गौर विश्वविद्यालय : राष्ट्रीय कार्यशाला एवं शोध संगोष्ठी का उद्घाटन , चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास विषय पर केंद्रित

गौर विश्वविद्यालय :  राष्ट्रीय कार्यशाला एवं शोध संगोष्ठी का उद्घाटन , चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास विषय पर केंद्रित

 
  
सागर. डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के संयुक्त तत्त्वावधान में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं शोध संगोष्ठी का उदघाटन विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में हुआ. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी के सारस्वत सान्निध्य में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुलभाई कोठारी सारस्वत वक्ता के रूप उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति अध्यक्षता प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. समारोह में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्रा, संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान, नई दिल्ली से प्रो. चाँद किरण सलूजा एवं पूर्णिया विश्वविद्यालय, बिहार के कुलपति प्रो. राजनाथ यादव की सारस्वत उपस्थिति रही. साथ ही स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ अजय तिवारी, म प्र हिन्दी ग्रन्थ अकादमी के अध्यक्ष श्री अशोक कडेल, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो अम्बिकादत्त शर्मा भी मंचासीन थे. 
ज्ञान की देवी सरस्वती एवं डॉ गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ संगोष्ठी का शुभारम्भ हुआ. प्रो अम्बिकादत्त शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि यह भारत के निर्माण की कार्यशाला है जिसका निश्चित लक्ष्य है. इस कार्यशाला की शुरुआत से ही विश्वविद्यालय के स्नातक से शोध पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के वैल्यू एडेड पाठ्यक्रम लागू हो जाएगा. डॉ. शशिकुमार सिंह ने पांच दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा और सत्रों का संक्षिप्त विवरण दिया.

भारतीय बोध के साथ हो चरित्र एवं व्यक्तित्व निर्माण: कुलाधिपति   

विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी ने कार्यशाला के विषय को आज के समय में महत्त्वपूर्ण बताया. डिजिटल युग में भारतीय बोध के साथ व्यक्तिव निर्माण करना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में व्यक्तित्व के समग्र विकास और चरित्र निर्माण के विषय में उल्लिखित बिन्दुओं पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि नीति के क्रियान्वन हेतु पहली बार भारतीय भाषा, बहुविद्यावाद, व्यवसायवाद को प्रमुख रूप से इस नीति में रखा गया है. इससे परीक्षण पद्धति में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय को भारतीय शिक्षा पद्धति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करनी चाहिए.  

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय बने भारतीय ज्ञान परंपरा के अध्ययन का उत्कृष्ट केंद्र- डॉ. कोठारी 

डॉ. अतुल भाई कोठारी ने कहा कि भारत में व्यक्तित्व, चरित्र के आधार पर नापा जाता है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण, नैतिक मूल्यों का ह्रास, हत्या आदि सभी समस्याओं का मूल कारण चरित्र से संबंधित है.  हम यहां पर समाधानों की चर्चा करने आए हैं और चरित्र निर्माण इसका आधार है. इसकी शुरुआत बाल्यावस्था से होती है. बच्चे देखकर सीखते हैं और धीरे धीरे आदतों का अनुकरण करते हैं जो आगे चलकर चरित्र बनाता है. उन्होंने समग्र विकास की बात करते हुए कहा कि इसके भौतिक और आध्यात्मिक दो पहलू हैं. जिसमे भौतिक पहलू से आशय है की मेडिकल के विद्यार्थी को अगर मनोविज्ञान का ज्ञान न हो तो वो पूर्णतः सफल नहीं बन सकता. यह प्रयास पहले नहीं था पर अब शिक्षा नीति के द्वारा क्रियान्वन किया जा रहा है. भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने का काम इस नीति से हो रहा है. इसके पाठ्यक्रम में पूरी दुनिया की समस्याओं का  समाधान है. उन्होंने कहा कि इसका केंद्र बिंदु डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय बन सकता है. 

भारतीय चिंतन परंपरा में व्यक्तित्व विकास का महत्त्वपूर्ण स्थान- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता 

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता भारत में पहली बार इस तरह की पांच दिवसीय कार्यशला का आयोजन हो रहा है. करीब 7 राज्यों से यहां प्रतिभागी उपस्थित हुए है. कोविड के समय से ही इसके क्रियान्वन पर सतत चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय चिंतन परंपरा में व्यक्तित्व विकास का महत्त्वपूर्ण स्थान है. आज के समय में विद्यार्थियों में श्रेष्ठ गुणों का समावेश होना चाहिए. इन गुणों में संतुलन, उत्तम विचार एवं आत्म विश्वास ऐसे गुण हैं जो चरित्र निर्माण करते हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थी डिग्री के साथ समाज में उत्तम चरित्र के साथ प्रवेश करे क्योंकि समाज से ही देश बनता है. उन्होंने इसी के अंतर्गत गौर जयंती के अवसर पर छात्र छात्रों द्वारा परोपकारी कार्य करने पर उन्हें उत्तम चरित्र दर्शाने के लिए पुरुस्कृत करने की बात कही. उन्होंने विश्वविद्यालय में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास संबंधी गतिविधियों के बारे में भी बताया.

प्रो कपिल देव मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने विद्यार्थीयों के एक हाथ में ज्ञान और कौशल को रखा है. वही दूसरे हाथ में चरित्र और आचरण को. उन्होंने शिक्षा के उद्देश्य को बताते हुए कहा की पुराने ज्ञान को आगे बढ़ाने, नए ज्ञान के सृजन के साथ विद्यार्थी को समसामयिक चुनौती के लिए बौद्धिक तौर पर तैयार करना है जो इस शिक्षा नीति के माध्यम से क्रियान्वित हो रहा है. उन्होंने कहा की व्यक्तित्व विकास को पंचकोष आधार पर ही पूर्ण माना जाता है जिसमें अन्नमय से पोषित, प्राणमय से बल, मनोमय से विज्ञान और आनंदमय से आध्यात्मिक विकास तक के चारण होते है और स्वामी विवेकानंद के अनुसार आध्यात्मिक विकास ही भारत की आत्मा है. 

प्रो. राजनाथ यादव ने भारत में शिक्षा नीतियों का क्रमशः इतिहास बताते हुए राष्टीय शिक्षा नीति के विविध आयामों को बताया. उन्होंने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वन के लिए उसको गहराई से समझना आवाश्यक है. उन्होंने बहुविद्या, 5+3+3+4 प्रणाली, शोध के लिए संस्थान, विदेशी विश्वविद्यालय के कैंपस भारत मे स्थापित करना आदि के महत्व को रेखांकित किया.  

अपराह्न के सत्र में प्रो चांद किरण सलूजा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रथम अध्याय के अंत में स्पष्ट है कि बच्चे को शिक्षक एवं अभिवावक मिलकर उसकी संवेदनशीलता के साथ पहचाने और फिर उसके विकास के बारे में सोचे. हमें शिक्षा के द्वारा व्यक्ति को अच्छा इंसान और उसके समग्र विकास पर जोर देना चाहिए. दिशायुक्त वृद्धि ही विकास है.  शिक्षा नीति पंचकोष विकास को धारण करने के लिए अग्रसर है. उन्होंने इक्कीसवीं सदी की शिक्षा के चार आधारभूत स्तंभ को समझाया और कहा कि ज्ञान की प्राप्ति के बाद उसको व्यहवार में बदलना होगा. व्याह्वारिक शिक्षा प्राप्ति के बाद वह मिलकर रहना सिखाती है जो जीवन के उद्देश्य प्राप्त करने में सहायक होती है और अंततः शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य बनाना होता है. उन्होंने कहा कि चरित्र हमारी सोच है. हम एकांत में जो कार्य करते हैं वही हमारा चरित्र निर्धारित करता है. 

