ओबीसी आरक्षण को लेकर रिव्यू पिटीशन दायर करेंगे : मंत्री भूपेन्द्र सिंह★ कांग्रेस ने न्यायालयीन प्रक्रिया में उलझाकर ओबीसी हितों को कुचला

ओबीसी आरक्षण को लेकर रिव्यू पिटीशन दायर करेंगे : मंत्री भूपेन्द्र सिंह
★ कांग्रेस ने न्यायालयीन प्रक्रिया में उलझाकर ओबीसी हितों को कुचला

 सागर।नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार ओबीसी आरक्षण के संबंध में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिव्यू पिटीशन दायर करके पुनः अदालत से आग्रह करेगी कि मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण के साथ ही पंचायत एवं स्थानीय निकाय चुनाव सम्पन्न हों। मंत्री श्री सिंह ने यह भी कहा कि वर्तमान परिस्थिति कांग्रेस के कारण निर्मित हुई है। मध्यप्रदेश में तो 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के साथ पंचायत चुनाव प्रक्रिया चल ही रही थी, कांग्रेस ही इसके विरूद्ध सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट गई और महाराष्ट्र की नजीर वहां प्रस्तुत की।_


     मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने संवैधानिक आयोग बनाकर 600 पेज की जो रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की उसमें प्रदेश में ओबीसी वर्ग की आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक परिस्थितियों के साथ एरियावाईज संख्या के आंकड़े विस्तृत रूप से प्रस्तुत किए थे। जिसमें बताया गया था कि 48 प्रतिशत से ज्यादा ओबीसी मतदाताओं की औसत संख्या मध्यप्रदेश में है। कुल मतदाताओं में से अजा/जजा के मतदाताओं के अतिरिक्त शेष मतदाताओं में अन्य पिछड़ावर्ग के मतदाताओं की संख्या 79 प्रतिशत है यह भी आयोग की रिपोर्ट में पेश किया गया था। आयोग ने स्पष्ट अभिमत दिया था कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों तथा समस्त नगरीय निकाय चुनावों के सभी स्तरों में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को कम से कम 35 प्रतिशत स्थान आरक्षित होना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि वह कमलनाथ सरकार ही थी जिसने विधानसभा में 8 जुलाई 2019 को मध्यप्रदेश लोकसेवा आरक्षण संशोधन विधेयक में यह भ्रामक और असत्य आंकड़ा प्रस्तुत किया कि अन्य पिछड़े वर्ग की मध्यप्रदेश में कुल आबादी सिर्फ 27 प्रतिशत है। यह कांग्रेस का वह असली ओबीसी विरोधी चेहरा है जो मध्यप्रदेश की विधानसभा के दस्तावेजों में सदैव के लिए साक्ष्य बन गया है।

     प्रदेश की भाजपा सरकार ने विधानसभा में यह संकल्प पारित कराया कि बिना ओबीसी आरक्षण के पंचायत व नगरीय निकाय चुनाव नहीं होना चाहिए और इसके लिए सरकार अध्यादेश तक लेकर आई थी। लेकिन कांग्रेस ने हमेशा की तरह क्षुद्र राजनैतिक स्वार्थ में पूरे प्रकरण को अपने याचिकाकर्ताओं जया ठाकुर व सैयद जाफर के माध्यम से न्यायालयीन प्रक्रिया में उलझाकर ओबीसी हितों को कुचलने का काम किया है। मध्यप्रदेश सरकार ने ओबीसी के लाभार्थिंयों को आरक्षण का उचित अनुपात में लाभ मिल सके इस हेतु अध्यादेश वर्ष 2021 की धारा 9(अ) को लागू किया था लेकिन कांग्रेस के याचिकाकर्ताओं ने धारा 9(अ) को लागू किए जाने का सर्वोच्च न्यायालय में तीव्र विरोध किया था और इसे संविधान के अनुच्छेद 243(सी) एवं (डी) का उल्लंघन बताते हुए इस संशोधन का निरस्त करने की मांग की थी।



