जैविक खेती के लिए करें प्रोत्साहित - मंत्री भरत कुशवाहा
▪️उद्यानिकी एवं खाद्य संग्रहण की संभागीय समीक्षा बैठक
▪️उद्यानिकी एवं खाद्य संग्रहण की संभागीय समीक्षा बैठक
सागर, 20 अगस्त 2022 । किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। किसानों से लगातार संपर्क, संवाद एवं समन्वय बनाकर जैविक खेती के लिए करें प्रोत्साहित कर जागरूक करें। उक्त निर्देश उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने आज उद्यानिकी एवं खाद्य संग्रहण की संभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए ।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक उद्यानिकी श्री एस.के. रेजा उप संचालक कृषि श्री बी.एल. मालवीय, जिलाधिकारी उद्यानिकी सी.एल.पटेल, सहित श्रीमती अमृता बड़कुल संभाग के समस्त अधिकारी मौजूद थे।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण की संभागीय समीक्षा बैठक में मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने निर्देश दिए कि, संभाग के समस्त अधिकारी किसानों से लगातार सतत् संपर्क संवाद एवं समन्वय बनाकर उनको जैविक खेती के साथ-साथ समस्त प्रकार की खेती के लिए जागरूक करें । इसके लिए प्रचार प्रसार भी करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगातार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं । इसके लिए अनेक लोकहितकारी योजनाएं भी प्रारंभ की गई हैं ।उन्होंने कहा कि किसानों को सब्सिडी के बारे में जानकारी भी दें, जिससे वे आय को दोगुना कर सकें ।मंत्री श्री कुशवाहा ने कृषि योग्य भूमि उद्यानिकी का रकबा बढ़ाने के भी निर्देश दिए ।उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, अटल भूजल योजना सहित अन्य योजनाओ की भी समीक्षा की।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक उद्यानिकी श्री एस.के. रेजा उप संचालक कृषि श्री बी.एल. मालवीय, जिलाधिकारी उद्यानिकी सी.एल.पटेल, सहित श्रीमती अमृता बड़कुल संभाग के समस्त अधिकारी मौजूद थे।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण की संभागीय समीक्षा बैठक में मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने निर्देश दिए कि, संभाग के समस्त अधिकारी किसानों से लगातार सतत् संपर्क संवाद एवं समन्वय बनाकर उनको जैविक खेती के साथ-साथ समस्त प्रकार की खेती के लिए जागरूक करें । इसके लिए प्रचार प्रसार भी करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगातार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं । इसके लिए अनेक लोकहितकारी योजनाएं भी प्रारंभ की गई हैं ।उन्होंने कहा कि किसानों को सब्सिडी के बारे में जानकारी भी दें, जिससे वे आय को दोगुना कर सकें ।मंत्री श्री कुशवाहा ने कृषि योग्य भूमि उद्यानिकी का रकबा बढ़ाने के भी निर्देश दिए ।उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, अटल भूजल योजना सहित अन्य योजनाओ की भी समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में संयुक्त संचालक उद्यानिकी श्री एस. के. रेजा ने बताया कि संभाग का कुल क्षेत्रफल 38.24 प्रतिषत है, जिसमें से कृषि उद्यानिकी योग्य भूमि 19.87 प्रतिषत है। इसमें कुल सिंचित रकबा 13.40 एवं कुल सिंचित रकबा 6.47 प्रतिशत है । उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सिंचाई योजना के अंतर्गत संभाग को 4044 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है। जिसमें 4006 हेक्टर की पूर्ति की गई है ।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अटल भूजल योजना के अंतर्गत 1749 हेक्टर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
मंत्री श्री कुशवाहा ने निर्देश दिए कि उद्यानिकी के क्षेत्र में नवाचार करें। जिससे किसानों की आय का स्रोत बढ़ सके । मंत्री श्री कुशवाहा ने सागर में बन रहे पंचानवे लाख रुपए की लागत से संभागीय कृषक प्रशिक्षण सह कार्यालय भवन के निर्माण की स्थिति के संबंध में जानकारी ली एवं निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शीघ्रता से कार्य को पूर्ण कर इसका शुभारंभ कराएं । उन्होंने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत नर्सरी उन्नयन के कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की एवं आवश्यक निर्देश दिए ।मंत्री श्री कुशवाहा ने एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत फसल क्षेत्र ,सब्जी क्षेत्र, मसाला क्षेत्र, संरक्षित खेती एवं जैविक खेती विस्तार के संबंध में जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अटल भूजल योजना के अंतर्गत 1749 हेक्टर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
मंत्री श्री कुशवाहा ने निर्देश दिए कि उद्यानिकी के क्षेत्र में नवाचार करें। जिससे किसानों की आय का स्रोत बढ़ सके । मंत्री श्री कुशवाहा ने सागर में बन रहे पंचानवे लाख रुपए की लागत से संभागीय कृषक प्रशिक्षण सह कार्यालय भवन के निर्माण की स्थिति के संबंध में जानकारी ली एवं निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शीघ्रता से कार्य को पूर्ण कर इसका शुभारंभ कराएं । उन्होंने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत नर्सरी उन्नयन के कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की एवं आवश्यक निर्देश दिए ।मंत्री श्री कुशवाहा ने एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत फसल क्षेत्र ,सब्जी क्षेत्र, मसाला क्षेत्र, संरक्षित खेती एवं जैविक खेती विस्तार के संबंध में जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिए।