🫀वर्ल्ड हार्ट डे🫀
हार्ट अटैक से कैसे बचे और क्या करे ? जानिए डॉ राजेन्द्र चउदा, मेडिसिन विशेषज्ञ से
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WHO एवं World heart Federation ने वर्ष 2000 में मिलकर इसे मनाने की शुरुआत की, इसका मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया में हार्ट की बीमारी की प्रति जागरूकता फैलाना एवं हार्ट की बीमारी से होने वाली मृत्युदर को कम करना है..*
हार्ट अटेक से कैसे बचना है ?
१.. वजन को संतुलित रखें।
BMI 18.5 से 25 तक रखें
पुरुषों में कमर का नाप 102cm से कम एवं महिलाओं में 88 cm से कम होना चाहिए
२…व्यायाम …प्रतिदिन 30 से 40 मिनिट व्यायाम अवश्य करें..सायकिल चलाना , बेडमिंटन खेलना एवं जोगिंग करना लाभप्रद है।
३…बीड़ी , सिगरेट एवं तंबाखू का सेवन ना करें
४..अपना BP को नियंत्रित रखें।
५…ख़ाली पेट शुगर की मात्रा 65 से 110 mg% एवं खाना खाने के बाद 140 mg% तक होना चाहिये।
६.. अपने कोलेस्ट्रोल की जाँच कराते रहें..LDL की मात्रा 100 mg% से कम एवं TG की मात्रा 150 mg% से कम होना चाहिए ,,, साथ ही HDL की मात्रा 40 mg% से ज़्यादा होना चाहिये।
७..नींद : व्यर्थ की चिंता ना करें एवं ७ घण्टे की पर्याप्त नींद ज़रूर करें।
हार्ट अटैक होने पर तुरंत क्या करें
हार्ट के लक्षण होने पर आप रुक जाएँ एवं अपने निकटतम डॉक्टर / निकटतम अस्पताल में सम्पर्क करें
▪️हॉर्ट अटैक का दर्द हार्ट की नस में खून का थक्का बनने से होता है , अतः दर्द होने के 90 मिनिट के अन्दर अगर थक्का घोलने वाला इंजेक्शन लगा दिया जाये अथवा ऐंजीयोप्लास्टी कर दी जाये तो मरीज़ को तुरंत आराम मिल जाता है ..इसलिये घर पर पड़े पड़े घरेलु इलाज ना करें।
▪️अस्पताल पहुँचने के पहिले ही अगर निम्न इमर्जेन्सी दवाइयाँ डॉक्टर की निगरानी में मरीज़ को दे दी जायें तो हार्ट अटैक से होने वाली मृत्यु को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है.
▪️Aspirin 325 mg
▪️Clopidrogel 300 mg*
▪️Atorvastatin 40-80 mg एवं
▪️Isosorbide ( जीभ के नीचे )*
Sudden Death
(जब तकलीफ़ होने के एक घण्टे के अंदर मरीज़ की मृत्यु हो जाये)
अभी कुछ दिनों से sudden death के कई मामले सामने आये ।स्वास्थ्य विभाग के मेरे डॉक्टर मित्र भी अचानक बिना किसी तकलीफ़ के हम सब को अलविदा कह गये।अतः इस विषय पर बात करना एवं इसे समझना बेहद ज़रूरी है।
▪️अचानक होने वाली मौत के अधिकांश मरीज़ों को या तो BP नियंत्रित नहीं रहता या फिर पहिले कभी हार्ट अटैक हो चुका होता है , बड़ा अटैक आने पर या तो हार्ट रुक जाता है ( Cardiac Arrest) या फिर हार्ट अटैक के बाद VT / Ventricular Fibrillation हो जाता है.
▪️अन्य कारणों में कार्डियोमायोपेथी , हार्ट फ़ेल्यर की परेशानी , aortic वाल्व की सिकुड़न . QT interval का बढ़ना , Brugada syndrome मुख्य हैं।
*अच्छी बात यह है कि सभी बीमारियों को जाँच कर पहिले से पता कर सकते हैं
▪️आप सभी स्वस्थ्य रहें एवं आपका दिल जवान रहे
इन्ही शुभकामनाओं के साथ
आज आकाशवाणी सागर पर भी सुने
◾डॉ॰राजेन्द्र चउदा, मेडिसिन विशेषज्ञ
सागर