अपह्त सराफा व्यापारी की हत्या और करोड़ो की लूट के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार, हत्या के बाद जलाई लाश
★ एक करोड़ से अधिक का सोना चांदी के जेवर और नगदी रुपये नगद बरामद
सागर। बहुचर्चित सराफा व्यापारी मुन्ना लाल जैन का अपहरण कर हत्या और करोड़ो रुपयों की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इनसे एक करोड़ रुपये के सोने- चांदी के जेवर और नगद रुपये बरामद किए है।इनमे 30 लाख नगद रुपया बरामद हुआ है। आरोपियो ने क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर अपहरण कर सोने चांदी के जेवर ले गए और बाद में हत्या कर लाश को जला दिया। क्षत विक्षत अवस्था मे उसकी लाश मिली थी। हत्या के आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नाराज जैन समाज ने ज्ञापन दिया था।
सागर झोंन के आईजी अनुराग और एसपी तरुण नायक ने आज मीडिया के सामने पूरा खुलासा किया। पुलिस
दो राज्यों के दस जिलों में पतासाजी कर हत्यारो को वारदात के पांच दिनों के भीतर ढूढ़ निकाला। इनसे लूट का नगदी 30 लाख 79 हजार रूपये , 400 ग्राम सोना ,50 किलो ग्राम चाॅदी के जेवर बरामद किया है। इसकी कुल कीमती एक करोड़ रूपये से अधिक है।
सागर झोंन के आई जी अनुराग ने बताया कि 12 जून को सागर जिले के जरुआखेड़ा के सराफा व्यापारी मुन्नालाल जैन का कुछ लोगो ने नकली क्राईमब्रांच का अधिकारी बनकर उसका अपहरण कर तथा सराफा दुकान से सोने-चाॅदी के जेवरात व नगदी राशि लूट कर ले गये थे।
इसके दूसरे दिन मुन्ना का पता नही चलने पर घटना सामने आई। जिसमे सोने चांदी के जेवर और नगदी रुपयों की गायब थे। इसके दो दिन बाद राहतगढ़ के सीहीरा क्षेत्र में एक अधजली लाश मिली। जिसकी शिनाख्त मुन्नालाल जैन के रूप में हुई। पुलिस मुन्ना के अपहरण होने के बाद से ही वारदात के आरोपियो की तलाश में लगी थी।
आईजी के मुताबिक सीसीटीवी कैमरों और साईबर सेल की टीम की मदद से उनका सुराग मिला। साईबर सेल से मोबाईल फोन की ट्रेसिंग में कुछ नम्बर सामने आए। जिनके आधार पर आरोपियो की तलाश हुई। इसमें ज्यादातर भोपाल के आरोपी थे। लेकिन उनका निवास अन्य जिलों में था। भोपाल में अलग अलग तरह के कामधन्धो में लगे रहते थे। अभी ने योजनाबद्ध तरीके से रेकी कर पूरी वारदात को अंजाम दिया।
इसने दो आरोपी सागर जिले के खुरई और बीना से थे। जिन्होंने सराफा व्यापारी के पास करोड़ो का आसामी बताकर रेकी की थी।
चार आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम
पुलिस की विवेचना के दौरान आये साक्ष्य एवं मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अतुल वर्मा, रूपेश शिरोडे गौरव त्रिवेदी देवराज गुर्जर को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों से पूछताछ में बताया कि पूर्व से परिचित आरोपी धर्मेन्द्र निवासी खुरई एवं आकाश राय , भोपाल के साथ मिलकर ग्राम जरूआखेड़ा आकर मुन्नालाल जैन की कुछ समय पहले रैकी की गई थी।
पहले अपहरण किया फिर दुबारा आकर लूटा सोना चांदी
