बाल श्रम दिवस पर आयोजित हुई प्रतियोगिता
दमोह। बच्चों की प्रतिभा निखारने तथा एक विकसित करने बुंदेलखण्ड नव निर्माण संगठन एवं युवा जन कल्याण समिति के द्वारा मागंज वार्ड 5 में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित हुई। कोरोना महामारी की भीषण विभीषिका के पश्चात बच्चों का उत्साह पुन: जाग्रत करने के उद्देश्य से प्रतियोगिता आयोजित की गई। महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती निधि तिवारी ने बताया कि बच्चों देश का भविष्य है, कोरोना महामारी के दौरान अन्य गतिविधियों की तरह पढ़ाई भी बाधित हुई थी एव समिति का उद्देश्य बच्चों को पुन: आकर्षित कर उनकी सोच को विकसित कर सके। आज छोटी से उम्र में बच्चों मजदूरी करने लगते है जिससे वह नशे के आदि हो जाते है हमारा उद्देश्य है कि हर बच्चा पढ़े और देश का नाम रोशन करें। इस प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी पूर्ण रचनात्मतक अभिव्यक्तियों का प्रयोग करते हुए अपने मन की बात को रंगों से उकेरा।
जिला संगठन प्रभारी निर्मल राठौर ने बताया कि बाल श्रम बच्चों को सिर्फ शिक्षा से ही बंचित नहीं करता, बल्कि वे विकास के सभी अवसरों से बंचित रह जाते है। मजदूरी करने वाले बच्चे नशे की गिरफ्त में आकर गलत रास्तों की ओर चले जाते है। बाल मजदूरों का शारीरिक और मानसिक शोषण भी बड़ी संख्या में होता है ल कोई भी परिवार सामान्य परिस्थितियों में अपने बच्चों को मजदूरी के लिए नहीं भेजता। उसके पीछे भी अनेकों कारण होते है,परिवार की गरीबी हो या माता- पिता की शारीरिक या मानसिक स्थिति ठीक नहीं हो। यदि पिता नशे का आदी हो तो बच्चे काम करते है। हमें ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उनकी परिवारिक मजबूरी को भी दूर करना होगा। जिला उपाध्यक्ष सुमन मिश्रा ने बताया हमारे संगठन के द्वारा बच्चों का उत्सव वर्धन और मंच प्रदान करने इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होते रहते है कार्यक्रम में बच्चों द्वारा बनाये गए चित्रों को सेलेक्ट कर परूस्कृत किया गया जिसमें पीहू ठाकुर प्रथम, आस्था तिवारी दूसरा, रुपाली तिवारी तीसरा, नैंसी सेन को चौथा स्थान मिला। हनशिक पटेल, वेदंश पटेल, नीलेश सेन, चेतन ठाकुर, कृष्णा सेन आशीष तिवारी, चित्रांश ठाकुर आदि बच्चों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। अनुराग गौतम, बी के तिवारी, रामदीन पटेल, विकास सोनी, सुमन मिश्रा, भारती पटेल, कीर्ति पांडेय आदि की उपस्थिति रही।