राना की चौपाल अब लंबी चलेगी।
अब बात बुंदेलखंडी की करनी थी तो राना ने अपने बुंदेली प्रेम के किस्से सुनाने शुरू कर दिये। फिल्मों में बुंदेली तो नहीं हां बिहारी या यूपी की खडी बोली डायलाग्स में चलती है। राना ने कहा कि हम तो अपनी बुंदेली के शब्द और लंबे वाक्य भी खडी बोली में मिक्स कर देते थे और लोग कहते क्या बिहारी बोली है मजा आ गया। मगर मजा तो सामने बैठे राना के चाहने वालों को तब आया जब राना ने बुंदेली में आल्हा अपने ही अंदाज में गाना शुरू किया। बाहर मूसलाधार पानी बरस रहा था और अंदर राना अपने अभिनय और भाव भंगिमा के साथ आल्हा गा रहे थे।
“भुजा बहत्त्तर फडकन लागे,                                                     
नाचन लगे मुच्छ के बाल,                                                              
कट कट बोटी गिरे खेत में,                                                  
उठ उठ रूंड करे टकरार,                                                
एक को मारे दुई मर जाये,                                         
तीसरा खौफ खाये मर जाये,                                                    
मरी के नीचे जिंदा लुक गयो,                                                    
उपर लूथ लई लटकाय।”

और संयोग देखिये बुंदेलखंड के गांवों में आल्हा बरसते पानी में ही गाया जाता है। जब खेत के काम नहीं रहते और लोग चौपालों पर आल्हा उदल के वीर रस के काव्य गाते हैं। मगर यहां तो वीर रस का काव्य राना गा रहे थे जो फिल्मों में विलेन नहीं उनके ही शब्दों में प्रति नायक बन कर पहचान बना चुके हैं। आल्हा से शुरू हुये राना ने फिर बुंदेली रेप और बुंदेली राई सुनाई।

“इमली के पेड पर चढी चिटियें,                                                          
हमसे ना बोले मतारी बिटिया,                                                         
औ नैना ना मार, “
राना के गाने का अंदाज, अभिनय और अभिव्यक्ति के बीच में आनंद चरम पर तब बढ गया जब राना ने बुंंदेली कवि जगन्नाथ सुमन की हास्य कविता..   
“ जी के राज में रइये,                                                                   
उकी उसी कहिये,                                                                  
उंट बिलैया ले गयी,                                                                                   
सौ हाजू हांजू कइये,                                                                      
गाय दुधारू चइये,                                                                          
तो दो लातें भी सइये,                                                                   
तनक चोट के बदले,                                                              
फिर घी की चुपरी खइये।”

बस फिर क्या था राना का चुटीला अंदाज हंसती आंखे, बोलता चेहरा और मंजे हुये मंचीय अभिनेता ने इस हास्य कविता के साथ सामने बैठी जनता को हंसा हंसा कर दोहरा कर दिया। मगर ऐसे कैसे हो सकता था कि मंच पर राना हो और बात आध्यात्म की ना हो तो दर्शकों की फरमाइश पर उन्होंने अपनी किताब रामराज्य के कुछ प्रसंग पढे और जिनको सुनकर हम दंग रह गये कि थोडी देर पहले हंसा हंसा कर लोट पोट करने वाले इस अभिनेता के पास इतनी गहरी भाषा, शब्दों से दृश्य रचने की कला और बेजोड भाव भी है। और कितना लिखूं इस अदभुत अभिनेता और जमीन से जुडे इंसान पर जो हम भोपाल के लोगों को कभी ना भूलने वाली शाम देकर उड गया बरसते पानी में अपनी कर्मभूमि मुंबई की ओर।

ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज, भोपाल






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SAGAR: पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाई, 3 घंटे में 310 लीटर शरा, 1.2 किलो गांजा जब्त,, 87 प्रकरण ,साथ ही आहाते , मेडिकल स्टोर भी किए सील

SAGAR: पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाई, 3 घंटे में 310 लीटर शरा, 1.2 किलो गांजा जब्त,, 87 प्रकरण ,साथ ही आहाते , मेडिकल स्टोर भी किए सील


सागर पुलिस अधीक्षक श्री तरुण नायक ने जिले के समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि मादक पदार्थों के विरुद्ध अभियान चलाकर अवैध बिक्री करने वालों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करें पुलिस अधीक्षक श्री नायक के निर्देश के तत्काल पश्चात समस्त थाना प्रभारी एवं राजपत्रित पुलिस अधिकारियों द्वारा उक्त आदेश के पालन में आज शाम से ही जिले के शहर एवं देहात के समस्त थाना प्रभारी अभियान को गंभीरता से लेकर अवैध मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। 

