जिला अस्पताल एक्स-रे रूम में मानकअनुसार व्यवस्थाएं सुधारे, रेडियेशन से बचाए लोगो को - कलेक्टर
सागर। 7 अक्टूबर 2022 । जिला अस्पताल में एक्स-रे रूम को मानक अनुसार व्यवस्थित करें। एक्स-रे रूम की प्रमुख आवश्यकता दीवारों को लेड से कवर कराना है ताकि एक्स-रे मशीनों से निकलने वाले हानिकारक रेडियेशन से अन्य मरीज व अगन्तुक प्रभावित न हों। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने शुक्रवार को दिए। वे कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ एसएससीएल श्री चंद्रशेखर शुक्ला के साथ जिला अस्पताल रेट्रोफिटिंग परियोजना कार्यों का स्थल निरीक्षण कर रहे थे।
उन्होनें जिला अस्पताल में चल रहे कायाकल्प के कार्य का बारीकी से निरीक्षण कर निर्देश दिए कि रेडियोलॉजी विभाग को सेप्रेट वार्ड के रूप में तैयार करें। जहाँ एक्स-रे मशीनों सहित मैमोग्राफ़ी मशीन, महिलाओं हेतु ब्रेस्ट कैंसर जाँच मशीन, सोनोग्राफी आदि सभी मशीनों को व्यवस्थित किया जा सके। इस सेप्रेट विभाग के क्षेत्र में केवल वही लोग आएं जिन्हें यहां की सेवाओं की आवश्यकता है अन्य मरीज व परिजन आदि यहां से न गुजरें इससे इन मशीनों से निकलने वाले हानिकारक रेडियेशन से लोगों को प्रभावित होने से रोका जा सकेगा। कलेक्टर श्री आर्य ने अस्पताल के ड्रेनेज़ आदि
का काम व्यवस्थित तरीके से करने को कहा। उन्होंने कहा की सीवरेज का काम भी प्राथमिकता से किया जाए। जिन वार्डों में रेट्रोफिटिंग कार्य किया जा रहा है वहाँ टॉयलेट व्यवस्था, वॉटर सप्लाई, खिड़कियों पर मच्छर जाली, पेंट आदि कर दुरुस्त करें। पूरे वार्ड को एक थीम में व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। जहाँ अनावश्यक गेट व चैनल आदि लगे हैं उन्हें हटाएं और कॉरिडोर को स्वच्छ व आवागमन हेतु फ्री बनाएं ताकि मरीजों कों व्हीलचेयर व स्ट्रेचर आदि से लाने ले जाने में आसनी रहे।उन्होंने कहा की इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य यहां आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना है। उन्होंने कहा की जिला अस्पताल में दूर-दूर से मरीज व उनके परिजन इलाज के लिए आते हैं हमें उनकी आवश्यकताओं और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल का कायाकल्प करना हैं। जिससे उन्हें यहां इलाज के दौरान आसानी से सुविधाओं का लाभ मिल सके। अस्पताल में सभी जगह आवश्यकता अनुसार साइनेजेस लगाने का भी कार्य प्रारम्भ करें ताकि आगनतुकों को अनावश्यक भटकना न पड़े वे अपनी जरूरत के हिसाब से अस्पताल के उपयुक्त स्थल तक आसानी से पहुंच सकें और सुविधाओं का लाभ पा सकें।
निरीक्षण के दौरान स्मार्ट सिटी और पीएमसी के इंजीनियर्स व निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।