नगरीय निकायों के चुनाव ईव्हीएम और पंचायतों के मतपत्र से होंगे★ राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने की चुनाव तैयारियों की समीक्षा

नगरीय निकायों के चुनाव ईव्हीएम और पंचायतों के मतपत्र से होंगे
★ राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने की चुनाव तैयारियों की समीक्षा
सागर 12 मई 2022 । नगरीय निकायों के चुनाव में ईव्हीएम और त्रि-स्तरीय पंचायतों के चुनाव में मतपत्र और मतपेटियों का उपयोग किया जाएगा। पंचायतों का चुनाव भी ईव्हीएम से करवाने पर 3 माह से अधिक समय लगेगा, क्योंकि ईव्हीएम की संख्या सीमित है। इसलिए मतपेटियों के माध्यम से पंचायतों का चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने यह बात प्रदेश के सभी कलेक्टर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से निर्वाचन तैयारियों की समीक्षा के दौरान कही।



इस दौरान सागर एनआईसी कक्ष से कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दीपक आर्य, उप ज़िला निर्वाचन अधिकारी सुश्री शशि मिश्रा, मास्टर ट्रेनर श्री वाय पी सिंह उपस्थित रहे।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि नगरीय निकायों के चुनाव 2 चरणों में और पंचायतों के चुनाव 3 चरणों में करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों चुनाव साथ में कराना है, इसलिए ऐसी तैयारी रखें कि किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। श्री सिंह ने कहा कि कोई भी समस्या हो, तो उन्हें अथवा सचिव राज्य निर्वाचन आयोग को तुरंत बताएं।


उन्होंने कहा कि संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों की समीक्षा कर जानकारी आयोग को उपलब्ध कराएं। निर्वाचन प्रक्रिया में सूचना प्रोद्योगिकी का समूचित उपयोग करें। नगरीय निकाय निर्वाचन के लिये चुनाव मोबाइल एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें।
श्री सिंह ने कहा कि नवीन प्रावधानों के अनुरूप पार्षदों के निर्वाचन व्यय का लेखा संधारण व्यवस्थित रूप से करवाएँ। रिजर्व ईव्हीएम सुरक्षित तरीके से निर्धारित स्थानों पर ही रखवाएं। सभी कलेक्टर्स चुनाव सामग्री की उपलब्धता की समीक्षा कर लें। मतदान पेटी का मेंटेनेंस करवा लें। मतपत्र मुद्रण के लिये सभी तैयारियाँ पहले से कर लें।


सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री राकेश सिंह ने कहा कि रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति कर आयोग को सूचित करें। मतदान केन्द्रों का सत्यापन कराएं और आवश्यकता अनुसार उनकी मरम्मत भी करवा लें। राजनैतिक दलों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित करें। इसी प्रकार मतगणना स्थल का निर्धारण कर आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें। जिला, नगरीय निकाय एवं ब्लाक स्तर पर ट्रेनिंग के लिये मास्टर ट्रेनर्स का चयन कर लें। इसके अतिरिक्त बैठक में ईव्हीएम, सूचना प्रोद्योगिकी, सामग्री प्रबंधन और प्रशिक्षण के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी गई।


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SAGAR : नाबालिग बालक से अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी को 20 साल की सजा, पीड़ित को एक लाख का प्रतिकर देने के आदेश

नाबालिग बालक से अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी को 20  साल की सजा, पीड़ित को एक लाख का प्रतिकर देने के आदेश


सागर। नाबालिग बालक के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी विपिन बाल्मिकी पिता छोटे लाल बाल्मिकी उम्र 23 वर्ष निवासी थाना अंतर्गत भानगढ़ जिला सागर को श्री हेमंत कुमार अग्रवाल विशेष न्यायाधीश पोक्सो एक्ट बीना जिला सागर की न्यायालय ने भादवि की धारा 363 में 3 वर्ष का सश्रम कारावास व 500 रुपए अर्थदंड तथा  5/6 पोक्सो एक्ट में 20 वर्ष का सश्रम कारावास व  1000 रुपए का अर्थदंड तथा पीड़ित बालक को ₹100000 का प्रतिकर दिये जाने का आदेश दिया है। प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी श्याम सुंदर गुप्ता विशेष लोक अभियोजक/सहायक जिला अभियोजन अधिकारी ने की।
जिला अभियोजन के सहायक मीडिया प्रभारी अमित जैन ने बताया कि दिनांक 17 मार्च 2020 के करीब 6:00 बजे फरियादिया का छोटा लड़का पीड़ित बालक लंगड़ा कर चल रहा था उसने पूछा कि क्या हुआ तब पीड़ित बालक ने बताया कि कल दिन के करीब 1:00 बजे वह विपिन के घर के पास बनी पुलिया के पास खेल रहा था। तभी विपिन आया और उसे अपने साथ अपने घर जबरदस्ती ले गया । 




घर के अंदर ले जाकर उसके कपड़े उतारकर पीछे तरफ जबरदस्ती बुरा काम किया। उसे दर्द हुआ तो वह चिल्लाया तब विपिन वहां से भाग गया। फिर पीड़ित बालक अपने कपड़े पहन कर अपने घर वापस आ गया। यह बात पीड़ित बालक ने फरियादिया को बताई फिर फरियादिया ने यह बात अपने परिवार के चाचा को और भाई को बताई जो बदनामी के डर से रिपोर्ट कराने नहीं गए। लेकिन 18 मार्च 2020 को पीड़ित बालक को गुप्तांग में दर्द हो रहा था व चलने में परेशानी हो रही थी तो फरियादिया रिपोर्ट कराने गई। फरियादियों की रिपोर्ट पर से आरोपी के विरुद्ध थाना भानगढ़ में अपराध पंजीबद्ध किया गया। संपूर्ण विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। लगभग 2 वर्ष तक न्यायालय में विचारण चला। जहां अभियोजन ने मामला युक्तियुक्त संदेह से परे प्रमाणित किया। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपी विपिन वाल्मीकि को 20 वर्ष का सश्रम कारावास की सजा से दंडित करने का आदेश दिया। साथ ही न्यायालय ने पीड़ित बालक को ₹100000 का प्रतिकर दिए जाने का आदेश दिया। प्रकरण में विशेष बात यह रही कि डी.एन.ए. रिपोर्ट नकारात्मक होने पर भी अभियोजन ने अन्य साक्ष्यों को प्रमाणित किया और आरोपी को सजा हुई।
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सँस्कृत के मर्मज्ञ विद्वान महामहोपाध्याय प्रो .भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी ,वागीश शास्त्रीजी का निधन★ वागीश जी की सागर है जन्मस्थली★ पीएम मोदी , सीएम शिवराज सिंह, मंत्री भूपेन्द्र सिंह सहित अनेक विद्वतजनो ने दी श्रद्धांजलि

सँस्कृत के मर्मज्ञ विद्वान महामहोपाध्याय प्रो .भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी ,वागीश शास्त्रीजी का निधन
★ वागीश जी की सागर है जन्मस्थली
★ पीएम मोदी , सीएम शिवराज सिंह, मंत्री भूपेन्द्र सिंह सहित अनेक विद्वतजनो ने दी श्रद्धांजलि

सागर। पद्मश्री योग, तंत्र विद्या के मर्मज्ञ विद्वान प्रो .भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी वागीश शास्त्री, जी का बुधवार की रात को वाराणसी में  निधन हो गया है। 88 वर्षीय वागीश शास्त्री पिछले कई दिनो काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही संस्कृत जगत में शोक की लहर दौड़ गई I उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ,यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ,एमपी के सीएम शिवराजसिंह, मंत्री भूपेन्द्र सिंह आदि ने शोक जताया है। 


वागीश जी की जन्मस्थली है सागर का बिलैया गांव, गांववालों ने दी श्रद्धांजलि

संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय  अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक व प्रोफेसर वागीश शास्त्री का एमपी से सीधा नाता है। उनकी जन्मस्थली सागर जिले के खुरई का बिलैया ग्राम है। उनका जन्म 24 जुलाई 1934  को हुआ था।
उनकी आरम्भिक शिक्षा सागर में सँस्कृत विद्यालय में हुई। इसके बाद बनारस उनकी कर्मस्थली बन गया। डॉ भागीरथ त्रिपाठी के भतीजे  ब्रिजेश त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने बनारस में यज्ञोपवीत के साथ गायत्री मंत्र की गुरु दीक्षा लेकर डॉ वागीश को ही अपना गुरु बनाया था और जीवन पर्यंत उनका मार्गदर्शन ही पथप्रदर्शक रहेगा।उन्होंने बताया कि  गाँव मे व परिवार में वह भक्तराम के नाम से विख्यात रहे। उनके बड़े भाई पण्डित नेतराम तिवारी ने बचपन की याद करते हुए बताया कि भक्तराम बचपन से मेघावी थे और जब सारे बच्चे खेलते थे तो वह गाँव के खलिहान (गल्ले)में योग मुद्रा में तल्लीन होकर आध्यात्मिक लगन में जुड़े रहते थे।
हम सबके प्रिय वागीश जी  बिलैया गाँव मे जन्मे पले बढ़े पद्म श्री वागीश जी को आज पूरा गाँव भाव विह्ल होकर विनम्र श्रंद्धांजलि दे रहा है।
अनेक सम्मानों से नवाजे गए शास्त्री जी

संस्कृत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले प्रो. वागीश शास्त्री को वर्ष 2018 में पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया गया था। उन्होंने 1959 में वाराणसी के टीकमणि संस्कृत महाविद्यालय में संस्कृत प्राध्यापक के रूप में अपने अध्यापकीय जीवन की शुरुआत की थी । इसके बाद वह संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में अनुसंधान संस्थान के निदेशक व प्रोफेसर के पद पर 1970 में नियुक्त हुए और 1996 तक विश्वविद्यालय में कार्यरत रहे।


वागीश शास्त्री ने 1983 में बाग्योगचेतनापीठम नामक संस्था की स्थापना की थी। इस संस्था के माध्यम से वह सरल विधि से बिना रटे पाणिनी व्याकरण का ज्ञान देते थे । प्रो. शास्त्री से ज्ञान अर्जन के लिए देश-विदेश से लोग उनके पास आते रहते थे। कई विदेशी शिष्य भी बने।

उन्हें राष्ट्रपति द्वारा सर्टिफिकेट आफ मेरिट सम्मान प्रदान किया जा चुका है। 2014 में प्रदेश सरकार की ओर से यशभारती सम्मान मिला था और 2014 में ही संस्कृत संस्थान ने विश्व भारती सम्मान दिया था। 2017 में दिल्ली संस्कृत अकादमी ने महर्षि वेद व्यास सम्मान से सम्मानित किया। इस क्रम में वर्ष 1993 में उन्हें अमेरिका ने सर्टिफिकेट आफ मेरिट गोल्ड आफ आनर से सम्मानित किया गया था।प्रो. शास्त्री को राजस्थान संस्कृत अकादमी से बाणभट्ट पुरस्कार, काशी पंडित परिषद की ओर महामहोपाध्याय सहित अन्य पुरस्कार व अलंकार से नवाजा जा चुका है। प्रो. शास्त्री की अब तक चार सौ से भी अधिक संस्कृत शोधलेख व 55 से अधिक मौलिक ग्रन्थ प्रकाशित हो चुकी हैं। 


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संस्कृत के प्रकांड विद्वान प्रो.  त्रिपाठी के निधन पर शोक व्यक्त किया

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने संस्कृत के प्रकांड विद्वान  पद्म श्री प्रोफेसर भगीरथ प्रसाद त्रिपाठी  'वागीश शास्त्री' के निधन पर शोक व्यक्त किया है । स्व त्रिपाठी सागर जिले के निवासी थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से जारी संदेश में  कहा है कि यह दुखद समाचार है । प्रोफेसर त्रिपाठी सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक दौर में संस्कृत की उपयोगिता के  अद्भुत सेतु  रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रोफेसर त्रिपाठी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।         


पं. वागीश शास्त्री का योगदान अविस्मरणीयः मंत्री भूपेन्द्र सिंह

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने गहन शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि ग्राम बिलैया, खुरई के सपूत, पद्मश्री सम्मानित संस्कृत के विश्व प्रसिद्ध विद्वान तथा भाषाविद महामहोपाध्याय पं. श्री भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी (वागीश शास्त्री) जी के निधन की खबर अत्यंत दुखद है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि श्री भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी जी का जाना संस्कृत जगत ही नहीं, देश की अपूरणीय क्षति है।देश की सांस्कृतिक विरासत को आधुनिकता के युग में भावी पीढ़ियों के हाथों सुरक्षित पहुंचाने में श्री भागीरथ त्रिपाठी जी का योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे। और शोक संतप्त परिजनों इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। 

बनारस में बुंदेलखंड विकास परिषद ने दी श्रद्धांजलि

    ★ पुराना फोटो...वागीश जी के साथ परिषद के सदस्य 

वागेश जी के  निधन पर बनारस में बुंदेलखंड विकास परिषद और गौर परिवार के डॉ संजीव सराफ, डॉ विवेकानंद जैन, डॉ रामकुमार दांगी, डॉ नवल किशोर मिश्र, डॉ नीरज खरे, डॉ धर्मेंद्र मिश्र, डॉ सुरेंद्र जैन भदैनी, मनीष शास्त्री, प्रो कमलेश जैन, प्रो फूलचंद प्रेमी, डॉ आनंद जैन आदि ने उनके निधन को बुंदेलखंड के लिये अपूरणीय छति बताते हुए घाट और निवास पर पहुँच कर श्रद्धाजंलि अर्पित की।

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जैसीनगर क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग की युवती के साथ गैंगरेप का मामला★ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्षसुरेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी की गठित

जैसीनगर क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग की युवती के साथ गैंगरेप का मामला
★ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष
सुरेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी की गठित

सागर जिले की सुरखी विधान सभा अंतर्गत थाना जैसीनगर क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग की युवती के साथ घटित गैंगरेप की घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सुरेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। 


गठित जांच कमेटी में श्री सुरेन्द्र चौधरी पूर्व मंत्री, कार्यकारी अध्यक्ष मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी, स्वदेश जैन अध्यक्ष जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी सागर, श्रीमति पारूल साहू केशरी पूर्व विधायक सुरखी विधानसभा, श्रीमति प्रमिला सिंह पूर्व जनपद अध्यक्ष जैसीनगर, अखलेश मोनी केशरवानी कार्यकारी अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी सागर को शामिल किया जा कर संपूर्ण घटनाक्रम का जांच प्रतिवेदन प्रदेश कार्यालय को भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं।


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जल संसाधन विभाग का कार्यपालन यंत्री बड़े बाबू के माध्यम से लेता था रिश्वत, ★ बिजली ठेकेदार से ली 35 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने दोनों पर की कार्यवाई

जल संसाधन विभाग का कार्यपालन यंत्री  बड़े बाबू के माध्यम से लेता था रिश्वत, 

★ बिजली ठेकेदार से ली 35 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने दोनों पर की कार्यवाई
सागर। एमपी में लोकायुक्त पुलिस की ट्रेप की कार्यवाई जारी है। ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने जल संसाधन विभाग सम्भाग दतिया के क्लर्क को 35 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। जल संसाधन विभाग का कार्यपालन यंत्री बिजली बिलों के भुगतान के एवज में एक ठेकेदार से अपने विभाग के क्लर्क के माध्यम से रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 


लोकायुक्त के ग्वालियर सम्भाग के एसपी और  सागर सम्भाग के प्रभारी एसपी रामेश्वर यादव ने बताया कि गोहद निवासी बिजली ठेकेदार आशुतोष श्रेयवास्तव ने कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमे मड़ीखेड़ा बांध दतिया में बिजली बिल भुगतान के नाम पर कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार पाठक 85 हजार रुपये मांग की जा रही है। इसकी जांच की गई। जिसमें रिश्वत की राशि कार्यालय के क्लर्क रामसिया को देने की बात की गई।क्लर्क रामसिया ने दतिया में कमरा लाइट मिशनरी डिवीजन कार्यालय में बुलाया। 


लोकायुक्त पुलिस ने आज क्लर्क रामसिया को  फरियादी आशुतोष श्रेयवास्तव से  35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा लिया।  लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार पाठक व बाबू रामसिया काे आराेपी  बनाया है।
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SAGAR : नेपाली दम्पति ने घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या की

SAGAR : नेपाली दम्पति ने घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या की


सागर । जिले के गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र से सनसनीखेज मामला सामने आया। जहाँ एक नेपाली दम्पति ने फंदे पर झूलकर जान दे दी। बताया जा रहा है  की राम वार्ड स्थित नगर पालिका के पीछे मोमोज सेंटर लगाने वाले जयगढ़ जिला भगतसिंह नेपाल निवासी पति पत्नी ने किराए के मकान में ये कदम उठाया। इसमें दुखद बात ये भी है की दोनों का एक डेढ़ साल का बच्चा भी है। जो अनाथ हो गया। उसके काफी देर तक रोने की आवाज़ आने पर पड़ोसियों ने जब घर में देखा तो बच्चा अपनी मां के पैर के नीचे रो रहा था और दोनों दंपति रस्सी से झूल रहे थे। जिसकी सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। जिस पर थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहाँ मकान को सील कर बच्चे को पड़ोसी के घर पर छोड़ा। वहीं मृतकों के परिजनों से संपर्क किया गया। देर शाम उनके आने पर डेड बॉडी को नीचे उतारा। और पीएम के लिए अस्पताल भेजा। मौके पर तहसीलदार कुलदीप पाराशर भी मौजूद थे।
थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे के मुताबिक केशर साउथ पत्नी पशुपति साउथ और डेढ़ साल के बच्चे के साथ किराये के मकान में रहते थे दोनों ने सुसाइड की है। जानकारी लेने पर पति पत्नी में बीते दिन कुछ अनवन होने की बात सामने आई है। पूरे मामले की जाँच की जा रही है
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SAGAR: बस में छूटा बेग जिसमे था नगद पैसे एंव शैक्षणिक दस्तावेज ,CCTV की मदद से पुलिस ने करवाया वापिस बेग

SAGAR: बस में छूटा बेग जिसमे था नगद पैसे एंव शैक्षणिक दस्तावेज ,CCTV की मदद से पुलिस ने करवाया वापिस बेग

सागर। बीटीआईआरटी कॉलेज में पढ़ने वाले लड़के सीसीटीवी कंट्रोल रूम सागर में मदद मांगने आए । छात्र अभिषेक जैन ने  बताया कि मेरा बैग किसी बस में छूट गया है मुझे जानकारी नहीं है कि बस कौन सी  थी हमको इतना पता था कि बस स्टैंड पर मैं 3:30 पर उतरा था सभी जगह बस को खोज लिया है बस एंव बस की कोई जानकारी नही मिल रही है  बेग में मेरे बहुत जरूरी शैक्षणिक दस्तावेज और फीस के लिये घर से लाये पैसे है ।


इसी जानकारी को पुलिस ने  डेवलप कर उन लड़कों का बस से उतरते हुए फुटेज देखकर बस का पता लगाना शुरू किया। बस का नंबर पता किया बस के रजिस्ट्रेशन  नम्बर से बस ऑपरेटर का मोबाइल नंबर लेकर बात की बस ऑपरेटर से कंडक्टर का नंबर लेकर बात करने पर पहले तो उसने बैग उसके पास होने से मना कर दिया परंतु जब उससे हिकमत अमली से बात की तो क्लीनर के पास बैग होना बताया सीसीटीवी कंट्रोल रूम से स्टाफ द्वारा स्वयं काफी मेहनत करने के बाद खुद बस क्लीनर को ढूंढकर इन बच्चों का बैग पूरे सामान और पैसे सहित वापस दिलवाया उक्त कार्य मे उप निरीक्षक रेडियो आर के एस चौहान, सहा उप निरीक्षक मीना आरक्षक रेडियो रहीश प्रजापति की सराहनीय भूमिका रही।





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कांग्रेस ने राजद्रोह कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत★ लोकतंत्र के लिए खास दिन : पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी

कांग्रेस ने राजद्रोह कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
★ लोकतंत्र के लिए खास दिन : पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी

 सागर। सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजद्रोह कानून पर दिए गए फैसले का मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और  पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी ने स्वागत करते हुए कहा कि आज लोकतंत्र के लिए खास दिन है। सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नही।उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह ऐतिहासिक निर्णय है। सुप्रीम कोर्ट का संदेश साफ है. सत्ता के सिंहासन पर बैठे आवाज कुचलने वाले निरंकुश शासक जान लें कि स्वयंभू राजा और बेलगाम सरकारों की जन विरोधी नीतियों की आलोचना का गला नहीं घोंट सकते। 


श्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वर्ष 2019 इस कानून को खत्म करना चाहती थी। आज देश की सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून पर पाबंदी लगाकर साबित कर दिया है कि हमारा रास्ता सही है लोगों की आवाज लगातार उठती रहेगी यही जन आंदोलन की परिपाटी हैं।
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