श्री मनोहर भंडारी ने अपने "अन्नमयकोष" विषय पर बोलते हुए कहा कि अन्न से उत्पन्न, अन्न के आधार एवं अन्न से पुष्ट को अन्नमय कोष कहते हैं. अन्न से ही शरीर स्वस्थ होकर इंद्रिय चेतना को सशक्त करता है जिससे सभी क्रियाएं होती है. मन के अस्वस्थ होने से भोजन भी प्रभावित होता है और इससे अन्नमयकोष पर भी प्रभाव पड़ता है. आज छोटी उम्र में ही इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा है जिसके कारण व्यक्ति कम आयु में ही ऐसे रोगों के शिकार हो रहे हैं जो 60 वर्ष के बाद होते हैं. इन सबका संबंध अन्नमयकोष से है, क्योंकि आहार से ही इम्यून सिस्टम सशक्त होता है. शुद्ध सात्विक आहार और आयुर्वेद अनुसार दिनचर्या का पालन कर के हम इसे प्राप्त कर सकते है. उन्होंने कहा कि ब्रह्ममुहुर्त में उठे. जीवन एक प्रयोगशाला है, स्वयं के जीवन में प्रयोग करें. 

पोस्टर प्रतियोगिता, आत्मनिर्भर भारत एवं पुस्तक प्रदर्शनी हैं मुख्य आकर्षण  
संगोष्ठी के विभिन्न उपविषयों पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है जा रहा है. प्रतिभागियों के लिए योग अभ्यास सत्र एवं संवाद सत्र भी रखा गया है. कार्यशाला में स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों द्वारा आत्मनिर्भर भारत प्रदर्शनी भी लगाईं गई है और चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास संबंधी पुस्तकों की भी प्रदर्शनी लगाईं गई है. इस पंचदिवसीय आयोजन में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे तथा विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा


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तीन दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन

तीन दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन

सागर। दक्षिणमध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से तीन दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन सागर में पहली बार आयोजित किया जा रहा है ।दिनांक 6 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक चलने वाला यह आदिवासी महोत्सव सागर के लोकरंगदर्पण कला केंद्र द्वारा आयोजित किया गया है।
लोकगीत, लोकसंगीत और लोकनृत्य यह हमारी संस्कृति की धरोहर तथा अविभाज्य अंग है।
संस्था की सचिव विनीता दोहरे द्वारा बताया गया की इस आयोजन का उद्देश्य आदिवासी लोक संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाना है तथा इन सारे कलागुणों का जतन तथा संवर्धन करना है।इस कार्यक्रम में देश के ६ राज्यों के आदिवासी कलाकार हिस्सा ले रहें हैं जिनमें छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र,कर्नाटक,आंध्र प्रदेश,तेलंगाना और मध्य प्रदेश के कलाकार शामिल हैं । सागर जिले के केसली गांव के आदिवासी कलाकार इस माध्यम से पहली बार किसी रंगमंच पर अपनी कला प्रस्तुत करने जा रहे हैं।

 महाराष्ट्र से आए हुए कलाकारों में प्रसिद्ध नृत्य कलाकार चंद्रकांत पाटील और उनका संघ अपनी कलाएं प्रस्तुत करेगा। उनके साथ महाराष्ट्र के सुप्रसिद्ध लोकगीत गायक श्री. संदीपजी पाटिल, प्रसिद्ध ढोलकीसम्राट श्री.गणेशजी पाटिल और ढोलवादक श्री.संदेशजी पाटिल भी शामिल हैं। इस महोत्सव में मध्य प्रदेश से लोकनृत्य राई ,सैरा ,बधाई और छत्तीसगढ़ से लोकनृत्य पंथी, महाराष्ट्र से लावणी ,गोंधल तथा तेलंगाना से लोकनृत्य मातुरी एवं कर्नाटक से ढोलू कुनीथा ऐसे विविध लोकनृत्यों का रंगमंचीय सादरीकरण होने वाला है।
आयोजन की शुरुआत ६ अक्टूबर शाम ५:०० बजे मधुकर शाह जी की समाधिस्थल गोपालगंज से पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौराहा बस स्टैंड तक कला शोभायात्रा निकाल कर की गई।द्वितीय और तृतीय दिवस दिनांक ७ और ८ अक्टूबर को रविंद्र भवन,सागर, मध्य प्रदेश में शाम ७:०० बजे से आदिवासी कलाकारों की नृत्य प्रस्तुति कराई जाएगी।
इस महोत्सव में प्रमुख अतिथी के रूप मे पद्मश्री श्री रामसहाय पांडेजी, विधायक माननीय श्री शैलेंद्र जैन जी, नगर निगम अध्यक्ष श्री. वृंदावन अहिरवार जी, श्री शैलेश केशरवानी जी, विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष आदरणीय श्री. कपिल स्वामी जी एवं सागर जिले के कलेक्टर महोदय आदरणीय श्री दीपक आर्य जी इस पर्व के दीप प्रज्वलन तथा उद्घाटन हेतु उपस्थित रहे।

