नगर निगम सागर की किराया वृद्धि के खिलाफ व्यापारियों ने कारोबार बंद कर आवाज की बुलंद
सागर । समस्त नगर निगम के दुकान किरायेदारों व्यापारियों ने गत 7 दिनों से नए बाजार में चल रही व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते आज 7 जून को सभी व्यापारियों ने सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक अपना कारोबार व्यापार दुकान बंद रखा। इस दौरान नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए मालिकाना हक दिए जाने की आवाज बुलंद की ।
शिवसेना के राज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने कहा कि 2300 दुकानदार 30 से 40 वर्षों से नगर पालिक निगम को 10% बढ़ोतरी में किराए का भुगतान करते आ रहे हैं लेकिन यहाँ पर कोई भी व्यस्था नहीं दी बाजार के 1000 दुकानों पर 10 से 15000 ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं खरीदी के लिए आती है जहां पर आज दिनांक तक नगर निगम ने महिलाओं के लिए प्रसाधन की व्यवस्था नहीं की ।वही मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे व्यापारियों के नए बाजार में पानी गिरने पर कीचड़ का दलदल बन जाता है ।वहां भी सड़कों का निर्माण नहीं कराया बेतहाशा किराए में वृद्धि करने वाली नगर निगम को अब दुकानों का मालिकाना हक दुकानदारों को किरायेदारों को सौंप देना चाहिए ।साथ ही नगर निगम को अनुबंध करना चाहिए कि वह निगम के बरसों से किराया दे रहे व्यापारियों को उनका मालिकाना हक दे।
हड़ताल पर आए समाजसेवी कपिल मलैया ने कहा कि हम प्रदेश की सरकार के और संगठन के भाजपा संगठन के पदाधिकारियों से आपकी बात को रखते हुए मालिकाना हक की मांग करेंगे
व्यापारी संघ अध्यक्ष व पूज्य सिंधी पंचायत अध्यक्ष भीष्म राजपूत ने कहा की किसी शायर ने कहा है की मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया में तो अकेला ही धरने पर व्यापारियों के लिए बैठा था लेकिन आज देखिये हजारों की तादात में व्यापारियों का साथ मिल रहा है में आपके लिए लड़ रहा हूँ जिस राह पर हम चले है मंजिल थोड़ी दूर जरूर है ।
लेकिन मंजिल पर पहुंचेंगे जरूर इस हड़ताल में तनवीर भाई जान, पप्पू तिवारी, निर्मल भोले, शंकर मोटवानी, विजय निरंकारी, सुनील मनवानी, नंदलाल सचदेव, मिक्की, आंदोलन में सभी का सहयोग रहा जिसमें बक्शी खाना व्यापारी संघ, नगर निगम व्यापारी संघ, कपड़ा व्यापारी संघ, किराना व्यापारी संघ, गोली बिस्कुट व्यापारी संघ, पान मसाला व्यापारी संघ, वर्णी कॉलोनी व्यापारी संघ, लोहा व्यापारी संघ एवं सभी सहयोगी संस्थाओं का सहयोग रहा इसमें मुख्य रूप से मुन्ना चौबे जी कपिल मलैया जी सुरेंद्र जैन मालथौन, पप्पू तिवारी, मनीष चौरसिया गणेश बिलहरा, विनीता ताले वाले, पीयूष अग्रवाल, देवेंद्र लोहारी, अभय जैन, गोविंद पटेल, मुरलीधर आहूजा, राजेंद्र छबलानी, प्रदीप समैया, पंकज तिवारी, निलेश समैया, संजय अग्रवाल, मनीष जैन, आदेश जैन, अमर खान, विभास केसरवानी, दीपक सचदेव, मोतीलाल सचदेव, मनोहर गंगवानी, रोशन केसरवानी, विजय छत्तानी, बृजलाल लालवानी. सेवक राम हरजानी. इकबाल पठान. लख्मीचंद. संजय टैक्सटाइल्स, राजा, विकास जैन, सोनू जैन, अभिषेक जैन, जगदीश आहूजा, नंदलाल सुंदरानी, रमेश चंद्र जैन, विनोद जैन, आशु भाई जान, मुख्तार भाई जान, शंकरलाल नामदेव, हरीराम लहरवानी, हरीश बजाज, नईम खान, पीडी जैन, गोविंद राय, तनवीर भाई जान, डॉ धर्मेंद्र, सुशील पॉप्तानी, मनीष, राजेंद्र भाई, पंकज तिवारी, प्रताप अहूजा रमेश चौबे, बंटी चौबे, राजू , विनोद जैन, प्रवीण भैया, ऋषभ जैन, मोहम्मद बशीर चंद्र, विजय जैन, अखिलेश पटेल, भागचंद, पवन जैन, संतोष रोहड़ा, आशु, राजीव वकील, सनत जैन, राजकुमार, रूपेश जैन, वरियलदास नेता, नरेश वासवानी, अच्छे लाल जाटव, मन्नू नागदेव, सचिन जैन, बृजेश, अजय केसरवानी, राजेश कुमार, कन्हैया लाल, राजेंद्र विश्वकर्मा, अशोक विश्वकर्मा, विनोद अरोड़ा, अजय जीवदानी, सुनील केसवानी आदि की उपस्थिति रही।