सागर को मिली फर्नीचर क्लस्टर की सौगात, सिद्गुंवा में एक अरब से अधिक का निवेश होगा
सागर, 29 सितंबर 2022। सरकार ने सागर में फर्नीचर क्लस्टर के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। फर्नीचर उद्योग को एक प्लेटफॉर्म पर लाने और फर्नीचर क्लस्टर को स्वीकृत कराने के लिए काफी लंबे समय से प्रयास हो रहे थे। सागर के लिए सिदगुंवा में फर्नीचर क्लस्टर के निर्माण को शासन ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री श्री ओमप्रकाष सखलेचा की पहल पर सागरवासियों को यह सौगात दी गई है। इसके स्थापित होने के बाद करीब 100 इकाईयों में 3 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा। बीते सागर में फर्नीचर क्लस्टर की स्थापना और स्वीकृति के लिए हर स्तर पर प्रयास किए गये थे। सागर में जहां टिंबर व्यापारियों से लेकर फर्नीचर उद्योग से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी गई, तथा उन्हें फर्नीचर क्लस्टर के लिए सहमत कराया गया तो इसको लेकर शासन स्तर पर भी इसके लिए प्रयास किए गये थे। सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा से इस मामले में कई दफा मुलाकात कर क्लस्टर के प्रस्ताव को रखा गया था। आखिरकार राज्य सरकार द्वारा सागर के लिए फर्नीचर क्लस्टर को स्वीकृत कर दिया गया है।
फर्नीचर क्लस्टर में एक अरब से अधिक का निवेश तथा 3 हजार रोजगार सृजन होगा। फर्नीचर क्लस्टर से सागर के बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा तथा उन्हें इसका प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाएगा। अभी तक सागर के टिंबर व्यवसायियों द्वारा सिर्फ लकड़ी को बाहर निर्यात किया जाता था, जिसके बाद बाहर के व्यापारियों द्वारा इससे फर्नीचर का निर्माण कर उसे मुनाफे में बेचा जाता था। क्लस्टर के निर्माण से अब यहीं पर फर्नीचर का निर्माण हो सकेगा। इनमें सोफा, कुर्सियां, विभिन्न प्रकार के लकड़ी के सजावटी सामान,डायनिंग टेबल कम फर्नीचर से संबंधित इकाइयां स्थापित होगी। इसका सीधा लाभ स्थानीय व्यापारियों को हो होगा। इसके साथ ही इससे जुड़े हुए अन्य उद्योग भी स्थापित होंगे । सिदगुंवा में करीब 32.66 एकड़ भूमि पर इसकी स्थापना होगी। इसमें 100 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। इस बहुउत्पादक क्लस्टर में 100 से अधिक इकाईयां स्थापित होंगी। क्लस्टर के अंतर्गत भूमि के अधिपत्य के पश्चात उद्यमी के चयन के लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी किया जाएगा।
फर्नीचर क्लस्टर के निर्माण से सागर में मौजूद लकड़ी के टाल और आरा मिल शहर से बाहर होंगे और इनसे होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी। फर्नीचर क्लस्टर में शासन द्वारा न सिर्फ उद्योग स्थापित करने के लिए मदद की जा रही है, बल्कि उद्योग को आगे चलाने के लिए भी अनुदान के रूप में मदद दी जा रही है। जब उद्यमी अपने संस्थान को चलाने के लिए नई मशीनें लगाएगा तो उसे उन पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
फर्नीचर क्लस्टर का विधायक लारिया ने किया शिलान्यास
प्रदेश व्यापी आज हुए क्लस्टर विकास सम्मेलन के अवसर पर विधायक श्री प्रदीप लारिया ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सिद्धगुवां में लगने वाले क्लस्टर फर्नीचर का शिलान्यास किया । इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री क्षितिज सिंघल, मकरोनिया नगर पालिका अध्यक्ष श्री मिहिलाल अहिरवार, जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी- कर्मचारी मौजूद थे।
विधायक श्री लारिया ने कहा कि फर्नीचर क्लस्टर की मांग व्यापारियों की लंबे समय से थी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और सूक्ष्म लघु मध्यम, उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने व्यापारियों की मांग को देखते हुए फर्नीचर क्लस्टर लगाने का निर्णय लिया है। विधायक श्री लारिया ने बताया कि फर्नीचर कलस्टर का निर्माण और इस कार्य में जितनी भी समस्याएं आएगी, उनका जल्द ही निराकरण भी किया जाएगा। इस सराहनीय कार्य के लिए प्रदीप लारिया ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा का आभार माना।
सागर टिम्बर मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री दिनेश भाई द्वारा विधायक द्वारा श्री लारिया जी एवं श्री शैलेन्द्र जैन तथा श्री दीपक आर्य, कलेक्टर एवं श्रीमती मन्दाकिनी पाण्डेय महाप्रबंधक जिला व्यापर एवं उद्योग केंद्र का आभार प्रकट किया गया, जिनके अथक प्रयासों से वर्षों से लंबित यह कार्य अब मूर्त रूप ले सका। उनके द्वारा विधायक से मांग की गयी कि फर्नीचर क्लस्टर बनने पर क्लस्टर में स्थापित इकाइयों को वन विभाग से विभिन्न कार्यों के लिए चाही गयी अनुमतियो एवं लाइसेंसों की प्रक्रिया का सरलीकृत किया जाए जिससे ये इकाइयों आपनी पूर्ण क्षमता एवं दक्षता से ऐसे उत्पाद का निर्माण कर सकें जिनकी देश विदेश में मांग है। इस सम्बन्ध में विधायक द्वारा शासन स्तर पर आवश्यक कार्यवाही करने में पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के राज्य स्तरीय क्लस्टर विकास सम्मलेन कार्यक्रम, बुदनी, के सीधा प्रसारण का प्रदर्षन भी किया गया।