केंद्र सरकार द्वारा संचालित आज़ादी का अमृत महोत्सव इस अभियान के चलते हुए इस आदिवासी सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया है। सारे रसिकजन,प्रेक्षक तथा नागरिकगण इस महोत्सव का आनंद प्राप्त करने हेतु सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम आयोजक समिति में महेंद्र चढ़ार कुंदन ठाकुर तनु ठाकुर अंशुल अंशिका अहिरवार अंकित सेन प्रिंस यादव शालिनी चौधरी पवन चौरसिया राम ठाकुर शामिल रहे।


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श्री प्रेम प्रसारिणी सनाढ्य सभा का शताब्दी वर्ष समारोह 9 अक्तूबर को, ब्राह्मण समाज की अनेक हस्तियां होंगी शामिल

श्री प्रेम प्रसारिणी सनाढ्य सभा का
 शताब्दी वर्ष समारोह 9 अक्तूबर को, ब्राह्मण समाज की अनेक हस्तियां होंगी शामिल


सागर. श्री प्रेम प्रसारिणी सनाढ्य सभा सागर अपना शताब्दी वर्ष समारोह मनाने जा रहा है। मोतीनगर चौराहा स्थित महाकवि पद्माकर सभागार में 9 अक्टूबर की सुबह 11 से कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। सनाढ्य सभा द्वारा आयोजित पत्रकारवार्ता में आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. श्याम मनोहर सिरोठिया, जिला अध्यक्ष व सभापति एड. इंद्रजीत दुबे, इंजी. राजेश मिश्रा ने बताया कि श्री प्रेम प्रसारिणी सनाढ्य सभा सागर की स्थापना वर्ष-1920 में हुई थी। वर्ष-2020 में सौ वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम आयोजित किया जाना था, लेकिन कोविड-19 का दौर होने के कारण इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। अब हम 9 अक्टूबर को शताब्दी वर्ष समारोह मनाने जा रहे हैं। जिलाध्यक्ष दुबे ने बताया कि सनाढ्य ब्राह्मण समाज के इस कार्यक्रम में पूरे प्रांत से ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ जनों को आमंत्रित किया गया है। स्थापना के गौरवशाली 102 वर्ष पूर्ण होने पर समाजजनों में काफी उत्साह है। शताब्दी वर्ष समारोह का कार्यक्रम सुबह 11 से शाम 4 बजे तक आयोजित होगा। कार्यक्रम में समाज की प्रतिभाओं का सम्मान होगा। समाज के सभी प्रमुख लोगो को इसमें आमंत्रित किया गया। इनमे मंत्री गोपाल भार्गव,पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचोरी, साध्वी प्रज्ञा भारती , प्रताप भानू शर्मा, विधायक राजेश शुक्ला  सहित अनेक प्रमुख शामिल है।

102 वर्ष में एक भी पंचमीं की बैठक नहीं टली

एड. दुबे ने बताया कि श्री प्रेम प्रसारिणी सनाढ्य सभा के 102 वर्ष के कार्यकाल में एक बार भी ऐसा अवसर नहीं आया, जब हर 15 दिन में आयोजित होने वाली पाक्षिक या पंचमीं की बैठक आयोजित न हुई हो। बैठक में भले ही चार लोग जमा हुए हों, लेकिन बैठक का आयोजन होता रहा है। समरोह में ब्राह्मण समाज के होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाएगा। इसके साथ ही प्रबुद्धजन समारोह में समाजजनों को मंच से संबोधित भी करेंगे।

