महिला और बाल विकास विभाग सागर के जिला कार्यक्रम अधिकारी होंगे बृजेश त्रिपाठी

महिला और बाल विकास विभाग सागर के जिला कार्यक्रम अधिकारी होंगे बृजेश त्रिपाठी


सागर। महिला और बाल विकास विभाग सागर के जिला कार्यक्रम अधिकारी  बृजेश त्रिपाठी
होंगे। सागर की जिला कार्यक्रम अधिकारी रचना बुधौलिया का टीकमगढ का ट्रांसफर हो गया है। वर्तमान में श्री त्रिपाठी i टीकमगढ़ में पदस्थ है। विभाग की उपसचिंव ने आज ट्रांसफर आदेश जारी किए। 

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कामयाब होना भाग्य है,शिक्षक होना सौभाग्य है: सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे


कामयाब होना भाग्य है,शिक्षक होना सौभाग्य है: सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे


सागर।शिक्षक दिवस पर कांग्रेस सेवादल ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाई। सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने कहा कि उन्होंने संसार के सामने भारतीय संस्कृति, अध्यात्म व दर्शन की व्याख्या कर देश के गौरव में वृद्घि की और अपना जीवन देशसेवा में समर्पित किया,कटारे ने शिक्षक दिवस की महत्ता बताते हुये यह भी कहा कि कामयाब होना भाग्य है पर शिक्षक होना सौभाग्य की बात होती है।
ब्लाकाध्यक्ष नितिन पचौरी ने कहा कि हमें सफलता का रास्ता दिखाने वाले सभी शिक्षकों को नमन करते हैं,और उस महापुरुष की महानता को शत् शत् नमन करते है जिन्होने अपना जन्मदिन ही शिक्षकों को समर्पित कर दिया। सेवादल परिवार ने डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।इस अवसर पर लल्ला यादव, कीर्ति राजपूत,डा.के डी शुक्ला,रवि जैन,अन्नू घोषी,राहुल सेन,राहुल ताम्रकार,मोंटी सेन,फहीम अंसारी आदि सेवादल सदस्य उपस्थित रहे।

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BHU : पुरातन संस्कृति को संरक्षित करे - डॉ वीरेंद्र जायसवाल

BHU : पुरातन संस्कृति को संरक्षित करे - डॉ वीरेंद्र जायसवाल

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्विद्यालय के मानव संसाधन विकास केंद्र में राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद हैदराबाद के तत्त्वाधान में एक सप्ताह का फैकल्टी डेवलोपमेन्ट कार्यक्रम का सुभारम्भ डॉ वीरेंद्र जायसवाल के मुख्य अतिथ्य में हुआ।
आपने कहा भारत की गौरवशाली पुरातन संस्कृति को संरक्षित करना हमारा धर्म है क्योंकि हमारे अंदर परमेश्वर का अंश विद्यमान है। हम सबके लिए कोई न कोई भूमिका निर्धारित है इसका हम ध्यान रखे क्योकि जहाँ से हम चले है, हमे उसी सत्ता मे विलीन होना है। हमने जिससे कुछ प्राप्त किया है हमे उसके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए। आपने भाभा शाह के जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए और मानवीय मूल्यों, गुणों और राष्ट्र विकास के प्रति समर्पित होना चाहिए। परिषद के डॉ अनिल कुमार  और केंद्र के डॉ एस के तिवारी ने अपने संस्था का परिचय दिया। अद्यक्षता केंद्र के निदेशक प्रो प्रवेश श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षित नेतृत्व के माध्यम से समूह की प्रतिभागिता से ही ग्राम विकास हो सकता है। भारत का इतिहास वसुदेव कुटिम्बकम का रहा है और विकास का मूल मंत्र यही हैं। संचालन डॉ संजीव सराफ ओर आभार डॉ रामकुमार दांगी ने किया। इस अवसर पर प्रो विनय सिंह, डॉ ज्ञानप्रकाश मिश्र, डॉ सत्यपाल शर्मा, डॉ विवेकानंद तिवारी, डॉ मुकेश, एग्रोटेक के पी शेखर पांडेय, डॉ अरूण गुप्ता, आर एस वर्मा, महेश भावसिंहक, का योगदान रहा।
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पुलिस आरक्षक से मारपीट करने वाले आरोपीयो को सजा