     मंत्री श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण का 50 प्रतिशत से अधिक का मुद्दा नहीं उठाया होता तो माननीय सुप्रीम कोर्ट महाराष्ट्र के गवली केस में दिए गए सिद्धांत का उल्लेख नहीं करती और संपूर्ण आरक्षण को निरस्त नहीं करती। कांग्रेस के पक्षकार चाहते तो महाराष्ट्र गवली केस से अलग के रोटेशन सिस्टम पर विचार करने का निवेदन कर सकते थे। लेकिन अब यह तथ्य स्पष्ट है कि कांग्रेस एक तरफ तो ओबीसी का आरक्षण स्थगित और निरस्त कराती है और दूसरी तरफ ओबीसी वर्ग का हितैषी होने का ढिंडोरा पीटती है।

     मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कमलनाथ को बताना चाहिए कि जब जबलपुर हाईकोर्ट ने ओबीसी आरक्षण के लिए सिर्फ तीन परीक्षाओं पर स्टे लगाया था तब एक साल मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने सारी परीक्षाओं और नियुक्तियों में 27 प्रतिशत के बजाए 14 प्रतिशत आरक्षण देकर ओबीसी वर्ग के अभ्यार्थियों के साथ अन्याय क्यों किया। यह सर्वमान्य तथ्य है कि कमलनाथ ने अपनी सरकार के रहते पिछड़ा वर्ग के एक भी अभ्यर्थी को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ नहीं मिलने दिया। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने मुख्यमंत्री बनने के एक महीने के भीतर ही यह संभव कर दिखाया था।


     मंत्री श्री सिंह ने कहा कि केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार के कई निर्णयों से ओबीसी आरक्षण की प्रतिबद्धता का प्रमाण मिलता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने ओबीसी की केन्द्रीय सूची का दर्जा बढ़ाकर इस सूची को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया और इसमें परिवर्तन करने के लिए संसद को शक्ति प्रदान की। संविधान संशोधन अधिकनियम 2018 राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) को संवैधानिक दर्जा दिया। हाल ही में मेडीकल व डेंटल काॅलेजों के अखिल भारतीय कोटे में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण केन्द्र की मोदी सरकार ने ही प्रदान किया जिससे ओबीसी वर्ग के छात्रों को प्रतिवर्ष 4 हजार सीटों की अतिरिक्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी।


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शिवराज सरकार का ओबीसी वर्ग विरोधी चेहरा सामने आया पूर्व मंत्री हर्ष यादव★ 15साल में भाजपा के तीन सीएम पिछड़ा वर्ग के फिर भी ओबीसी उपेक्षित

शिवराज सरकार का ओबीसी वर्ग विरोधी चेहरा सामने आया पूर्व मंत्री हर्ष यादव

★ 15साल में भाजपा के तीन सीएम पिछड़ा वर्ग के फिर भी ओबीसी उपेक्षित

सागर। एमपी में नगरीय निकायों और पंचायत चुनाव बगैर ओबीसी आरक्षण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेर लिया है। कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे और पिछड़ा वर्ग के नेता व विधायक हर्ष यादव ने कहा है कि शिवराज सरकार शुरू से ही नहीं चाहती थी कि ओबीसी वर्ग को किसी भी आरक्षण का लाभ कभी भी मिले, इसको लेकर तमाम हथकंडे व तमाम साजिशें रची जा रही थी। कमलनाथ जी की 15 माह की सरकार ने ओबीसी वर्ग के हित व कल्याण के लिए उनके आरक्षण को 14% से बढ़ाकर 27% किया था। 


