SAGAR : मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में NSUI का राष्ट्रीय पदाधिकारी दुबारा शादी कराते पकड़ा गया
विधायक शेलेन्द्र जैन ने सपत्नीक सोने के मंगलसूत्र से पांव पखारकर किया कन्यादान★ मंत्री गोविंद राजपूत और सांसद राजबहादुर सिंह ने दिया वरबधु को आशीर्वाद★मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 135 विवाह संपन्न
विधायक श्री जैन ने बताया कि मेरी धर्मपत्नी ने कहा कि प्रशासन द्वारा मंगलसूत्र ,बिछिया, वेंदी ,पायल प्रदान की जाती है, किंतु उनकी इच्छा अनुसार मंगलसूत्र सोने का होना चाहिए उनकी इच्छा में मैं शामिल होते हुए चांदी के मंगलसूत्र को सोने का मंगलसूत्र में परिवर्तित कराते हुए 135 बेटा बेटियों को सोने का मंगलसूत्र प्रदान किया। विधायक श्री जैन ने बताया कि यह मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह कार्यक्रम हमारे लिए मेरी बेटी के विवाह समारोह से कम नहीं है क्योंकि मेरी धर्मपत्नी अनू जैन ने बेटी की शादी की तरह पूरी रस्मे घर पर ही आयोजित कर नव वधुओं को समस्त रस्मों में शामिल कराया । उन्होंने कहा कि गत दिवस हल्दी की रस्म मेरे निवास पर नव वधुओं की उपस्थिति में आयोजित की गई, जिसमें कि नववधु को समस्त सौभाग्य सामग्री प्रदान की गई एवं हल्दी लगाई गई । उन्होंने कहा कि इसी प्रकार शादी समारोह के बाद सत्यनारायण की कथा एवं सुहागलो का कार्यक्रम भी मेरी धर्मपत्नी की इच्छा अनुसार आयोजित किया जाएगा ।
बेटियों के लिए वरदान ऐसे आयोजन : सांसद
इस अवसर पर आयोजक एवं विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि 2 वर्ष कोविड काल में गुजर जाने के कारण वैवाहिक सम्मेलन संपन्न नहीं करा सके इस बार हमने यह आयोजन भव्य रुप से करने का निर्णय लिया है और इसमें हमारे 135 बेटा-बेटी वैवाहिक बंधन में बध रहे हैं। इनका कन्यादान लेकर मैं और मेरी पत्नी अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हैं ।यह सभी बेटियां मेरी अपनी बेटियां हैं और उनके भविष्य की चिंता भी मैं व्यक्तिगत रूप से करूंगा ।
कार से विदा हुई बेटियां
वैवाहिक कार्यक्रम के पश्चात विधायक श्री जैन ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती अनु जैन के साथ वर-वधु को अपनी कारों के माध्यम से उनके घरों तक पूरे सा सम्मान विदा किया और उनको गृहस्थी का सामान भी अपनी वाहनों के माध्यम से घरों तक पहुंचाया।
विधायक श्री जैन की पत्नी श्रीमती अनु जैन ने अपनी सहयोगी बहनों के साथ विवाह स्थल पर बैठकर बुंदेली भाषा में बन्ना बन्नी गीतों का गायन भी किया विधायक श्री जैन ने बताया कि मेरी धर्मपत्नी आज अत्यंत प्रसन्न है। उन्होंने कहा था कि इस अवसर पर समस्त कार्यक्रम अपनी बेटी की शादी के अनुसार ही आयोजित होंगे। जिसमें बुंदेली मांगलिक गीत का आयोजन भी शामिल है। स्वयं बुंदेली गीतों को गाकर समस्त वर-वधू को आशीर्वाद प्रदान किया।
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बेटियों की शादी की जिम्मेदारी मेरी