 पुलिस आरक्षक से मारपीट करने वाले आरोपीयो को सजा

टीकमगढ़। अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी एन.पी. पटेल ने बताया कि अभियोगी मनोज कुमार शर्मा थाना कोतवाली टीकमगढ़ में आरक्षक के पद पर पदस्‍थ था। दिनांक 07.08.2014 को वह रात को 09:00 बजे से रात के 12:00 बजे तक ड्यूटी पर था। रात करीब 10:00 बजे उपनिरीक्षक आई.बी. सिंह परिहार थाना कोतवाली टीकमगढ़ में सट्टा की कार्यवाही कर रहे थे, उसी समय शैलेन्‍द्र उर्फ लल्‍लू एवं अमित साहू थाने पर आये और परिहार साहब से कहने लगे जीतू का सट्टा क्‍यों पकड़ा है, वह उनका आदमी है तब परिहार साहब ने दोनों को समझाया और वहां से जाने के लिये कहा लेकिन दोनों आरोपीगण नहीं माने और वापस थाने में आकर सूचनाकर्ता के साथ झूमाझपटी की और शासकीय कार्य में बाधा डाली। अभियोगी द्वारा आरोपीगण के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण अन्‍वेषण में लिया गया। आरोपीगण को गिरफ्तार किया गया। संपूर्ण अन्‍वेषण कार्यवाही उपरांत आरोपीगण के विरूद्ध धारा 186, 332 भादवि के तहत अभियोग पत्र माननीय न्‍यायालय में प्रस्‍तुत किया गया। माननीय न्‍यायालय द्वारा उक्‍त दां०प्र०क्र० 1965/2014 में संपूर्ण विचारण पश्‍चात् पारित अपने निर्णयानुसार *शासकीय कर्तव्‍य पर तैनात पुलिस आरक्षक से मारपीट करने वाले आरोपीगण शैलेन्‍द्र अवस्‍थी एवं अमित साहू को धारा 332 भादवि में दोषसिद्ध पाते हुए 06-06 माह के सश्रम कारावास एवं 1000-1000/-(एक-एक हजार) रूपये के अर्थदण्‍ड*  से दण्डित किया गया है। उक्‍त प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी श्री बृजेश कुमार असाटी, एडीपीओ द्वारा की गई।
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SAGAR : आप पार्टी ने भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान पर जताया विरोध, पुतला छीना पुलिस ने

SAGAR : आप पार्टी  ने भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान पर जताया विरोध, पुतला छीना पुलिस ने


सागर  आम आदमी पार्टी के कार्यों को देश विरोधी कार्य बताने बाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा  पर आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा आम आदमी पार्टी एवं अरविंद केजरीवाल जी की लोकप्रियता से घबराई हुई है इसी कारण भाजपा नेता आम आदमी पार्टी के जनप्रिय,कल्याणकारी कार्यों को  देश विरोधी बता रहें है।आम आदमी पार्टी ने इसके विरोध स्वरूप सिविल लाइंस में वीडी शर्मा का पुतला जलाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने पुतला छीन लिया।

आप ने बताया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान दुर्भाग्यपूर्ण तथा आप के भय का परिणाम है।उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में शासकीय स्कूल,अस्पताल,कानून व्यवस्था अस्तव्यस्त है,प्रदेश के आमजन परेशान है,इस स्थिति में भाजपा को चाहिये कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली एवं पंजाब सरकार एवं उनके जनकल्याणकारी कार्यों से सीखे न कि उनका विरोध करें।

विरोध प्रदर्शन में डॉ धरणेंद्र जैन,जिला अध्यक्ष(ग्रामीण) एड़.के.के.प्रजापति,जिला अध्यक्ष (कार्यकारी)एड़.रामदास राज,उपाध्यक्ष नीलेश पवार,विनोद  कुर्मी,अभिषेक ठाकुर,अभिषेक चौरसिया,बंटी पारासर, दीपक चौधरी, विनय नामदेव,सुरेश गुप्ता,शशांक, अवि,दिनेश,हिमांशु,मोहित,भानु,संदीप, तरुण,रामस्वरूप, रवि,मुकेश व अन्य लोग उपस्थित थे।
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जब तक मैं जीवित हूं क्षेत्र के गुरुओं का सम्मान होता रहेगा : मंत्री गोपाल भार्गव◾गुरुजनों का सम्मान करना स्वयं को गौरवान्वित महसूस करना है◾रहली में 4000 से अधिक शिक्षकों का हुआ सम्मान

जब तक मैं जीवित हूं क्षेत्र के गुरुओं का सम्मान होता रहेगा : मंत्री गोपाल भार्गव

◾गुरुजनों का सम्मान करना स्वयं को गौरवान्वित महसूस करना है

◾रहली में 4000 से अधिक शिक्षकों का हुआ सम्मान


सागर 5 सितंबर 2022। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि जब तक मैं जीवित हूं ,रहली विधानसभा क्षेत्र के समस्त गुरुजनों का सम्मान  होता रहेगा।  आज मैं समस्त गुरुजनों का सम्मानित कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं । श्री गोपाल भार्गव  शिक्षक दिवस के अवसर पर रहली में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे ।इस अवसर पर श्री अभिषेक भार्गव दीपू, श्री राजेंद्र जारोलिया, मनोज जैन ,सुश्री रानी पटेल, श्री पीएल पटेल, श्री आर .आर .रावत, श्री देवराज सोनी श्री राजेंद्र सिंह, श्रीमती रश्मि सुरेश कपासिया, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर संभाग श्री मनीष वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक, जिला परियोजना समन्वयक श्री एचपी कुर्मी, सहायक संचालक डॉ आशुतोष गोस्वामी, नगर पालिका की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती ज्योति शिवहरे, श्री आशीष वर्मा सहित गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं शिक्षक - शिक्षिकाएं मौजूद थे ।

      लोक निर्माण मंत्री श्री  भार्गव ने कहा कि जब तक गोपाल भार्गव जीवित रहेगा, रहली विधानसभा क्षेत्र के समस्त गुरुजनों का सम्मान इसी तरह होता रहेगा।उन्होंने कहा कि समस्त गुरुजन अपने  पूर्ण मनोयोग  एवं ज्ञान से रहली विधानसभा क्षेत्र के छात्र - छात्राओं को अपना ज्ञान देकर उनका उज्जवल भविष्य बनाएं। उन्होंने कहा कि कोई भी शिक्षक किसी भी प्रकार की समस्या से चिंतित न रहे । मैं उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए 24 घंटे उपलब्ध हूं । उन्होंने कहा कि शासन के द्वारा  अनेक लोक हितकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं ,इसके अतिरिक्त भी यदि आवश्यकता पड़ती है तो हम तैयार हैं ।


उन्होंने कहा कि क्षेत्र  शिक्षक को किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो उनके निराकरण के लिए नहीं मैं हमेशा उपलब्ध रहूंगा। उन्होंने कहा कि भगवान न करे कभी भी किसी भी शिक्षक को स्वास्थ्य की कोई समस्या हो,  तो भी उसके लिए मैं हर संभव निराकरण के लिए रहूंगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने ज्ञान से  अपनी संस्था के छात्र छात्राओं को शैक्षणिक अध्ययन कराएं ।संस्था की एवं अन्य समस्याओं के लिए किसी भी प्रकार की चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है ।


उन्होंने कहा कि रहली विधानसभा क्षेत्र का नाम शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के पटल पर इस प्रकार अंकित हो कि रहली क्षेत्र के छात्र छात्राएं अपने परीक्षा परिणाम के माध्यम से क्षेत्र का नाम रोशन कर सकें।इस अवसर पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण श्री मनीष वर्मा ने कहा कि आज मैं इतना बड़ा शिक्षक सम्मान कार्यक्रम देखकर गौरवान्वित  हूं कि एक ही छत के नीचे 4000 से अधिक समस्त शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि आज सभी शिक्षक यह संकल्प लें कि हमें केवल शैक्षणिक कार्य कराकर अपनी संस्था के साथ-साथ रहली विधानसभा क्षेत्र का नाम रोशन करना है ।


जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक ने कहा कि आप लोगों को यदि किसी भी प्रकार की जिला स्तर की कोई समस्या आती है तो उसके लिए मैं हर संभव आपकी समस्या के निराकरण के लिए उपलब्ध रहूंगा। उन्होंने कहा कि आप बड़े ही सौभाग्यशाली हैं कि शिक्षक दिवस के अवसर पर मंत्री श्री गोपाल भार्गव द्वारा आपको सम्मानित किया जा रहा है।


 उन्होंने कहा कि आज से ही आप लोग  पूरे मनोयोग के साथ लगकर शैक्षणिक कार्य कराएं। विकास खंड शिक्षा अधिकारी एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री हिंदू नाथ तिवारी ने कहा कि मंत्री श्री गोपाल भार्गव द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर रहली में कॉलेज ऑडिटोरियम में विधानसभा क्षेत्र के समस्त शासकीय- अशासकीय  शालाओं,समस्त कोचिंग कक्षाओं के शिक्षक, राष्ट्रपति- राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षक एवं 364 सेवानिवृत्त शिक्षकों को शाल, श्रीफल ,माल्यार्पण  एवं उपहार देकर सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि मंत्री श्री भार्गव द्वारा  दो छात्राओं को माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा परिणाम की प्रावीण्य सूची में अपना नाम अंकित करने पर भी सम्मानित किया गया।
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गौर विवि: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की राष्ट्र के विकास में महती भूमिका- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ◾समतामूलक शिक्षा व्यवस्था समय की सबसे बड़ी आवश्यकता- प्रो. सुमित्रा कुकरेती

गौर विवि:  गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की राष्ट्र के विकास में महती भूमिका- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता 

◾समतामूलक शिक्षा व्यवस्था समय की सबसे बड़ी आवश्यकता- प्रो. सुमित्रा कुकरेती

सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में शिक्षक पर्व 2022 के अंतर्गत दिनांक 05 सितंबर को शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में किया गया. कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट वक्ता इग्नू, नई दिल्ली की उपकुलपति प्रो. सुमित्रा कुकरेती एवं विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त अधिष्ठाता प्रो. डीपी गुप्ता की उपस्थिति रही. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. अतिथियों ने ज्ञान की देवी सरस्वती और  डॉ. गौर की प्रातिमा पर माल्यार्पण किया. फैकल्टी अफेयर्स के निदेशक प्रो. पी. के. कठल ने स्वागत वक्तव्य दिया एवं शिक्षक पर्व 2022के अंतर्गत आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की. 
  
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की राष्ट्र के विकास में महती भूमिका- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि शिक्षण एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें एक बार जुड़ जाने पर वह आजीवन इससे जुड़ा रहता है. एक शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता है. सेवा से अलग होने पर भी उनके ज्ञान एवं अनुभव का लाभ बहुत महत्त्वपूर्ण हैं जो हमें भविष्य की दिशा दिखाती हैं. उन्होंने विवि के सभी सेवानिवृत शिक्षकों से अपने ज्ञान और अनुभवों को साझा करने का आवाह्न किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी और महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी शिक्षकों की है. इस नीति के अनुसार पाठ्यचर्या बनाने में विश्वविद्यालय तेजी से कार्य कर रहा है. हमारी जिमीदारी समाज और विद्यार्थी दोनों के प्रति है. हमें स्वयं को पहचानना होगा और एक समग्र अप्रोच के साथ आगे बढ़ना होगा तभी हम विद्यार्थियों के भी समग्र व्यक्तित्व का विकास कर पाने में सक्षम होंगे. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही देश के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों की विभिन्न उपलब्धियों पर बधाई देते हुए सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं.   