उन्होंने एक बयान में कहा कि पिछले 15 सालों में भाजपा सरकार में ओबीसी के तीन मुख्यमंत्री बने लेकिन किसी ने भी इस वर्ग की चिंता नही की। सिर्फ कमलनाथ जी ने ओबीसी का आरक्षण बढाने  का काम किया।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जाने के बाद शिवराज सरकार ने एक ग़लत अभिमत देकर इस निर्णय को भी कई माह तक रोके रखा, बाद में जब हमने इसकी लड़ाई लड़ी तो सरकार ने अपनी गलती को सुधार कर हमारी सरकार के निर्णय को लागू किया। पंचायत चुनाव, नगरीय निकाय चुनाव में भी शिवराज सरकार नहीं चाहती है कि ओबीसी वर्ग को बड़े हुए आरक्षण का लाभ मिले, इसलिए पूर्व में भी पंचायत चुनाव में इस तरह की पेचिदिगियाँ डाली गयी कि ओबीसी वर्ग को बढ़े हुए आरक्षण का लाभ नहीं मिले लेकिन…हमने लंबी लड़ाई लड़ भाजपा सरकर की इस साज़िश को फेल कर दिया था।


अभी भी शिवराज सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के तहत समय रहते ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रियाओं को पूरा नही किया, आधी-अधूरी रिपोर्ट व ग़लत तरीक़े से आधे-अधूरे आँकड़े  पेश किये और उसके बाद भी और समय मांगने पर…सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी भी की थी कि आपने समय रहते जब कार्रवाई पूरी नहीं की तो अब आगे आप क्या करेंगे।
उसके बाद आज यह फैसला आया है।
यदि भाजपा की शिवराज सरकार मजबूती से न्यायालय में ओबीसी वर्ग का पक्ष रखती, मजबूती से ओबीसी वर्ग के आंकड़ों को रखती तो निश्चित तौर पर आज…ओबीसी वर्ग को उनके बढ़े हुए आरक्षण का लाभ मिलता लेकिन शिवराज सरकार तो चाहती ही नहीं थी इसलिए उसने इसको लेकर कोई गंभीर प्रयास नहीं किए लेकिन कांग्रेस आज भी दृढ़ संकल्पित है कि ओबीसी वर्ग को बड़े हुए आरक्षण का लाभ हर हाल में मिलना चाहिए और बगैर ओबीसी आरक्षण के…
मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव व नगरीय निकाय चुनाव नही होना चाहिये।


विधायक ने कहा कि इसको लेकर हम ओबीसी वर्ग के साथ हैं, हम चुप नहीं बैठेंगे।हम आज आये फ़ैसले का अध्ययन करेंगे, विधि विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे। इसको लेकर हम सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेंगे।
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SAGAR : आरोपी पूर्व पार्षद बबलू कमानी पर 5 हजार रूपये का इनाम घोषित

SAGAR : आरोपी पूर्व पार्षद बबलू कमानी पर 5 हजार रूपये का इनाम घोषित

सागर 10 मई 2022।
पुलिस अधीक्षक श्री तरूण नायक ने पुलिस रेगुलेशन के पैरा 80-ए में निहित प्रावधानों के तहत एक फरार आरोपी पर इनाम घोषित किया है।
 
अधिकृत जानकारी के अनुसार थाना गोपालगंज में पंजीबद्ध अपराध क्रं. 237/21 धारा 302, भा.द.वि., 30 आर्म्स एक्ट के प्रकरण के फरार आरोपी बबलू कमानी उर्फ शेख रशीद पिता शेख रहमान उम्र 50 साल निवासी शुक्रवारी वार्ड गोपालगंज पर 5 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया है। बबलू कमानी पर भाजपा नेता नईम खान के बेटे इमरान की हत्या का मामला दर्ज है। वारदात के बाद से बबलु कमानी फरार है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो भी व्यक्ति उपरोक्त फरार आरोपी की गिरफ्तारी करेगा या करवायेगा या ऐसी सूचना देगा जिसके आधार पर गिरफ्तारी संभव हो सके, उसे उपरोक्तानुसार ईनाम 
 राशि   दी जायेगी। ईनाम राशि की घोषणा इन प्रकरणों में आरोपी की काफी प्रयास के बाद भी आज दिनांक तक गिरफ्तारी संभव नहीं होने के कारण की गई है। पुरस्कार वितरण में अंतिम निर्णय पुलिस अधीक्षक सागर का मान्य होगा।
 