पुलिस अधीक्षक श्री तरुण नायक ने बताया कि आज शाम का 7:00 बजे से की गई 10:00 बजे तक की कार्यवाही में  310 लीटर शराब, 1.2 किलो  गांजा जप्त  कर प्रकरण कायम किए गए हैं उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अवैध रूप से मेडिकल स्टोर पर नशे की सामग्री विक्रय करने पर सील किया गया है। जबकि अवैध रूप से चल रहे आठ शराब आहातो  पर कार्रवाई की गई है ।
पुलिस अधीक्षक श्री नायक ने बताया कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है इसी प्रकार ढाबा एवं होटलों पर जांच की गई है एंव कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक श्री नायक ने बताया कि इसी प्रकार बगैर हेलमेट पहने वाहन चलाने वालों पर भी कार्रवाई की गई है ।


पुलिस अधीक्षक श्री नायक ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह कुशवाहा एवं श्रीमती ज्योति ठाकुर तहसीलदार श्री रोहित वर्मा नगर पुलिस अधीक्षक श्री अस्थाना के मार्गदर्शन मैं यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी । शहर के 8 अवैध अहातों पर आबकारी एक्ट की धारा 34, 36 के तहत कार्रवाई की गई है। अहाते मकरोनिया चौराहा भगवान गंज रेलवे स्टेशन पम्मा साहू कंपलेक्स तिलक गंज कटरा एवं राधा तिराहा पर उक्त कार्यवाहियां की गई है
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कांग्रेस की नीति को जन जन तक पहुंचाने का लक्ष्य ◾ @ टीम कमलनाथ का सागर जिला अध्यक्ष नियुक्त

कांग्रेस की नीति को जन जन तक पहुंचाने का लक्ष्य 

◾ @ टीम कमलनाथ का सागर जिला अध्यक्ष नियुक्त 

सागर , 08अक्टूबर 2022 । @ इन कमलनाथ भारत सोशल मीडिया के प्रदेश अध्यक्ष जीतेंद्र सिंह गुर्जर  के सागर आगमन पर जिला कांग्रेस कमेटी सागर ग्रामीण कार्यालय पीली बिल्डिंग चमेली चौक बड़ा बाजार सागर में बैठक का आयोजन किया जिसकी अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष जगदीश यादव ने की!
 बैठक को संबोधित करते हुए@ टीम कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष जीतेंद्र गुर्जर ने कहा कि @ टीम कमलनाथ  की सोशल मीडिया को  कमलनाथ जी की भावनाओं के अनुरूप जन-जन तक पहुंचाना है साथ ही 15 माह के विकास कार्यों की जानकारी भी लोगों को देना है 
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री जगदीश यादव ने कहा कि आज समय की आवश्यकता है कि कांग्रेस की नीति को जन-जन तक पहुंचाएं आज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा को जो जनसमर्थन मिल रहा है उससे संघी लोग अब सोचने पर मजबूर है और कोई इधर कोई उधर जा रहा है अपनी पुरानी संघी परंपरा को बदलने के लिए मजबूर हुए जो की एकमात्र कारण भारत जोड़ो यात्रा की देन है।


 @ टीम कमलनाथ सोशल मीडिया के सागर जिला अध्यक्ष पद पर केशव प्रजापति एवं उपाध्यक्ष पद पर राजेश यादव को नियुक्त किया।बैठक में प्रमुख रूप से जिला पंचायत सदस्य शारदा खटीक, जिला कांग्रेस के महामंत्री एड. धन सिंह अहिरवार, शैलेंद्र सिंह गौर, मछुआ संघ के जिला अध्यक्ष श्री दास रैकवार, युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष निखिल चौकसे, अनिल सोनी, डॉ हेम कुमारी कुर्मी, बृज मोहन पटेल, गणेश पटेल, कमल चौधरी, अजय अहिरवार,सोनू शुक्ला, पुष्पेंद्र यादव, बलवंत सिंह बुंदेला, छत्रसाल सिंह बुंदेला, रामअवतार तिवारी,शैलेंद्र सिंह राजपूत, बिल्ली रजक, दुष्यंत अहिरवार, राजेश यादव,दीपेंद्र राजपूत,कल्लू सेन, सूर्या शुक्ला मौजूद थे ।कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस के संगठन मंत्री मनोज पवार एवं आभार प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश सरवैया ने किया
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गौर विवि : राष्ट्रीय कार्यशाला एवं शोध संगोष्ठी में दूसरे दिन हुए महत्त्वपूर्ण व्याख्यान