समतामूलक शिक्षा व्यवस्था समय की सबसे बड़ी आवश्यकता- प्रो. सुमित्रा कुकरेती


विशिष्ट वक्ता प्रो .सुमित्रा कुकरेती ने कहा कि गुरु की महिमा के बारे में हम बचपन से सुनते आये हैं. व्यक्ति के जीवन में शिक्षक की बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है. शिक्षा एक त्रिध्रुवीय व्यवस्था है जिसमें विद्यार्थी, पाठ्यचर्या और शिक्षक तीन महत्त्वपूर्ण स्तम्भ होते हैं. समाज की जरूरत, विद्यार्थी की क्षमता और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पाठ्यचर्या का निर्माण करना शिक्षक की जिम्मेदारी है. उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं इसके क्रियान्वयन के कई पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की. 


उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस समय में शिक्षकों के समक्ष बहुत सी चुनौतियां हैं. आज के विद्यार्थी को इंटरनेट पर मौजूद ज्ञान से आगे की जानकारी की आवश्यकता महसूस होती है. इसके लिए शिक्षक को और अधिक ज्ञान संसाधनों से लैस होने की जरूरत है. इस वैश्वीकृत समय में हमें तुलनात्मक रूप से चुनौतियों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा तभी हम अपने इक अलग पहचान बनाने में कामयाब हो पायेंगे. उन्होंने कौशल, भारतीय ज्ञान परंपरा, संस्कृतिबोध, सिद्धांत एवं प्रयोग के बीच सामंजस्य, बहुभाषिकता, नवाचार, मूल्य जैसे कई चीजों को शामिल करते हुए नवीन शिक्षण शास्त्र विकसित करने की बात कही. उन्होंने कहा कि आज समतामूलक शिक्षा की आवश्यकता है और यह हमारे लिए एक चुनौती भी है.   

शिक्षा पर्यटन का केंद्र बनेगा भारत-प्रो डी पी गुप्ता

विशिष्ट वक्ता प्रो डीपी गुप्ता ने कहा कि हम देश को अच्छे मुकाम पर देखना चाहते है. शिक्षा का उपयोग कर देश का विकास करने का प्रयास शिक्षा नीति द्वारा करने का प्रयत्न पहली बार हुआ है. उन्होंने विभिन्न आंकड़ों के जरिये बताया कि 60 से 90 प्रतिशत तक संस्थानों की शिक्षा व्यवस्था औसत से भी कम है. देश में अभी भी  गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा का अभाव है जिसके विद्यार्थी बाहर जाकर पढ़ते हैं।



 उन्होंने अपने देश में ही गुणवत्ता पूर्ण संस्थान बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विदेशी विश्वविद्यालय, अन्तरानुशासनिकता, बहुभाषिकता जैसे प्रयास सराहनीय हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा पर जीडीपी के खर्च के प्रतिशत को बढ़ाना होगा. उन्होंने दूसरे देशों की शिक्षा व्यवस्था एवं आंकड़ों का उदहारण देते हुए भारत की राष्ट्रीय  शिक्षा नीति को अच्छी पहल बताया और कहा कि कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रम देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे. अर्थव्यवस्था, तकनीकी दक्षता और आत्मनिर्भरता, विकास आदि सभी बिना शिक्षा के संभव नहीं है.   

विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों का हुआ सम्मान


कार्यक्रम में पिछले अकादमिक सत्र में विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों को मंचासीन अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया जिसमें व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित प्रो. आर पी मिश्रा, प्रो. जे डी आही, प्रो. आर. के. त्रिवेदी, प्रो. फरीद खान, प्रो. अर्चना पांडेय, प्रो. ए. पी. दुबे को शाल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ आशुतोष एवं  डॉ. वंदना राजौरिया ने किया. आभार ज्ञापन शिक्षा विभाग के अधिष्ठाता प्रो. जी एस गिरी ने किया।  


समारोह में विश्वविद्यालय शिक्षक प्रो. एडी शर्मा, प्रो. नवीन कानगो, प्रो. आशीष वर्मा, प्रो. दिवाकर राजपूत, प्रो. चंदा बेन, प्रो. उमेश पाटिल, प्रो. श्वेता यादव, डॉ. राजेन्द्र यादव, डॉ. हिमांशु, डॉ. राकेश सोनी, डॉ. अवधेश, डॉ. आर पी सिंह, डॉ. वंदना विनायक सहित अनेक शिक्षक, अतिथि शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे.
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शरीर नश्वर है कीर्ति काया अमर है - डॉ. सुरेश आचार्य◾कवि स्व. निर्मल चंद्र निर्मल की प्रथम पुण्यतिथि पर डॉ. सीरोठिया निर्मल साहित्य अलंकरण से विभूषित

शरीर नश्वर है कीर्ति काया अमर है - डॉ. सुरेश आचार्य

◾कवि स्व. निर्मल चंद्र निर्मल की प्रथम पुण्यतिथि पर डॉ. सीरोठिया निर्मल साहित्य अलंकरण से विभूषित

सागर। ख्यातनाम कवि स्मृति शेष निर्मल चंद निर्मल की प्रथम पुण्यतिथि पर श्यामलम्‌ संस्था एवं निर्मल परिवार द्वारा स्मरण पर्व का गरिमामय आयोजन आदर्श संगीत महाविद्यालय में  किया गया।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग अध्यक्ष डॉ. आनंदप्रकाश त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि निर्मल चंद निर्मल स्मृति सम्मान समारोह एक श्रेष्ठ अकादमिक पहल है। सागर के साहित्य समाज द्वारा दिवंगत साहित्यकारों की स्मृति में किए जाने वाले इस तरह के आयोजनों को उन्होंने पूरे देश में अनोखा और एकमात्र कहा।

 उन्होंने दादा निर्मल जी के जीवन को कविता का पर्याय व्यक्त करते हुए उसे गंगा की तरह निर्मल और राष्ट्रप्रेम की भावना से ओत-प्रोत, समाज के भीतर सच्चाई और इंसानियत की प्रतिष्ठा की खोज बताते हुए उनके सादगी भरे व्यक्तित्व और सहज लेखन को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत कहा।
अध्यक्षीय उद्बोधन में सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ. सुरेश आचार्य ने कहा निर्मल जी अपनी

कविताओं में सदा जीवित रहेंगे। शरीर नश्वर है कीर्ति काया अमर है। उन्होंने निर्मल जी की पुस्तक अंतिम किस्त का उल्लेख करते हुए कहा कि उसकी अंतिम पंक्तियों में उनकी अंतिम कुंडली रचना जीवन का सत्य उद्घाटित करती है। उनके काव्य संग्रह श्रृंखला के इस 23 वें अंक में उनकी सार्थिक उपस्थिति है।
उनके ऊपर केंद्रित "सत्य से साक्षात्कार का कवि निर्मल"  उनका महत्वपूर्ण स्मरण है।
    कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि साहित्यकार टीकाराम त्रिपाठी ने निर्मल की रचनाधर्मिता की चर्चा करते हुए कहा कि वे सहृदय और सरल मन के बड़े गीतकार थे। छंद पर उन्हें असाधारण अधिकार था यद्यपि उन्होंने अतुकांत कविताएं भी लिखी हैं। 