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SAGAR: जानवरों को खिलाए जाने वाले खड़े नमक से बन रहा था टेस्टी नमक ,920 बोरी नमक जब्त

SAGAR: जानवरों को खिलाए जाने वाले खड़े नमक से बन रहा था टेस्टी नमक  ,920  बोरी नमक जब्त


सागर 9 मई 2022 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मिलावट से मुक्त मध्य प्रदेश अभियान के तहत कलेक्टर श्री दीपक आर्य द्वारा जिले में लगातार मिलावट करने वाले माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही है। इस परिपेक्ष्य में सोमवार को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री अमरीश दुबे द्वारा विनर टेस्टी साल्ट फैक्ट्री पर छापा मारा गया। जहां उन्होंने पाया कि जानवरों को खिलाए जाने वाले खड़े नमक से विनर मसाला नमक बनाया जा रहा था।



श्री दुबे ने बताया कि टेस्टी साल्ट फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान 920 कट्टे खड़ा नमक जप्त किया गया है, जो सीमेंट की बोरियों में भरकर गुजरात से मंगाया गया था। यह नॉन आयोडाईज्ड साल्ट है। जिसकी प्रारंभिक कीमत एक लाख रुपये से अधिक आंकी गई है।



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खुरई : किला मैदान में मंत्री ट्राफी नाईट क्रिकेट टूर्नांमेंट का समापन★ मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बांटे विजेताओं को पुरस्कार

खुरई : किला मैदान में मंत्री ट्राफी नाईट क्रिकेट टूर्नांमेंट का समापन
★ मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बांटे विजेताओं को पुरस्कार
खुरई। कभी हम सब लोगों ने ये नहीं सोचा होगा कि इस किले के अंदर नाईट टूर्नांमेंट भी होगा। जो किसी ने नहीं सोचा वो सपना हमने पूरा कर दिया। हमतो सपने देखने के सौदागर हैं विकास के ऐसे ही सपने देखते हैं और पूरा करते हैं। खुरई विधानसभा क्षेत्र को ऐसे ही विकास के पथ पर अग्रसर देखना चाहते हैं। यह बात प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने रविवार को डोहेला किला मैदान पर आयोजित मंत्री ट्राफी नाईट क्रिकेट टूर्नांमेंट के समापन अवसर पर कही।



     मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मैच कराने का निर्णय हमारे प्रतिनिधि लखन सिंह का ही था। क्योंकि सारा कुछ वही देखतें हैं, हमें तो आपने मंत्री बना दिया तो प्रदेश भर का काम रहता है। उन्होंने कहा कि जैसा आज ये किला सुंदर दिख रहा है। आज ये मैदान जैसा सुंदर दिख रहा है। खुरई में हर चीज इसी तरह से हो, इसमें हम रात-दिन लगे हैं। मंत्री श्री सिंह ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि आने वाले दस सालों के अंदर किसी भी युवा को बेरोजगार नहीं रहने दूंगा। हर युवा रोजगार से जुड़ेगा इस सबके लिए हम योजनाएं बनाने का काम कर रहे हैं और सबसे हमारा यही कहना है कि सबके जीवन में अगर समृद्धि आएगी तो वो सिर्फ विकास से समृद्धि आएगी।



     मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जहां खंडहर हुआ करते थे, वहां आज नाईट क्रिकेट हो रहा है। यही विकास होता है और इस विकास को हम आप सब लोगों के साथ मिलकर और आगे बढ़ाने का काम करेंगे। मंत्री श्री सिंह ने विजेता एवं उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं और बधाई दी। इस अवसर पर हेमचंद बजाज, विजय जैन, रामनिवास महेश्वरी, देशराज यादव, अजीत सिंह अजमानी, भाजपा नेता, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में क्रिकेटप्रेमी उपस्थित थे।