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MP: कांग्रेस के दो विधायकों सिद्धार्थ कुशवाहाऔर सुनील सराफ पर महिला ने लगाए अभद्रता के आरोप◾जीआरपी सागर ने की FIR दर्ज ◾ विधायक बोले आरोप बेबुनियाद

MP: कांग्रेस के दो विधायकों सिद्धार्थ कुशवाहाऔर सुनील सराफ पर महिला ने लगाए अभद्रता के आरोप

◾जीआरपी सागर ने की FIR दर्ज 

◾ विधायक बोले आरोप बेबुनियाद

सागर/ भोपाल।  रेवांचल एक्सप्रेस में सफर कर रही एक महिला यात्री के साथ छेड़खानी और अभद्रता के मामले में जीआरपी सागर ने  सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सिंह कुशवाहा और कोतमा विधायक सुनील सराफ के खिलाफ FIR दर्ज की है। ट्रेन से ही पीड़ित महिला ने अपने पति को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद  देर रात्रि में पति ने रेलमंत्री, डीआरएम को ट्वीट कर मदद मांगी। ट्वीट मिलते ही रेल पुलिस हरकत में आई । उधर भोपाल में दोनो कांग्रेस विधायकों ने महिला के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। 

ये है मामला
सूत्रों के मुताबिक रीवा से भोपाल के लिए महिला ट्रेन में 6 माह के बच्चे के साथ सफर कर रही थी। कल गुरुवार की रात को ट्रेन से  रीवा से 8 बजे चली थी। महिला कोच नंबर एच - 1 में सफर कर रही थी। इसी कोच में विधायक कुशवाहा और कोतमा के विधायक सुनील सराफ भी सफर कर रहे थे। इस दौरान सिद्धार्थ कुशवाहा ने सीट को लेकर कुछ बातचीत की। महिला ने अभद्रता की जानकारी अपने पति प्रफुल शर्मा को दी। प्रफुल ने इसका ट्वीट किया । जिसके चलते रात में ही पुलिस हरकत में आ गई ।


जीआरपी सागर को जबलपुर से सूचना मिली। रेवांचल एक्सप्रेस रात करीब 1 बजे सागर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। जहां रेल पुलिस बोगी में पहुंचकर महिला से बात की। लेकिन सागर स्टेशन पर महिला अधिकारी नहीं होने से महिला के बयान नहीं लिए जा सके। पुलिस की सुरक्षा में महिला को बीना स्टेशन पहुंचाया गया। जहां बीना में पदस्थ महिला अधिकारी ट्रेन में पहुंची और महिला यात्री से घटनाक्रम की जानकारी ली। अधिकारी ट्रेन में ही महिला यात्री के साथ भोपाल पहुंची। जहां यात्री के बयान लिए गए हैं। जीआरपी थाना प्रभारी पीके अहिरवार ने बताया कि महिला के साथ टीम गई । बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। महिला ने दो नाम सिद्धार्थ कुशवाहा और सुनील सराफ के नामों को बताया है। इनके खिलाफ धारा 354 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। 

आरोप बेबुनियाद है और झूठे

उधर भोपाल में सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा  कोतमा विधायक सुनील सराफ दोनो ने मीडिया के सामने प्रतिक्रिया दी।  कांग्रेसी विधायक सुनील सराफ ने कहा कि ट्रेन में अन्य लोग भी यात्रा कर रहे थे लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा. महिला हमारे एक बर्थ पर सो रही थी. उसका बच्चा दरवाजे से होनेवाली आवाज के कारण जाग रहा था. महिला दूसरी सीट पर चली गई. पुलिस के बोगी में आने पर हमें आरोपों की जानकारी हुई.
कांग्रेसी विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि अभद्रता जैसी कोई बात नहीं हुई. झूठे आरोप लगानेवाली महिला हमारी सीट पर क्या कर रही थी ।



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अलग–अलग टीमों को लगाकर सागर झील विकास कार्यों में तेजी लाएं : कलेक्टर

अलग–अलग टीमों को लगाकर सागर  झील विकास कार्यों में तेजी लाएं : कलेक्टर


सागर। 7 अक्टूबर 2022। झील के शेष बचे सभी निर्माण व सौंदर्यीकरण आदि कार्य तेजी से पूरे करने के लिए अलग-अलग फ्रंट पर टीमों को लगाएं और मशीनरी व मैनपॉवर बढ़ाकर प्रतिदिन की रूपरेखा अनुसार एक साथ सभी कार्यों को कराना प्रारम्भ करें। उक्त निर्देश कलेक्टर सह अध्यक्ष सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री दीपक आर्य ने दिए। वे स्मार्ट सिटी के कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ श्री चंद्रशेखर शुक्ला के साथ लाखा बंजारा झील जीर्णोद्धार, पुनर्विकास व सौंदर्यीकरण कार्यों का स्थल निरीक्षण करने पहुँचे थे। उन्होंने चैतन्य हॉस्पिटल तिराहे की ओर झील के पेरीफेरी पाथ-वे की बनाई जाने वाली आंतरिक रैलिंग बाउंड्री हेतु किए गए एक्सकेवेशन आदि का निरीक्षण किया व एक सप्ताह में झील किनारे पाथ-वे के एक छोटे हिस्से को फाइनल टच देने के निर्देश दिए ताकि फ़ाइनल होने के बाद झील किनारे का नजारा कैसा दिखेगा इसे परखा जा सके। उन्होंने कहा की बारिश के दौरान झील में जमा हुई खरपतवार को और अधिक मजदूर व मशीन लगाकर शीघ्रता से हटवाएं।


 ताकि शेष सौंदर्यीकरण के कार्य आसानी से किए जा सकें और समय सीमा में लाखा बंजारा झील जीर्णोद्धार, पुनर्विकास व सौंदर्यीकरण के सभी कार्य पूर्ण कर नागरिकों के उपयोग हेतु सुव्यवस्थित सुन्दर झील को लोकार्पित कराया जा सके।
निरीक्षण के दौरान स्मार्ट सिटी और पीएमसी के इंजीनियर व निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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जिला अस्पताल एक्स-रे रूम में मानकअनुसार व्यवस्थाएं सुधारे, रेडियेशन से बचाए लोगो को - कलेक्टर

जिला अस्पताल एक्स-रे रूम में मानकअनुसार व्यवस्थाएं सुधारे, रेडियेशन से बचाए लोगो को - कलेक्टर



सागर। 7 अक्टूबर 2022 । जिला अस्पताल में एक्स-रे रूम को मानक अनुसार व्यवस्थित करें। एक्स-रे रूम की प्रमुख आवश्यकता दीवारों को लेड से कवर कराना है ताकि एक्स-रे मशीनों से निकलने वाले हानिकारक रेडियेशन से अन्य मरीज व अगन्तुक प्रभावित न हों। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने शुक्रवार को दिए। वे कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ एसएससीएल श्री चंद्रशेखर शुक्ला के साथ जिला अस्पताल रेट्रोफिटिंग परियोजना कार्यों का स्थल निरीक्षण कर रहे थे। 

