डॉ गौर केंद्रीय विवि: 30वाँ दीक्षांत समारोह 26 अप्रेल को
★ केन्द्रीय राज्य शिक्षा मंत्री अन्नपूर्णा देवी होंगी मुख्य अतिथि, कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव व कलाकार व सांसद मनोज तिवारी होंगे विशिष्ट अतिथि
सागर 24 अप्रैल। डॉ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर का 30 वां दीक्षांत समारोह 26 अप्रैल को आयोजित किया जा रहा है. विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित इस समारोह की मुख्य अतिथि श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री, भारत सरकार होंगी. प्रख्यात कलाकार और नई दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी सारस्वत अतिथि होंगे तथा मध्य प्रदेश सरकार के लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गोपाल भार्गव विशिष्ट अतिथि होंगे.
दीक्षांत समारोह आयोजन के संबंध में विश्वविद्यालय में आयोजित ‘पत्रकार-वार्ता’ में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो वर्ष से दीक्षांत समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका. इसलिए विश्वविद्यालय ने इस आयोजन में दोनों वर्षों में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सम्मिलित करने का निर्णय लिया है. दीक्षांत एक ऐसा अवसर होता है । जहां विद्यार्थी केवल डिग्री ही नहीं प्राप्त करता बल्कि वह उन संस्कारों के साथ आगे जाता है जो उसने इस अकादमिक परिसर में रहते हुए सीखा है.
उन्होंने कहा कि उसके व्यक्तित्व निर्माण से जुड़ी हर चीज उसकी स्मृति का हिस्सा होती हैं. विश्वविद्यालय में रहते, पढ़ते और सीखते हुए अपने अनुभवों को समेटना एक विद्यार्थी के लिए सबसे अन्यतम अनुभवों में से है, इसलिए दीक्षांत जैसे आयोजन का एक विद्यार्थी के जीवन में काफी मायने रखता है. उन्होंने इस पूरे आयोजन की संकल्पना और संरचना को पत्रकारों से साझा किया और सभी पत्रकार बंधुओं से दीक्षांत समारोह में शामिल होने की अपील की.
1140 विद्यार्थियों का हुआ पंजीयन
आयोजन के मुख्य समन्वयक प्रो. नवीन कानगो ने बताया कि यूजी के 620 पीजी के 440 और पी-एचडी के 80 विद्यार्थियों सहित कुल 1140 विद्यार्थियों ने इस समारोह में शामिल होने के लिए अपना पंजीकरण कराया है जिसमें से अभी तक लगभग 1000 विद्यार्थियों ने समारोह में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दी है. इसके अतिरिक्त 263 विद्यार्थियों को उनकी अनुपस्थिति में डिग्री प्रदान की जायेगी.
नवनिर्मित सरस्वती कन्या छात्रावास का होगा उद्घाटन
दीक्षांत समारोह के आरम्भ होने से पूर्व गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में विश्वविद्यालय के नवनिर्मित सरस्वती कन्या छात्रावास का उद्घाटन भी होगा. कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि यह छात्रावास छात्राओं के उपयोग के लिए पूरी तरह से तैयार है. इससे छात्राओं के हास्टल की सुविधा में और बढ़ोत्तरी होगी.
अब केंद्रीय विवि लिखा जाएगा ...
पत्रकार वार्ता में विवि के पत्राचार में लेटर हेड, भवनों व मोनो आदि पर केंद्रीय विवि का जिक्र नही होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका ध्यान रखा जाएगा। यहां बता दे कि कई दफा केंद्रीय विवि पत्राचार में या लेटर हेड में इसका उल्लेख नही किया जाता है। वही विवि के भवनों और मुख्य द्वार आदि पर डॉ हरिसिंह गौर विवि ही लिखा है। इसके साथ केंद्रित विवि का जिक्र तक नही है।
कुलाधिपति, कुलपति, शिक्षक और विद्यार्थियों ने किया दीक्षांत समारोह का रिहर्सल
दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में अपराह्न 03 बजे से आयोजित रिहर्सल में भाग लिया और दीक्षांत प्रोसेशन सहित डिग्री प्रदान की जाने की पूरी प्रक्रिया के संचालन का पूर्वाभ्यास किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी एवं कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता भी उपस्थित होकर पूर्वाभ्यास में शामिल रहे.
मेडल पाने वाले विद्यार्थियों का 25 अप्रेल को भी होगा रिहर्सल
मुख्य समन्वयक प्रो. नवीन कानगो ने बताया कि 25 अप्रैल को भी अपराह्न 03 बजे से स्वर्ण जयंती सभागार में दीक्षांत समारोह का सम्पूर्ण रिहर्सल किया जायेगा. इसमें मेडल पाने वाले विद्यार्थी आवश्यक रूप से उपस्थित रहें ताकि मेडल प्रदान किये जाने की पूरी प्रक्रिया से अवगत हो सकें.
विश्वविद्यालय : गौर समाधि प्रांगण में आज भी होगा दीक्षांत पोशाक/डिग्री का वितरण
दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले समस्त छात्र-छात्राओं के दीक्षांत पोशाक का वितरण दिनांक 25 अप्रैल, 2022 को भी सुबह 11:00 बजे से शाम 4.00 बजे के बीच गौर समाधि प्रांगण से किया जाएगा. पोशाक प्राप्त करने हेतु निर्धारित प्रपत्र को साथ में लाकर अपना दीक्षांत पोषक निर्धारित काउंटर से प्राप्त कर सकते हैं. सफेद रंग का भारतीय पोशाक, रंग-बिरंगी बुन्देली पगड़ी और स्टोल उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों को वितरित किये जा रहे हैं. दीक्षांत पोशाक के वितरण में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवक और शिक्षक अपनी महत्ती सेवा दे रहे हैं.