शादी के सात वचन वरवधू के...आठवां वचन परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत का★ आठवां वचन ..कन्यादान के साथ आप सब की सुरक्षा का

शादी के सात वचन वरवधू के...आठवां वचन परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत का
★ आठवां वचन ..कन्यादान के साथ आप सब की सुरक्षा का 

सागर । आपके कन्यादान के साथ-साथ आप की सुरक्षा का में आठवां वचन देता हूं। सात वचन विवाह  के वरवधू के एवं आठवां वचन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत का। सागर जिले के जैसीनगर में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित विवाह समारोह में यह वचन दिया। जैसीनगर मे 175 शादियां हुई।
 राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि विवाह के अवसर पर पंडित जी द्वारा वर वधु को सात वचन प्रदान किए जाते हैं जो कि जीवन भर उनका पालन वर-वधू द्वारा किया जाता है आज मैं आठवां वचन अपनी तरफ से आप लोगों को देता हूं और वह आठवां वचन आप सब की सुरक्षा का है उन्होंने कहा कि आज का दिन नचने गाने एवं खुशी मनाने का दिन है शादी उमंग एवं आनंद के साथ रहने से अपना परिवार प्रारंभ करें।


उन्होंने बुंदेली भाषा में बोलते हुए कहा कि दूधो नहाओ पूतो फलो उन्होंने बुंदेली भाषा में ही मांगलिक कार्यक्रम के अवसर पर गाए जाने वाले बन्ना बन्नी भी गुनगुनाए । मंत्री श्री राजपूत की पत्नी श्रीमती सविता राजपूत ने भी बुंदेलखंडी में बुंदेली भाषा में गारी गाकर वर वधु को शुभ आशीष प्रदान किया। इस अवसर पर समस्त 175 वर वधु एवं उनके परिजन मंत्रमुग्ध होकर थिरकने  लगे।
मंत्री श्री राजपूत ने पत्नी श्रीमती सविता सिंह राजपूत के साथ सभी 175 बेटियों को अपनी ओर से साड़ियां भी प्रदान की ।

अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती सपना त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की कन्यादान योजना के माध्यम से जो भी विवाह आयोजित किए जा रहे हैं । इसी के तहत आज जैसीनगर विकासखंड में आयोजित किए गए आने वाले दिनों में शेष विकास खंडों में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत विवाह सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे उन्होंने समस्त वर-वधू को आशीर्वाद देते हुए शुभ आशीष प्रदान किया और नव दंपति को नए जीवन प्रारंभ करने की बधाई दी 
उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार समस्त वर-वधू को ₹55000 की राशि से हमको गृहस्ती का सामान एवं वधु को ₹11000 की राशि का चेक भी प्रदान किया गया।जिसमें  मंगल  सूत ,पायल, वेनदी ,विचडी,सिलाई मशीन,पलग, गद्दा,चादर, रेडियो,कुकर, टेलीविजन,वर्तन शेट,कुर्सी टेबिल,दीवाल घड़ी,रजाई तकिया आदि है।


ये रहे मौजूद

इस अवसर पर जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सविता सिंह राजपूत  श्री राजू बडोनिया रश्मी बडोनिया श्री विष्णु नेमा श्री साहब सिंह श्री छतर सिंह श्री भगवानदास तिवारी श्री धीरज सिंह श्री ड़ब्बू आटिया अनुविभागीय अधिकारी सागर श्रीमती सपना त्रिपाठी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जैसीनगर श्री एस के खरे सहित गणमान्य नागरिक जनप्रतिनिधि अन्य अधिकारी एवं वर-वधू के परिवार के सदस्य मौजूद थे ।


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OBC आरक्षण : भाजपा-कांग्रेस ने लगाए एक दूसरे पर आरोप★ कांग्रेस के कारण पिछडा वर्ग आरक्षण से वंचित : विधायक शेलेन्द्र जैन★आरक्षण खत्म करने भाजपा ने रचा षड्यंत्र, लेकिन कांग्रेस हर हाल में दिलाएगी हक : कांग्रेस