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SAGAR : जयस, गोंडवाना महासभा ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन ★ गौड जनजाति समुदाय पर हो रहे अत्याचारो के मामलों में सीबीआई जांच एवं कार्यवाही की मांग

SAGAR : जयस, गोंडवाना महासभा ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन 
★ गौड जनजाति समुदाय पर हो रहे अत्याचारो के मामलों में सीबीआई जांच एवं कार्यवाही की मांग 
सागर।  मध्यप्रदेश में गौड जनजाति समुदाय पर अत्याचार, अनाचार ,बलात्कार, हत्या एवं मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं घटित होने को लेकर जयस गोंडवाना महासभा के द्वारा महामहिम राज्यपाल महोदय एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम देवरी केसली अनुविभागीय राजस्व अधिकारी एवं जिला कलेक्टर सागर के नाम आठ सूत्रीय मांगो का ज्ञापन सौंपकर जिले एवं प्रदेश में हुई तमाम घटनाओं की सीबीआई जांच कर  दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है। 


प्राप्त जानकारी अनुसार विगत 9 मई को देवरी एवं केसली में जयस,कोयतुर,गोंड समाज महासभा आदि  संगठनों के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में गोंड जनजाति समुदाय के लोगों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सागर जिले की केसली थाना अंतर्गत विगत 29 अप्रैल को प्रहलाद पिता मुन्ना गौड़ निवासी ग्राम खैरी केसली की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में परिवार के लोगों द्वारा पुरानी रंजिश के चलते दबंग लोगों पर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की गई थी। परंतु केसली पुलिस द्वारा भेदभाव पूर्ण कार्यवाही करते हुए उक्त आरोपियों पर आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज ना कर मामले में छोटी-मोटी धाराओ में मामला दर्ज कर पूरे मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। चूकि मृतक के परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि पुरानी बुराई के चलते उनके लड़के को केसली के ही दबंग युवक को घर से लेकर गए थे ।और सुबह हत्या कर रोड पर फेंक दिया गया।इस मामले में पुलिस की कार्रवाई से परिवार असंतुष्ट है। मामले में मांग की जाती है कि आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज कर दोषियों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की गई। वही ज्ञापन में एक अन्य मांग मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी समुदाय के 2 लोगों के साथ गोकशी के झूठे आरोप लगाते हुए मामले में तथाकथित गौरक्षकों के द्वारा लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। 



उक्त मामले को लेकर जयस महासभा के द्वारा  मामले की सीबीआई जांच एवं दोषियों को फांसी दिलाए जाने की मांग एवं बुलडोजर से आरोपित व्यक्तियों के घर जमींदोज करने की मांग की गई। साथ ही एक अन्य मामले में केसली ब्लॉक में आदिवासी सामुदायिक भवन के सामने अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर दुकानें स्थापित की गई हैं।जिसके कारण सामुदायिक भवन में होने वाले  आयोजित सामाजिक कार्यक्रमों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एवं किसी भी प्रकार का कोई सामाजिक कार्यक्रम नहीं हो पा रहा है।जिसके कारण सामुदायिक भवन के सामने बनी अतिक्रमण की दुकानों को हटाने की कार्रवाई करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई है।इस तरह से ज्ञापन में सिवनी में हुई घटना की सीबीआई जांच, दोषियों को फांसी की सजा, तथाकथित गौरक्षक संगठनों को प्रतिबंधित करने,एवं मृतक के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि एवं घायल व्यक्ति का समुचित इलाज शासन स्तर पर फ्री कराने एवं घायल के परिवार को 10 लाख की मुआवजा राशि दिए जाने की मांग, एवं मृतक के परिजनों को दैनिक वेतन भोगियों कर्मचारी की जगह नियमित कर्मचारी के रूप में भर्ती किया जाए, और आरोपियों की अचल संपत्ति को बुलडोजर से जमींदोज किया जाए।साथ ही सागर जिले की केसली थाना अंतर्गत प्रहलाद आदिवासी की हत्या के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा एवं थाना केसली के लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।


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सागर झील : इंबैंकमेंट और नाला टैपिंग का काम पूरा, अब स्टोन पिचिंग और घाट निर्माण पर जोर

सागर झील : इंबैंकमेंट और नाला टैपिंग का काम पूरा, अब स्टोन पिचिंग और घाट निर्माण पर जोर
★ स्मार्ट सिटी सीईओ ने की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा

सागर। 09 मई 2022। लाखा बंजारा झील में इंबैंकमेंट और नाला टैपिंग का काम पूरा हो गया है। अब घाट निर्माण और स्टोन पिचिंग पर जोर दिया जा रहा है। पिचिंग का काम भी अंतिम चरण में है।
उक्त जानकारी सोमवार को लाखा बंजारा झील कायाकल्प परियोजना की समीक्षा के दौरान दी गई। स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत ने विभिन्न परियोजनाओं की घटकवार समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि लाखा बंजारा झील में इंबैंकमेंट और नाला टैपिंग का काम पूरा हो चुका है। इसके बाद स्टोन पिचिंग का काम तेजी से चल रहा है। बडी झील में स्टोन पिचिंग का काम करीब 90 प्रतिशत हो गया है और यह अपने अंतिम चरण में है। छोटी झील में भी यह काम शुरू हो गया है। इसी तरह बडी झील में सात घाटों का निर्माण किया जाना है। सभी घाटों का काम तेजी से चल रहा है।



 इनमें से ज्यादातर घाटों के किनारों पर छतरी का निर्माण भी किया जा रहा है। लाखा बंजारा का स्टेच्यू लगाने के लिए प्लेटफॉर्म बनाने का काम शुरू किया जा चुका है। संजय ड्राइव रोड निर्माण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस सडक का काम तय समय सीमा के मुताबिक चल रहा है। फायर स्टेशन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। इसे भी निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए गए। 



इसके अलावा खेल परिसर में खेल सुविधाओं का विकास, कनेरादेव फीडर कैनाल का पुनर्विकास आदि परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। बैठक में स्मार्ट सिटी और पीएमसी के इंजीनियर्स और निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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बुरहानपुर : लोकायुक्त ने 25 हजार की रिश्वत लेते जिला परियोजना अधिकारी को पकड़ा

बुरहानपुर : लोकायुक्त ने 25 हजार की रिश्वत लेते जिला परियोजना अधिकारी को पकड़ा
बुरहानपुर. इंदौर लोकायुक्त की टीम ने बुरहानपुर जिला पंचायत कार्यालय पहुंचकर कार्रवाई की। यहां पर मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला परियोजना अधिकारी सरिता स्वामी को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद जिला पंचायत में हड़कंप मच गया।
लोकायुक्त निरीक्षक विजय चौधरी ने बताया कि ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला परियोजना अधिकारी के द्वारा खकनार के सहायक विकास खंड प्रबंधक विजय पवार की शासकीय एरियर राशि जारी करने के एवज में 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। 



लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत मिलने के बाद बातचीत की रिकॉडिंग कराइ गई। रिश्वत मांगने की शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त की टीम का गठन कर सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय में जिला परियोजना अधिकारी सरिता स्वामी को आवेदक से 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।



 लोकायुक्त ने टीम ने धारा 7 भ्रष्टाचार अधिनियिम की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।लोकायुक्त के अफसरों ने कहा कि जिला परियोजना अधिकारी के द्वारा पूर्व में भी रिश्वत लेने की बात कर्मचारी भी कही जा रही है।

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