स्मार्ट सिटी के आईटीएमएस की मदद से चंद घंटों में पुलिस ने किडनैपिंग के आरोपियों को पकड़ा
★ आईटीएमएस द्वारा प्रकरण हल करने में सराहनीय कार्य किया जा रहा : एडिशनल एसपी विक्रम सिंह
★ आईटीएमएस सिस्टम से शहर में अपराधों के नियंत्रण में मिली है मदद
सागर। 22 जुलाई 2022। सागर में गुरुवार को मोतीनगर थाना के करीला क्षेत्र से एक 15 साल की किशोरी को बहला-फुसलाकर घुमाने के बहाने से अग़वा कर लिया गया था। इस घटना की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने सागर स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में संपर्क कर लड़की का हुलिया एवं अपहरण का समय आदि जानकारियां आईटीएमएस की टीम को दीं, जिसके आधार पर शहर के विभिन्न चौराहों पर लगे कैमरों की रिकार्डिंग चेक की गई। खुरई रोड पर भाग्योदय के पास लगे आईटीएमएस के कैमरों में लड़की के हुलिए एवं हरे रंग के कपड़ों से पहचान कर अपहरणकर्ता द्वारा उपयोग हुई मोटरसाइकिल की पहचान की गई।
आईटीएमएस की टीम ने ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) कैमरे द्वारा रिकार्ड मोटरसाइकिल नंबर प्लेट का गाड़ी नंबर MP04VE7789 देख अपहरणकर्ता की जानकारी निकाली और पुलिस विभाग को दी। इसके साथ ही इस गाड़ी के शहर में मूवमेंट की जानकारी भी लगातार पुलिस विभाग को आईटीएमएस टीम देती रही। जिसके आधार पर पुलिस ने पीछा कर चंद घंटों में ही उक्त अपहरणकर्ता को पकड़ा व कार्रवाई की।
स्मार्ट सिटी के सिस्टम से मिली मदद :ASP विक्रम सिंह
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह ने कहा की 21 जुलाई दिन गुरूवार को नाबालिक युवती की गुमसुदगी का प्रकरण आया था।लगभग 4 बजे पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई थी। पुलिस ने तत्काल नाकेबंदी की एवं स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में भी सूचना दी। त्वरित रूप से आईटीएमएस के कैमरे की सहायता से उस आरोपी को चिन्हित किया गया और घटना के 3 घंटे के अंदर ही उस आरोपी को स्मार्ट सिटी के आईटीएमएस सिस्टम की सहायता से पकड़ने में सहायता प्राप्त हुई जो की सराहनीय कार्य है। इसके साथ ही आईटीएमएस से अन्य अपराधों में भी सहायता प्राप्त हुई है।
उल्लेखनीय है कि सागर स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में इंटीग्रेट आईटीएमएस सिस्टम से जहाँ एक ओर नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक बनाकर यातायात व्यवस्थाओं को सुधारने में मदद मिली है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक-चौबंद किया जा सका है। इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की मदद से अब तक वाहन चोरी, डबल नंबर प्लेट वाले वाहन, गुमशुदा व्यक्ति, अपहरण, एक्सीडेंट सहित अन्य अपराधों के कुल लगभग 200 से अधिक प्रकरणों में पुलिस विभाग को सहायता मिली है।