SAGAR: ट्रेन से यात्रा कर रही महिला ने दिया जुड़वा बच्चों को जन्म, एक स्टेशन पर ,दूसरा हॉस्पिटल में
सागर। जम्मूतवी-दुर्ग एक्सप्रेस ट्रेन 12550 से सफर कर रही एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के बाद सागर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतार कर प्रसव कराया गया। देर रात्रि में जीआरपी पुलिस ने प्लेटफार्म पर मोजूद महिलाओ की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया और बच्ची ने जन्म दिया। इसके बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया । यहां पर महिला ने एक दूसरे बच्चे को भी जन्म दिया है। जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित बताए जा रहे है। करीब आधा घंटा ट्रेन रुकी भी रही। रेलवे पुलिस की इस मानवीय मदद की तारीफ हो रही है।
जम्मू से छत्तीसगढ़ जा रहे थे पति–पत्नी
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के थाना नवागढ़ के निवासी लकेश कश्यप और उसकी गर्भवती पत्नी लक्ष्मी देवी और पड़ोसी सुनील के साथ जम्मू के कटवा पठानकोट से जम्मूतवी दुर्ग एक्सप्रेस ट्रेन से घर के लिए गुरुवार को निकले थे। सफर के दौरान महिला को प्रसव पीड़ा हुई। कुछ लोगो ने रेलवे हेल्पलाइन को फोन किए।
सागर रेलवे जीआरपी पुलिस को यह सूचना दी गई। रात्रि कालीन ड्यूटी पर जीआरपी के प्रधान आरक्षक रघुवीर सिंह परमार ने थाना प्रभारी पी के अहिरवार को सूचना दी पीड़ित महिला की मदद के लिए प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार करने लगे।
प्लेटफार्म पर मोजूद महिलाओ ने की मदद
प्रधानआरक्षक रघुवीर सिंह परमार ने बताया कि करीब डेढ़ बजे रात को जम्मू तवी ट्रेन आई। इसके कोच नंबर S–5 को अटेंड किया। महिला की हालत खराब थी वह दर्द से कराह रही थी। उसे तत्काल सागर के प्लेटफार्म पर उतारा। रेल्वे स्टेशन पर अन्य ट्रेन का इंतजार कर रही यात्री महिलाओ को बुलाकर के उस महिला की मदद के लिए चारो तरफ से साड़ी लगवाकर परदा जैसा बनवाया। महिला की ओट डिलिवरी कराई। लक्ष्मी देवी ने एक बेटी को जन्म दिया। उसे और दर्द हो रहा था और वह वेहोश हो गई । आरपीएफ के ASI बी पी पांडे भी आए। उन्होंने मौके पर 108 एम्बुलेंस को सूचना दी । यहा पर डीएचआई जननी एक्सप्रेस आई । इसके चालक अभयराज और लोगो की मदद से बेहोसी हालात में महिला एवं बच्ची दोनो को जिला अस्पताल डफरिन में ले जाकर भर्ती कराया । हॉस्पिटल में थोड़ी देर बाद दुसरे बच्चे ने जन्म लिया कुछ देर बाद महिला को होश आ गया।
स्टेशन पर प्रसव के दौरान ट्रेन करीब आधा घंटे रुकी रही। उसके पति लोकेश ने सामान आदि उतारा। जम्मू में साथ में मजदूरी कर रहे और पड़ोसी सुनील ने बताया कि हम लोग छत्तीसगढ़ साथ जा रहे थे। एक बेटी पहले से है। सागर में डिलेवरी के बाद जिला हॉस्पिटल में सभी स्वस्थ्य है। दूसरा बच्चा थोड़ा कमजोर है। फिलहाल रेलवे की इस मानवीयता की लोग सराहना कर रहे है।