रेकी के बाद आरोपी भोपाल से डस्टर गाड़ी की नम्बर प्लेट बदलकर रात में मुन्ना को अपहृत कर जरूआखेड़ा से जंगल में ले गए। उससे सम्पत्ति की जानकारी लेकर कर दुबारा आकर सराफा व्यापारी की दुकान से नगदी, सोना-चाॅदी के जेवरात लूट कर उसको साथ गाड़ी में ले गए। खुद की पहचान खुल जाने के डर से मुन्ना को नशीला पाऊडर कोल्ड ड्रिंक में पिलाकर बेहोश कर दिया। फिर रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या की। इसके बाद लाश को छिपाने का प्रयास किया गया। सफलता न मिलने पर अपहृत के शव पर पेट्रोल डालकर उसे जला दिया और साक्ष्य को मिटाने का प्रयास किया । आरोपी लूटा गया मशरूका लेकर भोपाल भाग गये।
पुलिस के मुताबिक मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के दस जिलों में इन आरोपियों को तलाश कर उनको गिरफ्तार किया। अभी पांच आरोपी गिरफ्तार हुए है। एक फरार है। इन आरोपियों का पुलिस रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। इसके साथ ही 5 दिन की पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी। जिसमें अन्य वारदातों का खुलासा होगा।
ये है वारदात में शामिल आरोपी
1. अतुल वर्मा पिता हीरालाल वर्मा उम्र 28 वर्ष, रीवा।
2. रुपेश रोड़े पिता मधुकर सुरवाड़े उम्र 40 साल, अयोध्या नगर भोपाल।
3. गौरव त्रिवेदी पिता रमेश चंद्र त्रिवेदी उम्र 40 साल, हवा बंगला रोड इंदौर।
4. देवराज गुर्जर पिता केशव सिंह गुर्जर उम्र 21 साल पचोर जिला राजगढ़।
5. धर्मेंद्र निवासी खुरई जिला सागर।
6. आकाश राय निवासी, भोपाल। पुलिस गिरफ्त से बाहर
इनका रहा सराहनीय योगदान
श्रीमती ज्योति ठाकुर अति.पुलिस अधीक्षक बीना, श्री विक्रम सिंह कुशवाहा अति. पुलिस अधीक्षक सागर, श्री ग्लेडविन एडवर्डकार अनु.अधि.पुलिस राहतगढ़, थाना नरयावली से निरी. जे.पी. ठाकुर, उनि लखनराज, सउनि सुरेन्द्र सिंह, आर. 991 दिलीप गुर्जर, आर. 1009 लखन, आर. 44 प्रियाचरण, आर. 971 कृष्णकुमार, थाना केंट से उनि गौरव सिंह तिवारी, सउनि राजपाल सिंह, आर 245 मनीष तिवारी, प्र.आर 244 मणीशंकर, आर. 255 रोहित, थाना भानगढ़ से उनि लखन डाबर, आर. 1537 सूरज शर्मा, आर. 1564 राकेश यादव, आर. 1387 छोटेलाल, थाना राहतगढ़ से निरी. आनंद राज, उनि मोहनी वर्मा, आर. 1069 पंकज, प्र.आर. 336 अश्विन भल्ला, आर. 1355 अजय, चैकी सिहोरा से उनि रामदीन, आर. 428 हरिश्चंद्र, आर 313 हिमान सींग, आर. 1191 मनीष, थाना खुरई ग्रामीण उनि शैलेन्द्र राजावत, आर. 1593 मोहित सींग, आर. 1723 देवेश सिंह, थाना बीना से निरी कमल निगवाल, आर. 807 राजा दांगी, आर. 1035 दीपू मौर्य, थाना खुरई से निरी आर. एस चैहान उनि आनंद राय, सउनि कैलाश उईके, थाना मालथौन निरी शंकुनतला बामनिया, उनि यशपाल भदौरिया से थाना मोतीनगर निरी सतीश सिंह, उनि महेन्द्र सिंह भदोरिया, प्रआर. 1275 मुकेश कुमार, प्रआर.265 अमित चैबे, आर.274 प्रदीप शर्मा, आर. 758 अशीष गौतम पुलिस लाईन सागर से आर. 398 सौरभ रैकवार, आर. 153 अमित शुक्ला, आर. 406 अमर तिवारी, आर.564 अरूणेद्र सिंह, आर. 1105 हेमेन्द्र सिंह, आर. 959 कर्मवरी गुर्जर, आर 1794 आदित्य, आर 1787 विनय, आर. 691 ऋषभ, आर. 1203 रणवीर। इसके अलावा जिला पुलिस बल गुना से उनि मसीह खान, रीवा पुलिस, भोपाल पुलिस, राजगढ पुलिस व लखनऊ (उ.प्र.) पुलिस का भी सराहनीय योगदान रहा है।