उन्होनें जिला अस्पताल में चल रहे कायाकल्प के कार्य का बारीकी से निरीक्षण कर निर्देश दिए कि रेडियोलॉजी विभाग को सेप्रेट वार्ड के रूप में तैयार करें। जहाँ एक्स-रे मशीनों सहित मैमोग्राफ़ी मशीन, महिलाओं हेतु ब्रेस्ट कैंसर जाँच मशीन, सोनोग्राफी आदि सभी मशीनों को व्यवस्थित किया जा सके। इस सेप्रेट विभाग के क्षेत्र में केवल वही लोग आएं जिन्हें यहां की सेवाओं की आवश्यकता है अन्य मरीज व परिजन आदि यहां से न गुजरें इससे इन मशीनों से निकलने वाले हानिकारक रेडियेशन से लोगों को प्रभावित होने से रोका जा सकेगा। कलेक्टर श्री आर्य ने अस्पताल के ड्रेनेज़ आदि 
का काम व्यवस्थित तरीके से करने को कहा। उन्होंने कहा की सीवरेज का काम भी प्राथमिकता से किया जाए। जिन वार्डों में रेट्रोफिटिंग कार्य किया जा रहा है वहाँ टॉयलेट व्यवस्था, वॉटर सप्लाई, खिड़कियों पर मच्छर जाली, पेंट आदि कर दुरुस्त करें। पूरे वार्ड को एक थीम में व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। जहाँ अनावश्यक गेट व चैनल आदि लगे हैं उन्हें हटाएं और कॉरिडोर को स्वच्छ व आवागमन हेतु फ्री बनाएं ताकि मरीजों कों व्हीलचेयर व स्ट्रेचर आदि से लाने ले जाने में आसनी रहे।उन्होंने कहा की इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य यहां आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना है। उन्होंने कहा की जिला अस्पताल में दूर-दूर से मरीज व उनके परिजन इलाज के लिए आते हैं हमें उनकी आवश्यकताओं और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल का कायाकल्प करना हैं। जिससे उन्हें यहां इलाज के दौरान आसानी से सुविधाओं का लाभ मिल सके। अस्पताल में सभी जगह आवश्यकता अनुसार साइनेजेस लगाने का भी कार्य प्रारम्भ करें ताकि आगनतुकों को अनावश्यक भटकना न पड़े वे अपनी जरूरत के हिसाब से अस्पताल के उपयुक्त स्थल तक आसानी से पहुंच सकें और सुविधाओं का लाभ पा सकें।
 निरीक्षण के दौरान स्मार्ट सिटी और पीएमसी के इंजीनियर्स व निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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सर्वे कार्य की गति धीमी, 5 कर संग्राहकों कारण बताओं नोटिस

सर्वे कार्य की गति धीमी, 5 कर संग्राहकों कारण बताओं नोटिस 


सागर।  नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रशेखर शुक्ला द्वारा नगर में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत् चल रहे सर्वेे कार्य की वार्डवार समीक्षा करते हुये, निर्देश दिये कि वार्ड को क्षेत्र में बॉटकर सर्वेदल सर्वे कार्य करें ताकि समस्त वार्डो में 10 दिन के भीतर सर्वे कार्य पूरा कर दूसरे चरण का सर्वे कार्य प्रारंभ करें।
वार्डवार किय जा रहे सर्वे कार्य की प्रगति की समीक्षा दौरान जिन वार्डो में अपेक्षाकृत प्रगति ना पाये जाने पर उस वार्ड के करसंग्राहक एवं सफाई दरोगाओं को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये साथ योजनाबद्व तरीके से कार्य करें तथा प्रतिदिन किये गये कार्य की प्रतिदिन सायं को समीक्षा भी करें और अगर किसी कर्मचारी द्वारा इस कार्य में लापरवाही बरती जाये तो अवगत करायें ताकि संबधित के विरूद्व आवश्यक कार्यवाही की जा सकें।
बैठक में 5 कर संग्राहकों द्वारा किया गया कार्य संतोषप्रद ना पाये जाने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिये।
आगामी सप्ताह में नगर के सभी 48 वार्डो में शिविर आयोजित किये जायेंगे इसके संबंध उन्होने संबंधित अधिकारियों से कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये ताकि वार्ड के ऐेसे नागरिक जो केन्द्र व राज्य शासन द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओ के लाभ से अगर वंचित है तो उन्हें उसी वार्ड में ही लाभ दिया जा सकें।
जनसपंर्क प्रभारी
नगर पालिक निगम सागर

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Sagar: स्मार्ट सिटी की लापरवाही, सरियों से भरा नाला खुला छोड़ा, डॉक्टर बाइक समेत समा गया , 25 टांके आए पेट में

Sagar: स्मार्ट सिटी की लापरवाही, सरियों से भरा नाला खुला छोड़ा, डॉक्टर बाइक समेत समा गया , 25 टांके आए पेट में


