डिप्टी रेंजर और दो बीट गार्ड 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाई
★ एक लाख नगद और अवैध पिस्टल मिली
सतना। लोकायुक्त पुलिस रीवा ने सतना जिले के परसानिया वन चौकी के डिप्टी रेंजर और उसके दो बीट गार्ड को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। लोकायुक्त की छापामार कार्यवाई में एक लाख नगद रुपये और एक अवैध पिस्टल डिप्टी रेंजर के घर से बरामद हुई है।
लोकायुक्त ने सतना के डिप्टी रेंजर धीरेंद्र चतुर्वेदी को दो बीट गार्ड अनिल मांझी और बीट गार्ड नीरज दुबे के साथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की टीम ने डिप्टी रेंजर के पास से एक पिस्टल भी बरामद की है। जिसका लायसेंस डिप्टी रेंजर के पास नहीं था। ऐसे में लोकायुक्त टीम के सन्न रह गई। इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को भी दे दी गई है। जंगल में सरकारी योजना के तहत डलने वाली पाइपलाइन की मंजूरी के ऐवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। डिप्टी रेंजर धीरेंद्र चतुर्वेदी, बीट गार्ड अनिल मांझी और बीट गार्ड नीरज दुबे को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता मुन्नू पांडे निवासी उचेहरा तहसील ने रीवा लोकायुक्त पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मुन्नू पांडे के मुताबिक हर घर नल जल योजना के तहत उसकी गणेश नामक फर्म जंगल में खुदाई का काम कर रही थी। इस दौरान बीती 25 मई को परसमानिया वन चौकी के डिप्टी रेंजर धीरेंद्र चतुर्वेदी अपने साथियों के साथ आए, और कहने लगे कि तुम लोग वन क्षेत्र में खुदाई कर रहे हो, पेड़ों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए झूठा पंचनामा बना लिया और खुदाई कर रही जेसीबी को जब्त कर लिया।
इस बात का डर दिखाकर पहले 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी । बाद में ₹30000 देना तय किया गया था । शिकायत सत्यापन के दौरान ₹5000 ले लिए गए थे ।शेष ₹20000 आज लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया गया है ।
आज शुक्रवार को डिप्टी रेंजर के सरकारी आवास पर DSP राजेश पाठक प्रमेन्द्र कुमार और टीम ने रिश्वत लेते पकड़ा।
एक लाख नगद और अवेध पिस्टल मिली
ट्रेप कार्यवाही के दौरान आरोपियों के पास से ₹100000 नगद और एक पिस्टल भी बरामद हुई है। इनको भी प्रकरण में जप्त किया गया है प्रकरण में आर्म्स एक्ट की कार्यवाही भी की जा रही है।