वे अहंकार शून्य थे और वास्तव में निर्मल मन के, प्रेम और करुणा के कवि थे। राष्ट्रीयता से ओतप्रोत उनकी अनेक कविताएं हैं। उन्हें अभिधा शब्द शक्ति में प्रचलित भाषाभाव बोध की कविता प्रिय थी।

कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों, परिजनों और उपस्थित जन द्वारा स्व.निर्मल के चित्र पर पुष्पांजली से हुआ। आयोजक संस्था श्यामलम् के अध्यक्ष उमा कान्त मिश्र ने कार्यक्रम परिचय व स्वागत उद्बोधन दिया। सुप्रसिद्ध बुंदेली गायक शिवरतन यादव ने निर्मल जी की रचना का मधुर गायन किया। इस अवसर पर स्वर्गीय निर्मल चंद निर्मल की अंतिम कृति काव्य संग्रह "अंतिम किस्त" का विमोचन भी मंच द्वारा किया गया।स्व. निर्मल के पुत्र डॉ. नलिन जैन ने उनका जीवन परिचय दिया। इस अवसर पर नगर के ख्यात गीतकार कवि डॉ श्याम मनोहर सीरोठिया को पुष्पहार, शाॅल,श्रीफल, सम्मान निधि एवं अभिनंदन पत्र भेंट कर "निर्मल साहित्य अलंकरण" 2022 से विभूषित किया गया। श्यामलम् सचिव कपिल बैसाखिया ने अभिनंदन पत्र वाचन किया।

निर्मल साहित्य अलंकरण से विभूषित गीतकार कवि डॉ. श्याम मनोहर सीरोठिया‌ ने अपने वक्तव्य में निर्मल को हिंदी के बड़े हस्ताक्षर बताते हुए उन्हें अजातशत्रु कहा। वे सभी तरह के बाद विवादों से परे थे एवं उनका धर्म मानव धर्म था ।कार्यक्रम का सुचारू और सराहनीय संचालन म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन सागर के अध्यक्ष आशीष ज्योतिषी ने किया तथा श्यामलम् सह सचिव संतोष पाठक ने आभार व्यक्त किया।

 कार्यक्रम में नगर के प्रबुद्धजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे जिनमें श्रीमती कौशल्या निर्मल चंद जैन, शुकदेव प्रसाद तिवारी, लक्ष्मी नारायण चौरसिया, कृष्ण मुरारी नायक, मणिकांत चौबे, डॉ गजाधर सागर,मुन्ना शुक्ला, सुबोध मलैया,चंद्रशेखर चौबे, डॉ आशीष द्विवेदी, अंबिका यादव,डॉ संदीप श्रीवास्तव, डॉ अरविंद गोस्वामी, रमेश दुबे, हरिसिंह ठाकुर,राघवेंद्र नायक, डॉ. मनोज श्रीवास्तव, डॉ अनिल जैन, डॉ अमर जैन, डॉ. सुश्री शरद सिंह, श्रीमती सुनीला सराफ, निरंजना जैन, डॉ. कविता शुक्ला, डॉ अंजना चतुर्वेदी तिवारी, ममता भूरिया, देवकी नायक, वीरेंद्र प्रधान, ज.ला. राठौर प्रभाकर, सतीश पांडेय, हरी शुक्ला, रमाकांत शास्त्री, मुकेश तिवारी, डॉ विनोद तिवारी, के एल तिवारी, के के बख्शी, वृंदावन राय सरल, सीताराम श्रीवास्तव, पूरन सिंह राजपूत, शिखर चंद शिखर, प्रभात कटारे,अशोक तिवारी अलख, डॉ बी डी पाठक, ऋषभ जैन, दामोदर अग्निहोत्री, डॉ अतुल श्रीवास्तव, पैट्रिस फुस्केले, असरार अहमद, पवन रजक, अमित आठया, जगदीश लारिया, दामोदर चक्रवर्ती, एम शरीफ, चंद्रकुमार जैन, बिहारी सागर,अमित चौबे सहित स्वर्गीय निर्मल के परिजन शामिल हैं।




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