ओबीसी आरक्षण खत्म करने भाजपा का षड्यंत्र , कांग्रेस हर हाल में ओबीसी को हक़ दिलाएगी : अशोक सिंह, कोषाध्यक्ष, कांग्रेस
सागर । आने वाले निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी अन्य पिछड़ा वर्ग के 27% प्रत्याशियों को टिकट देगी। यह घोषणा मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री कमलनाथ ने पार्टी द्वारा तय की गई नीति के अनुसार की है। उक्त घोषणा माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदेश में निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण की सीमा घटाने को लेकर दिए गए आदेश के बाद पार्टी के आंतरिक निर्णय के अनुसार की गई है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी के लिए सीमित आरक्षण तय कर स्थानीय चुनाव कराने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने माननीय न्यायालय के सामने ओबीसी के बारे में भ्रामक व आधे अधूरे तथ्य प्रस्तुत किए हैं।
उक्त आरोप मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर लगाए हैं। पिछड़ा वर्ग आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में भाजपा के कमजोर पक्ष के चलते आरक्षण में कटौती के बावजूद झूठी वाही वाही लूटने पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से संभागीय मुख्यालय सागर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया।
पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री एवं विधायक हर्ष यादव , कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी प्रदेश महासचिव एवं पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर ,पूर्व सांसद डॉ आनंद अहिरवार,
जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वय स्वदेश जैन गुड्डू भैया व रेखा चौधरी , प्रवक्ता एवं डॉ संदीप सबलोक तथा प्रदेश महासचिव रमाकांत यादव प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कांग्रेस कोषाध्यक्ष श्री अशोक सिंह ने बताया कि इस संबंध में माननीय श्री कमलनाथ जी ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से संविधान में संशोधन करने का आग्रह करें ताकि अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को उनका संवैधानिक अधिकार मिल सके। कमलनाथ द्वारा ओबीसी वर्ग के हित में उठाए गए इस ऐतिहासिक कदम के लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने ही ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण दिया था। आज विपक्ष में होने के बावजूद वह ओबीसी वर्ग को उनका संवैधानिक अधिकार दे रहे हैं। ।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर ओबीसी के आरक्षण को समाप्त करने का षड्यंत्र किया है। ओबीसी आरक्षण समाप्त कराने के लिए शिवराज सिंह सरकार पहले जानबूझकर असंवैधानिक अध्यादेश लेकर आई और बाद में न्यायालय के दबाव में इस संवैधानिक अध्यादेश को वापस भी ले लिया। भाजपा सरकार ने ओबीसी के खिलाफ यह जो काम किया है वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के गुप्त एजेंडे का हिस्सा है। कांग्रेस पार्टी ने जब भी ओबीसी वर्ग को कोई अधिकार दिया है तब तक बीजेपी ने जो रास्ते से ओबीसी से वह अधिकार छीनने का काम किया है।
उन्होंने आगे कहा कि 2003 में भी कांग्रेस की सरकार ने ओबीसी का आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27% किया था। लेकिन उसके बाद बनी बीजेपी की सरकारों ने अगले 15 साल में अदालतों में एकदम खराब पैरवी करके ओबीसी के 27% आरक्षण को समाप्त हो जाने दिया। 2018 में जब श्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनी तो इस सरकार ने ओबीसी को एक बार फिर 27% आरक्षण दिया। इस आरक्षण को वर्तमान शिवराज सिंह चौहान सरकार ने अदालतों में गलत तथ्य रखे और धीरे-धीरे इसे खत्म करती जा रही है।
कांग्रेस कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि माननीय श्री कमलनाथ जी और कांग्रेस पार्टी की घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि ना सिर्फ निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी शानदार प्रदर्शन करेगी बल्कि ओबीसी वर्ग के आरक्षण में कटौती होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के प्रयासों से इस वर्ग के अधिक से अधिक प्रतिनिधि निकायों में चुनकर आएंगे।इस दौरान प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश सरवैया तथा ग्रामीण कांग्रेस के प्रभारी मनोज पवार भी उपस्थित थे।
कोषाध्यक्ष अशोक सिंह का पहली बार सागर पहुंचने पर कांग्रेसजनों ने भव्य स्वागत किया
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष श्री अशोक सिंह के प्रथम बार सागर पहुंचने पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वय स्वदेश जैन (गुड्डू भैया) भैया व रेखा चौधरी ,पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री हर्ष यादव, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ,प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रामाकांत यादव, प्रदेश कांग्रेस के सचिव विनोद यादव ,राकेश सरवैया,बूथ प्रबंधन के अध्यक्ष ठाकुर दास कोरी, जतिन चौकसे ,नाथूराम चौधरी, अनवर कुरैशी, मनोज पवार, जगदीश मुन्ना विश्वकर्मा , विकाश यादव, सौरव यादव , अशरफ खान, धनसिंह अहिरवार, महेंद्र साहू ,मार्शल खान आदि ने सूत की माला गुलदस्ते तथा पुष्प हार से उनका भव्य गरिमामय एवं आत्मीय स्वागत किया।