सागर।  स्मार्ट सिटी कंपनी के ठेकेदार की लापरवाही से एक डॉक्टर मौत के मुंह में पहुंच गया। तिली मार्ग पर निर्माणाधीन नाले और उसमें से निकले सरियों के जाल को खुला छोड़ दिया गया। रात करीब 3 बजे बीएमसी के डॉक्टर बस स्टैंड जा रहे थे, अंधेरे के कारण गड्ढा समझ नहीं आया और बाइक समेत सरियों के जाल पर गिर पड़े, सरिय उनके पेट में घुस गया, हाथ की एक अंगुली कट गई, सिर में भी चोट लगी। 

Smart City Sagar बीच सड़क पर मौत का कुंआ, मप्र के सागर में स्मार्ट सिटी कंपनी के ठेकेदार की लापरवाही के कारण तिली मार्ग पर ग्रेविटी होटल के सामने आधे बने नाले को खुला छोड़ दिया है। जमीन से सरियों का पूरा जाल ऊपर तक तरफ निकला है। बुधवार देर रात बीएमसी से ड्यूटी समाप्त करने के बाद एक डॉक्टर किसी काम से जा रहे थे, बीच सड़क पर मुंह बाये खड़े इस मौत के गड्ढे में वे बाइक सहित समा गए। गनीमत रही कि राह से गुजरते किसी शख्स ने देख लिया और बीएमसी में सूचना दी गई। डॉक्टर के पेट में 25 टांके आए हैं, सिर, हिप्स पैर में भी टांके लगे हैं। हाथ की एक अंगुली कट गई है। 


डॉक्टर ने बताया पता ही नहीं चला एक पल में गड़डे में समा गए 
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बतौर एसआर पदस्थ डॉक्टर राजेश मीणा रात में बस स्टैंड जा रहे थे, वे अपनी बाइक पर थे, जिला अस्पताल से बस स्टेंड की तरफ ग्रेविटी होटल के सामने सड़क पर स्मार्ट सिटी कंपनी कई महीनों से नाला बना रही है। कंपनी ने आधे नाले को बनाकर आधी सड़क को खुला छोड़ दिया है। सड़क पर कोई बेरिकेट्स या अवरोधक न होने से समझ ही नहीं आया कि सड़क पर मौत मुंह बाये खड़ी है। डॉ. राजेश की बाइक अचानक इस 30 मीटर चौड़े और करीब 20 फीट गहरे नाले में बाइक समेत गिर गए। पूरे नाल में जमीन से लेकर ऊपर तक सरियों का जाल बिछा हुआ है, वे सीधे सरियों पर गिरे और एक सरिया उनका पेट चीरता नीचे से ऊपर की तरफ घुस गया। कई सरिया शरीर में जहां तहां फंस गए। अचानक हुए हादसे के कुछ समय तक वे दर्द का अहसास तक नहीं कर सके। बाद में राह से गुजरते लोगों ने नाले के अंदर से गाड़ी के इंडीकेटर की लाइट और आवाज सुनकर नीचे देख तो दंग रह गए। नाम पता पूछा तो एक व्यक्ति बीएमसी के लोगों को जानता था, उसने करीब सवा तीन बजे फोन लगाकर सूचना दी, डायल 100 को बुलाया। 

सरियों के बीच उफनते नाले के अंदर उतरकर डॉक्टर को बाहर निकाला
बीएमसी में हाइट्स कंपनी के सुपरवाइजर नीतेश सोनू चुटिले ने बताया कि रात सवा 3 बजे फोन आया तो उन्होंने तत्काल अपने स्टाफ को सूचना दी। 10 से 15 मिनट में दर्जनभर से अधिक लोग बीएमसी की एंबूलेंस लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए थे। उनके सुरक्षाकर्मियों व अन्य स्टाफ ने नाले में उतरकर डॉ. राजेश मीणा को सरियों के बीच से हाथों-हाथ उठाकर बाहर निकाला और बीएमसी लेकर पहुंचे थे। यहां तत्काल उपचार के बाद ओटी में डॉ. के पेट में करीब 25 टांके आए हैं। एक हाथ की अंगुली कट गई है। सिर में भी टांके लगे हैं। भगवान का शुक्र है इतना खतरनाक हादसा होने के बाद उनकी जान बच गई।


एडिटर: विनोद आर्य
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9424437885

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