SAGAR : जयस, गोंडवाना महासभा ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
★ गौड जनजाति समुदाय पर हो रहे अत्याचारो के मामलों में सीबीआई जांच एवं कार्यवाही की मांग
सागर। मध्यप्रदेश में गौड जनजाति समुदाय पर अत्याचार, अनाचार ,बलात्कार, हत्या एवं मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं घटित होने को लेकर जयस गोंडवाना महासभा के द्वारा महामहिम राज्यपाल महोदय एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम देवरी केसली अनुविभागीय राजस्व अधिकारी एवं जिला कलेक्टर सागर के नाम आठ सूत्रीय मांगो का ज्ञापन सौंपकर जिले एवं प्रदेश में हुई तमाम घटनाओं की सीबीआई जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है।
प्राप्त जानकारी अनुसार विगत 9 मई को देवरी एवं केसली में जयस,कोयतुर,गोंड समाज महासभा आदि संगठनों के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में गोंड जनजाति समुदाय के लोगों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सागर जिले की केसली थाना अंतर्गत विगत 29 अप्रैल को प्रहलाद पिता मुन्ना गौड़ निवासी ग्राम खैरी केसली की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में परिवार के लोगों द्वारा पुरानी रंजिश के चलते दबंग लोगों पर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की गई थी। परंतु केसली पुलिस द्वारा भेदभाव पूर्ण कार्यवाही करते हुए उक्त आरोपियों पर आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज ना कर मामले में छोटी-मोटी धाराओ में मामला दर्ज कर पूरे मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। चूकि मृतक के परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि पुरानी बुराई के चलते उनके लड़के को केसली के ही दबंग युवक को घर से लेकर गए थे ।और सुबह हत्या कर रोड पर फेंक दिया गया।इस मामले में पुलिस की कार्रवाई से परिवार असंतुष्ट है। मामले में मांग की जाती है कि आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज कर दोषियों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की गई। वही ज्ञापन में एक अन्य मांग मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी समुदाय के 2 लोगों के साथ गोकशी के झूठे आरोप लगाते हुए मामले में तथाकथित गौरक्षकों के द्वारा लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
उक्त मामले को लेकर जयस महासभा के द्वारा मामले की सीबीआई जांच एवं दोषियों को फांसी दिलाए जाने की मांग एवं बुलडोजर से आरोपित व्यक्तियों के घर जमींदोज करने की मांग की गई। साथ ही एक अन्य मामले में केसली ब्लॉक में आदिवासी सामुदायिक भवन के सामने अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर दुकानें स्थापित की गई हैं।जिसके कारण सामुदायिक भवन में होने वाले आयोजित सामाजिक कार्यक्रमों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एवं किसी भी प्रकार का कोई सामाजिक कार्यक्रम नहीं हो पा रहा है।जिसके कारण सामुदायिक भवन के सामने बनी अतिक्रमण की दुकानों को हटाने की कार्रवाई करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई है।इस तरह से ज्ञापन में सिवनी में हुई घटना की सीबीआई जांच, दोषियों को फांसी की सजा, तथाकथित गौरक्षक संगठनों को प्रतिबंधित करने,एवं मृतक के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि एवं घायल व्यक्ति का समुचित इलाज शासन स्तर पर फ्री कराने एवं घायल के परिवार को 10 लाख की मुआवजा राशि दिए जाने की मांग, एवं मृतक के परिजनों को दैनिक वेतन भोगियों कर्मचारी की जगह नियमित कर्मचारी के रूप में भर्ती किया जाए, और आरोपियों की अचल संपत्ति को बुलडोजर से जमींदोज किया जाए।साथ ही सागर जिले की केसली थाना अंतर्गत प्रहलाद आदिवासी की हत्या के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा एवं थाना केसली के लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।