जिले के गढ़ाकोटा के नटराज ऑडिटोरियम में आयोजित लघु पुण्य विवाह समारोह में 153 जोड़ों के विवाह एवं 3 जोड़ो का निकाह हुआ। 19 मई को भी गढ़ाकोटा में कन्यादान समारोह आयोजित किया गया था। जिसमें एक हजार से भी अधिक जोड़ों के विवाह संपन्न हुए थे । समारोह के आयोजक एवं स्वागताकांक्षी लोक निर्माण एवं कुटीर ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि दांपत्य सूत्र में बंध रहे । अपना वैवाहिक जीवन प्रारंभ कर नव-दम्पतियों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनका दांपत्य जीवन सफल हो । आनंदमय हो, गृह शांति रहे, प्रभु से यही प्रार्थना है । 19 मई को आयोजित हुए कन्यादान समारोह में जो कागजी खानापूर्ति की वजह से रह गए थे, उनके आग्रह पर आज यह लघु पुण्य विवाह का आयोजन किया गया है।
श्री भार्गव ने बताया कि कन्यादान समारोह की परंपरा मेरे द्वारा 2001 से चल रही है। 2001 मे छिरारी गांव मे अहिरवार समाज के कन्याओं का कन्यादान लिया था । इसके बाद लगातार मैंने 19 विवाह समारोह आयोजित करवाए । 2005 से कन्यादान योजना बनी। योजना की जनक कोई है तो रहली विधानसभा है। ऐसे परिवार जो पैसे के अभाव के कारण, गरीबी के कारण माता-पिता कर्जदार न बने और धन के अभाव में किसी का विवाह न रुके इसलिए घर से शादी कर लेते हैं बाद में शादी करने के बाद लोग कहते हैं कि भैया हमने तो कर ली। जमीन बेच दी जमीन गिरवी रख दी। चुकाते चुकाते सिर के बाल भी झड़ जाते हैं और बुढ़ापा आ जाता है । जब चुका पाते हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने इकलौते पुत्र एवं डॉ. बेटी का विवाह भी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से कराया था। शादी सम्मेलन में कहीं किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहती और इस शादी को हजारों लोग देखते हैं ।हजारों लोग तो बड़े-बड़े लोगों की शादी में नहीं आते परन्तु गरीबों की शादी में हजारों लोग आते हैं। इसलिए हमें उस परंपरा के लिए और आगे बढ़ाना है। अगले वर्ष जब भी मुहूर्त हो तो हम शादी की तारीख निश्चित कर देंगे। मैं आज के दिन आप सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि हमें इस परंपरा को आगे बढ़ाना और यही सामाजिक समरसता हैं।
19 वें सम्मेलन मे भी कुशवाहा , कुर्मी , लोधी , ठाकुर, ब्राह्मण, जैन समाज सहित के सभी 38 समाजों के बेटे- बेटियों के विवाह हुए। हमारी सामाजिक संस्कृति यही कहती है कि कोई नीचा नही है कोई ऊंचा नहीं है ।भगवान ने सबको बराबर बनाया है ।सबके लिए वही अंग ,शरीर वही सब कुछ दिया है । इसलिए आपस में भेदभाव नहीं रखना चाहिए।
सारी चीजें खरीदना बड़ा कठिन होता है । 50 लोगों की घोषणा की थी लेकिन 150 से ज्यादा जोड़े हो गए। हमने सामान का ऑर्डर दे दिया है। कुछ सामान हम लुधियाना से लगाते हैं कुछ सामान हम दिल्ली से मंगाते हैं कुछ सामान भोपाल और इंदौर से मंगाते हैं ।साड़ी सूरत से मंगाते हैं। इस प्रकार से सामान इकट्ठा करना पड़ता है ।आप लोगों को घरों में 1 दिन की शादी के पीछे कितनी तैयारी करना पड़ती है।
श्री भार्गव ने विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि इसी प्रकार सभी लोग सहयोग करते रहे। कन्यादान विवाह निकाह योजना के तहत मध्य लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव द्वारा आज पुनः लघु विवाह उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया ।जिसमें 150 से अधिक बेटा बेटी परिणय सूत्र में बंधे ।मंत्री श्री गोपाल भार्गव द्वारा समस्त नव दंपतियों को शुभाशीष प्रदान कर उनके नवजीवन हेतु शुभकामनाएं दी।