गौर विवि : राष्ट्रीय कार्यशाला एवं शोध संगोष्ठी में दूसरे दिन हुए महत्त्वपूर्ण व्याख्यान 
  
सागर. डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के संयुक्त तत्त्वावधान में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं शोध संगोष्ठी के द्वितीय दिवस का प्रथम सत्र चरित्र निर्माण गीत निर्माणों के पावन युग में हम चरित्र निर्माण न भूलें....... के साथ आरम्भ हुआ। इस सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. बिहारी लाल शर्मा थे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ श्री अतुल भाई कोठारी जी ने की।
चरित्र निर्माण में सात्विक आहार एवं सत्य आचरण की महत्त्वपूर्ण भूमिका : प्रो बिहारी लाल शर्मा 
प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली के प्रो. बिहारी लाल शर्मा रहे इस तकनीकी सत्र की अध्यक्षता श्री अतुल भाई कोठारी ने की ।इसके समन्वयक डॉ नौनिहाल गौतम रहे और प्रतिवेदक श्री गोविंद सिंह रहे ।

मुख्य वक्ता ने अपने वक्तव्य में पंचकोश की आध्यात्मिक दृष्टि पर बात की उन्होंने मानव के चरित्र निर्माण हेतु धर्म पर बल देने की बात की और साथ ही भारतीय शिक्षा में पाश्चात्य प्रभाव के कारण उत्पन्न दोषों को रेखांकित करते हुए भारतीय सनातन परंपरा के मुख्य बिंदुओं को भूल जाने की प्रवृत्ति की आलोचना की साथ ही 1835 ई. के पश्चात की आधुनिक शिक्षा नीति के नाम पर अपने आत्मगौरव को भुलाकर पश्चात्य चिंतन की ओर आकृष्ट होने के दुष्परिणामों को भी उन्होंने अपने चर्चा में शामिल किया। जो  भारतीय जीवन दर्शन हेतु हानिकर साबित हुई ।


उन्होंने कहा की किसी भी उत्तम राष्ट्र का निर्माण वहाँ के उत्तम चरित्र वाले व्यक्तियों से होता है...परंतु आज हम साक्षर तो हो रहें हैं परंतु शिक्षित नहीं हो रहें हैं... यह अपने आत्मगौरव को भूलने का परिणाम है... उन्होंने मनुष्य के चरित्र निर्माण हेतु धर्म को आवश्यक बताया और मनु के द्वारा की गई धर्म की व्याख्या की चर्चा की जिसका अनुसरण करके व्यक्ति एक श्रेष्ठ इंसान बन सकता है... और इसका पालन संपूर्ण संसार हेतु उपयोगी साबित होगा  । इसके अतिरिक्त पंचकोश का विकास होने से  वाले व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के संबंध में बताया उन्होंने अत्यधिक व्यापक ढंग से पंचकोश विभिन्न पक्षों पर बात करते हुए वर्तमान में युवाओं व देश के नागरिकों में उनके चरित्र निर्माण हेतु इसकी आवश्यकता पर बात की। अध्यक्षीय वक्तव्य श्री भाई अतुल कोठारी ने दिया।


मन पर नियंत्रण जीवन में उचित मार्ग प्रशस्त करता है- प्रो. सलूजा 

मुख्य वक्ता के रूप में द्वितीय तकनीकी सत्र में संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान नई दिल्ली के प्रो. चाँद किरण सलूजा ने अपना वक्तव्य मनोमयकोश पर दिया. सत्र की अध्यक्षता प्रो. गणेश शंकर गिरी ने की. प्रो. सलूजा ने मनोमयकोश के संबंध में नई शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने मनोमयकोश के सैद्धांतिक और व्यवहारिक पक्षों पर चर्चा करते हुए कहा कि मन पर नियंत्रण के द्वारा हम अपने जीवन को उचित मार्ग की ओर अग्रसर कर सकते हैं। साथ ही इसके  द्वारा व्यक्तित्व का  समग्र विकास हो सकता है. व्यक्ति मन के उचित प्रयोग द्वारा अपने जीवन को नियंत्रित कर के सकारात्मक कार्यों को पूरा कर सकता है. उन्होंने गीता के विभिन्न श्लोकों और अर्जुन का उदाहरण भी दिया। सत्र संचालक डॉ. संजय यादव थे और प्रतिवेदक आकांक्षा नामदेव थीं.