OBC आरक्षण : भाजपा-कांग्रेस ने लगाए एक दूसरे पर आरोप

★ कांग्रेस के कारण पिछडा वर्ग आरक्षण से वंचित : विधायक शेलेन्द्र जैन

★आरक्षण खत्म करने भाजपा ने रचा षड्यंत्र, लेकिन कांग्रेस हर हाल में दिलाएगी हक : कांग्रेस
सागर। नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब भाजपा और काँग्रेस एक दूसरे पर आरोप  लगा रहे है। आज सम्भागीय मुख्यालय सागर में दोनो दलों के नेताओं ने मीडिया से चर्चा की और अपना अपना पक्ष रखा। 

कांग्रेस दोषी: विधायक शेलेन्द जैन

भाजपा विधायक  शैलेंद्र जैन ने कहा कि नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण करने के संबंध में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मध्यप्रदेश सरकार पारित आदेश में संशोधन का आवेदन दायर करके पुनः अदालत से आग्रह करेगी कि मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण के साथ ही पंचायत एवं स्थानीय निकाय चुनाव सम्पन्न हों। बिना ओबीसी आरक्षण के नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव कराये जाने की वर्तमान परिस्थिति कांग्रेस के कारण निर्मित हुई है। मध्यप्रदेश में तो 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के साथ पंचायत चुनाव प्रक्रिया चल ही रही थी एवं सरकार द्वारा इसके अंतर्गत वार्ड परिसीमन, वार्डों का आरक्षण, महापौर तथा अध्यक्ष का आरक्षण, मतदाता सूची तैयार करना आदि समस्त तैयारी कर ली गई थी। यहां तक की ओबीसी एवं अन्य उम्मीदवारों द्वारा नामांकन भी दाखिल कर दिया गया था, किन्तु कांग्रेस इसके विरूद्ध हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट गई, जिससे होने वाले चुनाव प्रभावित हुए एवं व्यवधान उत्पन्न हुआ।
 मध्यप्रदेश सरकार ने आयोग बनाकर 600 पेज की जो रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की, उसमें प्रदेश में ओबीसी वर्ग की आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक परिस्थितियों के साथ एरियावाईज संख्या के आंकड़े विस्तृत रूप से प्रस्तुत किए थे। जिसमें बताया गया था कि 48 प्रतिशत से ज्यादा ओबीसी मतदाताओं की औसत संख्या मध्यप्रदेश में है। कुल मतदाताओं में से अजा/अजजा के मतदाताओं के अतिरिक्त शेष मतदाताओं में अन्य पिछड़ावर्ग के मतदाताओं की संख्या 79 प्रतिशत है, यह भी आयोग की रिपोर्ट में पेश किया गया था । आयोग ने स्पष्ट अभिमत दिया था, कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों तथा समस्त नगरीय निकाय चुनावों के सभी स्तरों में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को कम से कम 35 प्रतिशत स्थान आरक्षित होना चाहिए। वह कमलनाथ सरकार ही थी, जिसने विधानसभा में 8 जुलाई 2019 को मध्यप्रदेश लोकसेवा आरक्षण संशोधन विधेयक में यह भ्रामक और असत्य आंकड़ा प्रस्तुत किया कि अन्य पिछड़े वर्ग की मध्यप्रदेश में कुल आबादी सिर्फ 27 प्रतिशत है। 
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तथा संगठन हमेशा से नगरीय / ग्रामीण निकायों के चुनाव का पक्षधर रहा है यह सर्वमान्य तथ्य है कि कमलनाथ ने अपनी सरकार के रहते पिछड़ा वर्ग के एक भी अभ्यर्थी को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ नहीं मिलने दिया, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने मुख्यमंत्री बनने के एक महीने के भीतर ही यह संभव कर दिखाया था ।भाजपा यह भी चाहती है कि चुनाव पिछडे वर्ग के आरक्षण के साथ हो। शीघ्र चुनाव कराये जाने एवं अन्य पिछडा वर्ग आरक्षण के साथ कराये जाने का पुरजोर प्रयास भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है। 
पत्रकार वार्ता में संभागीय मीडिया प्रभारी प्रदीप राजोरिया , जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन , सह जिला मीडिया प्रभारी आलोक केशरवानी ,मंडल अध्यक्ष मनीष चौबे विक्रम सोनी पूर्व मंडल अध्यक्ष बंटी शर्मा सोनू उपाध्यक्ष उपस्थित रहें।

ओबीसी का आरक्षण खत्म करने के लिए भाजपा षड्यंत्र रच रही है, लेकिन कांग्रेस हर हाल में ओबीसी को उसका अधिकार दिलाएगी
 
आने वाले निकाय चुनाव में पार्टी अन्य पिछड़ा वर्ग के 27% प्रत्याशियों को टिकट देगी। यह घोषणा मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री कमलनाथ जी ने पार्टी द्वारा तय की गई नीति के अनुसार की है। उक्त घोषणा माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदेश में बिना ओबीसी आरक्षण के निकाय चुनाव कराने के आदेश के बाद पार्टी के आंतरिक निर्णय के अनुसार की गई है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी के आरक्षण के बिना स्थानीय चुनाव कराने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने माननीय न्यायालय के सामने ओबीसी के बारे में भ्रामक व आधे अधूरे तथ्य प्रस्तुत किए। उक्त आरोप जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वय स्वदेश जैन गुड्डू भैया व रेखा चौधरी ने संयुक्त रूप से यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में लगाए। 
उन्होंने बताया कि इस संबंध में श्री कमलनाथ जी ने राज्य सरकार से यह कहा है कि वह प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से संविधान में संशोधन करने का आग्रह करें ताकि अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को उनका संवैधानिक अधिकार मिल सके।
 जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष स्वदेश जैन ने कहा कि माननीय श्री कमलनाथ जी द्वारा ओबीसी वर्ग के हित में उठाए गए इस ऐतिहासिक कदम के लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने ही ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण दिया था आज विपक्ष में होने के बावजूद वह ओबीसी वर्ग को उनका संवैधानिक अधिकार दे रहे हैं इससे पता चलता है की कमलनाथ जी की नियत सामाजिक न्याय करने की है जबकि सत्ता में बैठे लोग सिर्फ बहानेबाजी करके ओबीसी हितेषी होने का पाखंड कर रहे जबकि असल में उनका चरित्र आरक्षण विरोधी है यह सर्वविदित तथ्य है कि मध्य प्रदेश और पूरे देश में अन्य पिछड़ा वर्ग का हित करने का काम कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से किया है।
  जिला शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर ओबीसी के आरक्षण को समाप्त करने का षड्यंत्र किया है ओबीसी आरक्षण समाप्त कराने के लिए शिवराज सिंह सरकार पहले जानबूझकर असंवैधानिक अध्यादेश लेकर आई और बाद में न्यायालय के दबाव में इस संवैधानिक अध्यादेश को वापस भी ले लिया भाजपा सरकार ने ओबीसी के खिलाफ यह जो काम किया है वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के गुप्त एजेंडे का हिस्सा है कांग्रेस पार्टी ने जब भी ओबीसी वर्ग को कोई अधिकार दिया है तब तक बीजेपी ने जो रास्ते से ओबीसी से वह अधिकार छीनने का काम किया है।
                  उन्होंने आगे कहा कि 2003 में भी कांग्रेस की सरकार ने ओबीसी का आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27% किया था लेकिन उसके बाद बनी बीजेपी की सरकारों ने अगले 15 साल में अदालतों में एकदम खराब पैरवी करके ओबीसी के 27% आरक्षण को समाप्त हो जाने दिया 2018 में जब श्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनी तो इस सरकार ने ओबीसी को एक बार फिर 27% आरक्षण दिया इस आरक्षण को वर्तमान शिवराज सिंह चौहान सरकार ने अदालतों में गलत तथ्य रखे और धीरे-धीरे इसे खत्म करती जा रही है।
 पत्रकार वार्ता के दौरान जिला शहर कांग्रेस प्रवक्ता आशीष ज्योतिषी तथा ग्रामीण कांग्रेस के प्रभारी मनोज पवार भी उपस्थित थे।
                   
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आईटीआई बीना के प्राचार्य की जांच कराने मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने संभागायुक्त को दिये निर्देश

आईटीआई बीना के प्राचार्य की जांच कराने मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने संभागायुक्त को दिये निर्देश

 सागर।मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बीना (धनोरा) के प्राचार्य की कार्यप्रणाली की जांच कराने के निर्देश कमिश्नर सागर संभाग को दिये है।
ज्ञातव्य है कि गत दिनों औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बीना (धनोरा) के प्राचार्य पंकज श्रीवास्तव के विरूद्ध करीब एक दर्जन छात्रों ने नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खुरई कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा था। जिसमें बताया गया कि संस्था के प्रशिक्षण अधिकारी संजय पटैल के विरूद्ध झूठी शिकायत करने के लिए प्राचार्य पंकज श्रीवास्तव छात्रों पर दबाब बना रहे हैं। संजय पटैल के विरूद्ध शिकायत नहीं करने पर प्राचार्य ने छात्रों को धमकी दी है कि उन्हें प्रेक्टिकल परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा और पाठ्यक्रम पूरा नहीं करने देंगे।  मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कमिश्नर सागर संभाग को पत्र भेजकर कहा है कि उक्त वर्णित तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए प्राचार्य पंकज श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली की जांच करवाकर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध करावें। 

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दलित युवती से गैंगरेप को बीता एक हफ्ता, मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर, जंगलों में छिपा है आरोपी★ जैसीनगर पहुंचकर आईजी ने पुलिस व वन विभाग के आला अधिकारियों के साथ की मीटिंग★ बाइक पर जीजा के साथ जा रही साली को उठा ले गए थे जंगल मे दुष्कर्मी

दलित युवती से गैंगरेप को बीता एक हफ्ता, मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर  अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर, जंगलों में छिपा है आरोपी

★ जैसीनगर पहुंचकर आईजी ने पुलिस व वन विभाग के आला अधिकारियों के साथ की मीटिंग

★ बाइक पर जीजा के साथ जा रही साली को उठा ले गए थे जंगल मे दुष्कर्मी


सागर।एमपी के सागर जिले के जैसीनगर थाना क्षेत्र में एक दलित महिला के साथ हुई गैंगरेप की  वारदात ने  जिले की कानून व्यवस्था को हिला कर रख दिया है। एक हफ्ता गुजर गया पुलिस अभीतक मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ नही पाई है। आरोपी चेनसिंह जंगलों में छिपा है। जिसकी तलाश में वन और पुलिस विभाग का महकमा लगा है। सागर झोंन के आईजी अनुराग वर्मा ने जैसीनगर पहुचकर वारदात को लेकर चर्चा की और निःर्देश दिए। आरोपी पर 20 हजार का इनाम भी घोषित है। 

जीजा के साथ जा रही साली को उठाकर ले गए आरोपी और किया गैंगरेप

जैसीनगर में 5 मई को अपने जीजा के साथ साली घर जा रही थी । रास्ते मे हिस्ट्रीशीटर बदमाश चेनसिंह और उसके तीन साथीयो ने जीजा को जमकर मारापीटा और साली को जंगल मे ले गए। जीजा के सामने गैंगरेप किया। जीजा किसी तरह से भागकर पुलिस तक पहुचा और जानकारी दी। पुलिस ने तीन आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी चेनसिंह फरार है। उस पर 20 हजार का इनाम रखा है। 
वारदात के दूसरे दिन कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी तरुण नायक ने घटनास्थल को ढेखा और और आरोपी चेनसिंह के मकान पर बुलडोजर की कार्यवाई करते हुए मकान जमीदोज कर दिया। रेप ,लूट ,एवेध शराब मारपीट आदि के मामलों का आरोपी चेनसिंह अक्सर जंगलों में रहता है और वारदात को अंजाम देता है। पुलिस जंगलों में उसके ठिकानों को तलाश रही है। आसपास के चार थानों की पुलिस और वन विभाग का अमला जुटा है। 



आई जी अनुराग पहुचे जैसीनगर

दलित युवती के साथ गैंगरेप पुलिस के गले की फांस बन गया है।  सागर रेंज आईजी अनुराग आज जैसीनगर पहुंचे जहाँ, गैंगरेप सहित अन्य मामलों पर पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी ली।



मीडिया से बात करते हुए आईजी अनुराग ने बताया कि गैंगरेप की घटना एक हफ़्ते से ज्यादा समय बीत चुका हैं, पुलिस अपने खूफिया तंत्र के साथ स्ट्रेटजी बनाकर जंगल जंगल चैनसिंह कों पकडने के लगातार सर्च अभियान चला रही हैं।



उन्होंने बताया चैनसिंह पर बीस हजार रुपये का इनाम रखा गया हैं, अगर कोई चैनसिंह के विषय मे जानकारी देता है तो उससे  बिना किसी पूछताछ के इनाम दिया जाएगा, उसका नाम भी गुप्त रखा जाएगा

अपराधी आसमान में हो या पाताल में बच नहीं पाएगा :गोविंद सिंह राजपूत

परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत अपने विधानसभा क्षेत्र सुरखी के जैसीनगर में हुई गैंगरेप की पीड़िता के घर पहुचे । परिवहन मंत्री ने पीड़िता के परिजनों को 2 लाख 25 हजार की आर्थिक सहायता देते हुए पीड़ित युवती के लिए अच्छे से अच्छा इलाज मुहैया कराने का आश्वासन दिया ।श्री राजपूत ने कहा कि अपराधी चाहे आसमान में हो या पाताल में हम उसे खोज निकालेंगे और कड़ी से कड़ी सजा कानून उसे देगा । पीड़ित परिवार के साथ सुरखी विधानसभा क्षेत्र तथा भाजपा परिवार है हर समय उनकी मदद के लिए हम लोग तैयार हैं ।ऐसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा श्री राजपूत ने एसपी तथा कलेक्टर को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द आरोपी गिरफ्तार हो जाना चाहिए । उन्होंने युवती के इलाज की सारी जिम्मेदारी लेते हुए परिजनों को आश्वासन दिया कि इलाज के अलावा जो भी आवश्यकता होगी वह पूरी की जाएगी।


कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी

अनुसूचित जाति वर्ग की युवती के साथ घटित गैंगरेप की घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सुरेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। 
गठित जांच कमेटी में सुरेन्द्र चौधरी पूर्व मंत्री,  स्वदेश जैन अध्यक्ष जिला ग्रामीण कांग्रेस , सागर, श्रीमति पारूल साहू केशरी पूर्व विधायक सुरखी विधानसभा, श्रीमति प्रमिला सिंह पूर्व जनपद अध्यक्ष जैसीनगर, अखलेश मोनी केशरवानी कार्यकारी अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी सागर को शामिल किया जा कर संपूर्ण घटनाक्रम का जांच प्रतिवेदन प्रदेश कार्यालय को भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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लोकायुक्त पुलिस ने 3 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को रँगे हाथों पकड़ा

लोकायुक्त पुलिस ने 3 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को रँगे हाथों पकड़ा

शाजापुर। : मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में लोकायुक्त पुलिस ने  आज एक पटवारी को ₹3000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक योगेश पिता महेश प्रसाद पाटीदार उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम गिरवर तहसील व जिला शाजापुर की ग्राम महुपुरा स्थित भूमि का नामांतरण दिनांक 8.3.2022 को तहसीलदार शाजापुर द्वारा आवेदक के नाम से किया गया था। उक्त आदेश में त्रुटिवश 2000 वर्ग फीट भूमि की जगह 2000 वर्ग मीटर लेख कर दिया गया था, उक्त त्रुटि सुधार हेतु ग्राम महुपुरा के हल्का पटवारी आत्माराम धानुक द्वारा योगेश पाटीदार से ₹3000 रिश्वत की मांग की गई।


रोजगार सहायक को 5 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा सागर लोकायुक्त पुलिस ने

MP : रोजगार सहायक को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा लोकायुक्त पुलिस ने


लोकायुक्त पुलिस द्वारा मामले में संज्ञान लेते हुए आज शाजापुर स्थित पटवारी के निजी कार्यालय पर आवेदक से ₹3000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है ।इस संबंध में लोकायुक्त पुलिस द्वारा पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण बनाया गया है।लोकायुक्त उज्जैन की टीम की द्वारा की गई कार्यवाही में प्रमुख रुप से उप पुलिस अधीक्षकगण राजकुमार सरार्फ, सुनील तालान एवं आरक्षकगण अनिल अटोलिया, हितेश ललावत, संजय पटेल, सुनील परसाई एवं पंच साक्षीगण शामिल रहे।


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SAGAR : लोकायुक्त ने 2 हजार की रिश्वत लेते रोजगार सहायक को पकड़ा, पीएम आवास की किश्त जारी करने के एवज में ली रिश्वत

SAGAR : लोकायुक्त ने 2 हजार की रिश्वत लेते रोजगार सहायक को पकड़ा, पीएम आवास की किश्त जारी करने के एवज में ली रिश्वत

सागर। पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के बदले में रिश्वत लेने के खूब मामले सामने आ रहे है। ऐसे ही एक मामले में लोकायुक्त पुलिस सागर ने रहली जनपद के वादीपुरा के रोजगार सहायक को लेते 2 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पीएम आवास की अंतिम किश्त जारी करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। 



लोकायुक्त सागर के प्रभारी एसपी रामेश्वर यादव ने बताया कि  आवेदक:-  रामगोपाल कुर्मी s/o अनंदीलाल कुर्मी उम्र  43 वर्ष   निवासी ग्राम वादीपुरा तहसील गढ़ाकोटा जिला सागर  ने कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमे आरोपी आशीष कुर्मी s/o हरगोविंद कुर्मी उम्र 31वर्ष रोजगार सहायक ग्राम पंचायत वादीपुरा जनपद पंचायत रहली तहसील गढ़ाकोटा जिला सागर द्वारा फरियादी के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अंतिम किस्त डालने के एवज में ₹5000 रुपए रिश्वत की मांग की थी। 




आज लोकायुक्त पुलिस की निरीक्षक मंजु सिह,व निरीक्षक रोशनी जैन व स्टाफ की टीम  ने  रोजगार सहायक आशीष कुर्मी को  डूंडखेड़ा खेड़ा स्थित किराने की दुकान के पास रिश्वत लेते रँगे हाथों पकड़ा और कार्यवाई की ।                       



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नगरीय निकायों के चुनाव ईव्हीएम और पंचायतों के मतपत्र से होंगे★ राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने की चुनाव तैयारियों की समीक्षा

नगरीय निकायों के चुनाव ईव्हीएम और पंचायतों के मतपत्र से होंगे
★ राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने की चुनाव तैयारियों की समीक्षा
सागर 12 मई 2022 । नगरीय निकायों के चुनाव में ईव्हीएम और त्रि-स्तरीय पंचायतों के चुनाव में मतपत्र और मतपेटियों का उपयोग किया जाएगा। पंचायतों का चुनाव भी ईव्हीएम से करवाने पर 3 माह से अधिक समय लगेगा, क्योंकि ईव्हीएम की संख्या सीमित है। इसलिए मतपेटियों के माध्यम से पंचायतों का चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने यह बात प्रदेश के सभी कलेक्टर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से निर्वाचन तैयारियों की समीक्षा के दौरान कही।



इस दौरान सागर एनआईसी कक्ष से कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दीपक आर्य, उप ज़िला निर्वाचन अधिकारी सुश्री शशि मिश्रा, मास्टर ट्रेनर श्री वाय पी सिंह उपस्थित रहे।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि नगरीय निकायों के चुनाव 2 चरणों में और पंचायतों के चुनाव 3 चरणों में करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों चुनाव साथ में कराना है, इसलिए ऐसी तैयारी रखें कि किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। श्री सिंह ने कहा कि कोई भी समस्या हो, तो उन्हें अथवा सचिव राज्य निर्वाचन आयोग को तुरंत बताएं।


उन्होंने कहा कि संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों की समीक्षा कर जानकारी आयोग को उपलब्ध कराएं। निर्वाचन प्रक्रिया में सूचना प्रोद्योगिकी का समूचित उपयोग करें। नगरीय निकाय निर्वाचन के लिये चुनाव मोबाइल एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें।
श्री सिंह ने कहा कि नवीन प्रावधानों के अनुरूप पार्षदों के निर्वाचन व्यय का लेखा संधारण व्यवस्थित रूप से करवाएँ। रिजर्व ईव्हीएम सुरक्षित तरीके से निर्धारित स्थानों पर ही रखवाएं। सभी कलेक्टर्स चुनाव सामग्री की उपलब्धता की समीक्षा कर लें। मतदान पेटी का मेंटेनेंस करवा लें। मतपत्र मुद्रण के लिये सभी तैयारियाँ पहले से कर लें।


सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री राकेश सिंह ने कहा कि रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति कर आयोग को सूचित करें। मतदान केन्द्रों का सत्यापन कराएं और आवश्यकता अनुसार उनकी मरम्मत भी करवा लें। राजनैतिक दलों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित करें। इसी प्रकार मतगणना स्थल का निर्धारण कर आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें। जिला, नगरीय निकाय एवं ब्लाक स्तर पर ट्रेनिंग के लिये मास्टर ट्रेनर्स का चयन कर लें। इसके अतिरिक्त बैठक में ईव्हीएम, सूचना प्रोद्योगिकी, सामग्री प्रबंधन और प्रशिक्षण के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी गई।


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SAGAR : नाबालिग बालक से अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी को 20 साल की सजा, पीड़ित को एक लाख का प्रतिकर देने के आदेश

नाबालिग बालक से अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी को 20  साल की सजा, पीड़ित को एक लाख का प्रतिकर देने के आदेश


सागर। नाबालिग बालक के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी विपिन बाल्मिकी पिता छोटे लाल बाल्मिकी उम्र 23 वर्ष निवासी थाना अंतर्गत भानगढ़ जिला सागर को श्री हेमंत कुमार अग्रवाल विशेष न्यायाधीश पोक्सो एक्ट बीना जिला सागर की न्यायालय ने भादवि की धारा 363 में 3 वर्ष का सश्रम कारावास व 500 रुपए अर्थदंड तथा  5/6 पोक्सो एक्ट में 20 वर्ष का सश्रम कारावास व  1000 रुपए का अर्थदंड तथा पीड़ित बालक को ₹100000 का प्रतिकर दिये जाने का आदेश दिया है। प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी श्याम सुंदर गुप्ता विशेष लोक अभियोजक/सहायक जिला अभियोजन अधिकारी ने की।
जिला अभियोजन के सहायक मीडिया प्रभारी अमित जैन ने बताया कि दिनांक 17 मार्च 2020 के करीब 6:00 बजे फरियादिया का छोटा लड़का पीड़ित बालक लंगड़ा कर चल रहा था उसने पूछा कि क्या हुआ तब पीड़ित बालक ने बताया कि कल दिन के करीब 1:00 बजे वह विपिन के घर के पास बनी पुलिया के पास खेल रहा था। तभी विपिन आया और उसे अपने साथ अपने घर जबरदस्ती ले गया । 




घर के अंदर ले जाकर उसके कपड़े उतारकर पीछे तरफ जबरदस्ती बुरा काम किया। उसे दर्द हुआ तो वह चिल्लाया तब विपिन वहां से भाग गया। फिर पीड़ित बालक अपने कपड़े पहन कर अपने घर वापस आ गया। यह बात पीड़ित बालक ने फरियादिया को बताई फिर फरियादिया ने यह बात अपने परिवार के चाचा को और भाई को बताई जो बदनामी के डर से रिपोर्ट कराने नहीं गए। लेकिन 18 मार्च 2020 को पीड़ित बालक को गुप्तांग में दर्द हो रहा था व चलने में परेशानी हो रही थी तो फरियादिया रिपोर्ट कराने गई। फरियादियों की रिपोर्ट पर से आरोपी के विरुद्ध थाना भानगढ़ में अपराध पंजीबद्ध किया गया। संपूर्ण विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। लगभग 2 वर्ष तक न्यायालय में विचारण चला। जहां अभियोजन ने मामला युक्तियुक्त संदेह से परे प्रमाणित किया। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपी विपिन वाल्मीकि को 20 वर्ष का सश्रम कारावास की सजा से दंडित करने का आदेश दिया। साथ ही न्यायालय ने पीड़ित बालक को ₹100000 का प्रतिकर दिए जाने का आदेश दिया। प्रकरण में विशेष बात यह रही कि डी.एन.ए. रिपोर्ट नकारात्मक होने पर भी अभियोजन ने अन्य साक्ष्यों को प्रमाणित किया और आरोपी को सजा हुई।
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