समारोह में जनपद अध्यक्ष संजय दुबे,लघु वनोपज संघ के पूर्व चेयरमैन महेश कोरी, एसडीएम श्री जितेंद्र पटेल , नपा सीएमओ गढ़ाकोटा धनंजय गुमाष्ता , शहर मुस्लिम कमेटी अध्यक्ष नासिर खान, जनपद सीईओ राजेश पटेरया, नपा पूर्व अध्यक्ष भरत चौरसिया, सहायक अभियंता राहुल शाह, पूर्व पार्षद मुन्नालाल साहू, रहली सीएमओ ज्योति शिवहरे ,थाना प्रभारी आर के दुबे, सहित बड़ी संख्या में अभिभावक जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
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डॉ. गौर विवि एवं जूलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के बीच हुआ अकादमिक समझौता
डॉ. गौर विवि एवं जूलोजिकल
सर्वे ऑफ इंडिया के बीच हुआ अकादमिक समझौता
सागर. 25 मई. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर
एवं जूलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया,
कोलकाता के बीच बुधवार को महत्त्वपूर्ण अकादमिक समझौता हुआ। जूलोजिकल सर्वे ऑफ
इंडिया, कोलकाता की ओर से निदेशक डॉ धृति बनर्जी एवं
विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने इस अकादमिक समझौते पर हस्ताक्षर
किए। इस अवसर पर डॉ बनर्जी ने कहा कि इस एम ओ यू से इस क्षेत्र की जैव विविधता के
अध्ययन की सुविधा उपलब्ध होगी जिसमें कोलकाता स्थित हेड क्वार्टर एवं इसके सभी 16
केंद्र सहयोग करेंगे। दोनों संस्थाओं के साझा सहयोग से सेमिनार एवं वर्कशॉप आयोजित
की जा सकेंगी, ताकि प्राणियों की पहचान के लिए विद्यार्थी
तकनीकी जानकारी एकत्रित कर सकें। यह क्षेत्र की जैव विविधता संरक्षण में सहायक
होगा। उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने स्वयं जैव विविधता के क्षेत्र
में कई उल्लेखनीय शोध कार्य किये हैं और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी
किया गया है इसलिए यह अकादमिक समझौता काफी महत्त्वपूर्ण और लाभकारी सिद्ध होगा. उन्होंने
कहा कि इस एम ओ यू से प्राणी विज्ञान के विद्यार्थियों को कोलकाता की प्रयोगशाला
में कार्य करने का अवसर मिलेगा,
साथ ही प्रशिक्षित विद्यार्थियों को क्षेत्र की
जैव विविधता के संरक्षण के कार्य में संलग्न करेंगे, एवं
संबंधित रोजगारपरक पाठ्यक्रम भी शुरू होंगे । इस दौरान गुरुकुल कांगड़ी
विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्रख्यात पर्यावरण विज्ञानी प्रो बी
डी जोशी ने टैक्सोनॉमी के इतिहास एवं इसके महत्व पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम
के प्रारंभ में प्राणी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सुबोध जैन ने स्वागत
भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रो श्वेता यादव ने किया। इस अवसर पर प्रो जनक
अही, प्रो हरेल थॉमस, प्रो
संजय जैन, प्रो नवीन कांगो, प्रो
यू के पाटिल, कुलसचिव संतोष सहगौरा, डॉ
दिव्या रावत, स्वाति जैन, जावेद
अहमद उपस्थित रहे एवं काफी संख्या में शोध
छात्र एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थी भी ऑनलाइन सम्मिलित हुए।