तामसिक प्रवृत्ति चारित्रिक अवमूल्यन का बड़ा कारण- डॉ. मनोहर भंडारी 

तृतीय सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में इस तकनीकी सत्र में डॉ. मनोहर भंडारी, इंदौर  ने अपना वक्तव्य दिया. डॉ. भंडारी ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में अवलोकन और मनोविज्ञान की शिक्षा आवश्यक है लेकिन हमारे देश का दुर्भाग्य है कि चिकित्सा शिक्षा में आज भी मनोविज्ञान की शिक्षा नही दी जाती है। यही कारण है कि मानव जीवन में पंचकोश अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम जब भी किसी जीव की हत्या करते हैं तो उससे कुछ तामसिक प्रवृत्ति के रस विसर्जित होते हैं। तामसिक प्रवृत्ति के ये रस उस मांस का सेवन करते हुए हमारे शरीर में आते हैं और यही कारण है कि मनुष्य में हम चारित्रिक अवमूल्यन देख रहे हैं। इसलिए हमें शाकाहार करना चाहिए। अन्नमय कोश से आनंदमय कोश तक की यात्रा को उन्होंने विस्तार से समझाते हुए उन्होंने कहा कि अन्नमय कोश हमें निरोग रखता है, प्राणमय कोश हमें साहस प्रदान करता है, मनोमय कोश बुद्धिमत्ता का कारक है, विज्ञानमय कोश उदारता देता है तथा आनंदमय कोश हमें संकट से ही मुक्त कर देता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. अजय तिवारी ने कहा कि पंचकोश को हम सभी प्राध्यापको को अपने कक्षाओं में बच्चों तक लेकर जाना चाहिए।
लोकतांत्रिकता शिक्षा की सबसे बड़ी विशेषता: अतुलभाई कोठारी

चतुर्थ सत्र में मुख्य वक्ता डॉ अतुलभाई कोठारी ने आनंदमय कोश की अवधारणा को व्याख्यायित किया। अध्यक्षता विवि की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने की। उन्होंने कहा कि आनंदमय कोश हमें समग्रता की ओर ले जाता है. पूरी पंचकोश की प्रक्रिया स्वयं को पहचानने की प्रक्रिया है. आम तौर पर इस पर चर्चा नहीं होती लेकिन यह अपने आप में एक विज्ञान है. उन्होंने कहा कि मनुष्य के भीतर इतनी क्षमता है कि वह हर समस्या का समाधान ढूंढ सकता है लेकिन कई बार वह अपनी इस क्षमता को नहीं पहचान पाता। इसलिये व्यक्ति को सबसे पहले स्वयं को पहचानने की आवश्यकता है। इसके लिए मन को एकाग्र करना पहला चरण है। यह प्रवृत्ति मनुष्य को स्वयं अपने भीतर लानी चाहिए। दबाव से मन में एकाग्र भाव नहीं आता। शिक्षा में लोकतांत्रिकता इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में अनुभव एवं प्रयोग की पद्धति को सम्मिलित करना चाहिए।  

स्वयं की पहचान कर हम ज्यादा सफल व्यक्ति बनेंगे- कुलपति 

अध्यक्षता करते हुए विवि की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने कहा कि मन को व्यवस्थित रखने में और दैनिक चुनौतियां का सामना करने में ओमकार की ध्वनि सहायक होती है। श्वसन क्रिया को ठीक रखने में भी यह सहायक होता है। उन्होंने कहा कि जहां समस्या है, वहां समाधान भी होता है। हमे समाधान पर बात करनी चाहिए। जितने समय में हम दूसरों को पहचाने की कोशिश करते है, उतने समय में स्वयं को पहचाने उसमे ज्यादा सफल व्यक्ति बनेंगे। हम भारतीय संस्कृति से जुड़ें. शिक्षा के द्वारा भारतीयता और भारतीय संस्कृति को वापस लाने का प्रयास शिक्षा नीति द्वारा हो रही है। उन्होंने उदहारण देते हुए कहा कि आज कल हर अवसर पर केक काटना प्रचलन में है जो पाश्चात्य पद्धति है. 

हमारी संस्कृति हमें जोड़ना सिखाती हैं, काटना नही। स्वयं चरित्रवान बनें तभी आप दूसरो को भी चरित्र के बारे में सिखा पाएंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शशि कुमार सिंह ने किया. कार्यक्रम में देश भर के कई राज्यों से आये प्रतिभागी, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं शिक्षक उपस्थित रहे. 

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